AP Board 9th Class Hindi Solutions उपवाचक Chapter 1 तारे ज़मीं पर

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions उपवाचक Chapter 1 तारे ज़मीं पर Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi उपवाचक Solutions Chapter 1 तारे ज़मीं पर

9th Class Hindi उपवाचक Chapter 1 तारे ज़मीं पर Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
ईशान कैसा बालक है ?
उत्तर:
आमिर खान का फ़िल्म ‘तारे ज़मीं पर’ में अभिनय किया हुआ छोटा लड़का है ईशान अवस्थी । यह लड़का आठ वर्ष का है | बचपन से ही उसका मन पढाई में नहीं लगता है। इसके विपरीत उसका मन कुत्तों, मछलियों और पेंटिंग में लगता है । वह प्रतिभाशाली लड़का है । उसके माँ – बाप तो उसे पढ़ाई पर ध्यान देने मजबूर करते हैं । इसके लिए वे ईशान को डाँटते हैं। इस तरह ईशान घर पर माता – पिता की और स्कूल में अध्यापकों की डाँट खाकर उदास रहा करता है । वह डिसलेक्सिया की समस्या से पीड़ित है । उसे अक्षरों को पढ़ने में तकलीफ़ होती हैं। लेकिन वही ईशान निकुंभ सर की प्रेरणा से वज्र की तरह चमक उठता है ।

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प्रश्न 2.
बच्चों के प्रति निकुंभ सर के विचार कैसे हैं?
उत्तर:
रामशंकर निकुंभ सर पाठशाला में काम करनेवाले एक कला अध्यापक थे । वे बडे सहृदयी, प्रेममयी, दयालू और होशियार व्यक्ति थे | बच्चों के प्रति उनके विचार बडे उदार थे । वे जानते थे कि बच्चे ओस की बूंदों की तरह शुद्ध और पवित्र होते हैं । साथ ही हर एक बच्चे को किसी न किसी विषय के प्रति श्रद्धा होती है। इसलिए पढाई के साथ – साथ श्रद्धा रखनेवाले विषय की ओर बच्चों को प्रोत्साहन दें तो वे जरूर उसमें सफल होते विद्वत्ता दिखाकर महान व्यक्ति बनते । अपने और देश का नाम उज्ज्वल करते। ज़बरदस्ती बच्चों को पढ़ाने का प्रयत्न करना ठीक नहीं है । ऐसा करने से बच्चा निकम्मा बन जाता है ।
इतना ही नहीं बच्चों में अच्छे गुण बोने से वे उत्तम चरित्रवाले होते हैं। निकंभ सर इसी विचार के रखनेवाले हैं । इसीलिए ही ईशान का दिल पहचानकर उसे श्रेष्ठ कलाकार बना दिया ।

प्रश्न 3.
बच्चों के जीवन में पाठशाला की क्या भूमिका होनी चाहिए?
उत्तर:
छोटे बच्चे तो ओस की बूंदों की तरह शुद्ध और पवित्र होते हैं। अकसर वे खेलते – खेलते सब सीख लेते हैं। जब वे ज्ञानार्जन के योग्य बनते हैं तो उन्हें पाठशाला में भर्ती करते हैं । पाठशाला उनके लिए मंदिर जैसा है । यहीं से बच्चों का सर्वांगीण उन्नति आरंभ होती है । ऐसा महत्व रखनेवाली पाठशाला में उनको सदाचार, सहृदयता, भाईचारे की भावना, अनुशासन, विषयज्ञान, कलाओं के प्रति आसक्ति आदि अनेक उत्तम गुण सिखाये जाते हैं। पाठशाला में ज्ञानार्जन करते समय ही बच्चे अपने भविष्य जीवन के लिए आवश्यक नींव डालते जाते हैं। अतः पाठशाला ही बच्चों को उनके जीवन में सुनागरिक बनने आवश्यक चरित्र गुण सिखानेवाला सच्चा पुण्य स्थल है । इस तरह बच्चों के जीवन में पाठशाला की प्रमुख भूमिका रहती है।

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प्रश्न 4.
‘तारे ज़मीं पर’ समीक्षा का निष्कर्ष क्या है?
उत्तर:
आमिर खान द्वारा बनाया गया “तारे ज़मीं पर” सचमुच एक प्रभावशाली फ़िल्म है | यह एक मुख्य आशय को सिद्ध करनेवाला फ़िल्म हैं। इस फ़िल्म का मुख्य आशय है कि मासूम दिखनेवाले छोटे बच्चों में अनेक विशेषताएँ छिपी रहती हैं। ऐसी शक्तियों को पहचानकर, उन्हें साकार बनाने का मौका देना चाहिए। खासकर, पाठशाला में पढ़ते समय ही अध्यापकों को चाहिए कि विद्यार्थी (शिष्य) की अभिरुचि किसमें है । उसी ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी जाए तो वह अपना कौशल दिखाकर उन्नति कर सकता है । यही इस फ़िल्म की समीक्षा का निष्कर्ष है ।

तारे ज़मीं पर Summary in English

Children are pure and holy like dew drops. They are tomorrow’s citizens. Nowadays efforts for making toppers, rankers are being made at every home. Most of the parents are not trying to know what lies in their children’s minds, what are they thinking, what are their views.

Amir Khan poses these questions in his film “Tare Zameen Par.’ The story of that film is as follows.

An eight year-old Eesan Avasthi concentrates his mind on the nature and drawing and painting but not on his studies. His parents want him to concentrate on his studies. But their efforts go in vain. Eesan is scolded by his parents at home. He is even scolded by his teachers at school. Nobody makes an attempt to know why he doesn’t concentrate on studies. Instead, they send him to a boarding school.

The ever smile and active Eesan fades away after going there. He becomes hesitant and passive. Their arts teacher Ramsankar Nikumbh notices him. He comes to know the reason for Eesan’s passivity. Besides, he even comes to know that Eesan is a very talented boy. He finds that Easan suffers from a disease called ‘Disleksia’. Eesan feels difficult to read letters in books. With his love and affection Ramsankar Nikumbh makes Eesan display his skills and talents before all.

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The story is simple. But Amir Khan directed it with his artistic excellence. Screen play was healthy and satisfactory. Thought-provoking scenes had been picturized. They are very touching.

Eesan’s fleeing from school, wandering on roads, breathing pure and fresh air, noticing the building being painted, free-living and playing of children living on footpaths and eating hailstones etc., make most of the spectators recollect their childhood days.

What the prime thing of all is that taking Eesan as a means, the latent talents of children had been effectively and beautifully picturized. Towards the end of the film, Eesan is introduced as an artist. He gets the first prize in Arts Exhibition. In this film Amir reveals his innocence. This film too receives an award. Thus this film is evident as to how a student (disciple) betters his talents and achieves progress with the cooperation and inspiration of his teacher.

Darseel Safari who played the role of Eesan is life for this film. No one says that this boy acted. This innocent-looking boy shows every feeling viz. fear, anger, sadness and humour in his face excellently. Perhaps, that is why he is given less dialogues.

तारे ज़मीं पर Summary in Telugu

పిల్లలు మంచు బిందువుల వలే శుద్ధమైనవారు, పవిత్రమైనవారు. వాళ్ళు రేపటి పౌరులు. ఈ రోజున ప్రతి ఇంటి నుండి టాపర్లు, ర్యాంకర్లను తయారుచేయడం కోసం ప్రయత్నాలు జరుగుచున్నవి. చాలా మంది పిల్లల మనస్సుల్లో ఏమి ఉందో వాళ్ళు ఏమి ఆలోచిస్తున్నారో ? వాళ్ళ అభిప్రాయాలేమిటో తెలుసుకోవడం లేదు.

ఈ ప్రశ్నలనే ఆమిర్ ఖాన్ తన సినిమా “తారే జమీఁ పర్” (భూమిపై నక్షత్రాలు) లో లేవనెత్తాడు. ఆ సినిమా కథ ఇలా ఉన్నది –

ఎనిమిది సం||రాల వయస్సు కలిగిన ఈశాన్ అవస్థీ మనస్సు చదువు మీద కాకుండా కుక్కలు, చేపలు మరియు పెయింటింగ్ (రంగులు వేయడం, బొమ్మలు గీయడం) పై నిమగ్నమై ఉంటుంది. వాళ్ళ అమ్మ, నాన్నలు అతడు చదువుపై ధ్యాస పెట్టాలని కోరుకుంటారు. కానీ ఫలితమేమీ లేదు. ఈశాన్ ఇంట్లో అమ్మ-నాన్నలతో తిట్లు తింటాడు. పాఠశాలలో ఉపాధ్యాయులచేత కూడా తిట్లు తింటాడు. ఎవ్వరూ ఈశాన్ చదువుపై ధ్యాస ఎందుకు చూపడం లేదో తెలుసుకునే ప్రయత్నమే చేయరు. దీనికి బదులుగా ఈశాన ను బోర్డింగ్ స్కూల్ కు పంపిస్తారు.

నవ్వులు చిందిస్తూ వికసించి ఉన్న ఈశాన్ అక్కడికి వెళ్ళి వడిలి (చిక్కి) పోతాడు. అతడు ఎల్లప్పుడూ సంకోచంగా (భయంగా) ఉదాసీనంగా ఉంటాడు. అతనిపై కళల ఉపాధ్యాయుడు “రామ్ శంకర్ నికుంబ్ ” దృష్టి పడుతుంది. అతనికి ఈశాన్ ఉదాసీనంగా ఉండడానికి గల కారణం తెలుస్తుంది. అంతేకాదు ఈశాన్ ఒక గొప్ప ప్రతిభావంతుడు అన్న విషయం కూడా తెలుస్తుంది. కానీ అతడు “డిస్లెక్సియా” అనే వ్యాధితో బాధపడుతున్నట్లు ఆయన గ్రహిస్తాడు. ఈశాన్ కి అక్షరాలు చదవడం చాలా కష్టంగా ఉంటుంది. తన ప్రేమ మరియు మురిపాలతో “రామ్ శంకర్ నికుంభ్ ” గారు ఈశాన్ లోనున్న ప్రతిభాపాటవాలను అందరి ముందు ప్రదర్శింపజేస్తారు.

కథ చాలా సరళమైనదే. కానీ ఆమిర్ ఖాన్ తన ప్రతిభతో తెరపైకి ఎక్కించాడు. చిత్రకథ నిర్మాణం చాలా ఆరోగ్యకరంగా సాగింది. చిన్న, చిన్న భావగర్జిత దృశ్యాలు చిత్రీకరించబడ్డాయి. అవి నేరుగా హృదయాన్ని స్పృశిస్తాయి.

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ఈశాన్ స్కూలు వదలి పారిపోవడం, రోడ్లపై తిరగడం, స్వచ్ఛమైన తాజా గాలిని శ్వాసించడం, భవనాలకు రంగులు వేయడం చూడడం, ఫుట్ పాత్ పై నివసించే పిల్లలు స్వేచ్ఛతో ఆడుకోవడం, మంచుగడ్డల (వడగండ్ల) ను తినడం లాంటి దృశ్యాలను చూసి చాలామంది ప్రజలు తన బాల్య జ్ఞాపకాలను తలచుకుంటారు తాజాగా.

అన్నిటికంటే ముఖ్యమైన విషయం ఏమిటంటే “ఈశాన్ మాధ్యమంగా పిల్లల్లోని దాగి ఉన్న ప్రతిభను అందంగా చిత్రీకరించడం జరిగింది. సినిమా చివరిలో ఈశానను ఒక చిత్ర కళాకారునిగా పరిచయం చేయడం జరిగింది. చిత్రకళా ప్రదర్శనలో అతనికి ప్రథమ బహుమతి లభిస్తుంది. ఈ చిత్రంలో ఆమిర్ తన అమాయకత్వాన్ని ప్రదర్శిస్తాడు. ఈ సినిమాకి కూడా బహుమతి ఇవ్వబడుతుంది. ఈ విధంగా ఒక శిష్యుడు తన ఉపాధ్యాయుని యొక్క ప్రేరణతో ఎలా ముందుకు సాగిపోతాడో దీనికి ప్రమాణం (ఋజువు) ఈ సినిమా.

ఈశాన్ పాత్ర పోషించిన దర్శీల్ సఫారీ ఈ సినిమాకి ప్రాణం. ఈ పిల్లవాడు నటించాడంటే ఎవ్వరికీ నమ్మకం కలుగలేదు. అమాయకంగా కన్పించే ఈ పిల్లవాడు భయం, కోపం, విచారం మరియు హాస్యం ప్రతి భావాన్ని తన ముఖంలో కనబరిచాడు. బహుశా అందుకే అతనికి సంభాషణ తక్కువగా ఇవ్వడం జరిగింది.

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 12 जागो ग्राहक जागो!

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 12 जागो ग्राहक जागो! Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 12 जागो ग्राहक जागो!

9th Class Hindi Chapter 12 जागो ग्राहक जागो! Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 61)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 12 जागो ग्राहक जागो! 1
प्रश्न 1.
ऊपर दिया गया विज्ञापन किसके बारे में है?
उत्तर:
ऊपर दिया गया विज्ञापन विश्व के नागरिकों को उनके अधिकार और उनका उपयोग करके सक्षम उपभोक्ता बनने के बारे में हैं।

प्रश्न 2.
ग्राहकों को जागरूक करने के लिए विज्ञापन क्यों दिया जाता है ?
उत्तर:
ग्राहकों को उपभोक्ताओं के अधिकारों के प्रति ज्ञान प्राप्त कराने, सक्षम उपभोक्ता बनाने के लिए विज्ञापन दिया जाता है।

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प्रश्न 3.
इस विज्ञापन से हमें क्या जानकारी मिलती है?
उत्तर:
इस विज्ञापन से विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के बारे में, जागरूक उपभोक्ता बनने के बारे में, सक्षम उपभोक्ता के बारे में, हमारे (उपभोक्ता) अधिकारों के बारे में, अपने क्षेत्र के उपभोक्ता फोरम के पते के बारे में, राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्प-लाइन और उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के बारे में हमें जानकारी मिलती है।

अर्थग्राह्यता-प्रतिक्रिया

अ) प्रश्नों के उत्तर सोचकर लिरिवाए ।

प्रश्न 1.
क्रय-विक्रय में उपभोक्ता का क्या महत्व है?
उत्तर:
किसी वस्तु या सेवाओं का उपभोग करनेवाला उपभोक्ता कहलाता है । जैसे- विद्युत विभाग से बिजली, जल विभाग से जल व दूरसंचार से टेलीफ़ोन की सुविधाएँ प्राप्त करते हैं । इन सुविधाओं के लिए हम बिल की राशि जमा कराते हैं । इसलिए हम इन विभागों के उपभोक्ता कहलाते हैं । बाज़ार से सामान लाते हैं, उसका उपभोग करते हैं तो हम उस सामान के उपभोक्ता हुए । उपभोक्ताओं के बिना क्रयविक्रय नहीं होता। वस्तुओं की उत्पत्ति भी नहीं होती ।

प्रश्न 2.
उपभोक्ताओं को जागरूक करने में आप क्या योगदान दे सकते हैं?
उत्तर:

  • हर साल मार्च 15 को उपभोक्ता दिवस मनाऊँगा |
  • उपभोक्ताओं को सामान खरीदते समय सचेत करूँगा ।
  • सामान खरीदते समय सावधानी रखने की सूचना दूंगा ।
  • नकली सामान के प्रति जागरूक कराऊँगा ।
  • वस्तु पर छपी कीमत से ज़्यादा मूल्य लें तो उसके बारे में भी जागरूक कराऊँगा ।
  • प्रामाणित वस्तुओं को ही खरीदने की सूचना दूंगा ।

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प्रश्न 3.
सरकार ग्राहकों की भलाई के लिए क्या करती है?
उत्तर:
सरकार ग्राहकों की भलाई के लिए ये काम करती हैं –

  • हर साल 15 मार्च को उपभोक्ता (ग्राहक) दिवस मनाती |
  • किसी ग्राहक को वस्तु के प्रति हानि हो तो सरकार विक्रेता से हानि पूरी करवाती है ।
  • ग्राम पंचायत, नगर पालिका, माप-तोल विभाग, स्वास्थ्य विभाग, थाना या पुलीस चौकी के द्वारा सरकार शिकायतें लेने का प्रबंध करती ।
  • ‘आई.एस.आई’ या ‘एग मार्क’ अंकित वस्तुओं के लिए सरकार प्रामाणिकता देती है ।

आ) इन प्रश्नों के लिए दादाजी ने क्या उत्तर दिये हैं, उन्हें ढूँढ़कर लिरिवए ।

प्रश्न 1.
क्यों दादाजी, बिना प्रमाण के शिकायत दर्ज नहीं होगी?
उत्तर:
हाँ बेटी, तुमने सही कहा जागरूक उपभोक्ता वह है जो सामान खरीदते या सेवा प्राप्त करते समय रसीद या बिल लें | वस्तुओं के पैकेट पर लिखे विवरण ध्यान से पढ़ें । हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आई.एस.आई. या एग मार्क अंकित वस्तुओं का चुनाव करें । ये मार्क सरकार द्वारा प्रामाणित होते हैं।

प्रश्न 2.
दादाजी, उपभोक्ता कौन होते हैं ?
उत्तर:
ओ ! वाह तुम ने बहुत अच्छा प्रश्न किया है । बैठो, मैं समझाता हूँ | किसी वस्तु या सेवाओं का उपभोग करनेवाला उपभोक्ता कहलाता है । जैसे विद्युत विभाग से बिजली, जल विभाग से जल व दूर संचार से टेलिफ़ोन की सुविधाएँ प्राप्त करते हैं ।

प्रश्न 3.
अख़बार के साथ यह पीला कागज़ कैसा आया है?
उत्तर:
यह तो उपभोक्ताओं के लिए संदेश है । आज 15 मार्च है, उपभोक्ता दिवस है । प्रशासन ने ये परचे छपवाकर बाँटे हैं।

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प्रश्न 4.
तो फिर जिला प्रशासन हमें सावधान क्यों कर रहा है ?
उत्तर:
क्योंकि, सामान बेचनेवाले कई बार घटिया सामान दे देते हैं ।

इ) पाठ में बच्चों द्वारा पूछे गये प्रश्न लिरिवए ।
जैसे –
साहिती : दादाजी, शिकायत करने से क्या होता है?
साहिती : दादाजी ! दादाजी ! आज अखबार के साथ. यह ज़िला कागज़ क्यों आया है ?
साहिती : दादाजी, ये उपभोक्ता कौन है?
साहिती : तो, फिर जिला प्रशासन हमें सावधान क्यों कर रहा है?
गौतम : ऐसे करनेवालों के साथ क्या करना चाहिए?
साहिती : दादाजी, शिकायत करने से क्या होता है?
गौतम : शिकायत दर्ज कराने के लिए क्या करना होता है?
साहिती : क्यों, दादाजी, बिना प्रमाण के शिकायत दर्ज नहीं होगी?

ई) अनुच्छेद पढ़िए । इसके आधार पर तीन प्रश्न बनाइए।

भूकंप के विषय में शिक्षित करने की अधिक आवश्यकता है ताकि लोग जान सकें कि आपात स्थिति में क्या करना चाहिए । भूकंप के समय शीशे की खिड़कियों, दरवाज़ों, अलमारियों तथा आइनों से दूर रहना चाहिए तथा गिरनेवाली चीज़ों से बचने के लिए आपको मेज़ के नीचे अथवा मज़बूत चारपाई के नीचे चले जाना चाहिए । खुली जगह में जाने की कोशिश में आप दरवाज़ो अथवा सीढ़ियों की ओर दौड़ेंगे तो पायेंगे कि वे या तो टूट चुके हैं अथवा टूटकर गिरी हुई चीज़ों से अवरुद्ध हो चुके हैं । आपके सभी विद्युत-उपकरण तथा खाना बनाने की गैस के सिलेंडर बंद होना बिलकुल अनिवार्य है। उदाहरण के लिए जापान और कैलिफ़ोर्निया में भूकंप-ड्रिल, रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा होता है । बच्चे अपनी चारपाई के समीप टॉर्च और मज़बूत जूते रखने की आदत डाल लेते हैं ताकि रात के समय भूकंप आने पर वे सुरक्षित जगह पर पहुँच सकें ।
उत्तर:

  1. किस विषय में शिक्षित कराने की अधिक आवश्यकता है?
  2. भूकंप के समय किन-किन से दूर रहना ज़रूरी है?
  3. किन-किन चीज़ों को बंद होना बिलकुल अनिवार्य हैं?

अभिव्यक्ति – सजनात्मकता

अ) प्रश्नों के उत्तर लिरिवए ।

प्रश्न 1.
किसी एक वस्तु की प्रामाणिकता के बारे में लिखिए ।
उत्तर:
लोगों के विनिमय के लिए वस्तुएँ बनायी व तैयार की जाती हैं। ऐसी वस्तुएँ कुछ प्रामाणिक तथ्यों और सिद्धांतों के आधार पर ही बनायी जाती हैं। एक जागरूक उपभोक्ता/ग्राहक होने के नाते किसी चीज़ को खरीदते हैं तब हमें उस चीज़ की प्रामाणिकता सिद्ध करनेवाले विषयों पर ज़रूर ध्यान देना चाहिए। जैसे – उस वस्तु के बनाने “इस्तेमाल किये गये पदार्थ, उनकी माप – तोल, उनसे होनेवाले लाभ, उपयोग, वज़न, अवधि, दाम, शुद्धता आदि से उस वस्तु की प्रामाणिकता का परिचय हमें होता है। इसी आशय से सरकार आई.एस. आई अगमार्क आदि प्रामाणिक चिह्नवाले चीज़े ही खरीदने की सलाह देती है। क्योंकि सरकार कई जाँच – पडताल के बाद ही ये प्रामाणिक चिह्न अंकित करने की अनुमति देती है।

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प्रश्न 2.
किसी भी सामान को खरीदते समय रसीद या बिल लेना क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
किसी भी सामान को खरीदते समय रसीद या बिल लेना निम्न लिखित इन कारणों से आवश्यक हैं।
जैसे –

  • सामान बेचने वाले कई बार घटिया सामान दे देते हैं।
  • इससे बचने के लिए बिल या रसीद लेना आवश्यक है।
  • नकिली सामान से बचने के लिए भी बिल या रसीद लेना आवश्यक है।
  • कुछ लोग अधिक धन कमाने के लालच में सामान में मिलावट करते हैं। वस्तु पर छपी कीमत से ज़्यादा मूल्य ले लेते हैं।
  • इनसे बचने के लिए रसीद या बिल लेना आवश्यक है।
  • कुछ व्यापारी तो कम तोलते हैं।
  • इनसे भी बचे रहने के लिए बिल या रसीद लेना चाहिए।
  • उपर्युक्त सभी कारणों से हमें “उपभोक्ता मंच में” शिकायत करने के लिए बिल या रसीद की आवश्यकता होती है। बिल या रसीद लेना हर एक जागरूक उपभोक्ता का अधिकार भी है।

प्रश्न 3.
बच्चों के पूछे गये प्रश्नों में आपको सब से अच्छा प्रश्न कौन-सा लगा और क्यों?
उत्तर:
बच्चों से पूछे गये प्रश्नों में मुझे साहिती द्वारा पूछे गये प्रश्न “क्यों दादाजी, बिना प्रमाण के शिकायत दर्ज नहीं होगी ?” ही अच्छा लगा क्यों कि शिकायत देने से पहले हमें यह मालूम होना चाहिए कि ‘एग मार्क’ क्या है? आई.एस.आई मार्क क्या है ? वस्तुओं के साथ बिल या रसीद क्यों लेना हैं ? आदि ।

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आ) प्रत्येक व्यक्ति को कर्तव्य और अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए। क्यों?
उत्तर:
प्रत्येक व्यक्ति को कर्तव्य और अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए। क्योंकि वह अपने कर्तव्य और अधिकारों को ठीक तरह से निभा सकें। कर्तव्य और अधिकार दोनों परस्पर मिले जुले हैं। कर्तव्यों के बिना अधिकार नहीं हैं और उसी प्रकार अधिकारों के बिना कर्तव्य नहीं हैं। कर्तव्य और अधिकार दोनों एक सिक्के की दो ओर हैं। प्रत्येक व्यक्ति को एक ओर अपने कर्तव्यों का पालन करना है। उसी प्रकार दूसरी ओर अपने अधिकारों को प्राप्त करना है।

प्रश्न 1.
उपभोक्ता दिवस के बारे में आप क्या जानते हैं ? बताइए ।
उत्तर:
हमारे भारत देश में 24 दिसंबर राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। सन् 1986 में इसी दिन उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम विधायक पारित हुआ था। इसके बाद इस अधिनियम में 1991 तथा 1993 में संशोधन किये गये। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम को अधिकाधिक कार्यरत और प्रयोजन पूर्ण बनाने के लिए दिसंबर 2002 में एक व्यापक संशोधन लाया गया । और 15 मार्च, 2003 से लागू किया गया। परिणाम स्वरूप उपभोक्ता संरक्षण नियम, 1987 में भी संशोधन किया गया और मार्च 2005 को अधिसूचित किया गया था।

भारत सरकार ने 24 दिसंबर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस घोषित किया है। क्योंकि भारत के राष्ट्रपति महोदय ने इसी दिन ऐतिहासिक उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के अधिनियम को स्वीकारा था। इसके अतिरिक्त 15 मार्च को प्रत्येक वर्ष विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारतीय ग्राहक आंदोलन के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। भारत देश में यह दिवस पहली बार वर्ष 2000 में मनाया गया । और आगे भी प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। सचमुच यह दिवस याद रखने योग्य है।

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प्रश्न 2.
दादाजी बच्चों को उपभोक्ताओं के बारे में क्या समझा रहे थे?
उत्तर:
दादाजी उपभोक्ताओं के बारे में बच्चों को यह समझा रहे हैं –

  • आज 15 मार्च है । आज उपभोक्ता दिवस है | जिला प्रशासन ने ये परचे छपवाकर बाँटे हैं । इनसे उपभोक्ताओं को सचेत किया गया है कि वे सामान खरीदते समय सावधानी रखें |
  • किसी वस्तु या सेवाओं का उपभोग करनेवाले उपभोक्ता कहलाते हैं ।
  • यदि किसी व्यापारी ने कम तोला है । सामान की कीमत अधिक ले ली है । या नकली सामान दिया है तो हमें उपभोक्ता मंच में शिकायत करनी चाहिए ।
  • जागरूक उपभोक्ता वह है जो सामान खरीदते या सेवा प्राप्त करते समय रसीद या बिल लें । “एग मार्क” या आई.एस.आई मार्क वस्तुओं का ही चुनाव करें ।

प्रश्न 3.
एक उपभोक्ता के रूप में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर:
हर एक मानव समाज में उपभोक्ता ही है। कभी भी किसी भी हालत में उसकी हानि नहीं होनी चाहिए। इसके लिए उपभोक्ता को निम्न दी गयी बातों पर ध्यान देना या रखना चाहिए।

  • वस्तु कब की बनी है, तथा उसके खराब होने की अवधि क्या है?
  • वस्तु के निर्माता का पता और कम्पनी का नाम साफ़-साफ़ लिखा है या नहीं?
  • वस्तु का वज़न, क़ीमत एवं बनाने की तारीख आदि लिखी हैं अथवा नहीं?
  • क्या वस्तु पर आई.एस.आई लिखा गया है और उसके नम्बर स्पष्ट पढने लायक हैं या नहीं?
  • वस्तु की पैकिंग आदि सही तथा सील ठीक है या नहीं?
  • विक्रेता उसे खरीदने पर रसीद देने को तैयार है अथवा नहीं?
  • ध्यान रहे कि चुकाई गई क़ीमत की रसीद लेना उपभोक्ता/ ग्राहक का अधिकार है।

यदि उपभोक्ता उक्त बातों को ध्यान में रखकर कोई चीज़ खरीदता है तो उसे साधारणतः परेशान
नहीं होना पडता ।

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इ) ग्राहकों को जागरूक करने कुछ नारे बनाइए।
उत्तर:
वस्तु विनिमय में ग्राहकों का महत्वपूर्ण स्थान है। विनिमय अथवा सेवाएँ पानेवाली चीज़ों के प्रति ग्राहकों को जागरूक होना चाहिए। सरकार इस प्रभावशाली विषय की ओर ध्यान आकर्षित करने का भरसक प्रयत्न करती है। सही और अच्छी चीज़ों को पाना हर ग्राहक का प्रधान अधिकार है।

ऐसे महत्वपूर्ण ग्राहकों को जागरूक करने के कुछ नारे ये हैं।
1) सावधानी बरतिए – सही चीज़ पहचानिए
2) सही चीज़ की खरीदारी – होगी जीवन सुखकारी
3) जागो ग्राहक जागो – अपने अधिकारों को पहचानो
4) जागरूक उपभोक्ता – जीवन में सच्चा सुख पाता है
5) समझो अपने अधिकार – वे ही जीवन के सच्चे आधार

ई) सरकार द्वारा दी जानेवाली सुविधाएँ हमारे लिए किस प्रकार लाभकारी हैं? लिरिवाए।
उत्तर:

  • सरकार हमें विद्युत विभाग से बिजली की सुविधा, जल विभाग से जल की सुविधा, दूर संचार विभाग से टेलिफोन की सुविधाओं से हमें लाभान्वित कर रही है।
  • उपभोक्ता मंचों की स्थापना करके हमारी शिकायतें ले रही है।
  • सरकार विक्रेता से उपभोक्ता को हुई हानि पूरी करवाती है।
  • सरकार द्वारा घटिया सामान बदला भी जा सकता है। सरकार राशिमय ब्याज को भी लौटाती है।
  • वस्तुओं पर सरकार द्वारा आई. एस. आई या एग मार्क प्रमाणित किये जाते हैं।
  • ये चिह्न सरकार द्वारा जाँची परखी वस्तुओं पर ही अंकित किये जाते हैं।
  • उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा उपभोक्ताओं को सचेत किया जाता है। इन सबके द्वारा हम बहुत लाभान्वित हो रहे हैं।
  • इस प्रकार सरकार द्वारा दी जानेवाली सुविधाएँ हमारे लिए लाभकारी हैं।

भाषा की बात

अ) नीचे दी गयी संरख्याएँ पढ़िए । दैनिक जीवन में इन संख्याओं का इस्तेमाल कैसे करते हैं?
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उत्तर:
हमारे मानव जीवन में संख्याओं का महत्वपूर्ण स्थान है। हमारा हर काम इनके उपयोग से ही होता है। दैनिक जीवन में आवश्यक चीज़ खरीदने, पायी सेवा का मूल्य अदा करने, हिसाबों में, पैसे देने, इस तरह हर काम में इन संख्याओं को इस्तेमाल करते हैं।

आ) 1.इन शब्दों पर ध्यान दीजिए। हिंसा अहिंसा, चेत – सचेत, रक्षा – सुरक्षा, उपस्थित – अनुपस्थित इस तरह किसी मूल शब्द के पूर्व में कोई शब्दांश जुड़कर मूल शब्द के अर्थ में परिवर्तन या विशेषता लाता है तो उसे उपसर्ग कहते हैं। अहिंसा में अ, सचेत में स, सुरक्षा में सु, अनुपस्थित में अन् उपसर्ग हैं। अब नीचे दिये गये शब्दों को समझकर उपसर्ग पहचानिए।
अपमान लापरवाह परदेश विदेश
उत्तर:
अप, ला, पर, वि।

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2. इन शब्दों पर ध्यान दीजिए।
स्वतंत्र – स्वतंत्रता, भारत – भारतीय, इतिहास – ऐतिहासिक, ईमान – ईमानदार, दूध – दूधवाला, साहस – साहसी
इस तरह मूल शब्द के अंत में कोई शब्दांश या वर्ण जुड़कर परिवर्तन लाता है तो उसे प्रत्यय कहते हैं। स्वतंत्रता में ता, भारतीय में ईय, ऐतिहासिक में इक, ईमानदार में दार, दूधवाला में वाला, साहसी में ई प्रत्यय हैं। अब नीचे दिये गये शब्दों को समझकर प्रत्यय पहचानिए।
धनी सामाजिक मानवता प्रशंसनीय
उत्तर:
ई, इक, ता, ईय।

परियोजना कार्य

जल संरक्षण के उपाय के विषय में दिये जानेवाले विज्ञापनों का संग्रह कीजिए ।
उत्तर:
भूमि पर रहनेवाले प्राणि मात्र के लिए जल अत्यंत आवश्यक है। ऐसे मूल्यवान पानी का संरक्षण करके धरती को सदा समृद्ध रखना हर मानव का प्रमुख कर्तव्य है। इस बृहत कार्य के लिए दिये जानेवाले विज्ञापन कुछ इस प्रकार हैं।

1) समझदार बनो – जल संरक्षण करो।
2) जल संरक्षण करो – मानवता की प्रतिमूर्ति बनो।
3) जल अमूल्य धन है – इसका सदुपयोग ही मानव धर्म है।
4) जल की बचत करेंगे – अवनि को भरपूर रखेंगे।
5) जल का मूल्य जान लो- प्राणिमात्र की सेवा करो।

जागो ग्राहक जागो! Summary in English

One who consumes any thing or service is called a consumer. Every year Consumers’ Day is celebrated on 15th March. Through this, the consumers are made aware and they will be cautions while purchasing things.

We should be careful about adultarated goods. Some shopkeepers take more price than its real price and they swindle the consumers in weighing. The consumers incur loss by this. In such cases, one should lodge a complaint with Consumer’s Forum.

It is quite necessary for every customer to take bills or receipts for the purchased things and articles etc. The customer should read the details given on the packets carefully. We should purchase only the things with Agmark or ISI mark.

It is every customer’s duty and right to become aware about his safety, suggestions, selection of things, getting compensation in case of loss and knowing his rights.

जागो ग्राहक जागो! Summary in Telugu

ఏదేని వస్తువు లేదా సేవలను వినియోగించుకునేవాడిని వినియోగదారుడు అంటారు. ప్రతి సంవత్సరం 15 మార్చిన వినియోగదారుల దినోత్సవం జరుపబడుతుంది. దీని ద్వారా వినియోగదారులకు వస్తువు కొనేటప్పుడు జాగ్రత్తగా ఉండాలనే అవగాహనను కల్పించడం జరుగుతుంది.

మనము కలీ వస్తువులపై జాగరూకులమై ఉండాలి. కొంతమంది దుకాణదారులు వస్తువుపై ఉన్న ధర కంటే ఎక్కువ ధరను తీసుకుంటారు. తక్కువ తూస్తారు. వీటివల్ల వినియోగదారులకు నష్టం కలుగుతుంది. ఇలాంటప్పుడు మనం “వినియోగదారుల ఫోరమ్”లో ఫిర్యాదు చేయాలి.

ప్రతి ఒక్క వినియోగదారుడు వస్తువు, సామగ్రి లేదా వర్తక సామగ్రి యొక్క రశీదు తీసుకోవడం తప్పనిసరి. వస్తువు ప్యాకెట్ పై రాయబడిన వివరణ జాగ్రత్తగా చదవాలి. అగ్ మార్క్ లేదా ఐ.ఎస్.ఐ. గుర్తు గల వస్తువులను మాత్రమే కొసాలి.

సురక్ష, సూచన, వస్తువు ఎన్నిక, సౌలభ్యం లభించనప్పుడు ఫిర్యాదు – నష్టపరిహారం ఇంకా అధికారుల పట్ల జాగరూకత కలిగి ఉండటం వినియోగదారుని కర్తవ్యము, అధికారము.

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर छह या आठ पंक्तियों में लिखिए।

उपभोक्ता दिवस के बारे में आप क्या जानते हैं? एक उपभोक्ता को किन – किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर:
हमारे भारत देश में 24 दिसंबर राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। सन् 1986 में इसी दिन उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम विधायक पारित हुआ था। इसके बाद इस अधिनियम में 1991 तथा 1993 में संशोधन किये गये। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम को अधिकाधिक कार्यरत और प्रयोजन पूर्ण बनाने के लिए दिसंबर 2002 में एक व्यापक संशोधन लाया गया | और 15 मार्च, 2003 से लागू किया गया। परिणाम स्वरूप उपभोक्ता संरक्षण नियम, 1987 में भी संशोधन किया गया और मार्च 2005 को अधिसूचित किया गया था।

भारत सरकार ने 24 दिसंबर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस घोषित किया है। क्योंकि भारत के राष्ट्रपति महोदय ने इसी दिन ऐतिहासिक उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के अधिनियम को स्वीकारा था। इसके अतिरिक्त 15 मार्च को प्रत्येक वर्ष विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारतीय ग्राहक आंदोलन के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। भारत देश में यह दिवस पहली बार वर्ष 2000 में मनाया गया । और आगे भी प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। सचमुच यह दिवस याद रखने योग्य है।

हर एक मानव समाज में उपभोक्ता ही है। कभी भी किसी भी हालत में उसकी हानि नहीं होनी चाहिए। इसके लिए उपभोक्ता को निम्न दी गयी बातों पर ध्यान देना या रखना चाहिए।

  • वस्तु कब की बनी है, तथा उसके खराब होने की अवधि क्या है?
  • वस्तु के निर्माता का पता और कम्पनी का नाम साफ़-साफ़ लिखा है या नहीं?
  • वस्तु का वज़न, क़ीमत एवं बनाने की तारीख आदि लिखी हैं अथवा नहीं?
  • क्या वस्तु पर आई.एस.आई लिखा गया है और उसके नम्बर स्पष्ट पढने लायक हैं या नहीं?
  • वस्तु की पैकिंग आदि सही तथा सील ठीक है या नहीं?
  • विक्रेता उसे खरीदने पर रसीद देने को तैयार है अथवा नही?
  • ध्यान रहे कि चुकाई गई क़ीमत की रसीद लेना उपभोक्ता/ ग्राहक का अधिकार है।

यदि उपभोक्ता उक्त बातों को ध्यान में रखकर कोई चीज़ खरीदता है तो उसे साधारणतः परेशान नहीं होना पडता।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 12 जागो ग्राहक जागो!

1. दुकानदार ज्यादा मूल्य लेते हैं। (रेखांकित शब्द प्रत्यय पहचानिए।)
A) र
B) दार
C) आर
D) दर
उत्तर:
B) दार

2. अखबार के साथ पीला कागज आया है। (विशेषण शब्द पहचानिए।)
A) अखबार
B) कागज
C) के साथ
D) पीला
उत्तर:
D) पीला

3. गिद्ध लुप्त होते जा रहे हैं। रेखांकित शब्द का अर्थ पहचानिए|
A) शिकारी
B) आसक्त में
C) अदृश्य
D) उडान
उत्तर:
C) अदृश्य

4. उपभोक्ता को असुरक्षित वस्तु अथवा सेवा से सुरक्षित रहने का अधिकार है। रेखांकित शब्द में उपसर्ग पहचानिए|
A) असु
B) असुर
C) अ
D) त
उत्तर:
C) अ

5. जिला प्रशासन ने परचे बाँटे हैं। (रेखांकित शब्द में उपसर्ग पहचानिए।)
A) प्रशा
B) प्र
C) सन
D) न
उत्तर:
B) प्र

अर्थग्राहयता -प्रतिक्रिया

पठित – गद्यांश

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. जागरूक उपभोक्ता वह है जो सामान खरीदते या सेवा प्राप्त करते समय रसीद या बिल लें। वस्तुओं के पैकेट पर लिखे विवरण ध्यान से पढ़ें। हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आई. एस. आई. या एग मार्क अंकित वस्तुओं का चुनाव करें। ये मार्क सरकार द्वारा प्रामाणित होते हैं। ये चिह्न सरकार द्वारा जाँची परखी वस्तुओं पर ही लगाते हैं।
प्रश्न :
1. जागरूक उपभोक्ता कौन है?
उत्तर:
जागरूक उपभोक्ता वह है जो सामान खरीदते या प्राप्त करते समय रसीद या बिल ले।

2. किसे ध्यान से पढ़ना चाहिए?
उत्तर:
वस्तुओं के पैकेट पर लिखे विवरण ध्यान से पढ़ना चाहिए।

3. हमें क्या ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तर:
हमें यह ध्यान रखने चाहिए कि आई.यस.आई या एग मार्क अंकित वस्तुओं का चुनाव करें।

4. सरकार के द्वारा प्रामाणित मार्क क्या है?
उत्तर:
सरकार के द्वारा प्रामाणित मार्क हैं – आई. एस. आई या एग मार्क।

5. उपर्युक्त गद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त गद्यांश ‘जागो ग्राहक जागो’ पाठ से लिया गया है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 12 जागो ग्राहक जागो!

2. यह तो उपभोक्ताओं के लिए संदेश है। आज 15 मार्च है, उपभोक्ता दिवस है। जिला प्रशासन ने ये परचे छपवाकर बाँटे हैं। इनसे उपभोक्ताओं को सचेत किया गया है कि वे सामान खरीदते समय सावधानी रखें।
प्रश्न :
1. यह किनके लिए संदेश है?
उत्तर:
यह उपभोक्ताओं के लिए संदेश है।

2. परचे छपवाकर किसने बाँटे हैं?
उत्तर:
जिला प्रशासन ने परचे छपवाकर बाँटे हैं।

3. परचों से किन्हें सचेत किया गया है?
उत्तर:
परचों से उपभोक्ताओं को सचेत किया गया है।

4. उपभोक्ता दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर:
15 मार्च को उपभोक्ता दिवस मनाया जाता है।

5. उपभोक्ताओं को क्या सचेत किया गया है?
उत्तर:
उपभोक्ताओं को सचेत किया गया है कि वे सामान खरीदते समय सावधानी रखें।

अपठित – गद्यांश

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्प से कीजिए।

1. श्री एम. विश्वेश्वरय्या का जन्म 15 सितंबर 1861 को मैसूर राज्य के मुद्दनहल्ली नामक गाँव में हुआ। इनके पिता श्रीनिवास शास्त्री एवं माता वेंकटम्मा थे। उनके पिता वैद्य थे। बालक विश्वेश्वरय्या पढ़ने – लिखने में बड़े तेज़ थे। सत्रह वर्ष की उम्र में उन्होंने बेंगलूर सेंट्रल कॉलेज में बी.ए. पास किया। इसके बाद उनकी इंजिनीयरिंग की पढ़ाई पूना में हुई। इस परीक्षा में वे सर्वप्रथम निकले।
प्रश्न :
1. श्री एम. विश्वेश्वरय्या के पिता का नाम क्या था?
A) वेंकटय्या
B) श्रीनिवासशास्त्री
C) रामय्या
D) गोपय्या अवधानी
उत्तर:
B) श्रीनिवासशास्त्री

2. विश्वेश्वरय्या की इंजनीयरिंग पढाई कहाँ हुई?
A) पूना में
B) मैसूर में
C) कोलकत्ता में
D) मुंबई में
उत्तर:
A) पूना में

3. विश्वेश्वरय्या का जन्म कब हुआ?
A) 1961 को
B) 1971 को
C) 1861 को
D) 1868 को
उत्तर:
C) 1861 को

4. श्री विश्वेश्वरय्या के पिता कौन थे?
A) वैद्य
B) पुजारी
C) अध्यापक
D) वकील
उत्तर:
A) वैद्य

5. श्री एम. विश्वेश्वरय्या का जन्म कहाँ हुआ?
A) तिरुचनापल्ली में
B) मुदहमपल्ली में
C) बल्लारि में
D) मुद्दनहल्ली में
उत्तर:
D) मुद्दनहल्ली में

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2. दक्षिण भारत में क़रीब – क़रीब सब जगहों में नारियल होते हैं। नारियल के पेड़ लगाने के लिए मध्यम आयु के पेड़ के फलों को काटकर लाते हैं। काटने के एक महीने के बाद उनको ज़मीन में गाड़ देते हैं। जब वे आठ नौ महीनों के पौधे हो जाते हैं, तब उनको उठाकर दूसरी जगहों पर गाड़ देते हैं । मछलियों की खाद से उनके पौधे बहुत बढ़ सकते हैं। अगर अच्छी खाद दी जाए, तो नारियल का पेड़ पाँच – छ: वर्षों में ही फल देने लगता है। नारियल के पेड़ वर्ष में तीन – चार बार या इससे अधिक बार भी फल देते हैं।
प्रश्न :
1. नारियल के पेड़ वर्ष में कितने बार फल देते हैं?
A) एक – दो
B) दो – तीन
C) तीन – चार
D) छ: – सात
उत्तर:
C) तीन – चार

2. नारियल के पेड़ लगाने किस आयु के पेड़ के फलों को काट कर लाते हैं?
A) मध्यम
B) तीस वर्ष
C) चालीस वर्ष
D) पचास वर्ष
उत्तर:
A) मध्यम

3. नारियल के पेड़ किस खाद से बहुत बढ़ सकते हैं?
A) मच्छरों
B) मछलियों
C) गाय के गोबर
D) इन सब से
उत्तर:
B) मछलियों

4. भारत देश के इस प्रांत में करीब – करीब सब जगहों में नारियल के पेड़ होते हैं
A) उत्तर
B) पश्चिम
C) दक्षिण
D) पूरब
उत्तर:
C) दक्षिण

5. अगर अच्छी खाद दी जाए तो नारियल के पेड़ कितने वर्षों में फल देने लगता है?
A) 5 – 6
B) 7 – 8
C) 9 – 10
D) 3 – 4
उत्तर:
A) 5 – 6

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3. देश को स्वाधीनता मिल जाने से यह नहीं समझना चाहिए कि अब देशभक्ति की आवश्यकता नहीं रही या अब देशभक्तों के करने के लिए कुछ कार्य शेष नहीं हैं।
वस्तुत:
ऐसा समय कभी नहीं आ सकता, जब कि देशभक्त को करने के लिए कुछ शेष न रहे। क्योंकि देशभक्ति का कार्य केवल विदेशी शासन या आक्रमण के विरुद्ध लड़ना ही नहीं है, अपितु देश की दशा सुधारने के लिए अशिक्षा, गरीबी और सामाजिक विषमता के विरुद्ध लड़ना भी है। सभी देशों में सदा कुछ न कुछ त्रुटियाँ और अभाव अवश्य होते हैं, जिन्हें दूर करने के लिए देशभक्त कार्य कर सकता है।
प्रश्न :
1. देश की दशा सुधारने के लिए किसके विरुद्ध लडना है?
A) गरीब और सामाजिक विषमता के विरुद्ध
B) जाति – पाँति के विरुद्ध
C) हिंसा के विरुद्ध
D) इन सबके विरुद्ध
उत्तर:
A) गरीब और सामाजिक विषमता के विरुद्ध

2. देश को स्वाधीनता मिल जाने से क्या नहीं समझना चाहिए?
A) आंदोलन चलाने की आवश्यकता नहीं
B) देश भक्ति की आवश्यकता नहीं
C) विद्रोह करने की आवश्यकता नहीं
D) ये सब
उत्तर:
B) देश भक्ति की आवश्यकता नहीं

3. अशिक्षा, गरीबी और सामाजिक विषमता के विरुद्ध लड़ना किसका कार्य है?
A) सैनिकों का
B) वैमानिक दलों का
C) देश भक्त का
D) इन सबका
उत्तर:
B) वैमानिक दलों का

4. देश भक्त किन्हें दूर करने के लिए कार्य करता है?
A) त्रुटियाँ एवं अभाव
B) आंदोलन
C) क्रांति
D) हिंसा
उत्तर:
C) क्रांति

5. उपर्युक्त अनुच्छेद के लिए उपयुक्त शीर्षक चुनिए।
A) देश की स्वाधीनता
B) देश भक्त का कार्य
C) देश प्रेम
D) देश द्रोह
उत्तर:
B) देश भक्त का कार्य

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4. गौरी ने प्रेम से अपने पति की ओर देखा। पति की आँखों से आँसू बह रहे थे। अब गौरी को भी अपनी गलतियाँ महसूस हुई और रोते हुए अपने पति से माफी मांगने लगी। अब उनका घर स्वर्ग बन गया। मौन धारण मनुष्य के हृदय में परिवर्तन लाता है। हृदय परिवर्तन नरक को स्वर्ग बनाता है। हाँ, मौन से बढ़कर कोई मंत्र नहीं है।
प्रश्न :
1. गौरी ने प्रेम से किसकी और देखा?
A) अपने पति की ओर
B) अपनी माँ की ओर
C) अपने पिता की ओर
D) इन सबकी ओर
उत्तर:
A) अपने पति की ओर

2. इसकी आँखों से आँसू बह रहे थे
A) पिता की
B) माता की
C) दादी की
D) पति की
उत्तर:
D) पति की

3. हृदय परिवर्तन नरक को क्या बनाता है?
A) स्वर्ग
B) दुखद
C) चैन
D) बेचैन
C) तंत्र
उत्तर:
A) स्वर्ग

4. इससे बढ़कर कोई मंत्र नहीं है
A) वाचन
B) मौन
C) तंत्र
D) यंत्र
उत्तर:
B) मौन

5. इन्होंने रोते हुए अपनी पति से माफियाँ माँगने लगी?
A) माता
B) पिता
C) पत्नी गौरी
D) यशोदा
उत्तर:
C) पत्नी गौरी

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 12 जागो ग्राहक जागो!

5. एक दिन की बात है। रामदास अपने कमरे में आराम कर रहा था कि इतने में दो तीन ग्वाले दौड़ते हुए उसके पास आये और कहा – “टीले की बाई ओर, नाले के पास की झड़ियों में बाघ छिपा हुआ है। रामदास ने तुरंत बंदूक थाम ली और कारतूस लेकर टीले की ओर चल पड़ा। रामदास ने देखा कि झाड़ियों में बाघ छिपा हुआ है। तुरंत रामदास ने उस पर गोली चलायी। गोली बाघ के माथे पर जा लगी, वह चित गिर पड़ा और उसी समय यह मर गया।
प्रश्न :
1. बाघ कहाँ छिपा हुआ है?
A) नदी में
B) झाड़ियों में
C) गुफ़ा में
D) कमरे में
उत्तर:
B) झाड़ियों में

2. अपने कमरे में कौन लेटे आराम कर रहे हैं?
A) बाघ
B) ग्वाला
C) रामदास
D) प्रेमदास
उत्तर:
C) रामदास

3. गोली कहाँ जा लगी?
A) बाघ के माथे पर
B) बाघ के पेट में
C) बाघ के पीठ में
D) बाघ के मुख पर
उत्तर:
A) बाघ के माथे पर

4. कितने ग्वाले दौडते हुए रामदास के पास आये?
A) दो
B) तीन
C) चार
D) दो – तीन
उत्तर:
D) दो – तीन

5. उपर्युक्त अनुच्छेद में बाघ को मारने वाले कौन थे?
A) रामदास
B) किशोरदास
C) श्यामदास
D) ये सब
उत्तर:
A) रामदास

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

9th Class Hindi Chapter 11 सुनीता विलियम्स Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 55)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स 1
प्रश्न 1.
चित्र में क्या दिखायी दे रहा है?
उत्तर:
यह अंतरिक्ष परिशोधना केंद्र है। यहाँ रॉकेट (अंतरिक्ष यान) को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी हो रही है। चित्र में रॉकेट भेजने के उपयोग में आनेवाले यंत्र दिखाई दे रहा हैं।

प्रश्न 2.
अंतरिक्ष किसे कहते हैं ? वहाँ कैसे पहुँच सकते हैं?
उत्तर:
वह स्थान जो भूमि से बहुत पार है और वहाँ भूमि की आकर्षण शक्ति का कोई भी प्रभाव नहीं होता और जहाँ ग्रह सूरज की परिक्रमा करते रहते हैं उस स्थान को अंतरिक्ष कहते हैं । वहाँ रॉकेटों के द्वारा हम पहुँच सकते हैं।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

प्रश्न 3.
इस चित्र से हमें क्या संदेश मिलता है?
उत्तर:
इस चित्र से हमें यह संदेश मिलता है कि “यह रॉकेट ही नहीं, मानव प्रयासों का साकार रूप भी है जिस के निर्माण में कई वैज्ञानिकों की बौद्धिक क्षमताएँ छिपी हैं।

अर्थव्राह्यता-प्रतिक्रिया

अ) नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर सोचकर बताइए ।

प्रश्न 1.
अंतरिक्ष के बारे में बताइए ।
उत्तर:
अंतरिक्ष वह स्थान है जहाँ भूमि की आकर्षण शक्ति नहीं होती और शून्य ही दिखता है। अंतरिक्ष में सूरज को घेरे लेकर ग्रह तथा उपग्रह एक कक्षा में घूमते रहते हैं ।

प्रश्न 2.
अंतरिक्ष यान के बारे में बताइए।
उत्तर:
अंतरिक्ष में या आकाश में (व्योम) जाने के काम आनेवाले यान को अंतरिक्ष यान कहते हैं। ये अंतरिक्ष यान अनेक उपयोगी कामों के लिए प्रक्षेपण किये जाते हैं। वैज्ञानिकों के अनवरत प्रयत्नों से ये यान बनते हैं। ये अंतरिक्ष यान कतिपय विषयों की जानकारी पहुँचाने बहुत उपयोगी हैं। इनसे कुछ मुख्य लाभ ये हैं – किसी दूसरे ग्रह पर जाने के लिए, संचार करने और धरती की निरीक्षण करने के लिए, मौसम संबन्धी जानकारी के लिए, अंतरिक्ष यात्रा और चन्द्रमा की यात्रा के लिए।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

प्रश्न 3.
कुछ अंतरिक्ष यात्रियों के नाम बताइए।
उत्तर:
आरंभ से ही मानव अंतरिक्ष के बारे में जानने की कोशिश में रहा है। इसी आशय की सिद्धि के लिए समय – समय पर अनेक यान अंतरिक्ष में भेजे गये हैं। उन यानों में अंतरिक्ष यात्री (एस्ट्रोनाट्स) जाते हैं। उनमें बज एलड्रिन, नील आर्मस्ट्रांग, राकेश शर्मा, यूरी गगारिन, कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स आदि प्रमुख हैं।

आ) नीचे दी गयी पंक्तियाँ पूरी कीजिए ।

1. जब मैं पाँच वर्ष की थी ……………….. चलते हुए देखा ।
उत्तर:
तो मैं ने नील आर्मस्ट्राँग को चंद्रमा पर पहला कदम रखते और

2. हर भारतीय अपनी …………………. कर रहा है ।
उत्तर:
प्रार्थनाओं में मेरी सफ़लता की कामना ।

3. उसी दिन लगा कि हर जीत ……………………….. प्रेरणा होती है |
उत्तर:
के पीछे हार की

इ) अनुच्छेद पढिए । अनुच्छेद से संबंधित तीन प्रश्न बनाइए ।
प्राचीन समय में मनुष्य गुफ़ाओं, जंगलों व पहाड़ों में रहा करता था । तब वह अपने आप में अकेला था । धीरे-धीरे उसे आभास हुआ कि समुदाय या समाज में रहने वाला सुखी जीवन व्यतीत करता है। यहीं से उसने समाज की रचना की और सामाजिक प्राणी कहलाने लगा । यह सब एकदूसरे के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान से ही संभव हो सका है । सूचना को समाज के विकास का
मूल स्रोत कहा जा सकता है ।
उत्तर:

  1. प्राचीन समय में मनुष्य कहाँ रहा करता था?
  2. कब से मनुष्य सामाजिक प्राणी कहलाने लगा?
  3. समाज के विकास का मूल स्रोत किसे कहते हैं?

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

अ) इन प्रश्नों के उत्तर लिरिवए ।

प्रश्न 1.
भारत को प्रतिभावानों का देश क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
भारत में कई प्रतिभावानों का जन्म हुआ हैं।

जैसे :
आर्यभट्, सी.वी.रामन, जे.सी.बोस, अब्दुल कलाम, टेसी थॉमस और सुनीता विलियम्स आदि। यहाँ के गाँव – गाँव में भी प्रतिभाशाली बच्चे हैं। यहाँ की लडकियाँ भी विशेष प्रतिभा रखती हैं। इसलिए भारत को प्रतिभावानों का देश कहा गया।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

प्रश्न 2.
सुनीता विलियम्स ने ऐसा क्यों कहा कि हर जीत के पीछे हार की प्रेरणा होती है? ।
उत्तर:
स्नातक की पढ़ाई के बाद सुनीता विलियम्स के भाई ने नेवी में भर्ती हुए। इससे सुनीता विलियम्स को भी प्रेरणा मिली। वह भी नेवी में चयन हो गया। उसकी दृष्टि सटीक होने के कारण उन्हें पायलट की नौकरी मिल गयी। वह जट पायलट बनना चाहती थी। किंतु उनकी इच्छा पूरी नहीं हुई। उन्हें हेलीकॉप्टर पायलट से ही संतोष करना पडा। यहाँ पर उन्होंने बहुत कुछ सीखा। आप कई बार विफ़ल भी हुई। बाद में वे अंतरिक्ष यात्री बनी। इसीलिए सुनीता विलियम्स ने ऐसा कहा कि हर जीत के पीछे हार की प्रेरणा होती है।

प्रश्न 3.
सुनीता विलियम्स से क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर:
सुनीता विलियम्स से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि जितना भी कठिन काम होने पर भी यदि उसमें रुचि है तो मेहनत, लगन, समझदारी के साथ हम अपने मनपसंद कार्य क्षेत्र में प्रवेश करके अपनी इच्छा पूर्ति कर
सकेंगे। दुनिया के आगे हम अपनी प्रतिभा को दिखा सकेंगे। विजय पायेंगे।

आ) “सुनीता विलियम्स” पाठ का सारांश अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
सुनीता विलियम्स – सारांश
सुनीता “अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र” पर क़दम रखने वाली पहली भारतीय महिला है । सुनीता ने किसी भी महिला द्वारा अंतरिक्ष में सबसे ज़्यादा लंबा समय बिताने (195 दिन) व अंतरिक्ष में चलने का रिकॉर्ड भी बनाया है।

इसके साथ-साथ अंतरिक्ष प्रयोगशाला में ऐसे कई परीक्षण भी किए, जो भावी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए लाभदायक सिद्ध होंगे । सुनीता ने इस साहसी अभियान में रुचि दिखाकर यह प्रमाणित कर दिया कि महिलाएं भी पुरुषों से किसी भी तरह कम नहीं, वे बड़े से बड़े लक्ष्य को साकार करने का साहस रखती हैं।

सुनीता विलियम्स जब पाँच वर्ष की थी तब उसने नील आर्मस्ट्राँग को चंद्रमा पर पहला कदम रखते और चलते हुए देखा था । वह इस दृश्य से प्रभावित होकर उसी दिन ठान ली कि अंतरिक्ष यात्री बनें।

उन्होंने हेलीकॉप्टर के पायलट रूप में अपना पेशा आरंभ किया । वे एक बार जॉनसन अंतरिक्ष केंद्र पहुँची। वहाँ जॉन यंग ने हेलिकॉप्टर और अंतरिक्ष यान की तुलना की । यह तुलना प्रेरणात्मक थी । बाद में वह इस क्षेत्र में विजय पायी ।

सुनीता जी का लालन-पालन बॉस्टन में हुआ । उनके पिता एक डॉक्टर हैं । स्नातक की पढ़ाई के बाद सुनीता के भाई को नेवी में भर्ती किया गया । इससे भी सुनीता को प्रेरणा मिली । पसंद न होते हुए भी उन्हें नेवी में ही भर्ती होना पड़ा ।

बाद में उन्हें हेलीकॉप्टर पायलट की नौकरी मिल गयी | बाद में जॉन यंग से प्रेरित होकर अंतरिक्ष यात्री बनी । वह भारत संतति की अंतरिक्ष यात्री है । इस पर हमें बडा गर्व है ।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

इ) यदि आप सुनीता विलियम्स का साक्षात्कार लेते तो क्या प्रश्न पूछते? लिखिए।
उत्तर:
शांतिकामुक पवित्र भारत देश की विख्यात अंतरिक्ष यात्री है सुनीता विलियम्स। एक साधारण स्त्री होकर भी उसने लगन और श्रद्धा से अपनी महत्वाकांक्षा की पूर्ति कर ली। ऐसी सफल और प्रतिभाशाली अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का साक्षात्कार लेने का सौभाग्य मिला तो मैं अपने को धन्य मान लेता। उस आदरणीय महिला से मैं ये प्रश्न पूछता –

  • आप एक सफल अंतरिक्ष यात्री बन सकी, इस महान कार्य को संपन्न करने में आपके परिवारवालों ने किस प्रकार का सहयोग दिया? बताइए।
  • अंतरिक्ष यात्री बनने आपने किस प्रकार के शोध किये, उनका परिचय दीजिए।
  • जॉन यंग ने आपको किस प्रकार का योगदान दिया?
  • भावी अंतरिक्ष यात्रियों को आपसे मिलनेवाला सहयोग क्या है?
  • भविष्य में आपसे होनेवाले महान कार्य क्या – क्या हैं?

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

ई) सुनीता विलियम्स की सफलताओं के लिए एक बधाई संदेश तैयार कीजिएं।
उत्तर:
भारत की लाडली और सफल अंतरिक्ष यात्री सुनीता आपको हमारी हार्दिक बधाइयाँ। आज आपने यह साबित किया है कि स्त्रियाँ भी बहुत प्रभावशाली हैं और किसी भी विषय में पुरुषों से कम नहीं है। श्रद्धा और लगन से हर काम संभव कर सकते हैं। असफलता से न डरते, धीरज से आगे बढना ही महान गुण है। अथक परिश्रम ही सफलता का मूलमंत्र है।

एक साधारण पढी – लिखी स्त्री (नारी) भी लगन और श्रद्धा से मन चाही लक्ष्य प्राप्त कर सकती है। इसका सच्चा प्रमाण ही तुम्हारा जीवन है। मानव कल्याण और विश्वशांति की सिद्धि के लिए किये गये तुम्हारे प्रयत्न सदा सराहनीय हैं। मानवता की प्रतिमूर्ति, सहृदयी सुनीता तुम्हारा जन्म सार्थक हुआ है। तुम्हारा जीवन. हम सबके लिए प्रेरणा – स्त्रोत बने। भारत की हर लाडली तुम्हारे जीवन से प्रेरणा पाकर महान चरित्रवान बने। तुम्हारा नाम और यश धरती पर सदा अमर रहे। महत्वाकांक्षी तुम्हारा भावी जीवन, सुखदायी और मंगलमय हो। परमात्मा सदा तुम्हें सुखी रखे।

भाषा की बात

अ) वाक्य पढ़िए । क्रियाओं पर ध्यान दीजिए ।
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परियोजना कार्य

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा अंतरिक्ष में भेजे गये उपग्रहों की जानकारी इकट्ठा कीजिए | किसी एक उपग्रह के बारे में लिखिए ।
उत्तर:
भारत भी अंतरिक्ष में कदम बढ़ाने का श्रीगणेश सन् 1972 ई.वीं में की । इसी साल अंतरिक्ष विभाग तथा अंतरिक्ष आयोग की स्थापना की गई।

स्पेस अप्लिकेशन सेंटर (अहमदाबाद), विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, (तिरुवनंतपुरम), श्रीहरिकोटा, रैज (आंध्र प्रदेश), फ़िज़िकल रीसर्च लेबोरेटरी (अहमदाबाद) आदि में अंतरिक्ष आविष्कारों से संबंधित केंद्र खुले गये ।

अंतरिक्ष अनुसंधान में भारत का योगदान :

1. आर्य भट्ट – 1975 ई.वी. (19 अप्रैल, 1975)
2. भास्कर-1 – 1979 (07 जून, 1979)
3. रोहिणी-1 – 1980 (19 जुलाई, 1980)
4. इन्सेट (इंडियन नेशनल सैटिल्लैट) – 1981
5. रोहिणी आर.एस.डी 2 – 1981 (31 मई, 198A)
6. एप्पल – 1981 (19 जून, 198A)
7. इन्सेट 1-ए – 1982 (10 अप्रैल, 198B)
8. रोहिणी-डी-2 – 1983 (17 अप्रैल, 198C)
9. इन्सेट -1बी – 1983 (30 अगस्त, 198C)
10. ए.एस.एल.वी. – 1987 (24 मार्च, 1987)
11. आई.आर.एस – 1ए – 1988 (17 मार्च, 1988)
12. इन्सेट -1सी – 1988 (21 जुलाई, 1988)
13. आई.आर.एस.1बी – 1991 (29 अगस्त, 199A)
14. इन्सेट – 1डी – 1990 (17 जुलाई, 1990)
15. ए.एस.एल.वी.डी-3 – 1992 (20 मई, 199B)
16. इन्सेट – 2 ए – 1992 (10 जुलाई, 199B)
17. इन्सेट-2 बी – 1993 (23 जुलाई, 199C)
18. पी.एस.एल.वी.डी -1 – 1993 (20 सितंबर, 199C)
19. पी.एस.एल.वी.डी – 2 – 1994 (15 अक्तूबर, 199D)
20. इन्सेट – 2 सी – 1995 (07 दिसंबर, 1995)
21. ऐ.आर.एस – 1सी – 1995 (28 दिसंबर, 1995)
22. ऐ.आर.एस.पी.3 – 1996 (21 मार्च, 1996)
23. इन्सेट-2डी – 1997 (04 जून, 1997) |
24. ऐ.आर.एस. – 1डी – 1997 (29 सितंबर, 1997)
25. इन्सेट – 2ई – 1999 (03 अप्रैल, 1999)
26. आई.आर.एस.पी.-4 – 1999 (26 मई, 1999)
27. इन्सेट-3 बी – 2000 (22 मार्च, 2000)
28. जी सैट – 2001 (18 अप्रैल, 200A)
29. इन्सेट – 3सी – 2002 (24 जनवरी, 200B)
30. मेटसेट – 2002 (12 सितंबर, 200B)
31. इन्सेट-3 ए – 2003 (14 अप्रैल, 200C)
32. जी.एस.एल.वी – डी 2 – 2003 (08 मई, 200C)
33. इन्सेट – 3ई – 2003 (28 सितंबर, 200C)
34. रिसोर्स सैट-1 – 2003 (17 अक्तूबर, 200C)
35. रोहिणी 200 – 2003 (21 नवंबर, 200C)
36. एज्युसेट – 2004 (20 सितंबर, 200D)
37. एस्ट्रोसैट – 2004 (26 जुलाई, 200D)
38. कार्टो सैट 1 व हैम सेट – 2005 (05 मई, 2005)
39. इन्सेट-4 ए – 2005 (22 दिसंबर, 2005)
40. इन्सैट-4 सी – 2006 (10 जुलाई, 2006)
41. इन्सैट-4 बी – 2007 (12 मार्च, 2007)
42. पी.एस.एल.वी – सी 8 – 2007 (23 अप्रैल, 2007)
43. जी.एस.एल.वी – एफ़ 04 – 2007 (2 सितंबर, 2007)
44. पी.एस.एल.वी – सी 10 – 2008 (21 जनवरी, 2008)
45. पी.एस.एल.वी – सी 9 – 2008 (28 अप्रैल, 2008)
46. चंद्रयान 1 (PSLVC – 11 द्वारा) – 2008 (22 अक्तूबर, 2008)
47. रीसैट-2 & अनुसैट (PSLVC – 12 द्वारा) – 2009 (20 अप्रैल, 2009)
48. पी.एस.एल.वी.सी 14 – 2009 (23 सितंबर, 2009)
49. कार्टोशाट 2 बी – 2010 (12 जुलाई, 2010)
50. रीसोर्स सैट – 2011 (20 अप्रैल, 201A)
51. जी सैट – 8 – 2011 (21 मई, 201A)
52. जीसैट – 12 – 2011 (25 जुलाई, 201A)
53. मेघा ट्राफ़िक वेस्सेल सैट 1 – 2011 (12 अक्तूबर, 201A)
54. रीसैट 1 – 2012 (26 अप्रैल, 201B)

एज्यु सैट (Edusat)

भारत देश में दूरस्थ शिक्षा क्षेत्र की उन्नति
हेतु दूरस्थ शिक्षा के प्रसार एवं प्रचार में क्रांति
लाने 20 सितंबर, 2004 को श्रीहरिकोटा के
सतीष धावन अंतरिक्ष केंद्र से इस उपग्रह को
20 सितंबर, 2004 को अंतरिक्ष में भेजा गया ।
इसका भार 1950 कि.ग्रा है।
इससे देश भर में दूर शिक्षा प्रचार एवं प्रसार में तीव्रगति से उन्नति बढ़ेगी ।

सुनीता विलियम्स Summary in English

Sunita Williams is the first Indian-American astronaut to enter the International Space Station. She holds the record for the longest space flight (195 days) by a woman. She also holds the record for space-walking time for female astronauts. Besides, she conducted many expeditions in space lab for the benefit of future astronauts. She was all passionately interested in this venturesome field and proved that women are not less than men. She was an adventurous woman to make even big dreams true. Come, let’s know how she could do all these adventurous programmes.

Question :
There are lakhs of pilots and scientists in the world. But in America, there are at least a hundred astronauts. What led you to enter the space world?
Answer:
A very good question. When I was in V class, I saw Neil Armstrong stepping on the moon and walking on it for the first time. I got inspired from that incident and that very day I decided to become an astronaut. But it is not such an easy task. Till I went to Test Pilot School located in Meriland, my dream remained unfulfilled. I began my career as ship and helicopter pilot. Once I left for Johnson Space Centre on this job itself.

It is there I met John Young. He compared the helicopter with spaceship. That comparison was inspiring. Through research I found what one should do to become an astro
naut. I was trained on this field. I got a call to go into space. I say that I’m lucky because got this golden chance.

Question :
Today you are a successful astronaut. What is the significance of ‘Masachusetts’ town in your life? What sort of assistance did the local people render you?
Answer:
I had already told you that I was brought up and nourished near Boston. I would go there for swim. That are belonged to Harvard which is in Cambridge University. Therefore I spent most of my time there itself. My father is a doctor. He would teach in Harvard Medical School and Boston School. It was considered as a centre of education. As there are many education centres, my passion got proper recognition. This is the reason why I could appear before you. The people here too inspired me a lot.

Question :
Explain about your education.
Answer:
I was not good at studies. I was an ordinary student. I saw my brother’s joining Navy after his degree. I too got inspired. I joined Navy. As my eyesight was perfect, I got a pilot job. I wanted to become a jet pilot. But my wish was not fulfilled. I had to be content with only my helicopter pilot job. Here I learnt a lot. I failed many times too. By this I was not desperate but got inspiration. The same day I felt that there would be an inspiration of failure behind every success.

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

Question :
How did you become an astronaut from a helicopter pilot?
Answer:
For some reason I had to go to Test School. There I met John Young. He inspired me a lot. His role in achieving my dream to develop as an astronaut from an ordinary helicopter pilot is unforgettable.

Question :
Space travel includes many risks. even it is so, how did you get inspiration to fly in space?
Answer:
I have already told you. To become an astronaut is not such a simple thing. It’s natural that it includes risks. But the whole world looks at him/her if he/she is ready to fly in space. My father is an Indian. I’m an astronaut of Indian origin. Every Indian prays for my success. It is their prayers that enhance the adventurous nature in persons.

Question :
What is your message for the future citizens?
Answer:
India is a country with skilled persons. Here, there are talented children in every village. The Indian girls too are unusually talented. Everyone should be well educated and go forward. They should always hold the country’s name high.

सुनीता विलियम्स Summary in Telugu

సునీత అంతర్జాతీయ అంతరిక్ష కేంద్రంలో అడుగుపెట్టిన మొట్టమొదటి భారతీయ మహిళ, సునీత మహిళ ద్వారా అంతరిక్షంలో అందరికంటే ఎక్కువ సమయం (195 రోజులు) గడిపిన, అంతరిక్షంలో నడచిన రికార్డును సాధించినది. దీనికి తోడుగా అంతరిక్ష ప్రయోగశాలలో భావి అంతరిక్ష యాత్రికులకు లాభం కలిగే విధంగా ఎన్నో ప్రయోగాలు కూడా చేసినది. ఈ సాహసాలతో కూడిన కృత్యంలో అభిరుచి చూపి మహిళలు కూడా పురుషుల కంటే ఏ విధంగానూ తక్కువ కారని నిరూపించినది. ఆమె పెద్ద పెద్ద లక్ష్యాలను కూడా సాకారం చేయగల సాహసికురాలు. రండి ఆమెనే అడిగి తెలుసుకుందాం.

ఈ సాహస కృత్యాలను ఎలా చేసి చూపించిందో –

ప్రశ్న :
ప్రపంచంలో లక్షలకొలది పైలెట్లు, శాస్త్రవేత్తలు ఉన్నారు. కానీ అమెరికాలో చాలా కష్టంగా వందమంది అంతరీక్ష యాత్రీకులు ఉన్నారు. మిమ్మల్ని అంతరిక్ష ప్రపంచంలో అడుగు పెట్టుటకు పురికొల్పినది ఏమిటి?

జవాబు :
చాలా గొప్ప ప్రశ్న. నేను 5వ తరగతిలో ఉన్నప్పుడు నీల్ ఆర్మ్ స్ట్రాంగ్ చంద్రునిపై మొట్టమొదటిసారిగా అడుగుపెట్టడం, నడవడం చూశాను. నేను ఆ సన్నివేశం (దృశ్యం) నుండి ప్రేరణ పొంది అదే రోజు అంతరిక్ష యాత్రికురాలు కావాలని నిర్ణయించుకున్నాను. కానీ అది అంత తేలికైన పని కాదు. మేరీలాండ్ లోనున్న టెస్ట్ పైలెట్ స్కూల్ కు వెళ్ళే వరకు అంతరిక్ష యాత్రికురాలు కావాలన్న నా కల కలలానే ఉన్నది. నేను ఓడలు, హెలికాప్టర్ పైలెట్ గా నా వృత్తీని ప్రారంభించాను. ఈ పనీ మీదే నేనొకసారి జాన్సన్ అంతరిక్ష కేంద్రం వెళ్ళాను.

అక్కడే నేను జాన్ యంగ్ ను కలిశాను. ఆయన హెలికాప్టర్ ను, అంతరిక్ష నౌకను పోల్చెను. ఈ పోలిక ప్రేరణ కల్గించే విధంగా ఉన్నది. నేను పరిశోధన ద్వారా అంతరిక్ష యాత్రికులు కావడానికి ఏమి చేయాలో కనుగొన్నాను. నేను ఈ క్షేత్రంలో శిక్షణ పొందాను. అంతరిక్షంలో ఎగరడానికి నాకు పిలుపు వచ్చింది కూడా. నాకు నేను అదృష్టవంతురాలిగా చెప్పుకుంటాను. ఎందుకంటే నాకు ఈ బంగారం లాంటి అవకాశం లభించింది.

ప్రశ్న :
ఈ రోజు మీరు ఒక గొప్ప విజయవంతమైన అంతరిక్ష యాత్రికులు. మీ జీవితంలో “మసాచుసెట్స్” పట్టణ మహత్యమేమిటి ? అక్కడి ప్రజలు మీకు ఎలాంటి సహాయం చేశారు?

జవాబు :
నా పెంపకం, పోషణ బాస్టన్ కి దగ్గరగా జరిగిందని మీకు నేను చెప్పియున్నాను. నేను అక్కడికి ఈదుటకు (ఈత) వెళుతూ ఉండేదాన్ని. ఆ ప్రాంతం హార్వర్డ్ కు చెందినది. అది కేంబ్రిడ్జి క్షేత్రంలోనిది. అందువలన నేను నా సమయమంతా ఇక్కడే గడిపాను. మా నాన్నగారు డాక్టర్. ఆయన హార్వర్డ్ మెడికల్ స్కూల్లో మరియు బాస్టన్ విద్యాలయంలో చదువు చెప్పేవారు. ఈ క్షేత్రం విద్యకు కేంద్రంగా భావింపబడేది. ఇక్కడ ఎన్నో విద్యా కేంద్రాలు ఉండటం వలన నా అభిరుచికి తగిన గుర్తింపు లభించినది. అందువలననే నేను మీ ముందుకు వచ్చి కన్పిస్తున్నాను. దీనిలో ఇక్కడి ప్రజల ప్రేరణ కూడా ఇమిడియున్నది.

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

ప్రశ్న :
మీ చదువు (విద్యాభ్యాసం) గురించి వివరించండి.

జవాబు :
నేను చదువులో (విద్యాభ్యాసం) అంత శ్రేష్ఠురాలిని కాదు. సాధారణ విద్యార్థినిని. డిగ్రీ చదివిన తర్వాత సోదరుణ్ణి నేవీలో చేర్చడం చూశాను. నాకు కూడా ప్రేరణ కల్గినది. నాకు నా పొడవాటి జుట్టు (వెంట్రుకలు) పట్ల చాలా దిగులు ఉండేది.

నేను నా జుట్టు కత్తిరింపచేసుకుని నేవీలో చేరదలుచుకోలేదు. నేను నేవీలో చేరాను. నా దృష్టి బాగా ఉన్న కారణంగా నాకు పైలట్ ఉద్యోగం వచ్చింది. నేను జట్ పైలట్ కావాలని అనుకున్నా, కానీ నా కోరిక నెరవేరలేదు. నాకు హెలికాప్టర్ పైలట్ పదవితోనే సంతోషించవలసి వచ్చింది. ఇక్కడ నేనెంతో నేర్చుకున్నా. ఎన్నోసార్లు విఫలమయ్యాను కూడా. దీనివలన నేను నిరాశ చెందలేదు కానీ నాకు ప్రేరణ లభించింది. అదే రోజు నాకన్పించినది ప్రతి విజయం వెనుక ఓటమీతో లభించిన ప్రేరణ ఉంటుందనీ.

ప్రశ్న :
మీరు హెలికాప్టర్ పైలట్ నుండి అంతరిక్ష యాత్రికురాలు ఎలా అయ్యారు ?

జవాబు :
నేను ఏదో కారణంగా టెస్ట్ స్కూల్ కి వెళ్ళవలసి వచ్చినది. అప్పుడు అక్కడ నేను జాన్ యంగ్ ను కలిశాను. ఆయనే నన్ను ప్రేరేపించెను. ఒక సామాన్య హెలికాప్టర్ పైలట్ నుండి అంతరిక్ష యాత్రికురాలిగా ఎదగాలన్న కలలో ఆయన పాత్ర ఎప్పటికీ మరువలేనిది.

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ప్రశ్న :
అంతరిక్ష యాత్రికునికి అంతరిక్ష యాత్ర అనేది అనేక ప్రమాదాలతో జాగ్రత్తలతో) కూడుకుని వున్నది. ఇన్ని ప్రమాదాలలో (జాగ్రత్తలతో) కూడా మీకు అంతరిక్షంలోకి ఎగరాలన్న ప్రేరణ ఎలా లభించింది?

జవాబు :
నేను మీకు ముందే చెప్పాను. అంతరిక్ష యాత్రికురాలు అవడం అనేది అంత తేలికైన పని కాదని, ఎన్నో ప్రమాదాలతో కూడుకుని యుండడం స్వాభావికమే. కానీ ఎప్పుడైనా ఎవరైనా అంతరిక్ష యాత్రికు(డు)రాలు అంతరిక్షంలోకి ఎగరడానికి సిద్ధంగా ఉన్నప్పుడు యావత్ ప్రపంచం అతని (ఆమె) వైపు చూస్తుంది. మా తండ్రి భారతీయుడు. నేను భారత సంతతికి చెందిన అంతరిక్ష యాత్రికురాలిని. ప్రతి భారతీయుడు నేను విజయం పొందాలని తన ప్రార్థనలతో కోరుకుంటున్నాడు. ఈ ప్రార్థనలే వ్యక్తులలో ఉండే సాహసాన్ని రెట్టింపు చేసేవి.

ప్రశ్న :
భావి పౌరుల కోసం మీ సందేశమేమిటి ?

జవాబు :
భారతదేశం ప్రతిభావంతులు కల దేశం. ఇక్కడి గ్రామ – గ్రామాన ప్రతిభ కల్గిన పిల్లలున్నారు. ఇక్కడి బాలికలు కూడా విశేష ప్రతిభ కలవారే. అందరూ మంచి విద్యావంతులై ముందుకు నడవాలి. దేశం పేరును ఎల్లప్పుడూ ఉన్నతంగా నీలపాలి.

अर्थग्राहयता – प्रतिक्रिया

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए |

1. जैसा कि मैंने आपको बताया कि मेरा पालन – पोषण बॉस्टन के समीप हुआ । मैं जहाँ तैरने जाती | थी, वह प्रांत हार्वर्ड में पड़ता था। यह प्रांत कैंब्रिज क्षेत्र में है। इसलिए मैंने अपना बहुत सारा समय यही बिताया। मेरे पिता डॉक्टर है, वे हार्वर्ड मेडिकल स्कूल तथा बॉस्टन विश्वविद्यालय में पढ़ाते थे। यह क्षेत्र शिक्षा का गढ़ माना जाता है।
प्रश्न:
1. बॉस्टन के समीप किसका पालन – पोषण हुआ?
उत्तर:
बॉस्टन के समीप सुनीता विलियम्स का पालन पोषण हुआ।

2. सुनीता विलियम्स के पिता क्या काम करते थे?
उत्तर:
सुनीता विलियम्स के पिता डॉक्टर थे।

3. हार्वर्ड प्रांत किस क्षेत्र में है?
उत्तर:
हार्वर्ड प्रांत कैंब्रिज क्षेत्र में है।

4. सुनीता विलियम्स के पिता किस विश्वविद्यालय में पढ़ाते थे?
उत्तर:
सुनीता विलियम्स के पिता बॉस्टन विश्वविद्यालय में पढ़ाते थे।

5. यह गद्यांश किस पाठ से दिया गया है?
उत्तर:
यह गद्यांश सुनीता विलियम्स पाठ से दिया गया है।

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर नीचे दिये गये वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर दीजिए। सही विकल्प से संबंधित अक्षर चुनकर कोष्ठक में रखिए।

1. वर्ष 2014 के भारत रत्न पुरस्कार श्री मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत) एवं पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल | बिहारी वाजपेयी को देने की घोषणा की गयी। 25 दिसंबर 1861 को जन्मे मदन मोहन मालवीय भारत के असाधारण एवं श्रेष्ठ सपूत थे। मालवीय जी की अनेक उपलब्धियों में सबसे अधिक महत्वपूर्ण | बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की स्थापना थी। मालवीय जी ने बनारस के तत्कालीन महाराजा श्री प्रभु नारायण सिंह जी की मदद से सन् 1904 में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की स्थापना का प्रस्ताव किया।
प्रश्न:
1. वर्ष 2014 के भारत रत्न पुरस्कार किनको प्राप्त हुए?
A) मालवीय जी और वाजपेय जी को
B) मालवीय जी और अडवानी जी को
C) वाजपेयीजी और नेहरू जी को
D) गाँधीजी और वाजपेयी जी को
उत्तर:
A) मालवीय जी और वाजपेय जी को

2. मालवीय जी का जन्म कब हुआ?
A) 25 दिसंबर 1864 को
B) 25 दिसंबर 1961 को
C) 25 दिसंबर 1761 को
D) 25 दिसंबर 1861 को
उत्तर:
D) 25 दिसंबर 1861 को

3. बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की स्थापना किसने की?
A) वाजपेयी जी
B) मालवीय जी
C) राजेन्द्र प्रसाद
D) नेहरू जी
उत्तर:
B) मालवीय जी

4. उस समय बनारस के तत्कालीन महाराजा कौन थे?
A) मालवीय जी
B) रंजित सिंह जी
C) श्री प्रभु नारायण सिंहजी
D) सायाजी रावजी
उत्तर:
C) श्री प्रभु नारायण सिंहजी

5. ‘सपूत’ शब्द का विलोम शब्द क्या है?
A) कुपूत
B) सुपुत्र ) अनपूत
D) परिपूत
उत्तर:
A) कुपूत

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दो या तीन वाक्यों में लिखिए।

1. भारत के भावी नागरिकों के लिए सुनीता विलियम्स का संदेश क्या है?
उत्तर:
भारत के भावी नागरिकों के लिए सुनीता विलियम्स का संदेश यह है कि “भारत प्रतिभावनों का देश है। यहाँ के गाँव – गाँव में प्रतिभाशाली बच्चे हैं। यहाँ की लडकियाँ भी विशेष प्रतिभा रखती हैं। सब सुशिक्षित होकर आगे बढ़े और देश का नाम हमेशा ऊँचा रखें।”

निर्देश के अनुसार उत्तर दीजिए।

1. मुझे अपने लंबे – लंबे बालों की बड़ी चिंता थी। विशेषण शब्द पहचानिए।
A) मुझे
B) बाल
C) चिंता
D) लंबे
उत्तर:
D) लंबे

2. सही क्रमवाला वाक्य पहचानिए।
A) भारत के प्रतिभाशाली बच्चे गाँव – गाँव में हैं।
B) भारत में गाँव – गाँव के प्रतिभाशाली बच्चे है।
C) भारत के गाँव – गाँव में प्रतिभाशाली बच्चे हैं।
D) बच्चे प्रतिभाशाली भारत के गाँव – गाँव में हैं।
उत्तर:
C) भारत के गाँव – गाँव में प्रतिभाशाली बच्चे हैं।

3. अंतरिक्ष यात्री बनना आसान काम नहीं है। (रेखांकित शब्द का विलोम शब्द पहचानिए।)
A) सरल
B) कदर
C) कणिक
D) मुश्किल
उत्तर:
D) मुश्किल

4. सुनीता विलियम्स ने पायलट के रूप में अपना पेशा आरंभ किया था। (काल पहचानिए।)
A) सामान्य वर्तमान काल
B) भूत काल
C) भविष्यत काल
D) वर्तमान काल
उत्तर:
B) भूत काल

अर्थग्राह्यता – प्रतिक्रिया

पठित – गद्यांश

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. सुनीता ‘अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र’ पर क़दम रखने वाली पहली भारतीय महिला है। सुनीता ने किसी भी महिला द्वारा अंतरिक्ष में सबसे ज़्यादा लंबा समय बिताने (195 दिन) व अंतरिक्ष में चलने का रिकॉर्ड भी बनाया है। इसके साथ – साथ अंतरिक्ष प्रयोगशाला में ऐसे कई परीक्षण भी किए, जो भावी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए लाभदायक सिद्ध होंगे। सुनीता ने इस साहसी अभियान में रुचि दिखाकर यह प्रमाणित कर दिया कि महिलाएँ भी पुरुषों से किसी भी तरह कम नहीं, वे बड़े से बड़े लक्ष्य को साकार करने का साहस रखती हैं।
प्रश्न :
1. सुनीता कौन है?
उत्तर:
सुनीता ‘अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र’ पर कदम रखने वाली प्रथम (पहली) भारतीय महिला है।

2. सुनीता ने क्या रिकॉर्ड बनाया है?
उत्तर:
सुनीता ने किसी भी महिला द्वारा अंतरिक्ष में सबसे ज़्यादा लंबा समय 195 दिन बिताने व अंतरिक्ष में चलने का रिकॉर्ड बनाया है।

3. सुनीता ने क्या प्रमाणित कर दिया ?
उत्तर:
सुनीता ने यह प्रमाणित कर दिया कि महिलाएँ भी पुरुषों से किसी भी तरह कम नहीं, वे बडे – से लक्ष्य को साकार करने का साहस रखती है।

4. अंतरिक्ष प्रयोगशाला में कई परीक्षण किसने की ?
उत्तर:
अंतरिक्ष प्रयोगशाला में सुनीता विलियम्स ने कई परीक्षण की।

5. उपर्युक्त गद्यांश किस पाठ से दिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त गद्यांश “सुनीता विलियम्स” नामक पाठ से लिया गया है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

2. जैसे कि मैंने आपको पहले ही बताया है कि अंतरिक्ष यात्री बनना आसान काम नहीं है। स्वाभाविक है कि यह क्षेत्र खतरों से भरा पड़ा है। किंतु जब कभी कोई अंतरिक्ष यात्री उड़ान के लिए तैयार होता है, तो सारी दुनिया उसी की ओर देखती है। मेरे पिता भारत से हैं। मैं भारत संतति की अंतरिक्ष यात्री हूँ। हर भारतीय अपनी प्रार्थनाओं में मेरी सफलता की कामना कर रहा है। यही प्रार्थनाएँ हैं, जो व्यक्ति के साहस को दुगना कर देती हैं।
प्रश्न :
1. अंतरिक्ष यात्री बनना कैसा काम है?
उत्तर:
अंतरिक्ष यात्री बनना आसान काम नहीं है।

2. किस क्षेत्र खतरों से भरा पड़ा है?
उत्तर:
अंतरिक्ष क्षेत्र खतरों से भरा पड़ा है।

3. सारी दुनिया किसकी ओर देखती है?
उत्तर:
कभी कोई अंतरिक्ष यात्री उड़ान के लिए तैयार होता है तो सारी दुनिया उसी की ओर देखती है।

4. सुनीता विलियम्स किस संतति की अंतरिक्ष यात्री है?
उत्तर:
सुनीता विलियम्स भारत संतति की अंतरिक्ष यात्री है।

5. हर भारतीय अपनी प्रार्थनाओं में किसकी सफलता की प्रार्थना कर रहा है?
उत्तर:
हर भारतीय अपनी प्रार्थनाओं में सुनीता की सफलता की कामना कर रहा है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 11 सुनीता विलियम्स

3. मैं पढाई में श्रेष्ट नहीं थी। औसत थी। स्नातक की पढ़ाई के बाद भाई को नेवी में भर्ती होते हुए देखा। मुझे भी प्रेरणा मिली । मुझे अपने लंबे -लंबे बालों की बड़ी चिंता थी। आज भी मेरे बाल वैसे ही हैं। मैं अपने बालों को कटाकर नेवी में भर्ती होना नहीं चाहती थी। मेरा नेवी में चयन हो गया। मेरी दृष्टि सटीक होने के कारण मुझे पायलट की नौकरी मिल गयी। मैं जेट पायलट बनना चाहती थी, किंतु मेरी यह इच्छा पूरी नहीं हुई। मुझे हेलिकॉप्टर पायलट से ही संतोष करना पड़ा। यहाँ पर मैंने बहुत कुछ सीखा। कई बार विफल भी हुई।।
प्रश्न :
1. सुनीता को किसकी बडी चिंता थी?
उत्तर:
सुनीता को अपने लंबे – लबें बालों की बड़ी चिंता थी।

2. सुनीता क्या बनना चाहती थी?
उत्तर:
सुनीता जेट पायलेट बनना चाहती थी।

3. सुनीता को किससे ही संतोष करना पडा?
उत्तर:
सुनीता को हेलिकॉप्टर पायलट से ही संतोष करना पड़ा।

4. सुनीता विलियम्स को उसी दिन क्या लगा?
उत्तर:
सुनीता विलियम्स को उसी दिन लगा कि हर जीत के पीछे हार की प्रेरणा होती है।

5. स्नातक की पढ़ाई के बाद सुनीता विलियम्स के भाई कहाँ भर्ती हुए?
उत्तर:
स्नातक की पढ़ाई के बाद सुनीता विलियम्य के भाई नेवी में भर्ती हुए।

अपठित – गद्यांश

नीचे दिये गये गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर चुनकर कोष्ठक में लिखिए।

1. समाचार पत्र आधुनिक सभ्यता का अविभाज्य अंग है। वह देश सभ्य माना जाता है, जिसमें बड़ी तादाद में समाचार पत्र निकलते हों। समाचार पत्र अनेक प्रकार के होते हैं – दैनिक साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक आदि। यूरोप में कुछ शहरों में कुछ समाचार – पत्रों का एक ही दिन में दो – तीन बार प्रकाशन होता है, सबेरे एक बार निकलता है, दोपहर को एक बार, फिर शाम को एक बार ।
प्रश्न: 1. आधुनिक सभ्यता का अविभाज्य अंग क्या है?
A) जनता
B) ताल पत्र
C) समाचार पत्र
D) पुस्तकें
उत्तर:
C) समाचार पत्र

2. समाचार पत्र कितने प्रकार के होते हैं?
A) एक
B) दो
C) तीन
D) अनेक
उत्तर:
D) अनेक

3. किस देश को सभ्य देश कहा जाता है?
A) बड़ी तादाद में समाचार पत्र निकलने वाले देश
B) भारी जनतावाले देश
C) भारी परिश्रमवाले देश
D) खेतीबारी देश
उत्तर:
A) बड़ी तादाद में समाचार पत्र निकलने वाले देश

4. इस उपर्युक्त अनुच्छेद में किसके बारे में बताया गया है?
A) सभ्यता
B) समाचार पत्र
C) देश की उन्नति
D) इन सबके बारे में
उत्तर:
B) समाचार पत्र

5. यूरोप के कुछ शहरों में एक दिन में समाचार पत्र कितने बार निकलते ?
A) दो बार
B) दो – तीन बार
C) चार बार
D) केवल एक बार
उत्तर:
B) दो – तीन बार

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2. कोडेक्कानल की झील बहुत प्रसिद्ध है। इसके किनारे – किनारे बहुत अच्छी सड़कें बनी हुई हैं। मौसम में इस पर सदा भीड़ रहती है। झील पर नायें भी चलती हैं। नाव चलाने में बड़ा आनंद आता है। कोडेक्कानल में एक वेदशाला भी है। इसमें सूर्य के संबन्ध में विशेष अनुसंधान करने का प्रबन्ध है। कोडैक्कानल में देखने लायक स्थान बहुत से हैं। सड़क से कोडेक्कानल शहर पहुँचने के पहले | ‘सिल्वर कैसकेड’ नामक सुन्दर झरना है। यह सचमुच रजत प्रपात ही है। इसके आसपास सदा दर्शकों की भीड़ लगी रहती है।
प्रश्न :
1. कोडैक्कानल शहर पहुँचने के पहले यह सुंदर झरना है
A) कोडैक्कानल
B) सोने की कैसकेउ
C) सिल्वर कैसकेड
D) ये सब
उत्तर:
C) सिल्वर कैसकेड

2. वेदशाला कहाँ है?
A) कोडैक्केनाल में
B) मद्रास में
C) ऊटी में
D) मैसूर में
उत्तर:
A) कोडैक्केनाल में

3. यहाँ की झील बहुत प्रसिद्ध है?
A) ऊटी
B) मधुरै
C) कोडेफेनाल
D) सिम्ला
उत्तर:
C) कोडेफेनाल

4. मौसम में कहाँ सदा भीड़ रहती है?
A) अडयार में
B) कोडैकेनाल में
C) मैसूर में
D) तंजाऊर में
उत्तर:
B) कोडैकेनाल में

5. सूर्य के संबंध में विशेष अनुसंधान करने का प्रबंध कहाँ है?
A) कोडैक्केनाल के वेदशाला में
B) मैसूर के चामुंडी मंदिर में
C) तिरुपति में
D) ब्रह्मलोक में
उत्तर:
A) कोडैक्केनाल के वेदशाला में

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3. आधी रात को आश्रम के अंदर एक चोर घुस गया। एक आश्रमयासी ने चोर को देख लिया। उसने धीरे – से दूसरों को जगाया। सबने मिलकर चोर को पकड़ लिया और कमरे में उसे बन्द कर रखा।
प्रश्न :
1. आश्रमवासी सब मिलकर किसे पकड लिया?
A) चोर को
B) डाकू को
C) गाँधीजी को
D) आश्रमवासी को
उत्तर:
A) चोर को

2. आधीरात को आश्रम में कौन घुस आया?
A) डाकू
B) पुलीस
C) चोर
D) एक आश्रमवासी
उत्तर:
C) चोर

3. चोर को किसने देखा?
A) गाँधीजी
B) आश्रमवासी
C) दूसरा चोर
D) पुलीस
उत्तर:
B) आश्रमवासी

4. आश्रमवासी ने क्या किया?
A) चोर को मारा
B) धीरे से दूसरों को जगाया
C) सो गया
D) गाँधीजी को बुलाया
उत्तर:
B) धीरे से दूसरों को जगाया

5. चोर को कहाँ बंदकर रखा गया ?
A) कमरे में
B) पेटी में
C) जेल में
D) स्नान घर में
उत्तर:
A) कमरे में

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4. शिवाजी एक महान हिन्दू राजा थे। वे सुयोग्य शासक भी थे। उन्होंने अपने राज्य को कई सूबों में बाँटा । ये ‘चौथ’ के नाम से ‘कर’ वसूलते थे। उनका सैनिक बल देखकर औरंगजेब शिवाजी से डरते थे। जब तक शिवाजी जैसे वीर इस देश में थे, तब तक कोई शत्रु भारत की ओर आँख तक नहीं उटाते थे।
प्रश्न :
1. सुयोग्य शासक कौन थे?
A) शिवाजी
B) ब्रह्माजी
C) तोडरमल
D) तात्या
उत्तर:
A) शिवाजी

2. शिवाजी किस नाम से कर वसूल करते थे?
A) सवा
B) चौथ
C) जिजिया
D) लिडिया
उत्तर:
B) चौथ

3. औरंगजेब शिवाजी से क्यों डरते थे?
A) सैनिक बल देखकर
B) शिवाजी के शारीरिक बल देखकर
c) शिवानी की संपत्ति देखकर
D) इन सब कारणों से
उत्तर:
A) सैनिक बल देखकर

4. शिवाजी अपने राज्य को क्या किया?
A) टुकडे – टुकडे
B) सूबों में बाँटा
C) राज्यों में बाँटा
D) मंडलों में बाँटा
उत्तर:
B) सूबों में बाँटा

5. शिवाजी कौन थे?
A) एक महान मुगल राजा
B) एक महान गुलामी राजा
C) एक महान हिंदू राजा
D) एक महान गुप्त राजा
उत्तर:
C) एक महान हिंदू राजा

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5. तमिलनाडु की राजधानी चेत्रई है। पहले यह मछुआरों की बस्ती थी। लेकिन आज भारत के चार महानगरों में एक है। तमिलनाडु में चेन्नई जैसे कई बड़े – बड़े शहर हैं। फिर भी यहाँ प्राकृतिक सौंदर्य देखते ही बनता है। यहाँ सभी प्रकार के फूल, फल एवं धान पैदा होते हैं। तंजाऊर तमिलनाडु के जिलों में एक है। यह जिला धान के खेतों से भरपूर है। इसलिए यह दक्षिण का ‘धन का कटोरा’ कहा जाता है।
प्रश्न :
1. आज भारत के चार महानगरों में एक क्या है?
A) चेन्नई
B) हैदराबाद
C) विशाखपट्टणम
D) ये सब
उत्तर:
A) चेन्नई

2. तमिलनाडु के जिलों में एक निम्न में से क्या है?
A) वरंगल
B) बल्लारि
C) तंजाऊर
D) मुंबई
उत्तर:
C) तंजाऊर

3. पहले मछुआरों की बस्ती क्या थी?
A) निजामपट्टणम
B) विशाखपट्टणम
C) चेन्नई
D) गोवा
उत्तर:
C) चेन्नई

4. चेन्नई किसकी राजधानी है?
A) आंध्रा की
B) तेलंगाणा की
C) राजस्थान की
D) तमिलनाडु की
उत्तर:
D) तमिलनाडु की

5. दक्षिण का धान का कटोरा क्या है?
A) चेन्नई
B) तंजाऊर
C) गोवा
D) असाम
उत्तर:
B) तंजाऊर

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 10 अमर वाणी Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी

9th Class Hindi Chapter 10 अमर वाणी Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 44)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी 1
प्रश्न 1.
चित्र में क्या दिखायी दे रहा है?
उत्तर:
चित्र में दो हाथ हैं। अपनी मुट्ठियों से एक रस्सी को पकडे हुए हैं।

प्रश्न 2.
यहाँ हाथों से क्या किया जा रहा है?
उत्तर:
यहाँ हाथों से एक रस्सी को तोडा जा रहा है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी

प्रश्न 3.
जीवन में दोस्ती का क्या महत्व है?
उत्तर:
दोस्ती के बिना जीवन अधूरा है | हमारे कष्टों के समय दोस्तों के सहारे हम सहायता पाते हैं | एक बात हमें याद रखना है कि अच्छी दोस्ती ही करनी चाहिए |

अर्थवाह्यता-प्रतिक्रिया

अ) इन प्रश्नों के उत्तर सोचकर दीजिए।

प्रश्न 1.
कुछ प्रमुख हिन्दी कवियों के नाम बताइए ।
उत्तर:
हिन्दी साहित्य महान और विशिष्ट है। इसमें अनेक कवि हैं।, उनमें. कुछ हैं – चंदबरदाई, जगनिक, तुलसीदास, मीराबाई, रसखान, कबीरदास, रहीम, नंददास, वृन्द, मैथिलीशरणगुप्त, जयशंकर प्रसाद, महादेवीवर्मा, सुमित्रानंदन पंत, सुभद्रा कुमारी चौहान, सियारामशरण गुप्त, दिनकर, बिहारीलाल।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी

प्रश्न 2.
कबीर के बारे में बताइए |
उत्तर:
कबीर के जन्म और मृत्यु के संबंध में मतभेद हैं । फिर भी कुछ विद्वानों के अनुसार कबीरदास का जन्म सन् 1398 में काशी में एक हिन्दू परिवार में हुआ था । किन्तु नीरु – नीमा नामक एक जुलाहा दंपति ने इनका पालन-पोषण किया था । कबीरदास रामानंद के शिष्य थे | कबीर पढे-लिखे. नहीं थे । कबीर ज्ञानमार्गी शाखा के भक्तिकाल के कवि थे । उनकी समस्त कृतियाँ तीन भागों में निहित हैं – साखी, रमैनी, और पदावली । उनका काव्य संग्रह बीजक है । उनकी मृत्यु सन् 1528 में हुई ।

प्रश्न 3.
अभ्यास का क्या महत्व है ?
(या)
कवि वृंद ने जडमति को सुजान बनने का क्या उपाय बताया?
उत्तर:
मानव जीवन में अभ्यास का महत्वपूर्ण स्थान है। अभ्यास करते रहने से असंभव काम भी संभव ज़रूर होता है। मूर्ख व्यक्ति भी अभ्यास करने से महा पंडित बन सकता है। महाकवि वाल्मीकि ही इसका सच्चा उदाहरण है। कविवर वृंद भी इसी विषय का समर्थन करते हुए कहते हैं – शिला पर निशान पडना बहुत मुश्किल है। लेकिन रस्सी की रगड से उस पर भी निशान पड़ जाता है। इसी तरह अभ्यास करते – करते मूर्ख (जडमति) भी ज्ञानी (सुजान) बन सकता है। इसलिए अभ्यास के द्वारा मानव सब कुछ प्राप्त कर सकता है।

आ) पाठ पढकर उत्तर दीजिए।

• भाव से संबंधित दोहा लिखिए |

प्रश्न 1.
सुख में ईश्वर का ध्यान रखनेवाले को दुःख नहीं होता |
उत्तर:
दुःख में सुमिरन सब करे, सुख में करे न कोय |
जो सुख में सुमिरन करे, दुःख काहे को होय |

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प्रश्न 2.
सज्जन के साथ रहने से सुख मिलता है ।
उत्तर:
उत्तम जन के संग में, सहजे ही सुखभासि |
जैसे नृप लावै इतर, लेत सभा जनवासि ||

इ) दोहा पढ़िए । भाव अपने शब्दों में बताइए।

प्रश्न 1.
धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय ।
माली सींचै सौ घड़ा, ऋतु आये फल होय ॥
उत्तर:
कवि कबीरदास इस दोहे में धैर्यक्के महत्व को समझाते हैं । कवि कहते हैं कि हे मन ! धीरज रखो | जल्द बाज़ी मत करो। तुम्हारा काम धीरे-धीरे पूरा होगा | ऋतु के आने पर ही पेड़ को फल लगेंगे | वनमाली सौ घडे पानी डालकर पेडों को सींचने पर भी कोई फायदा नहीं | समय आने पर ही कार्य की सिद्धि होती है।

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता
अ) प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
कबीर की दृष्टि में – “किसी काम को धीरे – धीरे करना” इसका क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
कबीरदास जी कहते हैं कि सारे काम धीरे – धीरे निश्चित समय पर ही होते हैं। शीघ्रता दिखाने मात्र से कोई काम नहीं होता | फैल जल्दी पाने की अभिलाषा से माली सौ घडे पानी से पेड सींचता है तो भी असमय में पेड से कोई फल नहीं मिलता। मौसम के आने पर ही पेड से फल निकलते हैं इसी तरह जल्दीबाज़ी करने मात्र से कोई काम नहीं होता।

प्रश्न 2.
हमें किन प्रयत्नों से सफलता मिल सकती है?उत्तर:
उत्तर:
मानव जीवन में कोई भी काम असंभव नहीं है। मन लगाकर प्रयत्न करने से हर काम संभव होता है। मन में श्रद्धा रखकर, काम की सफलता पर विश्वास रखते, भगवान पर भरोसा रखकर, संदेह या संशय छोडकर एकाग्र चित्त होकर काम करते रहने से ज़रूर सफलता मिल सकती है। इस तरह हमें श्रद्धा, विश्वास, कडी मेहनत, शक्ति से युक्त प्रयत्नों से सफलता ज़रूर मिल सकती है।

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प्रश्न 3.
भगवान का स्मरण कब करना चाहिए? क्यों?
उत्तर:
सब लोग भगवान (ईश्वर) का स्मरण दुख में ही करते हैं। अर्थात् भगवान दुख में ही याद आता है। सुखों में हम भगवान का स्मरण नहीं करते। अर्थात् सुखों में हमें भगवान याद नहीं आता। सुख में ईश्वर का ध्यान
रखनेवाले को दुख ही नहीं होता। इसलिए हमें सुख में भी भगवान का स्मरण करना चाहिए।

आ) तुलना कीजिए।

कबीर व वृन्द के दोहों में क्या अंतर स्पष्ट होता है?
उत्तर:
कबीर और वृन्द दोनों ने दोहे लिखे थे । इन दोनों के दोहों में निम्न अंतर हैं।

कबीर के दोहे वृन्द के दोहे
1) इनके दोहे धार्मिक सिद्धांतों के अनुरूप नीतिपरक हैं। 1) इनके दोहे लोकनीति से भरे हैं।
2) ईश्वर संबन्धी विचारों पर आधारित है। 2) उक्तियों का उपयोग अधिक हुआ है।
3) रुढिवाद का खंडन मिलता है। 3) भक्ति भावना की प्राधान्यता कम है।
4) रहस्यवादी भावनाएँ प्रकट होती हैं। 4) स्पष्ट वादिता प्रकट होती है।
5) निराकार भगवान की उपासना नज़र आती है। 5) उपदेश युक्त और प्रभावशाली हैं।

इ) कुछ नीति संबंधी नारें लिखिए।
उत्तर:

  • सत्यमेव जयते।
  • बड़ों की सेवा करो।
  • सदा सच ही बोलिए।
  • स्त्रियों का आदर करो।
  • धर्मो रक्षति रक्षितः
  • सभी जीव जंतुओं से प्यार करो।
  • वृक्षो रक्षति रक्षित :
  • ईमानदारी जीवन बिताइए।
  • विद्यावान सर्वत्र पूज्यते।

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ई) कबीर और वृंद के दोहे हमारे जीवन को किस प्रकार प्रभावित करते हैं? बताइए।
(या)
‘अमर वाणी’ कविता पाठ में किन नैतिक मूल्यों के बारे में बताया गया? लिखिए|
उत्तर:
कबीर और वृंद के दोहे हमारे जीवन को इस प्रकार प्रभावित करते हैं –

कबीर

  • कबीर के दोहे हमें भगवान को सुख समय में भी स्मरण करने का आदत दिलाते हैं।
  • कबीर के दोहों से हम जीवन में किसी भी काम को जल्दबाजी से न करने का आदत को सीख लेते हैं। हर एक काम बहुत सोच विचार के साथ धीरे – धीरे करने का आदत हम सीख लेते हैं।
  • कबीर के दोहों के द्वारा हम भगवान से हमारे लिये जितना आवश्यक है उतना ही देने की प्रार्थना कर सकेंगे।

वंद

  • वृंद के दोहों के द्वारा हम उत्तम जन से स्नेह करने का सीख सीख लेंगे। हम यह जान सकेंगे कि सज्जनों से ही दोस्ती करना चाहिए।
  • वृंद के दोहों के द्वारा हम जीवन में हर हमेशा अच्छे से अच्छे काम ही करने का सीख सीख लेंगे। क्योंकि हमें अच्छे कामों से ही सुख और पुण्य मिलता है। बुरे कामों से पाप मिलेगा। हम दूसरों को जो करेंगे हमें भगवान वही करेगा।
  • वृंद के दोहों के द्वारा हमें निरंतर अभ्यास करने का आदत मिलता है। निरंतर अभ्यास से जडमति छात्र भी बुद्धिमान बनते हैं।
  • इस प्रकार कबीर और वृंद के दोहे हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं।

भाषा की बात

‘जड़मति’ शब्द जड़ और मति शब्दों के जोड़ने पर बना है। ऐसे ही कुछ और शब्द बनाइए।
उत्तर:
जड़प्रकृति, जड़वाद, जड़हीन, जड़ाव, जड़ाऊ, जड़हन, जड़ताई, जड़काला आदि।

परियोजना कार्य

कुछ दोहे संकलित कीजिए।

★ जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिए ज्ञान ।
मोल करो तरवार का, पड़ा रहन दो म्यान ।।

★ वृच्छ कबहुँ नहिं फल भखै, नदी न संचै नीर |
परमारथ के कारने, साधु न धरा शरीर ||

★ विद्या धन उद्यम बिना, कहौ जु पावै कौन |
बिना डुलाए ना मिले, ज्यौं पंखा का पौन ||

★ जो जल बाढ़े नाव में, घर में बाढ़े दाम |
दोऊ हाथ उलीचिये, यह सज्जन कौ काम ||

★ मधुर वचन तै जात मिट, उत्तम जन अभिमान |
तनिक सीत जल सों मिटै, जैसे दूध उफ़ान ||

★ अपनी पहुँच विचारि कै, करतब करियौ दौर |
तेते पांव पसारिये, जेती लॉबी सौर ||

अमर वाणी Summary in English

Kabirdas :
One remembers God in sorrow. No one remembers him in pleasure.
Where will be the sorrow when we remember God in pleasure.

+ O mind slowness is essential. Everything happens slowly.
Even the gardener waters the plants with hundred pots of water, do they give fruit if it is not season?

O God, provide my family with only that much it requires, I shouldn’t be hungry. My guests too shouldn’t be hungry i.e., Give me the power to attend to my guests too.

Vrind (Vrindavandas) :

Everybody gets pleasure usually in the company of virtuous people.
Everybody in the court feel a pleasant smell if the king comes using a perfume?

How can we have pleasure by doing wrong deeds?
If the seeds of calatropis are planted, how are the mangoes produced?

By constant practice, even a dunce can be made wise. If the rope is drawn repeatedly, its marks are formed on the rock. Likewise, if one practises well, one will become proficient.

अमर वाणी Summary in Telugu

కబీర్ దాస్

దు:ఖంలో భగవంతుణ్ణి అందరూ స్మరిస్తారు. సుఖంలో ఎవ్వరూ స్మరించరు.
సుఖంలో కూడా భగవంతుణ్ణి స్మరిస్తే ఇంకా దు:ఖమెక్కడిది?

ఓ మనస్సా , నిదానమే ప్రధానం. నిదానంగా అన్నీ జరుగుతాయి.
తోటమాలి వంద కడవలు నీరు పోసినా ఋతువు రానిదే కాయలు కాయునా?

ఓ భగవంతుడా నా కుటుంబానికి ఎంత కావాలో (అవసరమో) అంతే ఇవ్వు (ప్రసాదించు). నేను ఆకలి (నిరాహారంతో)గా ఉండకూడదు. నా ఇంటికి వచ్చిన వారెవరైనా ఆకలితో ఉండకూడదు. అనగా నా ఇంటికి వచ్చిన వారికి కూడా తిండి పెట్టగలిగే శక్తిని ఇవ్వు.

వృంద్ (వృందావన్ దాస్)

మంచివాళ్ళ సాంగత్యంలో సహజంగానే అందరికీ సుఖం లభిస్తుంది అదెట్లనగా
‘రాజులు అత్తరు పూసుకుని వస్తే సభలోనున్న అందరూ సువాసన గ్రహిస్తారు కదా !

చెడ్డ పనులు చేసి సుఖాన్ని కోరుకుంటే ఎలా పొందుతాము? జిల్లేడు విత్తనాలను నాటితే మామిడికాయలు ఎక్కడి నుండి వస్తాయి? (మామిడిచెట్టు ఎక్కడి నుండి మొలుస్తుంది?

అభ్యాసం చేయగా చేయగా అనగా నిరంతర అభ్యాసంతో మందమతి (మూర్ఖుడు) కూడా బుద్ధిమంతుడు . (సుగుణవంతుడు) అవుతాడు. తాడును పదేపదే లాగగా రాతిపై దాని గుర్తులేర్పడతాయి. అదే విధంగా అభ్యాసం చేయగా చేయగా బుద్ధి వికసించి పండితులగుతారు.

अर्थग्राहयता – प्रतिक्रिया

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दो या तीन पंक्तियों में लिखिए।

1. मानव जीवन में अच्छी संगति का क्या प्रभाव होता है?
उत्तर:
मानव जीवन में अच्छी संगति का प्रभाव बहुत अच्छा होता है। अच्छी संगति से हम भी जग में अच्छे बन जाएँगे। उस अच्छाई का फल सभी भोगते हैं। नृप अत्तर लगाकर आए तो सभी सभाजन वासी उस इतर को ग्रहण करेंगे।

अर्थग्राह्यता – प्रतिक्रिया

पठित – पद्यांश

निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. दुःख में सुमिरन सब करे,सुख में करे न कोय।
जो सुख में सुमिरन करे, दुःख काहे को होय॥
धीरे – धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय। |
माली सींचे सौ घड़ा, ऋतु आये फल होय।।
प्रश्न :
1. भगवान का स्मरण कब नहीं करते हैं?
उत्तर:
सुख में भगवान का स्मरण नहीं करते हैं।

2. भगवान का स्मरण सब कब करते है?
उत्तर:
सब दुख में भगवान का स्मरण करते हैं।

3. फल कब फलते हैं?
उत्तर:
ऋतु आने से फल – फलते हैं।

4. ये दोहे किस पाठ से लिये गये हैं?
उत्तर:
ये दोहे अमर वाणी पाठ से लिये गये हैं।

5. माली कितने घडे सींचता है?
उत्तर:
माली सौ घडे सीचंता है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी

2. साई इतना दीजिए, जामें कुटुम्ब समाय
मैं भी भूखा ना रहूँ, साधु न भूखा जाय॥
उत्तम जन के संग में, सहजे ही सुखभासि।
जैसे नृप लावै इतर, लेत सभा जनवासि॥
प्रश्न:
1. कबीर भगवान से कितना धन देने की प्रार्थना करते हैं?
उत्तर:
कबीर भगवान से जितना धन अपना परिवार के लिए, आवश्यकता है उतना धन ही को देने की प्रार्थना करते हैं।

2. इतर कौन लाते हैं?
उत्तर:
इतर नृप लाते हैं।

3. उत्तम जन के संग से हमें क्या मिलता है?
उत्तर:
उत्तम जन के संग से हमें सुख मिलता है।

4. उपर्युक्त इन दोहों में से दूसरे दोहे के कवि कौन है?
उत्तर:
उपर्युक्त इन दोहों में से दूसरे दोहे के कवि है श्री बंद। (वृंदावन दास)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी

3. करै बुराई सुख चहै, कैसे पावै कोई।
रोपै बिरवा आक को, आम कहाँ तें होइ॥
करत – करत अभ्यास ते, जड़मति होत सुजान।
रसरी आवत जात तें, सिल पर परत निसान॥
प्रश्न :
1. जडमति सुजान कैसा बनता है?
उत्तर:
अभ्यास करते – करते जडमति सुजान बनता है।

2. रस्सी रगडने से सिल पर क्या पडता है?
उत्तर:
रस्सी रगडने से सिल पर निशान पडता है।

3. लोग बुराई करने से किसे नहीं पाते हैं?
उत्तर:
लोग बुराई करने से सुख नहीं पाते हैं।

4. इन दोहों के कवि कौन है?
उत्तर:
इन दोहों के कवि हैं श्री वृंद (वृंदावन दास)

5. इन दोहों को किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
इन दोहों को ‘अमर वाणी’ नामक पाठ से लिया गया है।

अपठित – पद्यांश

निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए।

1. पुष्कर सोता है निज सर में,
भ्रमर सो रहा है पुष्कर में,
गुंजन सोया कभी भ्रमर में,
सो, मेरे गृह – गुंजन, सो !
सो, मेरे अंचल – धन, सो !
प्रश्न :
1. पुष्कर यहाँ सोता है
A) निज सर में
B) सागर में
C) नाल में
D) झील में
उत्तर:
A) निज सर में

2. कभी भ्रमर में कौन सोया है?
A) भ्रमर
B) पुष्कर
C) गुंजन
D) सर
उत्तर:
C) गुंजन

3. भ्रमर कहाँ सो रहा है?
A) पुष्कर में
B) निज सर में
C) गृह में
D) गुंजन में
उत्तर:
A) पुष्कर में

4. सो, मेरे …… सो। रिक्त स्थान की पूर्ति करो।।
A) भ्रमर
B) पुष्कर
C) गुंजन
D) अंचल धन
उत्तर:
D) अंचल धन

5. गृह शब्द का अर्थ पहचानिए।
A) घर
B) वन
C) कमल
D) नयन
उत्तर:
A) घर

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी

2. नहीं बजती उसके हाथों में कोई वीणा,
नहीं होता कोई अनुराग – राग – आलाप,
नूपुरों में भी रुनझुन -रुनझुन नहीं,
सिर्फ एक अव्यक्त शब्द – सा ‘चुप, चुप, चुप’,
है गूंज रहा सब कहीं।
प्रश्न :
1. उसके हाथों में क्या नहीं बजती?
A) कोई वीणा
B) कोई राग
C) नूपुर
D) रुनझुन
उत्तर:
A) कोई वीणा

2. इनमें भी रुनझुन – रुनझुन नहीं
A) वीणा में
B) अनुराग में
C) नूपुरों में
D) हाथों में
उत्तर:
C) नूपुरों में

3. सब कहीं क्या गूंज रहा है?
A) वीणा
B) चुप, चुप, चुप
C) नूपुर
D) राग
उत्तर:
B) चुप, चुप, चुप

4. क्या – क्या नहीं होता है?
A) अनुराग
B) राग
C) आलाप
D) ये सब
उत्तर:
D) ये सब

5. हाथ शब्द का पर्यायवाची शब्द पहचानिए।
A) पैर
B) पग
C) कर
D) त्रिभुज
उत्तर:
C) कर

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी

3. झर – झर, झर – झर झरता झरना।
आलस कभी न करता झरना।
थक कर कभी न सोता झरना।
प्यास सभी की हरता झरना ॥
प्रश्न :
1. प्यास सभी की कौन हरता है?
A) झरना
B) सागर
C) कुआ
D) नल
उत्तर:
A) झरना

2. यह थक कर कभी नहीं सोता है
A) कौआ
B) मोर
C) झरना
D) हिरण
उत्तर:
C) झरना

3. झरना कभी – भी यह नहीं करता
A) गृह कार्य
B) आलस
C) दुख
D) शब्द
उत्तर:
B) आलस

4. झरना ऐसा झरता है –
A) टर – टर
B) धन – धन
C) चम – चम
D) झर – झर
उत्तर:
D) झर – झर

5. इस पद्य का उचित शीर्षक पहचानिए।
A) सागर
B) पर्वत
C) झरना
D) नदी
उत्तर:
C) झरना

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी

4. बचो अर्चना से, फूल माला से,
अंधी अनुशंसा की हाला से,
बचो वंदना की वंचना से, आत्म रति से,
चलो आत्म पोषण से, आत्म की क्षति से।
प्रश्न :
1. हमें किससे बचना है?
A) साँप से
B) सिहं से
C) बाघ से
D) अर्चना से
उत्तर:
D) अर्चना से

2. हमें इसकी वंचना से बचना है –
A) हाला की
B) वंदना की
C) अंधी की
D) फूलमाला की
उत्तर:
B) वंदना की

3. हमें किस पोषण से चलना है?
A) आत्म
B) शरीर
C) हृदय
D) मन
उत्तर:
A) आत्म

4. अंधी अनुशंसा की हाला से हमें क्या करना चाहिए?
A) बचना
B) भागना
C) फ़सना
D) फैलना
उत्तर:
A) बचना

5. हमें इससे भी बचना चाहिए
A) शिक्षा से
B) दंड से
C) आत्मरति से
D) इन सबसे
उत्तर:
C) आत्मरति से

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 10 अमर वाणी

5. निश्चल आत्मा है अक्षय,
निश्चल मृण्मय तन नश्वर,
यह जीवन चक्र चिरंतन .
तू हँस – हँस जी, हँस – हँस मर ॥
प्रश्न :
1. निश्चल आत्मा कैसा है?
A) अक्षय
B) क्षय
C) व्यय
D) माया
उत्तर:
A) अक्षय

2. किस प्रकार का तन नश्वर है?
A) निश्चल आत्मा
B) निश्चल मृण्मय तन
C) जीवन चक्र
D) चिरंतन
उत्तर:
B) निश्चल मृण्मय तन

3. यह जीवन चक्र कैसा है?
A) नश्वर
B) शास्वत
C) शुभप्रद
D) चिरंतन
उत्तर:
D) चिरंतन

4. मरना शब्द का विलोम पहचानिए।
A) जीत
B) जीना
C) जलना
D) जागना
उत्तर:
B) जीना

5. इस पद्य में आये पुनरुक्ति शब्द पहचानिए।
A) हँस – हँस
B) आत्मा
C) मुण्मय
D) ये सब
उत्तर:
A) हँस – हँस

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 9 रमज़ान Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

9th Class Hindi Chapter 9 रमज़ान Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 44)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान 1
प्रश्न 1.
चित्र में क्या दिखायी दे रहा है?
उत्तर:
चित्र में इस्लाम धर्म के दो लडके गले मिल रहे हैं।

प्रश्न 2.
देश के विकास के लिए एकता का क्या महत्व है?
उत्तर:
यह सच ही है कि देश के विकास के लिए एकता का होना अत्यंत आवश्यक है । देश भर के जनता एकता के साथ रहेंगे तो वह देश सारी क्षेत्रों में विकास पा सकेगा। दुनिया भर में उन्नति कर सकेगा।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

प्रश्न 3.
हम धार्मिक सद्भावना कैसे बढ़ा सकते हैं?
उत्तर:
विविध धर्मों के त्यौहारों को मनाकर, विविध धर्मोवालों से मिल -जुलकर रहते, भाईचारे और स्नेह के द्वारा धार्मिक सद्भावना को हम बढ़ा सकते हैं।

अर्थग्राह्यता-प्रतिक्रिया

अ) इन प्रश्नों के उत्तर सोचकर लिरिवए।

प्रश्न 1.
सद्भावना के विकास में त्यौहारों का क्या महत्व है?
उत्तर:
व्यक्ति, समाज और राष्ट्र के जीवन में त्यौहारों का विशेष महत्व होता है। त्यौहारों से मानव जीवन में सक्रियता बढती है। परिवार में उल्लास और आनंद छा जाता है। त्यौहार हमारी सामाजिक सोच और सामुदायिक जीवन को विकसित करते हैं, सामाजिक संबन्धों में आनेवाले तनावों को कम करते हैं। पारस्परिक प्रेम संबन्धों को मज़बूत करते हैं। त्यौहार राष्ट्र को एक सूत्र में बाँधते हैं। त्यौहार हमें अनुभव कराते हैं कि हमारी एक गौरवशाली परंपरा है और संस्कृति है। इनसे सद्भावना का विकास ज़रूर होता है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

प्रश्न 2.
त्यौहार मनाने में बच्चों की खुशियाँ कैसी होती हैं?
उत्तर:
मानव जीवन में त्यौहारों का मनाना खास विषय होता है। त्यौहार मनाने में बच्चे बहुत खुशी से भाग लेते हैं। बच्चे तो नादान और निर्मल हृदयवाले होते हैं। इसलिए वे बिना किसी भेदभाव के सबसे प्रेमपूर्वक मिलजाते हैं। खुशी से अपने दोस्तों का अभिनंदन करते हैं। त्यौहार के समय नये कपडे पहनते हैं। विविध व्यंजनों के साथ भोजन करते हैं। इससे बच्चों की खुशियों की सीमा नहीं रहती है। संक्रांति, दीवाली, उगादि आदि त्यौहरों के समय तो उन त्यौहारों से संबन्धित चीज़ों से खेलते-कूदते हैं। स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस आदि त्यौहारों में भी वे बडे खुश रहते और श्रद्धा से त्यौहार मनाकर देश भक्ति मन में भर लेते हैं।

प्रश्न 3.
‘मानव सेवा ही माधव सेवा है।’ इस पर अपने विचार व्यक्त कीजिए |
उत्तर:
मानव सामाजिक प्राणी है। हर एक व्यक्ति समाज का अंग ही है। ज्ञानी और बुद्धिमान होने के कारण सबसे मानव मिलजुलकर रहना चाहता है। इसलिए समाज में रहनेवाले लोगों के बारे में सोचना आवश्यक सहायता करना मानव का सच्चा धर्म है। सेवा भाव ही मानव का उत्तम गुण है। अपने जीवन को सुचारू रूप से बिताते, साथ ही लोगों के काम आते, ज़रूरतमंदों की सहयता करने में तत्पर रहना है। मुसीबतों में रहे लोगों के कष्टों को दूर करना मानवता का चिह्न है। इसीलिए कहा गया है कि मानव सेवा ही माधव सेवा है। अर्थ है कि मानव की सेवा ही भगवान की सेवा है।

आ) पाठ पढ़िए | अभ्यास – कार्य कीजिए ।

पाठ के आधार पर वाक्यों को सही क्रम दीजिए ।

1. सभी धर्मों के लोग विविध प्रकार के उत्सव व त्यौहार मनाते हैं | ( )
2. यहाँ अनेक धर्मों व जातियों के लोग रहते हैं । ( )
3. ये त्यौहार समाज में खुशी और सजगता लाते हैं । ( )
4. भारत प्राचीन और विशाल देश है । ( 1 )
उत्तर:
1) 3
2) 2
3) 4
4) 1

इन वाक्यों के भाव स्पष्ट कीजिए ।

प्रश्न 1.
नागरिकता और सामाजिकता की भावनाएँ बढ़ती हैं ।
उत्तर:
रोज़ा रखने से मनुष्य में आत्मसंयम, आत्म नियंत्रण, आत्मविश्वास, आत्मानुशासन आदि गुण विकसित होते हैं । इसलिए नागरिकता और सामाजिकता की भावनाएँ बढ़ती हैं । सच्चे अर्थ में नागरिक क्या और कौन है ? समाज के प्रति हमारा कर्तव्य क्या है ? आदि भावनाएँ बढ़ती हैं।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

प्रश्न 2.
उपवासों का यह पावन पर्व हमें मानव कल्याण का संदेश देता है।
उत्तर:
उपवासों का त्योहार रमज़ान पावन पर्व है । यह शांति, अहिंसा, त्याग, परोपकार, न्याय, धर्म आदि गुणों का विकास करके मानव कल्याण का संदेश देता है |

नीचे दी गयी पंक्तियाँ पढ़िए । प्रश्नों के उत्तर लिखिए |
सूरज चाँद सितारों वाली
हमदर्दी की प्यारी-प्यारी, ईद मुबारक ।
हमको, तुमको, सबको अपनी,
मीठी-मीठी ईद मुबारक ||

प्रश्न 1.
सूरज, चाँद, सितारों वाली क्या है?
उत्तर:
सूरज, चाँद, सितारों वाली “ईद” है ।

प्रश्न 2.
ईद कैसी होती है ?
उत्तर:
ईद प्यारी-प्यारी मीठी -मीठी होती है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

प्रश्न 3.
किस-किसको “ईद मुबारक” की शुभकामनाएँ दी गयी हैं ?
उत्तर:
हमको, तुमको और सबको ईद मुबारक की शुभकामनाएँ दी गयी हैं ।

इ) निम्नलिखित इस्लामी महीनों के नाम पढ़िए और समझिए ।
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान 2

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

अ) इन प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

प्रश्न 1.
रमज़ान का त्यौहार विश्व कल्याण की भावना को बढ़ाने में सहायक है । कैसे?
(या)
विश्व कल्याण की भावना को बढ़ाने में रमजान की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर:
रमज़ान के महीने में रोजा रखने के कारण लोगों में आत्मसंयम, आत्मनियंत्रण, आत्मविश्वास और आत्मअनुशासन आदि गुण विकसित होते हैं। जिससे मानवता और सामाजिकता की भावनाएँ बढ़ती हैं। अपने कर्तव्यों का बोध होता है। गरीबों के दुख – दर्दो का अनुभव किया जाता है और उसकी सहायता की जाती है। जिससे भाईचारे का विकास होता है। रमज़ान के महीने में चारों ओर परोपकार की भावना छा जाती है। जिससे मानव सेवा के पथ पर बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। इस रमज़ान के महीने में विशेष रूप से दुआएँ माँगी जाती हैं। जिनमें विश्व कल्याण की भावना होती है। रमज़ान शांति, अहिंसा, त्याग , परोपकार, न्याय और धर्म आदि गुणों का विकास होता है। उपर्युक्त इन सारे कारणों से हम कह सकते हैं कि रमजान का त्यौहार विश्व कल्याण की भावना को बढ़ाने में सहायक है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

प्रश्न 2.
रमज़ान के त्यौहार के पीछे चाँद और सूरज की क्या भूमिका होती है?
उत्तर:
इस्लामी महीना चाँद के निकलने से शुरू होता है। रमज़ान का चाँद निकलने पर इसकी सूचना विविध प्रकार से दी जाती है। रमज़ान मास की सूचना मिलते ही मुस्लमान भाई रोजों की तैयारियों में लग जाते हैं और रमज़ान के महीने भर रोजें रखते हैं। रोज़ा यानि उपवास है। रोज़ा रखने के लिए सूर्योदय से लगभग डेढ़ घंटा पहले आहार लिया जाता है। इसे सहरी कहते हैं। इस प्रकार रमज़ान त्यौहार के पीछे चाँद और सूरज की भूमिका होती है।

प्रश्न 3.
त्यौहार किस तरह समाज में खुशी और सजगता लाते हैं?
उत्तर:
भारत विशाल एवं प्राचीन देश है। यहाँ अनेक धर्म, जाति और संप्रदाय के लोग रहते हैं। सभी धर्मों के लोग विविध प्रकार से उत्सव व त्यौहार मनाते हैं। ये त्यौहार समाज में खुशी और सजगता लाते हैं। ये भारतीय संस्कृति की शोभा में चार चाँद लगाते हैं। व्यक्ति, समाज और राष्ट्र के जीवन में त्यौहारों का अपना विशेष महत्व होता है। सभी के लिए इनका विशेष प्रयोजन है। जिम्मेदारियाँ और नित्य की एक रसता व्यक्ति के जीवन में नीरसता उत्पन्न करती है – रोज एक जैसी जीवन चर्चा, एक जैसा भोजन, वहीं कपड़े, वहीं दौड़ – धूप। इसीलिए हर परिवार में त्यौहार की बेचैनी के साथ प्रतीक्षा रहती है। जब त्यौहार आजाता है। तो पूरे परिवार में सक्रियता बढ़ जाती है। परिवार में आनंद और उल्लास छा जाता है। हमारी नीरसता और ऊब समाप्त हो जाती है। हमारा जीवन नयी शक्ति नयी उमंग और उत्साह से भर जाता है। पर्व पारस्परिक प्रेम संबंधों को मजबूत करते हैं। त्यौहार हमें उल्लास, उत्साह और उमंग भर देते हैं।

इस प्रकार त्यौहार समाज में खुशी और सजगता लाते हैं।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

आ) पाठ में रमज़ान के त्यौहार के बारे में बताया गया है। आप किसी त्यौहार के बारे में निबंध लिखिए।
उत्तर: संक्रांति (पोंगल)
प्रस्तावना :
भारत का भूगोल निराला है। यहाँ सब तरह की ऋतुएँ, सब तरह के मौसम तथा सब तरह की वनस्पतियाँ पायी जाती है। प्रकृति का हमें अनुपम वरदान मिला है। हम भारतवासी पर्व मनाकर प्रकृति के प्रति अपना आभार प्रकट करते हैं।

मकर संक्रांति भारत का एक प्रसिद्ध त्यौहार है। इसे दक्षिण भारत के लोग पोंगल भी कहते हैं। यह ऋतु प्रधान पर्व है। उत्तर और दक्षिण भारत में यह त्यौहार धूम – धाम से मनाया जाता है। संक्राति हर साल 14 जनवरी को मनायी जाती है। इस त्यौहार का संबंध सूर्य भगवान से है। सूर्य भगवान इस दिन. दक्षिणायन से उत्तरायण चलता है। इस कारण इसे उत्तरायण भी कहते हैं। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। ऐसा विश्वास है इस दिन स्वर्ग के द्वार खुल जाते हैं।

विषय :
सूर्य भगवान की कृपा से बहुत फ़सलें होती हैं। इसलिए कृतज्ञ किसान नयी फ़सल से सूर्य भगवान ‘ को पोंगल बनाकर पोंगल के दिन भेंट चढ़ाते हैं। बन्धु – मित्रों से मिलकर खुशी मनाते हैं।

यह त्यौहार तीन दिन मनाया जाता है। पहले दिन को भोगी कहते हैं। दूसरे दिन को संक्रांति (पोंगल) मनाते हैं। तीसरे दिन को कनुमा कहते हैं।

इस दिन बड़े सबेरे ही जागकर सिरो स्नान करके नये कपडे पहनते हैं। तरह – तरह के पकवान बनाकर खाते हैं। इस त्यौहार की तैयारी एक मीहने के पहले से ही होती है। घर और मकान साफ़ किये जाते हैं। चूना पोता जाता है।

उपसंहार :
त्यौहार के समय किसान लोग बैलों की, गायों की पूजा करते हैं। गाँव – गाँव में कोलाहल मच जाता है। मुर्गों की होड भेड़ों की भिडाई आदि होते हैं। बैलों की होड भी होती है। बच्चे रंग – बिरंगे पतंगे उड़ाते हैं। इस तरह सब लोग आनंद प्रमोद के साथ त्यौहार मनाते हैं।

इ) किसी त्यौहार की शुभकामनाएँ देते हुए तीन संक्षिप्त संदेश (एस.एम.एस.) लिखिए |
उत्तर:

  1. ईद मुबारक
  2. हमदर्दी की प्यारी-प्यारी ईद मुबारक
  3. ईद-उल-फितर की शुभकामनाएँ

ई) आत्मसंयम और अनुशासन का हमारे जीवन में क्या महत्व है? बताइए।
उत्तर:
हमारे मानव जीवन में आत्मसंयम और अनुशासन दोनों का विशेष महत्व रहता है। इन दोनों से हमारा जीवन नियमबद्ध रहता है। हमारे जीवन में इन दोनों के कारण विकास आता है। इन दोनों के कारण ही देश की उन्नति होती है। आत्मसंयम : आत्मा को नियंत्रित रखना ही आत्मसंयम है। आत्मसंयम के कारण हम कोई भी इच्छाओं के बिना जी सकते हैं। आत्मसंयम के कारण हमें अपने कर्तव्यों के प्रति बोध होता है। इसीके कारण मानवता तथा सामाजिकता की भावनाएँ बढ़ती हैं। आत्मसंयम के कारण ही गरीबों और ज़रूरतमंदों की सहायता की प्रेरणा मिलती है। आत्मसंयम के कारण ही आत्म नियंत्रण आत्मविश्वास, आत्मधैर्य आदि भावनाएँ विकसित होती हैं।

अनुशासन :
हमें जो करना है, जो न करना है, कैसा जीना है, कैसे न जीना है, समाज में कैसा रहना है आदि हमें अनुशासन के द्वारा ही मालूम होते हैं । नियमबद्ध तथा शासनबद्ध रहना ही अनुशासन है। हर एक में आत्मानुशासन होना चाहिए। अनुशासनसहित समाज ही उत्तम समाज है। अनुशासित देश ही उत्तम देश है। इससे कर्तव्य बोध होता है।

भाषा की बात

अ) वाक्य पढ़िए । भेद समझिए ।

1) रोज़े रखते हैं। – रोज़े रखे जाते हैं।
2) बच्चे खुशी मनाते हैं । – बच्चों के द्वारा खुशी मनायी जाती है ।
3) ईद का चाँद देखते हैं। – ईद का चाँद देखा जाता है ।
4) इसे सहरी कहते हैं। – इसे सहरी कहा जाता है ।
5) लड़के ने रोटी खायी । – लड़के से रोटी खायी गयी ।
6) . लड़का रोटी खाता है । – लड़के से रोटी खायी जाती है ।
7) लड़का दौड़ नहीं सकता। – लड़के से दौड़ा नहीं जाता ।

ऊपर दिये गये वाक्यों में कुछ क्रियाएँ कर्ता के अनुसार हैं और कुछ कर्म के अनुसार हैं। इन्हीं में कुछ क्रियाएँ क्रिया भाव के अनुसार हैं। इस तरह वाक्य के रूप को वाध्य कहते हैं ।
वाच्य के प्रकार –
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान 3

परियोजना कार्य

प्रश्न 1.
किसी एक व्यंजन बनाने की विधि पता कीजिए और लिखिए ।
अ) उगादि पच्चडी
आ) शीरखुर्मा
इ) क्रिसमस केक
उत्तर:
अ) उगादि पच्चडी
पच्चडी का अर्थ चटनी है | उगादि त्योहार के दिन बनायी जानेवाली इस चट्नी या पच्चडी में षड् रुचियाँ होती हैं ।

विशेषतः
इसे उगादि पर्व दिन में बनाने के कारण इसे उगादि पच्चडी कहते हैं ।

इसे बनाने आवश्यक चीजें :
इमली थोडा सा, गुड पर्याप्त, कच्चा आम एक, नमक पप्ति, नीम के फूल एक कप, हरी मिर्च एक आदि । इस चटनी में इमली से खटास, गुड से मिठास, कच्चे आम से कसैलापन, नमक से नमकीन, नीम के फूलों से कडुआहट और हरी मिर्च से तीखापन आदि षड्चियाँ होती हैं ।

विधि :
पहले पहल थोडा सा इमली लेकर उसमें पर्याप्त पानी जोडकर रस बनाइए | उसमें गुड को पीसकर डालना चाहिए | उसके बाद कच्चे आम को छोटे-छोटे टुकडे करके उसमें डालना है । बाद में थोडा सा नमक और नीम के फूल मिलाइए | इसमें हरी मिर्च छोटे-छोटे टुकडे करके डालना चाहिए। यदि चाहे तो ईख का रस थोडा सा डाल भी सकते हैं तो बन गई उगादि पच्चडी।

उगादि पच्चडी के जो स्वाद हैं वे जीवन के तरह-तरह के अनुभवों के प्रतीक हैं । इससे हमें संदेश मिलता है कि जीवन सुख-दुखों का मिलन (संगम) है ।

रमज़ान Summary in English

India is an ancient country. It is a large country. The people belonging to different races, religions live here. The people of every religion celebrate various festivals and celebrations. These festivals give them immense happiness and awareness and enhance the glory of the Indian culture. Eid-Ul-Fitr is one of the eminent festivals. It is otherwise called Ramzan.

Ramzan is an important festival for the Muslims. In fact, it is the ninth month according to Islamic Lunar Calendar. There are 5 important principles in Islam. They are : 1) Tauhid 2) Namaz 3) Roza (Fasting) 4) Zakat 5) Haj Pilgrimage. Among these, the third principles of Roza. It is Roza. It is followed in the month of Ramzan. It is also called the month of prayers. It is believed that the Muslims’ holy book ‘Quran-e-sharif’ was revealed in this very month.

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

Ramzan begins after the moon has been sighted. It is indicated in various ways. When the Muslims receive the indication regarding the Ramzan month they get involved in Roza arrangements. They follow Roza (Fasting) during the Ramzan month: To follow Roza, they take food about one and a half hour before sunrise. It is called ‘Sahari’.

After Sahari the fasting begins. During the fasting time it is not allowed to drink even water. Thus, concentrating mind on Allah while following Roza and taking part in day-to-day activities is the main objective of Ramzan.

Besides good health, one can develop the virtuous qualities such as self-control, selfconfidence, self-discipline etc., by following Roza. With these qualities, the feeling of togetherness grows. One can realise sorrows and troubles of the poor and they will be helped.

After sunset they take dates, fruits, almonds and water etc., and break the fast. It is called Iftar. In many places Iftar feasts are arranged. The fraternal feeling is evoked through these. During the Ramzan month the Muslims do Namaz.called Tarawih, a special prayer in addition to the Namaz 5 times a day. In this, ‘Quran-e-Sharif’ is completely read. Most of the people give Zakat in this month. They give 2½% of their wealth, gold, silver, money and annual incomes as charity to poor and needy people. The charity thus given is called Zakat. Besides, it is compulsory to give charity (Fitra) before Eid Namaz. That is why, this is also called Eid-Ul-Fitr. In this manner the feeling of mutual benefaction and cooperation prevails everywhere.. By this, everyone gets inspired to serve the mankind. In this very month, ‘Shab-e-Qadr’ (The night of awakening) is held. This is considered as an auspicious night. So even the children stay awake and get involved in prayers along with adults throughout the night. ‘Atekaf’ is one of the specialities of Ramzan. Staying at mosque, they immerse themselves in the devotion of Allah. This is called Atekaf. During this month, the Muslims do special prayers and want the blessings of Allah. The idea of welfare of the world is involved in this.

After the completion of fasting, Eid-Ul-Fitr is celebrated the following day with much enthusiasm and fervour. This will be the first day of Shawwal month. On the day of Eid festival everyone wears new clothes. They use perfumes, Semiya is specially made. Eid prayer is held at Idgah. In this prayer, children and grown-ups, rich and poor, everybody stand in a row. It is worth-seeing. Later, they hug one another and convey Eid wishes. On this festive occasion people of different religions also take part in the celebration. In this manner the whole atmosphere changes luminously with religious righteousness.

Though it is a religious festival, Ramzan is prominent in a communal view. It develops such qualities as peace, non-violence, sacrifice, mutual beneficence, charity and justness etc. It leads us to the path of humanity. This holy festival including fasts, binds us with the principles of good feelings and gives a message for the prosperity of mankind:

रमज़ान Summary in Telugu

భారతదేశం ప్రాచీనమైన దేశం, విశాలమైన దేశం ఇక్కడ అనేక జాతులకు, మతాలకు చెందినవారు నివశిస్తున్నారు. అన్ని మతాలకు చెందిన ప్రజలు రకరకాల ఉత్సవాలు మరియు పండుగలను జరుపుకుంటారు. ఈ పండుగలు సమాజంలో సంతోషాన్ని, చైతన్యాన్ని తీసుకువస్తాయి. ఇవి భారతీయ సంస్కృతి శోభను ఇనుమడింపజేయడంలో అగ్రస్థానాన్ని పొందుతాయి. ఇలాంటి మహత్వపూర్ణమైన పండుగలలో ఈద్-ఉల్-ఫితర్ ఒకటి. దీనిని రంజాన్ అని కూడా అంటారు.

రంజాన్ మహమ్మదీయుల ముఖ్య పండుగ. వాస్తవంగా చెప్పాలంటే రంజాన్ అనునది మహమ్మదీయుల (ఇస్లాం) మతం యొక్క 9వ నెల పేరు. ఇస్లాం మతంలో ముఖ్యమైన (ప్రాథమికమైన) 5 సిద్ధాంతాలు కలవు. అవి :1) తౌహీద్ 2) నమాజ్ 3) రోజా (ఉపవాసం) 4) జకాత్ 5) హజ్ యాత్ర. వీటిలో మూడవ సిద్ధాంతం రోజా. ఇది రంజాన్ మాసంలో పాటించబడుతుంది. దీనిని ప్రార్థనల నెల (ప్రార్థనల పండుగ నెల) అని అంటారు. ఈ నెలలోనే మహమ్మదీయుల పవిత్ర గ్రంథం ఖురాన్-ఎ-శరీఫ్ జన్మించినదని వీరి నమ్మకం.

మహమ్మదీయుల (ఇస్లాం) నెల చంద్రోదయంతో ప్రారంభమగుతుంది. రంజాన్ చంద్రుడు వచ్చిన తర్వాత ఆ సూచన రకరకాలుగా ఇవ్వబడుతుంది. రంజాన్ నెల సూచన రాగానే మహమ్మదీయ సోదరులు రోజా ఏర్పాట్లలో నిమగ్నమై యుంటారు. వీరు రంజాన్ మాసమంతా రోజా (ఉపవాసం) ఉంటారు. రోజా అనగా ఉపవాసం అని అర్థం. రోజా ఉండడానికి సూర్యోదయానికి దాదాపుగా గంటన్నర ముందు ఆహారం తీసుకుంటారు. దీనినే ‘సహరీ’ అంటారు.

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

సహరీ తర్వాత నుండి ఉపవాసం ప్రారంభమవుతుంది. వీరి ఉపవాస సమయంలో మంచినీరు త్రాగడం కూడా నిషేధం విధించబడుతుంది. ఈ విధంగా రోజా (ఉపవాసం) ఉంటూ దైనందిన కార్యకలాపాలు చేస్తూనే తమ మనస్సును అల్లాహ్ యందు నిలపడం రంజాన్ పండుగ ముఖ్యోద్దేశ్యం.

రోజా (ఉపవాసం) ఉండడం వల్ల మానవుడు ఆరోగ్యంగా ఉండి ఆత్మసంయమనం, ఆత్మవిశ్వాసం, స్వీయ క్రమశిక్షణ మొదలగు సుగుణాలను వికసింపజేసుకుంటాడు. వీటి ద్వారా సామాజిక భావన పెరుగుతుంది. తన కర్తవ్యాలేమిటో బోధపడతాయి. పేదల దు:ఖం, బాధలు తెలుస్తాయి. వారికి సహాయం చేయడం జరుగుతుంది.

సూర్యాస్తమయం అవగానే ఖర్జూరపండ్లు, పండ్లు, బాదంపప్పు, మంచినీరు మొదలగు వానిని స్వీకరించి రోజా (ఉపవాసం) విరమిస్తారు. దీనిని ఇఫ్తార్ అని అంటారు. చాలా ప్రదేశాలలో ఇఫ్తార్ విందులు కూడా ఏర్పాటు చేయబడతాయి. వీటి ద్వారా సోదరభావం వికసించబడుతుంది. రంజాన్ మాసంలో రోజుకి 5 సార్లు నమాజుతో పాటు విశేషంగా “తరావీహ్” అను నమాజు కూడా జరుగుతుంది. దీనిలో ముఖ్యంగా ఖురాన్-ఎ-శరీఫ్ ను సంపూర్ణంగా చదవడం జరుగుతుంది. ఎక్కువమంది ప్రజలు ఇదే నెలలో జకాత్ ఇస్తారు. వారు తమ సంపదలో, బంగారంలో, వెండి, ధనం, వార్షిక ఆదాయాలలో 2½ శాతం పేదవారికి, అవసరాలు ఉన్నవారికి పంచిపెడతారు. ఈ విధంగా ఇచ్చే దానాన్నే “జకాత్” అంటారు. దీనికి తోడుగా ఈద్ నమాజుకి ముందు (ఫిత్రా) దానం కూడా ఇవ్వడం తప్పనిసరి. అందువల్లనే దీన్ని ఈద్-ఉల్-ఫితర్ అని కూడా అంటారు. ఈ విధంగా రంజాన్ మాసంలో సర్వత్రా పరోపకార భావన నెలకొంటుంది. దీని ద్వారా అందరూ మానవసేవా పథంలో నడవడానికి ప్రేరణ లభిస్తుంది. ఈ నెలలోనే శబ్-ఎ-కదర్ మేల్కొలుపుల రాత్రి ఉంటుంది. ఇది ఒక మహత్వ పూర్ణమైన రాత్రి. అందువలన పిల్లలు కూడా పెద్దవారితో రాత్రంతా మెలకువతో ఉండి, ప్రార్థనలలో లీనమవుతారు. రంజాన్ విశేషతలలో “ఏతేకాఫ్” అనేది కూడా ఒకటి. పూర్తిగా మసీదులో ఉండి అల్లాహ్ భక్తిలో లీనమవడం ఎతేకాఫ్. ఈ నెలలో విశేషంగా భగవంతుని ప్రార్థనలు చేసి ఆశ్శీసులు కోరతారు. దీనిలో విశ్వ కళ్యా ణ భావన ఇమిడి ఉంది.

రంజాన్ రోజా (ఉపవాసాలు) లు పూర్తి కాగానే మరుసటి రోజు ఈద్-ఉల్-ఫితర్ జరుపుకుంటారు. ఇది శవ్వాల్ మాసపు మొదటి రోజు అగును. ఈద్ పండుగ రోజు అందరూ నూతన వస్త్రములను ధరించెదరు, అత్తరు వ్రాసుకొనెదరు. విశేషంగా సేమ్యా తయారుచేసెదరు. ఈద్ నమాజును ఈద్ గాప్ లో చదువుకుంటారు. ఈ నమాజులో చిన్నలు- పెద్దలు, ధనవంతులు, పేదవారు, అందరూ కలసి ఒకే లైనులో నిలబడెదరు. ఈ దృశ్యము చూడదగినది. దీని తర్వాత ఒకరినొకరు ఆప్యాయతతో కౌగిలించుకొంటూ ఈద్ పండుగ శుభాకాంక్షలు తెలియచేసుకుంటారు. ఈ సంతోష సమయంలో వివిధ మతాలకు చెందిన ప్రజలు కూడా పాల్గొంటారు. ఈద్ శుభాకాంక్షలను తెలియజేస్తారు. ఈ విధంగా మతపరమైన సద్భావనతో వాతావరణమంతా శోభాయమానంగా మారిపోతుంది.

రంజాన్ మతపరమైన పండగే అయినప్పటికీ సామాజికదృష్ట్యా మహత్వపూర్ణమైనది. ఇది శాంతి, అహింస, త్యాగం, పరోపకారం, న్యాయం, ధర్మం అనే గుణాలను వికశింపజేస్తుంది. మనలను మానవత్వపు మార్గంలో పయనింపచేస్తుంది. ఉపవాసాలతో కూడిన ఈ పవిత్ర పండుగ సద్భావన సూత్రాలలో మనల్ని బంధించి మానవ కళ్యాణ సందేశం ఇస్తుంది.

अर्थग्राहयता – प्रतिक्रिया

1. निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए |

रोज़ा सूर्यास्त के साथ ही खजूर, फल, मेवा, पानी आदि से खोला जाता है। इसे ‘इफ़तार’ कहते हैं कई स्थानों पर इफ़तार की दावत भी रखी जाती है। जिससे भाईचारे का विकास होता है। रमज़ान में पाँच फ़र्ज नमाजों के साथ – साथ विशेष नमाज़ ‘तरावीह’ होती है।
प्रश्न :
1. रोज़ा किनसे खोला जाता है?
उत्तर:
रोजा खजूर फल, मेवा पानी आदि से खोला जाता है।

2. इफतार की दावत से किस भावना का विकास होता है?
उत्तर:
इफ़तार की दावत से भाईचारे भावना का विकास होता है।

3. रमज़ान महीने की विशेष नमाज को क्या कहते हैं?
उत्तर:
रमज़ान महीने की विशष नमाज को “तरावीह’ कहते हैं।

4. “इफ़तार” माने क्या है?
उत्तर:
रोजा खोलने को इफ़तार कहते हैं।

5. ‘सूर्यास्त’ – किन दो शब्दों से बना है?
उत्तर:
सूर्य + अस्त

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2. निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर नीचे दिये गये वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर दीजिए। सही विकल्प से संबंधित अक्षर चुनकर कोष्ठक में रखिए।

डॉ. विक्रम अंबालाल साराभाई को भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है। आपका जन्म गुजरात राज्य के अहमदाबाद में 12 अगस्त, 1919 को हुआ था। आपने भारत में 35 से ज़्यादा संस्थान खोले। भारत में उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान 1969 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) की स्थापना में रहा है। विज्ञान के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए सन् 1966 में पद्मभूषण | और सन् 1972 में पद्मविभूषण (मृत्योपरांत) से सम्मानित किया गया। लिताबाद
प्रश्न :
1. भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक किनको मानते हैं।
A) ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
B) विक्रम साराभाई
C) होमी जहँगीर बाबा
D) कस्तूरी रंगन
उत्तर:
B) विक्रम साराभाई

2. विक्रम साराभाई का जन्म यहाँ हुआ –
A) अहमदाबाद
B) इलाहाबाद
C) हैदराबाद
D) दौलताबाद
उत्तर:
A) अहमदाबाद

3. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान की स्थापना इस वर्ष में हुई –
A) उन्नीस सौ उनचास
B) उन्नीस सौ उनासी
C) उन्नीस सौ उनहत्तर
D) उन्नीस सौ उनसठ
उत्तर:
C) उन्नीस सौ उनहत्तर

4. विक्रम साराभाई को इन उपाधियों से सम्मानित किया गया –
A) पद्मभूषण और पद्मश्री
B) भारत रत्न और पद्मभूषण
C) पद्मविभूषण और पद्मश्री
D) पद्मभूषण और पद्मविभूषण
उत्तर:
D) पद्मभूषण और पद्मविभूषण

5. ‘मृत्यु’ का विलोम शब्द पहचानिए।
A) जीवन
B) जन्म
C) मरण
D) पोषण
उत्तर:
B) जन्म

निर्देश के अनुसार उत्तर दीजिए।

1. ईद के दिन सब नये कपड़े पहनते हैं। (क्रिया शब्द पहचानिए।)
A) ईद
B) पहनते
C) नये
D) कपडे
उत्तर:
B) पहनते

2. रोज़े रखने से आत्मानुशासन का विकास होता है। (रेखांकित शब्द का संधि विच्छेद पहचानिए।) |
A) आत्मा + अनुशासन
B) आत्मानु + शासन
C) आ + त्मनुशासन
D) आत्मा + नुशासन
उत्तर:
A) आत्मा + अनुशासन

3. ईद के दिन नये कपडे पहनते हैं। (विशेषण शब्द पहचानिए।)
A) ईद
B) के
C) पहनते हैं
D) नये
उत्तर:
D) नये

4. त्यौहार भारतीय संस्कृति की शोभा में चार चाँद लगाते हैं। (रेखांकित मुहावरे का अर्थ लिखिए।)
A) अधिक करुप बनाना
B) चाँद को उतारना
C) अत्यधिक सुन्दर बनाना
D) अपना काम बनाना
उत्तर:
C) अत्यधिक सुन्दर बनाना

5. रमजान पर्व का सामाजिक दृष्टि से भी महत्व है। रेखांकित शब्द में प्रत्यय पहचानिए।
A) क
B) इक
C)जिक
D) माजिक
उत्तर:
B) इक

6. अधिकतर लोग रमज़ान महीने में ज़कात देते है। क्रिया शब्द पहचानिए।
A) अधिकतर
B) देते है
C) लोग
D) रमज़ान
उत्तर:
B) देते है

अर्थग्राह्यता – प्रतिक्रिया

पठित – गद्यांश

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. रमज़ान धार्मिक पर्व होते हुए भी सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह शांति, अहिंसा, त्याग,परोपकार, न्याय, धर्म आदि गुणों का विकास करता है। हमें मानवता के पथ पर बढ़ने की प्रेरणा देता है। उपवासों का यह पावन पर्व हमें सद्भावना के सूत्र में बांधकर मानव कल्याण का संदेश देता है।
प्रश्न :
1. उपवासों का पावन पर्व क्या है?
उत्तर:
रमज़ान उपवासों का पावन पर्व है।

2. सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पर्व क्या है?
उत्तर:
सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पर्व है ‘रमज़ान”|

3. रमज़ान किन – किन गुणों का विकास करता है?
उत्तर:
रमज़ान शांति, अहिंसा, त्याग, परोपकार, न्याय, धर्म आदि गुणों का विकास करता है।

4. रमज़ान हमें क्या संदेश देता है?
उत्तर:
रमज़ान हमें मानव कल्याण का संदेश देता है।

5. उपर्युक्त गद्यांश किस पाट से दिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त गद्यांश “रमज़ान” नामक पाठ से दिया गया है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

2. रमज़ान इस्लाम धर्म का प्रमुख त्यौहार है। वास्तव में रमज़ान इस्लाम धर्म के नौवें महीने का नाम है। | इस्लाम धर्म के पाँच बुनियादी सिद्धांत हैं। 1. तौहीद, 2. नमाज़, 3. रोज़ा, 4. ज़कात, 5. हन। इनमें तीसरा सिद्धांत ‘रोज़ा’ है। इसे रमज़ान के महीने में अदा किया जाता है। यह इबादतों (प्रार्थनाओं) व बरकतों का महीना है। यह माना जाता है कि इसी महीने में पवित्र ग्रंथ ‘कुरान – ए – शरीफ़’ नाज़िल हुआ है।
प्रश्न :
1. इस्लाम धर्म का प्रमुख त्यौहार क्या है?
उत्तर:
इस्लाम धर्म का प्रमुख त्यौहार है “रमज़ान”।

2. इस्लाम धर्म के बुनियादी सिद्धांत क्या – क्या हैं?
उत्तर:
इस्लाम धर्म के पाँच बुनियादी सिद्धांत हैं । वे हैं-
1. तौहीद
2. नमाज़
3. रोज़ा
4. ज़कात
5. हज

3. इबादतों वे बरकतों का महीना क्या है?
उत्तर:
रमज़ान इबादतों व बरकतों को महीना है।

4. पवित्र ग्रंथ कुरान – ए – शरीफ़’ का नाजिल कब हुआ है?
उत्तर:
पवित्र ग्रंथ ‘कुरान – ए – शरीफ़’ का नाज़िल रमज़ान के महीने में हुआ है।

5. उपर्युक्त इस गद्यांश में किस पर्व के बारे में सूचना दी गयी है?
उत्तर:
उपर्युक्त इस गद्यांश में रमज़ान पर्व के बारे में सूचना दी गयी है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

3. भारत प्राचीन और विशाल देश है यहाँ अनेक धर्मों व जातियों के लोग रहते हैं। सभी धर्मों के लोग विविध प्रकार के उत्सव व त्यौहार मनाते हैं। ये त्यौहार समाज में खुशी और सजगता लाते हैं। ये भारतीय संस्कृति की शोभा में चार चाँद लगाते हैं। ऐसे ही महत्वपूर्ण त्यौहारों में से ईद – उल – फ़ितर भी एक है। इसे रमज़ान भी कहते हैं।
प्रश्न:
1. प्राचीन और विशाल देश क्या है?
उत्तर:
भारत प्राचीन और विशाल देश है।

2. त्यौहार समाज में क्या – क्या लाते हैं?
उत्तर:
त्यौहार समाज में सजगता और खुशी लाते हैं।

3. ईद – उल – फ़ितर को और क्या कहते हैं?
उत्तर:
ईद – उल – फ़ितर को रमज़ान भी कहते हैं।

4. अनेक धर्मों और जातियों के लोग कहाँ रहते हैं?
उत्तर:
भारत में अनेक धर्मों और जातियों के लोग रहते हैं।

5. भारतीय संस्कृति की शोभा में चार चाँद लगाने वाले क्या है?
उत्तर:
त्यौहार एवं पर्व भारतीय संस्कृति की शोभा में चार चाँद लगाने वाले हैं।

अपठित – गद्यांश

नीचे दिये गये गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर चुनकर कोष्ठक में लिखिए।

1. बापू के वे पक्के अनुयायी थे। जब से कांग्रेज ने अस्पृश्यता – निवारण संबंधी प्रस्ताव पास किया, | तभी से इस दिशा में उन्होंने काम शुरु कर दिया था। उस समय के वातावरण के अनुरूप. जमनालालजी ने हरिजन – बस्तियों में प्रचारक रख दिये थे और हरिजन छात्रों को छात्रवृत्तियाँ देना शुरू. कर दिया था। इसका सारा ख़र्च वे अपने पास से देते थे। पर इससे उनका दिल नहीं भरता और वे सोचा करते थे कि कोई बड़ा और ठोस काम इस दिशा में किया जाए। उन्हें सूझा कि हरिजनों को सार्वजनिक कुओं से पानी लेने की छूट होनी चाहिए और मंदिरों में देवदर्शन की इज़ाज़त मिलनी चाहिए। उन्होंने अपने घर में सुधार करने का निश्चय किया।
प्रश्न :
1. वे किसके पक्के अनुयायी थे?
A) नेहरू
B) शिवाजी
C) बापू
D) भारती
उत्तर:
C) बापू

2. हरिजन छात्रों को छात्र वृत्तियाँ देना किसने शुरूकर दिया था?
A) जमनालाल जी
B) नेहरू जी
C) राजाजी
D) गाँधीजी
उत्तर:
A) जमनालाल जी

3. अस्पृश्यता निवारण संबंधी प्रस्ताव किसने पास किया?
A) बापू
B) जमनालाल जी
C) कांग्रेस
D) ये सब
उत्तर:
C) कांग्रेस

4. सार्वजनिक कुओं से पानी लेने की छूट किन्हें चाहिए?
A) जनजातीय लोगों को
B) हरिजनों को
C) हिन्दुओं को
D) इन सबको
उत्तर:
B) हरिजनों को

5. हरिजन बस्तियों में इन्होंने प्रचारक रख दिये
A) बापू
B) जमनालाल
C) नेहरू
D) राजाजी
उत्तर:
B) जमनालाल

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2. मनुष्य मृत्यु को असुन्दर ही नहीं, अपवित्र भी मानता है। उसके प्रियतम आत्मीय जन का शब भी उसके निकट अपवित्र, अस्पृश्य तथा भयजनक हो उठता है। जब मृत्यु इतनी अपवित्र और असुन्दर है तब उसे बाँटेत घूमना क्यों अपवित्र और असुन्दर कार्य नहीं हैं, यह मैं समझ नहीं पाती। आकाश में रंग – बिरंगे फूलों की घटाओं के समान उड़ते हुए और वीणा, वंशी, मुरज, जलतंरग आदि का वृंदवादन बजाते हुए पक्षी कितने सुन्दर जान पड़ते हैं। मनुष्य ने बन्दूक उठायी, निशाना साधा और कई गाते उडते पक्षी धरती पर ढेले के समान आ गिरे। किसी की लाल – पीली चोंचवाली गर्दन टूट गयी है, किसी के पीले सुन्दर पंजे टेढ़े हो गये हैं और किसी के इन्द्रधनुषी पंख बिखर गये हैं। क्षत – विक्षत रक्तस्त्रात उन मृत – अधमृत लघु गातों में न अब संगीत है, न सौंदर्य। परन्तु तब भी मारनेवाला अपनी सफलता पर नाव उठता है। पक्षी जगत में ही नहीं, पशु जगत में भी मनुष्य की ध्वंसलीला ऐसी ही निष्ठुर है।
प्रश्न :
1. मनुष्य मृत्यु को कैसा मानता है?
A) असुंदर – अपवित्र
B) सुंदर – पवित्र
C) पवित्र ही नहीं अवश्य
D) ये सब
उत्तर:
A) असुंदर – अपवित्र

2. आकाश में सुंदर जान पड़ने वाले क्या है?
A) विमान
B) मेघ
C) पक्षी
D) ये सब
उत्तर:
C) पक्षी

3. किसकी ध्वंस लीला निष्ठुर है?
A) पक्षी
B) पशु
C) मनुष्य
D) राक्षस
उत्तर:
C) मनुष्य

4. मारनेवाला अपनी …. पर नाच उठता है।
A) असफलता
B) सफलता
C) तीर
D) संगीत
उत्तर:
B) सफलता

5. मानव के प्रियतम आत्मीय जन का शव भी कैसे लगता है?
A) अपवित्र
B) अस्पृश्य
C) भयजनक
D) ये सब
उत्तर:
D) ये सब

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3. हमारे राज – चिन्ह में सामने दिखाई देनेवाले तीन सिंहों की मूर्तियों के नीचे एक चक्र रखा गया है। यह धर्म – चक्र कहलाता है। इसमें चौबीस छड़ें हैं। इनको उन्नति का प्रतीक मान सकते हैं। हमारे राष्ट्रीय झण्डे में यही धर्म – चक्र रखा गया है।
प्रश्न :
1. हमारे राज चिन्ह में सामने कितने सिंहों की मूर्तियाँ दिखायी देते हैं?
A) दो
B) तीन
C) चार
D) केवल एक
उत्तर:
B) तीन

2. सिंहों की मूर्तियों के नीचे क्या रखा गया है?
A) त्रिशूल
B) शूल
C) काँटा
D) चक्र
उत्तर:
D) चक्र

3. यह चक्र क्या कहलाता है?
A) शुभ चक्र
B) शंकुचक्र
C) धर्म चक्र
D) श्रीचक्र
उत्तर:
C) धर्म चक्र

4. धर्म चक्र में कितने छड़े हैं?
A) 20
B) 24
C) 34
D) 14
उत्तर:
B) 24

5. हमारे राष्ट्रीय झंडे में क्या रखा गया है?
A) विष्णु चक्र
B) भूचक्र
C) श्रीचक्र
D) धर्म चक्र
उत्तर:
D) धर्म चक्र

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4. हमारे यात्री – दल में जो फ्रेंच महिला थीं, वह भारतीय पोशाक धारण करती थीं। भारतीय जीवन के साथ बिलकुल हिल- मिल जाने की उनकी कोशिश को देखते हुए मुझे सूट – बूट पहनेवाले यहाँ के बाबू लोगों की याद आती है। ज़रा – सी अंग्रेजी पढ़कर हमारे लोग अंग्रेजों की नकल करने की कोशिश करते हैं और इधर यूरोप के भाई – बहन यहाँ आकर भारतीय बनने की कोशिश करते हैं। वह फ्रेंच बहन हमारे साथ ही पैदल चलती थीं। ज़मीन पर पलथी मारकर बैठती थीं, हाथ से (बिना छुरी – काँटे के) खाना खाती थीं। वह भूदान का कार्य देखने आयी थीं। लोग प्राणों से भी प्रिय ज़मीन को दान में कैसे देते हैं, यह उनके लिए एक भारी समस्या बन गयी थी। भूदान – यज्ञ के द्वारा अहिंसक समाज – रचना हो सकती है, वह बात तो उन्हें असंभव – सी लगती थी।
प्रश्न :
1. यात्री दल में किस देश की महिला थी?
A) अमेरिका
B) चीनी
C) फ्रेंच
D) जपान
उत्तर:
C) फ्रेंच

2. फ्रेंच महला भारत क्यों आयी थी?
A) ताज महल देखने
B) भूदान कार्य देखने
C) नमक सत्याग्रह देखने
D) गाँधीजी को देखने
उत्तर:
B) भूदान कार्य देखने

3. अहिंसक समाज – रचना किसके द्वारा होती है?
A) भूदान यज्ञ
B) अन्नदान यज्ञ
C) विद्या दान यज्ञ
D) इन सबसे
उत्तर:
A) भूदान यज्ञ

4. फ्रेंच महिला कैसी पोशाक धारण करती थी?
A) फ्रेंच पोशाक
B) अमेरिकीय पोशाक
C) चीनी पोशाक
D) भारतीय पोशाक
उत्तर:
D) भारतीय पोशाक

5. फ्रेंच महिला के लिए एक भारी समस्या क्या बन गयी?
A) लोग प्राणों से प्रिय ज़मीन को दान में कैसे देते हैं।
B) लोग कैसे पैदल चलते हैं?
C) लोग क्यों भूदान करते हैं?
D) भूदान से क्या – क्या लाभ पायेंगे।
उत्तर:
A) लोग प्राणों से प्रिय ज़मीन को दान में कैसे देते हैं।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 9 रमज़ान

5. भारत हमारा देश है। यह पुराना और विशाल देश है। इसके उत्तर में ऊँचा हिमालय पहाड़ है। इसके बराबर ऊँचा पहाड़ दुनिया भर में कहीं नहीं है। हमारे देश को हिन्दुस्तान भी कहते हैं।

भारत के पूरब, पश्चिम और दक्षिण में समुद्र हैं। इसलिए इसे प्राय – द्वीप (Peninsula) कहते | हैं। गंगा, यमुना, महानदी, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, तुंगभद्रा, नर्मदा आदि हमारे देश की प्रसिद्ध और पवित्र नदियाँ हैं।
प्रश्न :
1. इस उपर्युक्त अनुच्छेद (गद्यांश) में प्रस्तावित पुराना और विशाल देश क्या है?
A) आफ्रिका
B) भारत
C) अमेरिका
D) फिनलैंड
उत्तर:
A) आफ्रिका

2. भारत देश को और क्या कहते हैं?
A) किजकिस्तान
B) लाल द्वीप
C) हिन्दुस्तान
D) रेगिस्तान
उत्तर:
C) हिन्दुस्तान

3. भारत के पूरब, पश्चिम और दक्षिण में क्या है?
A) नदियाँ
B) समुद्र
C) पर्वत
D) ये सब
उत्तर:
B) समुद्र

4. भारत देश के उत्तर में क्या है?
A) गहरा समुद्र
B) ऊँचा हिमालय
C) हिंद महासागर
D) बंगला की खाडी
उत्तर:
B) ऊँचा हिमालय

5. भारत देश पश्चिम, पूरब और दक्षिण इन तीनों ओर समुद्र होने के कारण इसे क्या कहते हैं?
A) द्वीप
B) प्रायद्वीप
C) महानगर
D) सिंहल द्वीप
उत्तर:
B) प्रायद्वीप

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

9th Class Hindi Chapter 8 यक्ष प्रश्न Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 37)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न 1
प्रश्न 1.
ये प्रश्न किसके मन में उत्पन्न हुए थे?
उत्तर:
ये प्रश्न स्वामी विवेकानंद के मन में उत्पन्न हुए थे।

प्रश्न 2.
स्वामी विवेकानंद ने इन प्रश्नों का उत्तर किससे पूछा होगा?
उत्तर:
स्वामी विवेकानंद ने इन प्रश्नों का उत्तर अपने गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस से पूछा होगा।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

प्रश्न 3.
इनके जीवन से हमें क्या संदेश मिलता है?
उत्तर:
इनके जीवन से हमें यह संदेश मिलता है कि अपने ऊपर विश्वास रखो। सर्व धर्म एक ही हैं। सर्व धर्मों का सार एक ही हैं। देश को प्यार करो। भाईचारे के साथ जीवन जीतो।

अर्थग्राह्यता-प्रतिक्रिया

अ) प्रश्नों के उत्तर सोचकर दीजिए।

प्रश्न 1.
युधिष्ठिर के बारे में बताइए |
उत्तर:
पांडुराज के दो पत्नियाँ थीं – कुंती और माद्री | महर्षि दुर्वास के मंत्र प्रभाव से कुंती के तीन पुत्र और माद्री के दो पुत्र हुए | कुंती का प्रथम पुत्र धर्म देवता यम धर्मराज की कृपा से पैदा हुआ था । वही युधिष्ठिर था। उसे ही धर्मराज, पांडुनंदन नाम से पुकारते थे । युधिष्ठिर तो धैर्यवान, साहसी, निडर, साधु स्वभाव, दया, ममता, मानवता से पूरित महान व्यक्ति था।

अच्छी चालचलन, उत्तम चरित्र, विवेचना शक्ति संपन्न युधिष्ठिर को सब चाहते और आदर करते थे। सचमुच धर्म का दूसरा रूप था युधिष्ठिर, इसीलिए ही उसे धर्मराज कहते थे। यह सचमुच प्रेमालू था । अपने चारों भाइयों के प्रति वह असीम श्रद्धा रखता था । द्यूत क्रीडा में वह निपुण था। अपने अच्छे आचरण और गुणों से वह जीवन भर निष्कलंक बना रहा था । प्रजा की सेवा में तत्परता दिखाकर उनको सदा सुखी रखनेवाला श्रेष्ठ राजा था । नाम सार्थक करनेवाला महान व्यक्ति था युधिष्ठिर |

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

प्रश्न 2.
युधिष्ठिर की जगह तुम होते तो किसे जीवित करवाना चाहते और क्यों?
उत्तर:
युधिष्ठिर महान चरित्रवान और शील संपन्न व्यक्ति था । धर्म परायण होने के कारण उसने यक्ष के कहने पर नकुल को जीवित करवाना चाहा । अगर उसकी जगह मैं होता तो पराक्रमी, साहसी, धनुर्विद्या प्रवीण, पांडव मध्यम अर्जुन को जीवित करवाना चाहता । क्योंकि अर्जुन महान गुणवाला और तेज संपन्न था । अनेक देवों की कृपा से वर और अस्त्र-शस्त्र प्राप्त किया हुआ महान व्यक्ति था। अपने पराक्रम और सज्जनता से किसी भी तरह वह अपने तीनों भाइयों को जीवित कर सकता है | इसीलिए मैं अर्जुन को जीवित करवाना चाहता।

आ) पाठ पढ़िए । उत्तर दीजिए ।

पाठ के आधार पर वाक्यों को सही क्रम दीजिए |

1. युधिष्ठिर ने नकुल को पानी की तलाश में भेजा । ( 2 )
2. पक्षपात से रहित मेरे प्यारे पुत्र ! तुम्हारे चारों ही भाई जीवित हो । ( 4 )
3. तुम जिस किसी को भी चाहो, वह जीवित हो जाएगा | ( 3 )
4. पांडव ब्राह्मण की व्यथा से प्रभावित हुए | ( 1 )

प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए |

रानी सुदेष्णा का भाई कीचक बड़ा ही बलिष्ठ और प्रतापी वीर था । मत्स्य देश की सेना का वही नायक बना हुआ था | उसने अपने कुल के लोगों को साथ लेकर मत्स्याधिपति बूढे . विराटराज की सत्ता पर अप्रत्यक्ष रूप से अधिकार कर लिया था । कीचक की धाक लोगों में ऐसी बनी हुई थी कि लोग कहा करते थे कि मत्स्य देश का राजा तो कीचक ही है ।

1. रानी सुदेष्णा का भाई कौन था ? (आ)
अ) युधिष्ठिर
आ) कीचक
इ) विराटराज
ई) हनुमान
उत्तर:
अ) युधिष्ठिर

2. विराट किस देश के राजा थे?
अ) मगधराज
आ) पांचाल
इ) मत्स्य देश
ई) वैदेह
उत्तर:
इ) मत्स्य देश

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

3. देश की सेना का नायक कौन बना हुआ था ?
अ) कीचक
आ) विराटराज
इ) भीम
ई) हनुमान
उत्तर:
अ) कीचक

इन प्रश्नों के उत्तर तीन वाक्यों में दीजिए ।

प्रश्न 1.
ब्राह्मण पांडवों के पास आकर कौन-सी व्यथा सुनाने लगा?
उत्तर:
ब्राह्मण पांडवों के पास आकर अपनी व्यथा सुनाने लगा कि एक हिरण उसकी अरणी की लकडी सहित भाग गया । अब उसके पास यज्ञ की अग्नि पैदा करने के लिए दूसरी लकडी नहीं है । इसलिए कृपया उसे वापस दिला दीजिए |

प्रश्न 2.
युधिष्ठिर को सरोवर के पास कौन-सी चेतावनी सुनायी दी?
उत्तर:
युधिष्ठिर को सरोवर के पास यह चेतावनी सुनायी दी कि –

” सावधान ! तुम्हारे भाइयों ने मेरी चेतावनी की ओर ध्यान नहीं दिया । इसलिए उनकी यह दशा हुई । यदि तुम पानी पीना चाहते हो तो पहले मेरे प्रश्नों के उत्तर दो, फिर अपनी प्यास बुझाना ।”

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

प्रश्न 3.
युधिष्ठिर ने नकुल को जीवित करवाने का अनुरोध क्यों किया?
उत्तर:
माता कुंती का बचा हुआ एक पुत्र युधिष्ठिर हैं । वह चाहता हैं कि माता माद्री का भी एक पुत्र जीवित. रहे । अतः युधिष्ठिर ने नकुल को जीवित करवाने का अनुरोध किया ।

प्रश्न 4.
यक्ष ने युधिष्ठिर के सद्गुणों से मुग्ध होकर कौन-सा वर दिया?
उत्तर:
यक्ष ने युधिष्ठिर के सद्गुणों से मुग्ध होकर वर दिया कि उनके चारों ही भाई जीवित हों ।

अभिव्यक्ति-सृजनात्मकता

अ) इन प्रश्नों के उत्तर लिरिवए ।

प्रश्न 1.
धैर्य ही मनुष्य का साथ देता है। कैसे?
उत्तर:
यह सच है कि धैर्य ही मनुष्य का साथ देता है। धैर्य ही हमें समस्याओं से बाहर निकालता है। धैर्यवान सब कुछ बडे धीरज के साथ कर सकता है। धैर्य से ही हम सफलता पा सकते हैं। धैर्यवान का जीवन ही सच्चे अर्थ में जीवन है। जो धैर्यवान नहीं है। जिसमें धैर्य नहीं है वह हर पल डर से मरता है। इसलिए हम कह सकते हैं कि धैर्य ही मनुष्य का साथ देता है। हमें अकेले किसी स्थान या प्रदेश जाने में धैर्य ही साथ देता है।

प्रश्न 2.
अच्छी संगति से क्या लाभ होते हैं?
उत्तर:
अच्छी संगति से ये लाभ होते हैं –

  • अच्छी संगति से हम भी अच्छे बन जायेंगे।
  • अच्छी संगति से हमें सुख पहुँचता है।
  • अच्छी संगति के कारण ही हमें आध्यात्मिक (परलौकिक) चिंतन मिलता है।
  • अच्छी संगति से ही हमें सद्बुद्धि, परोपकारिता, सेवा, भलाई आदि भावनाएँ जागृत होते हैं।
  • अच्छी संगति से हम विख्यात बनेंगे।
  • अच्छी संगति से हम आसानी से समस्याओं से बाहर आ सकते हैं।
  • अच्छी संगति से उत्तम जीवन बिता सकेंगे।
  • अच्छी संगति से ही हमें विवेक, विनय, नेक आदि गुण मिलते हैं।
  • अच्छी संगति कल्पवृक्ष जैसा है।

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प्रश्न 3.
नकुल के लिए जीवन दान माँगकर युधिष्ठिर ने सही किया या गलत? अपने उत्तर का कारण बताइए।
उत्तर:
नकुल के लिए जीवन दान माँगकर युधिष्ठिर ने सही किया। कारण यही है कि युधिष्ठिर जो है वह माता कुंति का बचा हुआ एक मात्र पुत्र है। इसलिए उसने माता माद्री का भी एक पुत्र को जीवित करवाना चाहता था वह था नकुल। इसलिए युधिष्ठिर ने नकुल के लिए जीवन दान माँगकर सही किया।

आ) यक्ष के किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर अपने दृष्टिकोण के आधार पर लिखिए ।
उत्तर:
यक्ष के पाँच प्रश्न और उनके उत्तर इस प्रकार हैं –

1. आकाश से भी ऊँचा कौन है ?
उत्तर:
पिता आकाश से भी ऊँचा हैं ।

2. हवा से भी तेज़ चलनेवाला कौन है?
उत्तर:
मन हवा से भी तेज़ चलनेवाला है ।

3. विदेश जानेवाले का कौन साथी होता है?
उत्तर:
विद्या विदेश जानेवाले का साथी है ।

4. मरणासन्न वृद्ध का मित्र कौन होता है?
उत्तर:
मरणासन्न वृद्ध का मित्र दान है ।

5. सब से तुच्छ क्या है ? ।
उत्तर:
सब से तुच्छ चिंता है।

इ) यदि यक्ष के स्थान पर आप होते तो कौन-कौन से प्रश्न पूछते?
उत्तर:
यदि यक्ष के स्थान पर मैं होता तो वे ही प्रश्न पूछता जो यक्ष ने पूछा | जैसे :

  • मनुष्य का साथ कौन देता है?
  • कौन-सा शास्त्र है, जिसका अध्ययन करके मनुष्य बुद्धिमान बनता है?
  • भूमि से भारी चीज़ क्या है?
  • आकाश से भी ऊँचा कौन है?
  • हवा से भी तेज़ चलनेवाला कौन है?
  • विदेश जानेवाले का कौन साथी होता है?
  • मरणासन्न वृद्ध का मित्र कौन होता है?
  • सुख क्या है?
  • सब से तुच्छ क्या है?
  • किसके छूट जाने पर मनुष्य सर्व प्रिय बनता है?

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

ई) ‘यक्ष प्रश्न’ पाठ आपको क्यों अच्छा लगा? अपने शब्दों में लिखिए ।
उत्तर:
“यक्ष प्रश्न सचमुच एक संदेशात्मक और प्रेरणादायक पाठ है। यह पाठ मुझे बहुत अच्छा लगा | क्योंकि हम मानव हैं। समाज में रहते हैं। हमें मानवता, ममता, करुणा, सहयोग, कष्ट सहन आदि अनेक गुणों से रहना है। परमात्मा ने कृपा करके हमें बुद्धि प्रदान की है। इसका उपयोग करके सदा अच्छे काम करने में ही हमें आगे बढना है। आपदाग्रस्त लोगों का दुःख दूर करना हर एक का पवित्र धर्म है। वह काम हमें संपन्न करना है । धर्म के मार्ग में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पडता है। निडर होकर धर्म मार्ग पर चलना महानता है। धर्म का पालन करते अपने अस्तित्व को बनाये रखना बड़ा महत्वपूर्ण विषय है। युधिष्ठिर के व्यक्तित्व से इन सभी गुणों का परिचय हमें मिलता है। इसीलिए ‘यक्ष प्रश्न’ पाठ मुझे बहुत अच्छा लगा।

भाषा की बात

अ) इन शब्दों के अर्थ बताइए | वाक्य प्रयोग कीजिए ।
1) तृषा 2) अग्रसर
3) चेतावनी
4) दुस्साहस
5) पक्षपात
उत्तर:
1) तृषा = प्यास, దప్పిక , thrust ; मैं तृषा से व्याकुल हूँ |
2) अग्रसर = मुख्य, ముఖ్యుడు, chief. पांडवों में युधिष्ठिर अग्रसर है।
3) चेतावनी = सावधानी, హెచ్చరిక , warning ; मेरे अध्यापक जी ने मुझे कई बार चेतावनी दी।
4) दुस्साहस = अंधासाहस, దుస్సా హసం, rashness, impudence ; दुस्साहस से कोई प्रयोजन नहीं होता |
5) पक्षपात = तरफ़दारी, పక్షపాత బుద్ధి, partiality ; सब बिना पक्षपात से रहना चाहिए |

आ) पर्यायवाची शब्द पहचानकर रेखा खींचिए ।
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न 2
उत्तर:
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न 3

इ) निम्न शब्दों पर ध्यान दीजिए । दो शब्दों के मेल में हुए विकार को समझिए ।
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परियोजना कार्य

पंचतंत्र की नीतिप्रद कहानियों में से किसी एक कहानी का संग्रह कीजिए ।
उत्तर:
एकता का बल :
एक जंगल था । वहाँ जंगल में कई जानवर और पक्षी थे । उनमें कबूतरों का झुंड भी था । उसका नायक था बुद्धिमान चित्रग्रीव ।

एक दिन एक शिकारी उस जंगल में आकर जाल बिछाकर चावल छिडक कर झाडों में छिपकर बैठा। कबूतरों का झुंड आसमान में उड़ते नीचे चावल को देखा । एक कबूतर ने उन्हें खाने नीचे उतरने को कहा । नायक बुद्धिमान चित्रग्रीव के कहने पर भी वे नहीं सुने और नीचे उतर गये | वे सब जाल में फँस गये थे । सभी आपस में निंदा करने लगे थे । चित्रग्रीव ने उन्हें एक उपाय बताया कि सभी मिलकर एक बल से जाकर साथ उडें ।

सभी कबूतरों ने वैसा ही किया था । वे एक नदी के किनारे उतरे थे | उस प्रदेश में चित्रग्रीव का मित्र चूहा रहता था । उसने जाल काट दिया तो सब जाल से स्वतंत्रता पाये थे ।

नीति :
एकता का फल और बल बहुत महत्वपूर्ण होता है |

यक्ष प्रश्न Summary in English

This incident happened during the times of Mahabharata. In those days the Pandava princes along with Draupadi were in-cognito exile of 12 years. One day a brahmin came to the Pandavas and complained that a deer had taken away his Arani (The pair of wooden blocks to generate fire by friction) and therefore he was not able to light the fire to perform Vedic rituals. He requested them to bring his Arani back.

The Pandavas were moved on his request. They went in quest of the deer. After going a little away they found it. They tried to catch it. But the deer disappeared before their very eyes. They became exhausted searching for the dear. They sat under a tree for rest. They felt very thirsty. Dharmaraja (Yudhishtira) sent Nakula to fetch water. Nakula went in search of water and reached a lake. On seeing it, he was overjoyed. He thought that he would first quench has thirst. He got ready to drink water. At the very instant he heard a divine voice. “O Nakula ! Don’t venture to drink water. You have to answer my questions before you do that”. Nakula ignored the warming and drank the water. Soon after it, he fell down dead. Dharmaraja was worried for Nakula’s not coming. He sent Sahadeva, Arjuna and Bheema in turns in search of Nakula. Just same as Nakula, they paid no heed to the warning and fell down dead drinking the lake’s water. Worried over this, Dharmaraja himself went in search of them. Being thirsty, he walked towards the lake quench his thirst. There he found his brothers lying dead. He went forward. He too heard the same words, “Beware! your brothers ignored my warning and so they got this fate. If you want to drink water, first answer my questions. Later you can quench your thirst. “Then Dharmaraja said that he was ready to answer the questions.

Yaksha : Who is the companion of a man?
Dharmaraja : Courage is the companion of a man.
Yaksha : On studying which science will one become virtuous?
Dharmaraja : There is no such a science. By making friends with great persons one will become virtuous. Yaksha : What is heavier than the earth?
Dharmaraja : One’s mother is heavier than the earth.
Yaksha : What is higher than the heavens?
Dharmaraja : Father
Yaksha : What is faster than the wind?
Dharmaraja : Mind
Yaksha : Who is the companion of the person who leaves for foreign countries?
Dharmaraja : Education
Yaksha : Who is the friend of one who is ill and one who is dying?
Dharmaraja : Charity, because it alone follows one after one’s death.
Yaksha : What is pleasure?
Dharmaraja : It is such a thing that depends on one’s character and virtues.
Yaksha : What is the meanest of all?
Dharmaraja : Worry.
Yaksha : What is that which, when renounced, makes one lovable?
Dharmaraja : Pride.

In this manner, Yaksha asked Dharmaraja many other questions. Dharmaraja answered them correctly. Finally Yaksha told him that he would make one of his brothers alive. He asked Dharmaraja whom he would choose.

Dharmaraja thought for a moment and asked Yaksha to make his younger brother Nakula alive. Then Yaksha questioned why he had chosen Nakula instead of Bhima who had the strength of ten thousand elephants.

Dharmaraja replied that among Kunti’s sons he himself was alive. He also wished that one should be alive between Madri’s sons. He pleaded Yaksha to make Nakula alive.

Fully satisfied with the impartial and generous nature, Yaksha gave Dharmaraja a boon that his four brothers would be made alive.

यक्ष प्रश्न Summary in Telugu

ఈ సంఘటన మహాభారతకాలం నాటిది. ఆ సమయంలో పాండవులు ద్రౌపదీ సమేతంగా 12 సం||లు వనవాసం చేస్తూ ఉన్నారు. ఒక రోజున అకస్మాత్తుగా ఒక బ్రాహ్మణుడు పాండవుల వద్దకు వచ్చెను. అతడు తన బాధను ఈ విధంగా తెలియచేయుచుండెను – “ఒక లేడి నా అరణికర్ర (యజ్ఞము చేయుటకు ఉపయోగపడు ఒక కర్రయంత్రం. ఇది నిప్పును రాజేయుటకు ఉపయోగపడును.) తీసుకుని పారిపోయినది, ఇప్పుడు నా వద్ద యజ్ఞపు అగ్నిని రగిలించుటకు వేరొక కర్ర లేదు. దయచేసి నా అరణిని తిరిగి ఇప్పించండి.”

పాండవులు ఆ బ్రాహ్మణుని వ్యధకు ప్రభావితులైరి. అందువలన వారు లేడిని వెదకుటకు బయలుదేరిరి. కొంచెం దూరం వెళ్ళిన తర్వాత వారికి లేడి కన్పించినది. దానిని పట్టుకొనుటకు వారు ముందుకు వెళ్ళిరి. కానీ ఆ లేడి వారి కళ్ళముందే మరలా మాయమైనది. లేడిని వెదకుచూ వారు అలసిపోయిరి. విశ్రాంతి కోసం వారు ఒక చెట్టు క్రింద కూర్చొనిరి. దాహంతో అందరి గొంతులు ఎండిపోయినవి. ధర్మరాజు (యుధిష్ఠిరుడు) నకులుడిని మంచినీటి కోసం పంపెను. నకులుడు నీటిని అన్వేషించుటకు బయలుదేరెను. వెళుతూ వెళుతూ ఒక సరోవరం వద్దకు చేరెను. సరోవరం చూడగానే తన మనస్సు సంతోషించినది. పులకించినది. అతడు ముందుగా నేనెందుకు మంచినీరు త్రాగి దప్పిక తీర్చుకోకూడదు అని తలచెను. అతడు నీరు త్రాగుటకు సన్నద్ధుడయ్యెను. అప్పుడే ఒక మాట వినపడినది, “ఓ నకులా ! నీరు త్రాగే దుస్సాహసం చేయకు. జాగ్రత్త. ముందు నా ప్రశ్నలకు జవాబు ఇమ్ము.” నకులుడు హెచ్చరికను పట్టించుకోకుండా నీరు త్రాగెను. నీరు త్రాగగానే అతడు నేలపై పడిపోయెను. చాలా సేపటి వరకు నకులుడు తిరిగి రాకపోయేసరికి ధర్మరాజును దిగులు బాధించసాగెను. ఆయన అతనిని వెదకుటకు వంతుల వారీగా సహదేవుడు, అర్జునుడు, భీముడిని పంపెను. యక్షుని హెచ్చరికను ఉపేక్షిస్తూ అందరూ ఆ సరోవరం ఒడ్డున దాహం తీర్చుకునే ప్రయత్నం చేసి నకులుని వలెనే భూమిపై పడిపోయిరి. ఎవ్వరూ తిరిగి రాకపోయేసరికి ధర్మరాజు దిగులుతో స్వయంగా తనే వారిని వెదకుతూ బయలుదేరెను. దాహంతో ఉన్న ధర్మరాజు ముందుగా తన దాహాన్ని తీర్చుకోవడానికి సరోవరం వైపు వెళ్ళెను. అక్కడే ధర్మరాజుకు తన సోదరులు నేలపై పడిపోయి ఉండుట కన్పించెను. ఆయన ముందుకు వెళ్ళెను. తనకు కూడా అవే మాటలు వినబడినవి. జాగ్రత్త. మీ సోదరులు నా హెచ్చరికను పట్టించుకోలేదు. అందువలన వారికి ఈ దశ కల్గినది. నీవు నీళ్ళు త్రాగదలచుకొన్నట్లయితే ముందుగా నా ప్రశ్నలకు సమాధానమిమ్ము. తర్వాతే నీ దాహం తీర్చుకో. అప్పుడు ధర్మరాజు “శ్రీమాన్ ! మీరు ప్రశ్నలు అడగండి. నేను వాటికి జవాబు చెప్పుటకు సిద్ధముగా ఉన్నాను.” అనెను.

యక్షుడు : మనిషికి తోడు ఎవరు?
ధర్మరాజు : ధైర్యమే మనిషికి తోడు.
యక్షుడు : ఏ శాస్త్రాన్ని (విద్య) అభ్యసించి మనుష్యుడు బుద్ధిమంతుడవుతాడు?
ధర్మరాజు : అటువంటి శాస్త్రము ఏదీ లేదు. గొప్పవాళ్ళ స్నేహంతోనే మనిషి బుద్ధిమంతుడవుతాడు.
యక్షుడు : భూమి కంటే బరువైన వస్తువేది?
ధర్మరాజు : బిడ్డను కడుపులో (గర్భంలో) దాచుకున్న తల్లి భూమి కంటే బరువైనది.
యక్షుడు : ఆకాశం కంటే కూడా (ఉన్నతమైన) ఎత్తైనవారు ఎవరు ?
ధర్మరాజు : తండ్రి
యక్షుడు : గాలి కంటే కూడా వేగంగా వెళ్ళేది ఎవరు?
ధర్మరాజు : మనస్సు
యక్షుడు : విదేశాలు వెళ్ళేవారికి తోడు ఎవరు?
ధర్మరాజు : విద్య (చదువు)
యక్షుడు : మరణమాసన్నమైన వృద్ధునికి మిత్రుడు ఎవరు?
ధర్మరాజు : దానం, ఎందుకనగా మృత్యువు తర్వాత ఒంటరిగా నడిచే జీవికి తోడు వచ్చేది దానమే.
యక్షుడు : సుఖమంటే ఏమిటి?
ధర్మరాజు : శీలము, మంచి నడవడికపై ఆధారపడేది.
యక్షుడు : అన్నిటికంటే తుచ్ఛమైనది ఏది?
ధర్మరాజు : దిగులు.
యక్షుడు : దీనిని వదిలివేస్తే మానవుడు అందరికీ ప్రియుడగును?
ధర్మరాజు : అహంకారం.

ఇదే విధంగా యక్షుడు ఎన్నో ఇతర ప్రశ్నలు కూడా వేసెను. ధర్మరాజు వాటన్నిటికి సరియగు సమాధానములు చెప్పెను. చివరికి యక్షుడు “ఓ రాజా ! నేను మృతి చెందిన నీ సోదరులలో ఒకరినే జీవింపచేయగలను. నీవు ఎవరిని కోరుకుంటే వారు బ్రతుకుతారు” – అని చెప్పెను.

ధర్మరాజు ఒక క్షణం ఎవరిని బ్రతికించాలా ? అని ఆలోచించి, కొంచెం సేపు ఆగి “నా చిన్న సోదరుడు నకులుడు బ్రతకాలని చెప్పెను.

ధర్మరాజు ఈ విధంగా పలకగానే యక్షుడు, “ఓ ధర్మరాజా ! పదివేల ఏనుగుల బలం కల్గిన భీముణ్ణి వదలి నీవు నకులుణ్ణి ఎందుకు జీవింపకోరితివి? ఇది ఎలా సరియగును ?” అని యక్షుడు ప్రశ్నించెను.

“యక్షరాజా ! నేను నకులుణ్ణి ఎందుకు బ్రతికించమంటున్నానంటే నేను కుంతికి బ్రతికివున్న ఒక కుమారుణ్ణి అవుతాను. మాద్రికి జన్మించిన ఒకరు కూడా బ్రతికివుంటే బాగుంటుందని అలా కోరుకున్నాను. తమరు దయచేసి నకులుణ్ణి బ్రతికించండి” అని ధర్మరాజు యక్షునితో చెప్పెను.

ధర్మరాజు యొక్క ధర్మ స్వభావానికి యక్షుడు ఎంతో సంతృప్తి చెంది “ఓ ధర్మరాజా ! పక్షపాతమెరుగని ఓ నా కుమారా ! నీ నలుగురు సోదరులూ జీవింతురుగాక” – అని వరమిచ్చెను.

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर छह या आठ पंक्तियों में लिखिए।

1. “यक्ष प्रश्न” कहानी पाट का सारांश अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
पांडव वन में पानी की तलाश में घूम रहे थे। युधिष्टिर ने अपने सिवा चारों भाइयों को पानी के लिए एक के बाद एक को भेजा। लेकिन ये चार भाई एक सरोवर के पास मरे पड़े हुए हैं। युधिष्टिर सरोवर में पानी पीने उतरे। तो उसे अदृश्य वाणी से बातें सुनायी दी कि पानी पीने के पहले उनके प्रश्नों का उत्तर अवश्य देना। नहीं तो उसे भी उन के भाइयों के जैसे ही होगा। युधिष्टिर यक्ष के प्रश्नों का ठीक – ठीक उत्तर देता है। प्रसन्न होकर यक्ष उनके चारों भाइयों में से केवल एक को जीवित कर देने का वर देता है तो युधिष्टिर नकुल को जीवित करने को कहते हैं। तो यक्ष कारण जानकर उनके चारों भाइयों को ही जीवित कराते है।

निर्देश के अनुसार उत्तर दीजिए।

1. पांडव हिरण की खोज में निकल पडे। (रेखांकित शब्द का अर्थ पहचानिए।)
A) तलाश
B) इलाज
C) कगार
D) उपेक्षा
उत्तर:
A) तलाश

2. आग पैदा करने के लिए अरणी की नङकी की जरूरत हैं। (रेखांकित शब्द का तत्सम रूप
A) अग
B) अग्नि
C) आगा
D) अगन
उत्तर:
B) अग्नि

3. हिरण उनकी आँखों से पुनः गायब हो गया। ‘आँख’ शब्द कन तत्सम रूप पहचानिए।
A) अक्षि
B) अद्य
C) अष्ट
D) अज्ञ
उत्तर:
A) अक्षि

4. मेरे पास यज्ञ की अग्मि पैदा करने के लिए दूसरी लकङी नहीं हैं। (रेखांकित भब्द का तद्भव रूप पहचानिए।)
A) आग
B) आज
C) आड़
D) आन
उत्तर:
A) आग

5. एक दिन अचानक एक ब्राह्मण पांडवों के पास आया। (क्रिया विशेषण शब्द पहचानिए।) पहचानिए।)
A) एक
B) अचानक
C) ब्राह्मण
D) आया
उत्तर:
B) अचानक

अर्थग्राह्यता – प्रतिक्रिया

पठित – पद्यांश

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. पांडव ब्राह्मण की व्यथा से प्रभावित हुए। इसलिए वे हिरण की खोज में निकल पड़े। थोड़ी दूर जाने | पर उन्हें हिरण दिखायी दिया। उसे पकड़ने के लिए वे आगे बढ़े परंतु हिरण उनकी आँखों से पुनः गायब हो गया । हिरण की खोज में भटकते हुए वे थक गये और विश्राम के लिए एक वृक्ष के नीचे बैठ गये। प्यास के मारे सभी के कंठ सूख रहे थे ।
प्रश्न :
1. पांडव किनकी व्यथा से प्रभावित हुए?
उत्तर:
पांडव ब्राह्मण की व्यथा से प्रभावित हुए।

2. किसकी खोज में भटकते हुए पांडव थक गये?
उत्तर:
हिरण की खोज में भटकते हुए पांडव थक गये।

3. विश्राम के लिए पांडव कहाँ बैठ गये?
उत्तर:
विश्राम के लिए पांडव एक पेड (वृक्ष) के नीचे बैठ गये।

4. सभी के कंट क्यों सूख रहे थे?
उत्तर:
प्यास के मारे सभी के कंठ सूख रहे थे।

5. थोडी दूर जाने पर उन्हें क्या दिखायी दिया?
उत्तर:
थोडी दूर जाने पर उन्हें हिरण दिखायी दिया।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

2. युधिष्ठिर ने कहा – “यक्षराज ! मैंने जो नकुल को जीवित करवाना चाहा, वह सिर्फ इसी कारण कि माता कुंती का बचा हुआ एक पुत्र मैं हूँ, मैं चाहता हूँ कि माता माद्री का भी एक पुत्र जीवित हो उठे। अतः आप कृपा करके नकुल को जीवित कर दें।” युधिष्ठिर के धर्म स्वभाव से यक्ष अत्यंत संतुष्ट हुए और उन्होंने ‘वर’ देते हुए यह कहा, “पक्षपात से रहित मेरे प्यारे पुत्र ! तुम्हारे चारों ही भाई जीवित हों।”
प्रश्न :
1. युधिष्ठिर किसे जीवित करना चाहा?
उत्तर:
युधिष्ठिर नकुल को जीवित करना चाहा।

2. नकुल किसका पुत्र है?
उत्तर:
नकुल माद्री का पुत्र है।

3. युधिष्ठिर के धर्म स्वभाव से कौन अत्यंत संतुष्ट हुये?
उत्तर:
युधिष्ठिर के धर्म स्वभाव से यक्ष अत्यंत संतुष्ट हुए।

4. यक्ष ने क्या वर दिया?
उत्तर:
यक्ष ने यह वर दिया कि युधिष्ठिर के चारों भाई ही जीवित हों।

5. उपर्युक्त गद्यांश किस पाठ से दिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त गद्यांश ‘यक्ष प्रश्न’ पाठ से दिया गया है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

3. युधिष्ठिर ने नकुल को पानी की तलाश में भेजा। नकुल पानी की खोज में निकला और चलते – चलते.एक सरोवर के पास पहुँचा। सरोवर देखकर उसका मन प्रफुल्लित हो उठा। वह सोचने लगा कि क्यों न मैं पहले अपने प्यास बुझा लूँ। वह पानी पीने के लिए उद्यत ही हुआ था कि सहसा एक आवाज़ गूंज उठी, “ऐ नकुल, पानी पीने का दुस्साहस न करें। सावधान ! पहले मेरे प्रश्नों के उत्तर दो।” नकुल चेतावनी की परवाह न करके पानी पीने लगा।
प्रश्न :
1. पानी की तलाश में युधिष्ठिर ने किसे भेजा?
उत्तर:
पानी की तलाश में युधिष्ठिर ने नकुल को भेजा।

2. नकुल चलते – चलते किसके पास पहुँचा?
उत्तर:
नकुल चलते – चलते सरोवर के पास पहुंचा।

3. सहसा क्या आवाज़ गूंज उठी?
उत्तर:
सहसा यह आवाज़ गूंज उठी कि ” नकुल, पानी पीने का दुस्साहस न करें।”

4. सरोवर देखकर किसका मन प्रफुल्लित हो उठा?
उत्तर:
सरोवर देखकर नकुल का मन प्रफुल्लित हो उठा।

5. सरोवर को देखकर नकुल क्या सोचने लगा?
उत्तर:
सरोवर को देखकर नकल सोचने लगा कि “क्यों ने मैं पहले अपनी प्यास बुझा लूँ?”

अपठित – गद्यांश

• नीचे दिये गये गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर चुनकर कोष्ठक में लिखिए।

1. प्रिया, घबराओ नहीं। इस मुद्रिका पर मेरे नाम के जितने अक्षर हैं उतने ही दिनों में मेरे कर्मचारी आकर तुम्हें अंतःपुर में पहुँचाएँगे। मुद्रिका देखते ही मैं भी तुम्हें पहचान सकूँगा। दुष्यंत चला गया और फिर उसने गर्भवती शकुन्तला की सुध नहीं ली। शकुन्तला प्रिय वियोग से व्याकुल होकर अपनी सुधबुध खो गयी। दुर्दैव से एक दिन क्रोधी दुर्वासा का आगमन हुआ और उन्हें आतिथ्य देने में शकुन्तला दत्तचित नहीं हो सकी। क्रोध में आकर दुर्वासा बोले – जिस प्रेमी के ध्यान में पड़कर तुम कर्तव्य भूल गयी हो, वह तुम्हें भूल जाएगा। शकुन्तला को इस कठोर वचन की भी सुध न रही। उस समय कण्व सोमतीर्थ गये हुए थे। उनको तो यह वृत्तान्त बिलकुल ज्ञात न था ।
प्रश्न :
1. प्रिय वियोग से व्याकुल होकर कौन अपनी सुधबुध खो गयी थी?
A) दुष्यंत
B) शकुंतला
C) रेणुका
D) जानकी
उत्तर:
B) शकुंतला

2. शकुंतला का प्रिय कौन है?
A) दुष्यंत
B) विश्वामित्र.
C) कण्व
D) वशिष्ठ
उत्तर:
A) दुष्यंत

3. दुर्देव से एक दिन शकुंतला के पास किनका आगमन हुआ ?
A) विश्वामित्र
B) वशिष्ठ
C) दुर्वास
D) दुष्यंत
उत्तर:
C) दुर्वास

4. उस समय कण्व कहाँ गये थे?
A) तिरुपति
B) उज्जैयनी
C) भद्राचलम
D) सोमतीर्थ
उत्तर:
D) सोमतीर्थ

5. यह वृत्तांत किन्हें बिलकुल ज्ञात न था?
A) दुर्वास
B) कण्व
C) दुष्यंत
D) वशिष्ठ
उत्तर:
D) वशिष्ठ

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

2. रविवार का दिन था। श्रीमति स्टो गिरिजाघर गयी हुई थी और वहाँ धर्मोपदेश सुन रही थी कि एक साथ उनके मन में पुस्तक प्रारंभ कर देने की प्रेरणा उत्पन्न हुई और उन्होंने पहला अध्याय वहीं पर बैठे – बैठे लिख डाला। फिर उन्होंने वह अध्याय अपने बच्चों को सुनाया जिसे सुनकर बच्चों की आँखों से आँसू टप – टप गिरने लगे। इतने में श्रीमति स्टो के पतिदेव भी आ गये। बच्चों को रोते हुए देखकर वे आश्चर्यचकित रह गये। समझ में नहीं आया कि माजरा क्या है? तब श्रीमित स्टो ने वह अध्याय पति को भी सुनाया और बे भी रोने लगे। इस प्रकार प्रारंभ हुआ इस महत्वपूर्ण ग्रंथ का, जिसने आगे चलकर संसार में अक्षय कीर्ति प्राप्त की, जिसका अनुबाद शीघ्र ही संसार की तेईस भाषाओं में हो गया और जिसकी लाखों कापियाँ जनता के हाथों तक पहुँच गयीं। इस पुस्तक का नाम है – ‘अंकल टाम्स केबिन’ अर्थात् – ‘टाम काका की कुटिया।’
प्रश्न :
1. श्रीमति स्टो कहाँ गयी हुई थी?
A) गिरिजा घर
B) मंदिर
C) मसजिद
D) मदरसा
उत्तर:
A) गिरिजा घर

2. श्रीमति स्टो गिरिजाघर में क्या सुन रही थी?
A) गीतोपदेश
B) खुरान
C) धर्मोपदेश
D) ये सब
उत्तर:
C) धर्मोपदेश

3. उस पुस्तक का अनुवाद संसार के कितनी भाषाओं में हुआ?
A) 23
B) 33
C) 43
D) 53
उत्तर:
A) 23

4. उस पुस्तक का नाम क्या है?
A) मम्मी और डाडी
B) गिरिजाघर में मम्मी
C) अंकल टाम्स केबिन
D) डाडी के केबिन
उत्तर:
C) अंकल टाम्स केबिन

5. श्रीमति स्टो किस दिन गिरिजाघर गई?
A) सोमवार
B) शुक्रवार
C) शनिवार
D) रविवार
उत्तर:
D) रविवार

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 8 यक्ष प्रश्न

3. बूढ़ा बोला – ‘बेटा, तुम ठीक कह रहे हो। लेकिन यह पौधा मैं अपने लिए नहीं लगा रहा । एक | दिन वह पौधा बड़ा हो जाएगा। और पेड़ बनाजाएगा। यह अपनी छाया से आने – जानेवाले यात्रियों को आराम देगा। गर्मी और बरसात से उन्हें बचा सकेगा। जब इसमें फल लगेंगे तब शायद मैं इस दुनिया में न रहूँ, लेकिन इससे बहुत से लोग इसके फल खा सकेंगे।
प्रश्न :
1. एक दिन पौधा क्या बन जाएगा?
A) बडा
B) जंगल
C) पेड
D) लता
उत्तर:
C) पेड

2. जब पेड़ को फल लगेंगे तब उन्हें कौन खायेंगे?
A) बूढ़ा
B) बहुत से लोग
C) बेटे
D) ये सब
उत्तर:
B) बहुत से लोग

3. “बेटा, तुम ठीक कह रहे हो। लेकिन यह पौधा मैं अपने लिए नहीं लगा रहा” – इस वाक्य को किसने कहा?
A) बूढ़ा
B) बेटे
C) बेटा
D) स्त्री
उत्तर:
A) बूढ़ा

4. गर्मी और बरसात से यह हमें बचा सकेगा
A) नदी
B) सागर
C) पेड़
D) फल
उत्तर:
C) पेड़

5. उपर्युक्त इस अनुच्छेद में किसके बारे में बताया गया?
A) जानवरों के
B) पक्षियों के
C) पेड़ों के
D) मनुष्यों के
उत्तर:
C) पेड़ों के

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 7 मेरा जीवन Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

9th Class Hindi Chapter 7 मेरा जीवन Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 33)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन 1
प्रश्न 1.
इस चित्र से कौन – सी भावना प्रकट होती है?
उत्तर:
यह चित्र मानवता की प्रतिमूर्ति मदर तेरेसा का है | इस चित्र से सेवा प्रवृत्ति, सहनशीलता, निस्वार्थ भावना, लक्ष्य साधना में निश्चल रहने की भावना प्रकट होती है। भगवान की प्रार्थना करने की अपेक्षा दुखितों के दुःख दूर करने की भावना प्रकट होती है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

प्रश्न 2.
आपको समाज सेवा करना कैसा लगता है?
उत्तर:
समाज माने मानव संघ है। मानव सेवा ही माधव सेवा है। समाज सेवा महान और पवित्र है। ऐसे समाज की सेवा करना मुझे बहुत अच्छा और सुखदायक लगता है।

प्रश्न 3.
मदर तेरेसा के जीवन से क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर:
मदर तेरेसा दयामयी, मानवता की प्रतिमूर्ति हैं। उनका जीवन आदर्शों से भरा हुआ है। ऐसे उनके जीवन से आपन्न लोगों का दुःख दूर करने और उनकी सेवा करने में जुटजाने की प्रेरणा मिलती है।

अर्थवाह्यता-प्रतिक्रिया

अ) नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

अ. जीवन में हँसते – बोलते रहना क्यों ज़रूरी है?
उत्तर:
मानव जीवन में सुख – दुःख दोनों रहते हैं। हर मानव सुखमय जीवन ही बिताना चाहता है। हँसते रहनेवाले का दिल स्वच्छ और शांत रहता है। हँसते बोलनेवाले के सभी मित्र बनते हैं। सबसे हँसते प्रेम पूर्वक बरताव करने से मानव सुखी बन सकता है। चाहे कितना भी कष्ट का सामना करना पडे दिल को तसल्ली पहुँचाने हँसते रहना और हँसते बोलना है। यही एक उत्तम साधन है। जीवन सुखमय बनाने हमें सदा हँसते हुए बोलना चाहिए | इससे मानसिक शांति मिलती है।

आ. खुशहाल जीवन की क्या विशेषता होती है?
उत्तर:
मानव जीवन सुख-दुःख का मिश्रण है। हर एक मानव खुशहाल जीवन ही बिताना चाहता है। मानव को स्वस्थ, निडर, साहसी, निर्लोभ, सहृदयी, कार्यशील होकर योग्य काम करते रहने से ही खुशी मिलती है। उसका जीवन शुखहाल होता है। दूसरों को सुख पहुँचाते स्वयं खुश रहना, खुशहाल जीवन की मुख्य विशेषता है। अपने चारों ओर के लोगों और प्राणियों की भलाई करते, धर्म परायण होकर, कर्तव्यों का पालन करते हुए सुखमय जीवन बिताना ही खुशहाल जीवन की विशेषता है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

इ. ‘प्रसन्न व्यक्ति कभी दुःखी नहीं होता’ इस पर अपने विचार बताइए ।
उत्तर:
मानव जीवन में सुख और दुःख दोनों रहते हैं। अपने अच्छे गुण और दूसरों से मिल जुलकर रहने से मानव प्रसन्न रह सकता है। निर्मल हृदय, परोपकार भावना, सुख पहुँचाना, अन्याय न करना, निस्वार्थ भावना आदि गुणों से मानव प्रसन्न रह सकता है। प्रसन्न व्यक्ति सुख-दुःख दोनों को समान दृष्टि से देखता है। दुःख के बिना सुख मिलता ही नहीं है। इस तत्व को समझकर सुखी जीवन बितानेवाला ही महान होता है। वह कभी दुःखी नहीं होता ।

आ) कविता पढ़कर नीचे दिये गये अभ्यास पूरे कीजिए।

इन पंक्तियों का उचित क्रम बताइए।

1. उत्साह उमंग निरंतर रहते मेरे जीवन में । ( 3 )
2. उल्लास विजय का हँसता मेरे मतवाले मन से | ( 4 )
3. जग है असार सुनती हूँ मुझको सुख – सार दिखाता। ( 1 )
4. मेरी आँखों के आगे सुख का सागर लहराता। ( 2 )

नीचे दी गयीं पंक्तियों के भाव स्पष्ट कीजिए।

प्रश्न 1.
हँस-हँस जीवन में कैसे करती है चिंता क्रीडा?
उत्तर:
जिसका जीवन हँसी-हँसी से गुज़रता है उनके जीवन में चिंता की क्रीडा नहीं होती ।

प्रश्न 2.
मेरी आँखों के आगे सुख का सागर लहराता ।
उत्तर:
कवइत्री सुभद्रा कुमारी चौहान जी के जीवन में जीवन सुख सार जैसा है | इसलिए उनकी आँखों के आगे सुख का सागर ही लहराता है ।

प्रश्न 3.
सुख भरे सुनहरे बादल रहते हैं मुझको घेरे ।
उत्तर:
कवइत्री सुभद्रा कुमारी चौहानजी के सुख भरे जीवन में हमेशा सुनहरे बादल घेरे रहते हैं ।

प्रश्न 4.
विश्वास, प्रेम, साहस जीवन के साथी मेरे।।
उत्तर:
सुभद्रा कुमारी चौहान जी के सुखमय जीवन में विश्वास, प्रेम, साहस आदि जीवन के साथी हैं ।

नीचे दिया गया पद्यांश पढ़कर इसका भाव अपने शब्दों में लिखिए ।
बार-बार आती है मुझको,
मधुर याद बचपन तेरी।
गया ले गया जीवन की,
सबसे मस्त खुशी मेरी ॥
उत्तर:
यह पद्यांश कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता “मेरा बचपन” का पद्य है। कवयित्री अपने मधुरमय बचपन को याद करती कहती है।

हे बचपन ! मुझे तुम्हारी याद बार – बार आती है। क्योंकि बचपन मेरा सुखदायी और भुला देनेवाला नहीं। खेलते-कूदते, बाधा के बिना, खुशी से मैं ने अपना बचपन बिताया। बचपन के दिन जीवन में फिर कभी नहीं आते । अब मैं बड़ी हो गयी हूँ। इससे मेरे जीवन की मस्त खुशी मुझसे दूर हो गयी है।

अभिव्यक्ति- सजनात्मकता

अ) पाठ के आधार पर नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर लिरिवाए।

प्रश्न 1.
कवयित्री ने जीवन में हँसने को क्यों महत्व दिया है?
उत्तर:
कवयित्री मानव जीवन का महत्व खूब जानने वाली हैं । अपना जीवन सुखमय बना लेने आवश्यक विषय सीख लिये हैं। वे हैं – बाधाओं को हँसते सहना, संसार और सब लोगों को सुख पहुँचाने वाले समझना। उत्साह, उमंग के साथ हर पल बिताना, आशावान होकर असफलताओं से दुःखी न होते, विश्वास, प्रेम, साहस आदि गुणों से जीवन सुखमय बना लेना आदि। इस तरह उसने अपना जीवन सुखदायी बना लिया है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

प्रश्न 2.
आपको यह संसार कैसा लगता है?
उत्तर:
मैं ने सुन लिया है कि यह संसार तो सारहीन और अशाश्वत है। लेकिन मैं तो विश्वास, प्रेम, धैर्य से सुख की आशा में ही रहती हूँ | निराश न होते हुए आशावान होकर जीवन बिताते रहने के कारण हमें यह संसार सुखदायी ही लगता है।

प्रश्न 3.
अपने जीवन को खुशहाल कैसे बनाया जा सकता है?
उत्तर:
मैं अपने जीवन को सदा हँसते हुए साहस, प्यार, विश्वास, आदि अच्छे गुणों से बाधाओं और कष्टों की परवाह न करते धीरज के साथ जीवन के प्रति आशा से रहते खुशहाल बनाता हूँ।

प्रश्न 4.
कवयित्री ने जीवन का साथी किसे बताया है और क्यों?
उत्तर:
मानव जीवन अति मूल्यवान है। सच्चा मानव दुःखों की परवाह न करते सुख की आशा में ही जीवन बिताता है। इसलिए कवयित्री विश्वास, प्रेम, साहस, उत्साह, उल्लास आदि महान गुणों से रहती थी। उन्होंने तो आशा को ही अपना साथी बना लिया । क्योंकि जीवन तो आशा से ही गुज़ारा जाता है।

आ) ‘मेरा जीवन’ कविता का सारांश अपने शब्दों में लिरिवाए।
(या)
सुभद्राकुमारी चौहान जी ‘मेरा जीवन’ कविता के माध्यम से हमें कौन – सी प्रेरणा देना चाहती है? अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
“मेरा जीवन” नामक कविता की कवयित्री हैं श्रीमती सुभद्रा कुमारी चौहान | इस कविता में आप लक्ष्य की राह में खुशहाल, सुखी जीवन व्यतीत करने की प्रेरणा देती हैं ।

सुभद्रा कुमारी चौहान जी कहती हैं कि मैं ने हँसना सीखा है । मैं रोना नहीं जानती । मैं ने अपने जीवन में पल-पल पर सोने को बरसते देखा है । मुझे आज तक यह पता नहीं कि पीडा कैसी होती है?

मैं ने इस जग के बारे में सुना कि यह जग असार है । लेकिन मुझे सुख-सार दिखाता है । मेरी आँखों के सामने सुख सागर लहराता है | मेरे जीवन में उत्साह, उमंग निरंतर रहते हैं | मेरे मतवाले मन में उल्लास और विजय हँसते रहते हैं ।

मेरे जीवन को आशा प्रतिक्षण आलोकित करती है | मेरी असफलता के धन स्वर्ण सूत्र से वलयित है। मुझे हमेशा सुख भरे सुनहरे बादल घेरे रहते हैं | मेरे जीवन के साथी विश्वास, प्रेम और साहस ही हैं।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

इ) इस कविता को “आत्मकथा” के रूप में लिरिवए।
उत्तर:
मेरा जीवन :
मैं ने हँसना सीखा है। मैं रोना नहीं जानती है | मेरे जीवन में हर क्षण सोना बरसा करता है। “पीडा कैसी होती है”? – इसे मैं अब तक जान न पाई हूँ। मेरे हँस-हँस जीवन में चिंता क्रीडा कैसी करती है?

मैं इस जग के बारे में असार सुनती हूँ। लेकिन यह जग मुझे सुख – सार दिखाता है। सदा मेरे आँखों के सामने सुख का सागर ही लहराता है। मेरे जीवन में उत्साह और उमंग सदा (निरंतर) रहते हैं। मेरे मतवाले मन में उल्लास और विजय हँसते रहते हैं।

मेरे जीवन को प्रतिक्षण आशा से आलोकित करती रहती हूँ। हमेशा मुझे सुख भरे सुनहरे बादल घेरे रहते हैं। मेरे जीवन का साथी हैं – विश्वास, प्रमे और साहस।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

ई) विश्वास, प्रेम और साहस का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। इस पर अपने विचार लिरिवए।
उत्तर:
विश्वास :
विश्वास से हमारा जीवन सफल बनता है। हर एक आदमी को अपने पर, बंधु – बांधवों पर मित्रों पर अवश्य विश्वास रखना चाहिए। विश्वास के बिना हम निश्चिंता से जीवित नहीं रह सकते। हर काम पर हमें ज़रूर विश्वास रहना चाहिए । विश्वास हमें जीवन में आगे बढ़ाता है। अविश्वास तो हमारे जीवन का रोकडा है।

प्रेम :
हमारे जीवन में और एक आवश्यक अंश या अंग प्रेम ही है। प्रेम के बिना भी हम जीवित नहीं रह सकते। हर एक को अपने ऊपर, अपने परिजनों के ऊपर, अपने परिवार के ऊपर, अपने पुत्र तथा पत्नी आदि के ऊपर प्रेम अवश्य रहता है। प्रेम के बिना जीवन असार तथा सून लगता है। प्रेम के सहारे हम कुछ कर सकते हैं। प्रेम के बिना कुछ नहीं कर सकते । प्रेम जीवन देता है। प्रेम दूसरों को जिलाता है।

साहस :
हमारे जीवन में और एक आवश्यक अंश साहस है। यह जीवन में महत्वपूर्ण स्थान पाता है। साहस हमें आगे बढ़ाता है। साहसवाला हर एक काम पूरा करके विजय पाता है। साहस के बिना हम कुछ नहीं कर सकते। साहस के सहारे ही हम हर क्षेत्र में जीत पा सकेंगे। इसीलिए कहा गया है कि साहस और धैर्य ही लक्ष्मी है।

भाषा की बात

अ) निम्न शब्दों पर ध्यान दीजिए |

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन 2
इस तरह दो या उससे अधिक शब्दों के मेल से बने शब्द को समास कहते हैं ।

समास के प्रकार
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन 3

नीचे दिये गये शब्दों को सामासिक रूप में बताइए।
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन 4
उत्तर:
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन 5

परियोजना कार्य

सुभद्रा कुमारी चौहान की कोई एक कविता संग्रहित कीजिए।
उत्तर:
देव ! तुम्हारे कई उपासक, कई ढंग से आते हैं,
सेवा में बहुमूल्य भेंट वे, कई रंग के लाते हैं ।
धूम-धाम से, साज-बाज से, वे मंदिर में आते हैं ।
मुक्तामणि बहुमूल्य वस्तुएँ, लाकर तुम्हें चढ़ाते हैं ।
मैं ही हूँ गरीबिनी ऐसी, जो कुछ साथ नहीं लायी,
फिर भी साहस कर मंदिर में, पूजा करने को आयी ।
धूप-दीप, नैवेद्य नहीं है, झाँकी का श्रृंगार नहीं,
हाय, गले में पहनाने को, फूलों का भी हार नहीं ।
स्तुति कैसे करूँ तुम्हारी, स्वर में है माधुर्य नहीं,
मन का भाव प्रकट करने को, वाणी में चातुर्य नहीं ।
नहीं दान है, नहीं दक्षिणा, खाली हाथ चली आयी,
पूजा की भी विधि न जानती, फिर भी नाथ चली आयी ।
पूजा और पुजापा प्रभुवर! इसी पुजारिन को समझो,
दान-दक्षिणा और निछावर, इसी भिखारिन को समझो ।
मैं उन्मत्त प्रेम की लोभी, हृदय दिखाने आयी हूँ,
जो कुछ है बस यही पास है, इसे चढ़ाने आयी हूँ |
चरणों में अर्पित है, इसको चाहो तो स्वीकार करो,
यह तो वस्तु तुम्हारी ही है, ठुकरा दो या प्यार करो ।

मेरा जीवन Summary in English

I learnt smiling. I don’t know weeping.
Every moment showered gold on my life.
So far I didn’t know how pain is.
Why does worry play in a cheerful life?
I heard the world is insubstantial. But it showed me the essence of pleasures.
The sea of comforts rose with tides before my eyes.
Joy and joviality are always with me in my life.
Getting inebriated the joy of success is smiling in my mind.
At every instant hope appears in my life.
Pleasure filled and gold coloured clouds encircled me.
Faith, love and courage are my bosom friends.

मेरा जीवन Summary in Telugu

నేను నవ్వడం నేర్చుకున్నాను. నాకు ఏడ్వడం తెలీదు. క్షణం క్షణం నా జీవితంలో బంగారం కురిసింది.
నేనిప్పటి వరకు బాధ ఎలా ఉంటుందో తెలుసుకోలేదు. నవ్వులు రువ్వే జీవితంలో దిగులు ఎందుకు ఆటలాడుతుంది? ప్రపంచం సారహితమని విన్నాను. కాని నాకు సుఖసారం చూపింది.

నా కనుల ముందు సుఖ సాగరం అలలు లేచింది. ఉత్సాహం ఉల్లాసం నిరంతరం నా జీవితంలో ఉన్నాయి. విజయోల్లాసం నా మనస్సులో మత్తెక్కి నవ్వుతోంది. నా జీవితంలో ప్రతిక్షణం ఆశ దృగ్గోచరమవుతోంది. సుఖంతో నిండిన బంగారు రంగు మేఘాలు నన్ను చుట్టుముట్టినాయి.

విశ్వాసం, ప్రేమ, సాహసం నా జీవిత స్నేహితులు.

अर्थवाहयता – प्रतिक्रिया

निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए ।

जग है असार सुनती हूँ मुझको सुख – सार दिखाता।
मेरी आँखों के आगे सुख का सागर लहराता।
उत्साह उमंग निरंतर रहते मेरे जीवन में
उल्लास विजय का हँसता मेरे मतवाले मन से।
प्रश्नः
1. कवयित्री ने जग के बारे में क्या सुना ?
उत्तर:
कवयित्री ने जग के बारे में यह सुना था कि जग असार है।

2. सुख का सागर कहाँ लहराता है?
उत्तर:
कवयित्री के आँखों के आगे सुख का सागर लहराता है।

3. कवयित्री के जीवन में निरंतर क्या रहता है?
उत्तर:
कवयित्री की जीवन में निरंतर उत्साह, उमंग रहता है।

4. “विजय’ का विलोम शब्द क्या है?
उत्तर:
विजय × अपजय

5. उपर्युक्त कविता के कवयित्री का नाम क्या है?
ज. उपर्युक्त कविता की कवयित्री का नाम है “सुभद्रा कुमारी चौहान।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

2. आशा आलोकित करती मेरे जीवन को प्रतिक्षण
है स्वर्णसूत्र से वलयित मेरी असफलता के धन।
सुख भरे सुनहरे बादल रहते हैं मुझको घेरे।
विश्वास, प्रेम, साहस जीवन के साथी मेरे।
प्रश्नः
1. कवयित्री के जीवन को प्रतिक्षण क्या आलोकित करती है?
उत्तर:
कवयित्री के जीवन को प्रतिक्षण आशा आलोकित करती है।

2. असफलता किस सूत्र से वलयित है?
उत्तर:
असफलता स्वर्णसूत्र से वलयित है।

3. कवयित्री किनको अपने जीवन के साथी कहती है?
उत्तर:
कवइत्री विश्वास, प्रेम, साहस आदि को अपने जीवन के साथी कहती है।

4. ‘बादल’ इस शब्द का पर्यायवाची शब्द क्या है?
उत्तर:
मेघ

5. यह पद्यांश किस कविता पाठ से दिया गया है?
उत्तर:
यह पद्यांश मेरा जीवन कविता पाठ से दिया गया है।

2. निम्न लिखित कविता पढ़कर नीचे दिये गये वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर दीजिए। सही विकल्प से संबंधित अक्षर चुनकर कोष्ठक में रखिए।

1. युग युग तक चलती रहे, कठोर कहानी
रघुकुल में भी थी एक अभागिन रानी
निज जन्म-जन्म से सुने जीव यह मेरा
धिक्कार ! उसे था महा स्वार्थ ने घेरा ||
प्रश्नः
1. युग-युग तक कैसी कहानी चलती रही?
A) सरल
B) कठोर
C) मधुर
D) विवेक
उत्तर:
B) कठोर

2. एक अभागिन रानी किस कुल में भी थी?
A) रघुकुल
B) सूर्यकुल
C) चंद्रकुल
D) राणा कुल
उत्तर:
A) रघुकुल

3. कहानी कब तक चलती रही?
A) युग युग तक
B) युगांत तक
C) प्रलय तक
D) कल तक
उत्तर:
A) युग युग तक

4. जन्म शब्द का विलोम शब्द क्या हैं?
A) जनन
B) संस्कार
C) मृत्यु
D) आविष्कार
उत्तर:
C) मृत्यु

5. इस पद्य में किस कुल का प्रस्ताव था?
A) रघुकुल
B) यदुकुल
C) चंद्रकुल
D) देवकुल
उत्तर:
A) रघुकुल

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दो या तीन वाक्यों में लिखिए।

1. सुभद्रा कुमारी जी को यह संसार कैसा लगता है?
उत्तर:
सुभद्रा कुमारी जी ने सुन लिया है कि यह संसार तो सारहीन और अशाश्वत है। लेकिन कवइत्री तो विश्वास, प्रेम, धैर्य से सुख की आशा में हि रहती हैं। निराशा न होते हुए आशावान होकर जीवन बिताने रहने के कारण कवइत्री को यह संसार सुखदायी ही लगता हैं।

2. मैं बचपन को बुला रही थी।
बोल उठी बिटिया मेरी
नंदन – वन – सी फूल उठी वह
छोटी सी कुटिया मेरी ||
‘माँ ओ’ कहकर बुला रही थी।
मिट्टी खाकर आई थी,
कुछ मुँह में, कुछ लिए हाथ में
मुझे खिलाने लाई थी।
प्रश्न :
1. कवयित्री किसको बुला रही थी ?
A) माता को
B) बेटी को
C) बचपन को
D) पिता को
उत्तर:
C) बचपन को

2. बिटिया की पुकार से कुटिया कैसी फूल उठी?
A) वृंदावन सी
B) स्वर्ग सी
C) मधुवन सी
D) नंदनवन सी
उत्तर:
D) नंदनवन सी

3. कवयित्री की बिटिया क्या खाकर आयी थी?
A) रोटी
B) मिट्टी
C) खाना
D) लड्डू
उत्तर:
B) मिट्टी

4. कुटिया कैसी थी?
A) छोटी
B) बडी
C) लंबी
D) चौडी
उत्तर:
A) छोटी

5. ‘माँ’ शब्द का पर्यायवाची शब्द क्या है?( )
A) बेटी
B) माता
C) बहन
D) पुत्री
उत्तर:
B) माता

निर्देश के अनुसार उत्तर दीजिए।

1. सुनहरा बादल सुभद्राकुमारी जी को घेरा रहता है। बहुवचन रूपी वाक्य पहचानिए।
A) सुनहरे बादलों सुभद्राकुमारी जी को घेरी रहते हैं।
B) सुनहरे बादल सुभद्राकुमारी जी को घेरे रहते है।
C) सुनहरे बादलें सुभद्राकुमारी जी को घेरी रहती है।
D) सुनहरी बादल सुभद्राकुमारी जी को घेरी रहती हैं।
उत्तर:
B) सुनहरे बादल सुभद्राकुमारी जी को घेरे रहते है।

2. मेरे जीवन को आशा प्रतिक्षण आलोकित करती है। (रेखांकित शब्द का समास पहचानिए।)
A) तत्पुरुष समास
B) द्वंद्व समास
C) द्विगु समास
D) अव्ययीभाव समास
उत्तर:
D) अव्ययीभाव समास

अर्थग्राह्यता – प्रतिक्रिया

पठित – पद्यांश

निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. मैं ने हँसना सीखा है, मैं नहीं जानती रोना।
बरसा करता पल पल पर, मेरे जीवन में सोना।
मैं अब तक जान न पाई कैसी होती है पीड़ा।
हँस हँस जीवन में कैसे करती हैं चिंता क्रीड़ा।
प्रश्न :
1. उपर्युक्त पद्यांश की कवयित्री कौन है?
उत्तर:
उपर्युक्त पद्यांश की कवयित्री हैं “श्रीमति सुभद्राकुमारी चौहाना”

2. कवयित्री के जीवन में पल – पल पर क्या बरसा करता है?
उत्तर:
कवयित्री के जीवन में पल – पल पर सोना बरसा करता है।

3. कवयित्री क्या नहीं जानती है?
उत्तर:
कवयित्री पीडा कैसी होती है – इसे नहीं जानती।

4. कवयित्री ने क्या सीखा है?
उत्तर:
कवयित्री हँसना सीखा है।

5. उपर्युक्त पद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त पद्यांश ‘मेरा जीवन’ नामक पाठ से लिया गया है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

2. मैं ने हँसना सीखा है, मैं नहीं जानती रोना।
बरसा करता पल – पल पर मेरे जीवन में सोना।
मैं अब तक जान न पाई कैसी होती है पीड़ा।
हँस – हँस जीवन में कैसे करती हैं चिंता क्रीड़ा॥
प्रश्न :
1. कवयित्री अब तक क्या जान न पाई?
उत्तर:
कवयित्री अब तक यह जान न पाई कि “पीडा कैसी होती है?”

2. हँस – हँस जीवन में कौन-सी क्रीडा नहीं होती?
उत्तर:
हँस – हँस जीवन में चिंता क्रीडा नहीं होती।

3. ‘पल’ शब्द का पर्यायवाची शब्द क्या है?
उत्तर:
‘पल’ शब्द का पर्याय शब्द है -“क्षण”|

4. हँस शब्द का विलोम शब्द क्या है?
उत्तर:
हँस – शब्द का विलोम शब्द है – ” रोना”|

5. उपर्युक्त पद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त पद्यांश ‘मेरा जीवन’ पाठ से लिया गया है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

3. आशा आलोकित करती मेरे जीवन को प्रतिक्षण।
है स्वर्णसूत्र से वलयित मेरी असफलता के धन।
सुख भरे सुनहरे बादल रहते हैं मुझको घेरे।
विश्वास, प्रेम, साहस जीवन के साथी मेरे।
प्रश्न :
1. कवयित्री के जीवन को प्रतिक्षण क्या अलोकित करती है?
उत्तर:
कवयित्री के जीवन को आशा आलोकित करती है।

2 कवयित्री को कैसे बादल घेर कर रहते हैं?
उत्तर:
कवयित्री को सुनहरे बादल घेरकर रहते हैं।

3. कवयित्री के साथी कौन है?
उत्तर:
विश्वास, प्रेम, साहस आदि कवयित्री के साथी हैं।

4. कवयित्री की असफलता के धन किस सूत्र में वलयित है?
उत्तर:
कवयित्री की असफलता के धन स्वर्ण सूत्र से वलयित है।

5. इस पद्यांश की कवयित्री कौन है?
उत्तर:
इस पद्यांश की कवयित्री है “श्रीमति सुभद्रा कुमारी चौहान”।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

4. जग है असार सुनती हूँ मुझको सुख – सार दखाता।
मेरी आँखों के आगे सुख का सागर लहराता।
उत्साह उमंग निरंतर रहते मेरे जीवन में ।
उल्लास विजय का हँसता मेरे मतवाले मन से।
प्रश्न :
1. जग के बारे में कवयित्री क्या सुनती है?
उत्तर:
जग के बारे में कवयित्री यह सुनती है कि यह जग असार है।

2 कवयित्री के जीवन में निरंतर क्या – क्या रहते हैं?
उत्तर:
कवयित्री के जीवन में निरंतर उत्साह और उमंग रहते हैं।

3. कवयित्री के मतवाले मन से क्या हँसता है?
उत्तर:
उल्लास विजय का हँसता है।

4. कवयित्री को जग कैसा दिखाता है?
उत्तर:
कवयित्री को जग सुख सार जैसा दिखाता है।

5. इस पद्य की कवयित्री कौन है?
उत्तर:
इस पद्य की कवयित्री श्रीमति सुभद्रा कुमारी चौहान है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

5. मैं ने हँसना सीखा है, मैं नहीं जानती रोना।
बरसा करता पल – पल पर मेरे जीवन में सोना।
मैं अब तक जान न पाई कैसी होती है पीड़ा।
हँस – हँस जीवन में कैसे करती हैं चिंता क्रीड़ा।
आशा आलोकित करती मेरे जीवन को प्रतिक्षण|
है स्वर्णसूत्र से वलयित मेरी असफलता के धन।
सुख भरे सुनहरे बादल रहते हैं मुझको घेरे।
विश्वास, प्रेम, साहस जीवन के साथी मेरे।
प्रश्न :
1. किसके जीवन में आशा आलोकित करती है?
उत्तर:
कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान जी के जीवन में आशा आलोकित करती है।

2. मैं ने हँसना सीखा है’ – यहाँ “मैं ने” कौन है?
उत्तर:
मैं ने हँसना सीखा है। यहाँ “मैं ने” सुभद्रा कुमारी चौहान (कवयित्री) जी है।

3. कवयित्री के जीवन में पल – पल पर क्या बरसा करता है?
उत्तर:
कवयित्री के जीवन में पल – पल पर सोना बरसा करता है।

4. यह पद्यांश किस पाठ से दिया गया है?
उत्तर:
ये पद्यांश “मेरा जीवन” नामक पद्य पाठ से दिये गये हैं।

5. प्रेम – शब्द का पर्याय लिखिए।
उत्तर:
प्रेम शब्द का पर्याय है – प्यार / मोहब्बत

अपठित – पद्यांश

निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. राखी पाकर भूल न जाना,
बहिनों की तुम लाज बचाना,
वचन देकर भूल न जाना,
रक्षा का प्रण है निभाना !
आया आज रक्षा – बन्धन का त्यौहार !
भैया ! लो मैं बाँधूंगी राखी।
प्रश्न :
1. आज कौन – सा त्यौहार आया है?
A) दिवाली
B) दशहरा
C) संक्रांति
D) रक्षा बंधन
उत्तर:
D) रक्षा बंधन

2. हमें किनकी लाज बचाना है?
A) भाइयों की
B) बहिनों की
C) माताओं की
D) इन सबकी
उत्तर:
B) बहिनों की

3. राखी कौन बांधती है?
A) भाई
B) माता
C) दादी
D) बहिन
उत्तर:
D) बहिन

4. हमें किस प्रण को निभाना है?
A) रक्षा का प्रण
B) शिक्षा का प्रण
C) कक्षा का प्रण
D) देश का प्रण
उत्तर:
A) रक्षा का प्रण

5. वचन देकर क्या करना है?
A) भूल जाना
B) भूल न जाना
C) भाग जाना
D) धन कमाना
उत्तर:
B) भूल न जाना

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

2. सच है विपत्ति जब आती है
कायर को ही दहलाती है,
सूरमा नहीं विचलित होते
क्षण एक नहीं धीरज खोते।
विघ्नों को गले लगाते हैं,
काँटों में राह बनाते हैं।
प्रश्न :
1. विपत्ति इन्हें दहलाती है
A) साहसी
B) कायर
C) स्त्री
D) इन सबको
उत्तर:
B) कायर

2. कौन विचलित नहीं होते ?
A) सूरमा
B) कायर
C) दानव
D) जानवर
उत्तर:
A) सूरमा

3. ये विघ्नों को गले लगते हैं
A) कायर
B) सूरमा
C) दानव
D) राक्षस
उत्तर:
B) सूरमा

4. धीरज वाले कहाँ राह बनाते हैं?
A) पत्थरों में
B) पहाडों में
C) काँटों में
D) सागरों में
उत्तर:
C) काँटों में

5. इस पद्य में क्या रखने के लिए कहा गया है?
A) कायरता
B) धीरज
C) संपत्ति
D) विपत्ति
उत्तर:
B) धीरज

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

3. विचार लो कि मर्त्य हो न मृत्यु से डरो कभी,
मरो, परंतु यों मरो कि याद जो करें सभी।
हुई न यों सुमृत्यु तो वृथा मरे, वृथा जिए,
मरा नहीं वही कि जो जिया न आपके लिए।
वही पशु – प्रवृत्ति है कि आप आप ही चरे,
वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे ।।
प्रश्न :
1. इससे कभी न डरना चाहिए।
A) जन्म से
B) मृत्यु से
C) युद्ध से
D) हार से
उत्तर:
B) मृत्यु से

2. जो मनुष्य के लिए मरता है, वही ……. है।
A) जानवर
B) मनुष्य
C) देवता
D) राक्षस
उत्तर:
B) मनुष्य

3. आप आप ही चरना कैसी प्रवृत्ति है?
A) मनुष्य
B) राक्षस
C) देव
D) पशु
उत्तर:
D) पशु

4. इस पद्यांश में इसके बारे में बनाया गया है
A) मनुष्यता
B) राक्षसत्व
C) देवत्व
D) अपकार करने
उत्तर:
A) मनुष्यता

5. हमें ऐसा मरना है
A) सभी भूल जाने के जैसे
B) सभी याद करने के जैसे
C) सभी संतोष में रहने के जैसे
D) ये सब सही
उत्तर:
B) सभी याद करने के जैसे

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 7 मेरा जीवन

4. जयमाला ले अपने कर में
जयदेवी है तुम्हें बुलाती।
अमृत पुत्र हो, डर काहे का
बढे चलो, तुम बढ़े चलो।
मुड – मुड कर मत देखो, मानव !
बहु दूर तुम्हे तो चलना है,
सोचो अपने मन में हरदम
यह हिन्दुस्तान तुम्हारा है।
प्रश्न :
1. तुम्हें कौन बुलाती है?
A) जेष्टादेवी
B) लक्ष्मीदेवी
C) जयदेवी
D) ये सब
उत्तर:
C) जयदेवी

2. जय देवी के कर में क्या है?
A) दीप
B) हार
C) मोती का हार
D) जयमाला
उत्तर:
D) जयमाला

3. कितना दूर तुम्हें चलना है?
A) कुछ दूर
B) बहुदूर
C) दो मील
D) योजन
उत्तर:
B) बहुदूर

4. अपने मन में हर दम क्या सोचना है?
A) यह हिन्दुस्तान तुम्हारा है।
B) यह पाकिस्तान तुम्हारा है।
C) यह रूस तुम्हारा है।
D) ये सब
उत्तर:
A) यह हिन्दुस्तान तुम्हारा है।

5. तुम कैसे पुत्र हो?
A) विष
B) ज़हर
C) वीर
D) अमृत
उत्तर:
D) अमृत

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

9th Class Hindi Chapter 6 बेटी के नाम पत्र Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 26)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र 1
प्रश्न 1.
चित्र में क्या दिखाई दे रहा है?
उत्तर:
चित्र में एक लड़का है । उसके सामने एक थैला है। उसके हाथ में एक पत्र है।

प्रश्न 2.
बालक क्या कर रहा होगा?
उत्तर:
बालक पत्र पढ़ रहा होगा ।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

प्रश्न 3.
हमारे जीवन में पत्रों का क्या महत्व है?
उत्तर:
पत्र भिन्न-भिन्न प्रांतों में रहनेवाले दो या कई व्यक्तियों के बीच मित्रता को बढ़ाते हैं। ये दिलों को जोडते हैं। अपनी भावनाएँ दूसरों तक पहुँचाने के लिए पत्र ही एक साधन है।

अर्थग्राह्यता-प्रतिक्रिया

अ) प्रश्नों के उत्तर सोचकर दीजिए।

प्रश्न 1.
पुराने समय में पत्र कैसे भेजे जाते थे?
उत्तर:

  • पुराने समय में पत्र कबूतरों के द्वारा भेजे जाते थे ।
  • कभी-कभी पालतू जानवरों से भी पत्र भेजे जाते थे।
  • संवाददाता एवं समाचार वाहकों के द्वारा भी पत्र भेजे जाते थे।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

प्रश्न 2.
विविध उत्सवों व शुभसंदर्भो पर शुभकामनाएँ कैसे दी जाती हैं ?
उत्तर:
विविध उत्सवों व शुभसंदर्भो पर शुभकामनायें फ़ोन के द्वारा, सेल फ़ोन (दूर वाणि) के मेसेजों (संदेशों) द्वारा
ई-मेइल संदेशों द्वारा, पत्रों के द्वारा या खुद मिलकर भी दी जाती हैं।

आ) पाठ पढ़िए । उत्तर दीजिए।

प्रश्न 1.
वाक्यों को जोड़कर सही वाक्य लिखिए ।
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र 2
उत्तर:
क. बापूजी के नेतृत्व में स्वतंत्रता आंदोलन चल रहा था ।
ख. आजकल हमारे भारत के इतिहास का निर्माण हो रहा है।
ग. साधारण पुरुष वीर और स्त्रियाँ वीरांगनाएँ बन सकती हैं।
घ. हम तो सभी काम दिन के उजाले में करते हैं।

प्रश्न 2.
गद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिरिवा!

एक बार मेरे पिताजी श्रवण की पितृभक्ति’ नामक पुस्तक खरीद कर लाये। मैंने उसे बडे चाव से पढ़ा । उन दिनों बाइस्कोप में तस्वीर दिखानेवाले लोग आया करते थे । तभी मैंने अपने माता-पिता को बहंगी पर बिठाकर ले जानेवाले श्रवण कुमार का चित्र भी देखा । इन बातों का मेरे मन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा । मन-ही-मन मैंने ठान लिया कि मैं भी श्रवण की तरह बनूँगा।

मैंने ‘सत्य हरिश्चन्द्र’ नाटक भी देखा था । बार-बार उसे देखने की इच्छा होती । हरिश्चन्द्र के सपने आते । यह बात मेरे मन में बैठ गयी | चाहे हरिश्चन्द्र की भाँति कष्ट क्यों न उठाना पड़े, पर सत्य को कभी नहीं छोड़ना चाहिए।

प्रश्न 1.
सेवाभाव की प्रेरणा महात्मा गाँधी को कैसे मिली ?
उत्तर:
”श्रवण की पितृभक्ति”‘ नामक पुस्तक पढने पर महात्मा गाँधी को सेवा भाव की प्रेरणा मिली ।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

प्रश्न 2.
सत्य की प्रेरणा महात्मा गाँधी को किससे मिली?
उत्तर:
जब महात्मा गाँधी ने ‘सत्य हरिश्चन्द्र’ नाटक देखा था तभी उसे सत्य की प्रेरणा मिली ।

प्रश्न 3.
इस गद्यांश का उचित शीर्षक क्या होगा?
उत्तर:
गाँधी और उनकी सत्य की प्रेरणा।

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

अ) नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

प्रश्न 1.
पत्रों की हमारे जीवन में क्या भूमिका होती है?
उत्तर:

  • हमारे मानव के दैनिक जीवन में पत्रों की बड़ी भूमिका है।
  • पत्रों के द्वारा हम एक दूसरे के योग – क्षेम समाचार आदि जान लेते हैं।
  • एक दूसरे से प्राप्त परिचय को पक्का बनने का ये मुख्य साधन हैं।
  • एक प्रदेश के भौगोलिक, राजनीतिक तथा अन्य परिस्थितियाँ पत्रों के माध्यम से हमें मालूम होते हैं।
  • पत्र सांस्कृतिक तथा सामाजिक एकता के बढ़ाने के साधन हैं।
  • पत्रों के द्वारा एक- दूसरे में उनके प्रति श्रद्धा, प्रेम, विश्वास तथा भक्ति भावना बढ़ता है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

प्रश्न 2.
अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हमें क्या करना चाहिए?
उत्तर:

  • अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हमें निरंतर कार्य करना चाहिए।
  • हमें एक प्रणाली (योजना) बनाकर अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए निरंतर यत्न करते रहना चाहिए।
  • हमें अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कभी भी आलस्य न रहना चाहिए।
  • अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हम में असीम उत्साह होना चाहिए।
  • हमें अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए परस्पर सहयोग लेते रहना चाहिए।
  • निरंतर अभ्यास से हम अपने उद्देश्यों की पूर्ति कर सकेंगे।
  • हमें अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए बड़ों की, माता – पिता की और गुरुजनों की सलाह भी लेना चाहिए।

प्रश्न 3.
“मैं और तुम बहुत भाग्यशाली हैं।” नेहरू जी ने ऐसा क्यों कहा होगा?
(या)
नेहरूजी ने अपने को और इंदिरा जी को क्यों भाग्यशाली माना है?
उत्तर:
सन् 1930 के समय हमारे भारत के इतिहास का निर्माण हो रहा था । बापू ने भारतवासियों के दुःखों को दूर करने के लिए आंदोलन छेडा ।

ऐसा महत्वपूर्ण आंदोलन का अपनी आँखों के सामने होना और उसमें इनके भाग लेना आदि विषयों को महान समझकर नेहरू जी ने ऐसा कहा |

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

आ) पाठ का सारांश अपने शब्दों में लिरिवाए।
उत्तर:
यह “पत्र लेखन” पाठ है। इसे नैनी जेल से 26 अक्तूबर, 1930 को श्री जवाहर लाल नेहरू जी ने अपनी बेटी इंदिरा के नाम पर लिखा।

इंदिरा के जन्मदिन के उपलक्ष्य में पिता नेहरू जी उसे जन्म दिन की शुभकामनाएँ बताते हुए इस पत्र को लिखते हैं। एक महान उद्देश्य की पूर्ति के लिए असीम उत्साह के साथ रहने का संदेश नेहरू जी इंदिरा को देते हैं। उसे वीरांगना बनने का आदेश तथा संदेश देते हैं।

बापू जी के द्वारा छेडे गये स्वतंत्र आंदोलन तथा भारत देश के इतिहास का निर्माण के बारे में बताते हैं। नेहरू जी अपनी बेटी को पत्र में यह भी बताते हैं कि स्वतंत्रता आंदोलन उनकी आँखों के सामने होते रहने के कारण वे बहुत भाग्यशाली हैं। इस महान आंदोलन में उनके कर्तव्य के बारे में बताते हैं। क्या करें और क्या न करें के बारे में बताते हैं। गलत काम न करने का संदेश देते हैं। बहादुर बनने का संदेश देते हैं। भारत की सेवा के लिए बहादुर सिपाही बनने का संदेश देते हुए पत्र को समाप्त करते हैं।

इ) बहादुरी से संबंधित कोई छोटी सी कहानी लिरिवाए।
उत्तर:
उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर जिले में ताजपुर एक छोटा – सा रेलवे स्टेशन है। रेलवे लाइन के पास से अक्षय कुमार नामक एक छात्र अपना कॉलेज जा रहा था। अचानक उसकी दृष्टि रेल की पटरी पर पड़ी। उसने देखा कि एक जगह पर कुछ दूर तक रेल की पटरी उखड़ी हुई थी। उसने उसके पास जाकर गौर से देखा। ‘फ़िश – प्लेटों’ के हटाये जाने से वहाँ एक भयानक खतरा पैदा हो गया था।

अक्षय कुमार के सामने एक यात्री – गाड़ी तेज़ी से चली आ रही थी। उसने चारों ओर देखा । दूर तक कोई भी आदमी नहीं था। वह बहुत परेशान हो गया । बेचारे की समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे। केवल कुछ ही क्षण बाकी थे सैकड़ों आदमी मृत्यु के मुँह में जानेवाले थे । अचानक उसे एक उपाय सूझा।

अक्षय कुमार पटरियों के बीच में खड़ा होकर दोनों हाथ उठा – उठाकर हिलाने लगा। लेकिन गाड़ी पूरे वेग के साथ धड़ – धड़ करती हुई आ रही थी। अब क्या किया जाये?

अक्षय कुमार को एक नयी बात सूझ गयी। वह अपना कोट उतारकर उसे तेज़ी से हिलाने लगा। इस बार ड्राइवर ने उसे देख लिया। उसने पूरा बल लगाकर गाड़ी रोक दी। गाड़ी उसके बिलकुल पास आकर रुक गयी। इंजन तो अक्षय कुमार से दो फुट की दूरी पर आकर रुका था। लेकिन उसे अपने प्राणों की चिन्ता नहीं थी ; वह एक इंच भी पीछे नहीं हटा।

अक्षय कुमार ने गाड़ी को रोक दिया था, इससे ड्राइवर नाराज़ हो गया। वह इंजन से उतरकर लड़के के पास आया। इतने में उस गाड़ी का गार्ड भी नीचे उतर आया। तभी सबकी नज़र पटरी पर पड़ी। वहाँ तो मौत सैकड़ों लोगों की जान लेने तैयार बैठी थी। सब एक क्षण के लिए घबरा गये। ड्राइवर और गार्ड अक्षय कुमार के उस महान कार्य के लिए धन्यवाद देने लगे।

मगर अक्षय कुमार को अधिक बातचीत करने की फुरसत नहीं थी। कॉलेज में घंटी बजने का समय था और वहाँ पहुँचने में देर हो रही थी। इसलिए वह जल्दी – जल्दी वहाँ से चल पड़ा।

अक्षय कुमार की कर्तव्य – भावना और साहस से सैकड़ों लोग उस दिन मौत के मुँह से बच गये। देश ने अक्षय कुमार के इस महान गुण का अच्छा सम्मान किया। भारत के राष्ट्रपति ने इस वीर युवक को ‘अशोक – चक्र’ प्रदान किया।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

ई) देश की रक्षा में तत्पर बहादुर सिपाहियों के योगदान के बारे में लिरिवाए।
उत्तर:
भूत पूर्व प्रधान मंत्री स्वर्गीय श्री लालबहादुर शास्त्री जी ने यह नारा दिया कि “जय जवान जय किसान” यह सचमुच ठीक ही है। सिपाही (जवान) देश की रक्षा में तत्पर हैं तो किसान अन्न देता है। इसी के सहारे हम आराम से जीवन बिता रहे हैं। देश की रक्षा के लिए सिपाहियाँ धूप में, शीत में, वर्षा में, रात में, तूफ़ान में, बाढ़ में भी हर हमेशा चौबीस घंटे तत्पर रहते हैं। हमें इसके लिए उनके आभारी प्रकट करना है।

हर हमेशा सिपाही देश को विदेशी आक्रमणों से हमारी रक्षा कर रहे हैं, देश की रक्षा कर रहे हैं।

वे निरंतर पर्वतों में, रेगिस्तान में, झाडों में, आंधी में भी देश की सेवा तथा रक्षा में तत्पर हैं। उनके बिना देश नहीं और हम भी नहीं।

इस प्रकार देश की रक्षा में सिपाहियों का योगदान जो है वह बहुत मूल्यवान है।

भाषा की बात

अ) नीचे दिये गए एकवचन और बहुवचन के रूप समझिए।
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र 3

आ) रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित शब्दों से कीजिए । (वेद, बधाई, शुभकामनाएँ, आशीर्वाद)

1) नानी ने अपनी नवासी को जीती रहो बेटी कहकर ……… दिया |
उत्तर:
आशीर्वाद

2) आपको जन्मदिन की …………….।
उत्तर:
शुभकामनाएँ

3) खेल में आपकी जीत हुई इसके लिए आपको ……………. हो।
उत्तर:
बधाई

4) रुकावट के लिए ………… है।
उत्तर:
खेद

परियोजना कार्य

बाल अधिकार के बारे में जानकारी प्राप्त करके एक सूची बनाइए।
उत्तर:
बच्चों को जन्म के साथ न्याय सम्मत से मिली जो आवश्यकताएँ एवं ज़रूरतें होती हैं वे सब बाल अधिकार ही हैं। अंतर्राष्ट्रीय समझौताओं के अनुसार 18 साल तक के सब बाल कहें जाते हैं।

बाल अधिकार :

  1. जीने का अधिकार
  2. रक्षण (रक्षा) पाने का अधिकार
  3. उन्नति पाने का अधिकार (विकास पाने का अधिकार)
  4. भागीदारी का अधिकार

1) जीने का अधिकार :
अच्छी शिक्षा पाना, स्वास्थ्य से जीना, साफ़ पानी पाना, स्वच्छ वातावरण में जीना माता-पिता के साथ जीना, आज़ादी के साथ जीना, आदर के साथ जीना आदि।

2) रक्षण (रक्षा) पाने का अधिकार :
लिंग, वर्ण, जाति, धर्म, प्रांत आदि भेदों के बिना जीने का अधिकार बच्चों को है।

3) विकास या उन्नति का अधिकार :
शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, धार्मिक या नैतिक उन्नति का अधिकार बच्चों को दिया गया है ।

4) भागीदारी का अधिकारः
खेलों में, सांस्कृतिक कार्य कलापों में, संघों की स्थापना करने में बालों को अधिकार दिये गये हैं।

बेटी के नाम पत्र Summary in English

Central Prison, Naini
October 26, 1930

My dear Indira,
You have been in the habit of receiving presents and good wishes on your birthday. What present can I send you from Naini Prison ? But my good wishes are always with you.

You know sweet heart, how fascinated you were when you first read the story ‘Joan of Arc’ and how your ambition was to be something like her ? Ordinary men and women are not usually heroic. They think of their bread and butter, of their children, of their household worries and the like. But a time comes when a whole people become interested in a great cause. Then history helps even simple, ordinary men and women to become heroes.

In India today we are making history. Bapuji is leading a movement to get rid of the Indian’s grief. You and I both are fortunate to see this happening before our eyes and to take some part ourselves in this. There is a noble cause ahead of us. We have to do a lot to achieve it.

We should think over the following: What is our role (duty) in this great movement ? How should we participate in it? But we should be well aware that whatever we do, it shouldn’t harm our country. It’s no easy matter to decide what is right and what is not. On little test | shall ask you to apply whenever you are in doubt. Never do anything in secret or anything that you would wish to hide. For the desire to hide anything means that you are afraid, and fear is a bad thing and unworthy of you. Be brave and all the rest follows. If you do so, my dear you will group a child of the light, unafraid and serene and unruffled, whatever may happen.

You know that in our great freedom movement, under Bapuji’s leadership, there is no room for secrecy or hiding. We work in the sun and in the light. Good-bye, little one and may you grow up into a brave soldier in India’s service. This alone is my wish.

Your loving father,
Jawaharlal Nehru

बेटी के नाम पत्र Summary in Telugu

నైనీ జైలు,
26 అక్టోబరు, 1930.

ప్రియమైన ఇందిరకు,
పుట్టినరోజున నీకు ఎన్నో కానుకలు లభిస్తూ ఉన్నవి. శుభాకాంక్షలు కూడా ఇవ్వబడుచున్నవి. కానీ నేను ఈ జైల్లో కూర్చుని నీకు ఏ కానుక పంపగలను? అవును (నిజం) నా శుభాకాంక్షలు ఎల్లప్పుడూ నీతో ఉంటాయి.

నీకు గుర్తె కదా ! “జోన్ ఆఫ్ ఆర్క్” కథ నీకు ఎంత బాగా నచ్చిందో ? నీవు స్వయంగా ఆమెలానే అవ్వాలని అనుకున్నావ్ కూడా. కానీ సాధారణ స్త్రీ, పురుషులు ఇంత సాహసవంతులుగా ఉండరు (కాలేరు). వారు తమ రోజువారీ పనులు, పిల్లలపై మరియు ఇంటిపై దిగులులో చిక్కుకుపోయి ఉంటారు. కానీ ఒక గొప్ప ఉద్దేశ్య (లక్ష్య) పూర్తి కోసం ఒకానొక సమయంలో వారిలో అంతులేని ఉత్సాహం వస్తుంది. సాధారణ పురుషులు వీర పురుషులవుతారు మరియు సాధారణ స్త్రీలు వీరనారీమణులు అవుతారు.

ఈ రోజున మన భారతదేశ చరిత్ర నిర్మాణం జరుగుచున్నది. బాపూజీ భారతీయుల దు:ఖాన్ని దూరం చేయడం కోసం ఉద్యమం నడుపుతున్నారు. ఈ ఉద్యమం మన కళ్ళముందు జరుగుతున్నందున నీవు మరియు నేను ఇరువురం అదృష్టవంతులం. అంతేకాదు మనం కూడా కొంచెం దీనిలో పాల్గొంటున్నాం. ఒక గొప్ప ఉద్దేశ్యం (లక్ష్యం) మన ముందు ఉంది. దీన్ని పూరించుటకు చాలా చేయవలసి ఉన్నది.

ఇప్పుడు మనం ఆలోచించవలసినది ఏమిటంటే ఈ గొప్ప (మహా) ఉద్యమంలో మన కర్తవ్యం ఏంటి ? దీనిలో మనం ఎలా పాల్గొనాలి ? కానీ మనం ఏమి చేసినా బాగా గుర్తుంచుకోవలసిన విషయం ఏమిటంటే మనం చేసే పని నుండి మన దేశానికి హాని జరగకూడదు. ఏమి చేయాలి ? ఏమి చేయకూడదు? అని ఎన్నోసార్లు మనం సందేహంలో కూడా పడతాము. ఇది నిశ్చయించుకోవడం అంత తేలికైన పనికాదు. ఎప్పుడైనా నీకు ఇలాంటి సందేహం వచ్చినట్లయితే మంచి విషయాన్ని నిశ్చయించుకోవడం కోసం నేను ఒక చిన్న ఉపాయం చెబుతాను. ఇతరులకు తెలియకుండా దాచి పెట్టేటటువంటి ఏ పనీ నీవు చేయవద్దు. ఇతరులకు తెలియకుండా దాచిపెట్టాలనే భావన నీవు తప్పు పనులు చేస్తేనే కలుగుతుంది. నీవు ధైర్యవంతురాలివి కమ్ము. అట్లయిన అంతా సవ్యంగా జరుగుతుంది. నీవు ధైర్యవంతురాలివి అయితే నీవు భయపడే పని ఏదీ చేయవు, సిగ్గుపడే పని కూడా ఏదీ చేయవు.

బాపూజీ నాయకత్వంలో స్వతంత పోరాటం ఏదైతే జరుగుతోందో దానిలో దాచిపెట్టే విషయం ఏదీ లేదని నీకు తెలుసు కూడా. మనం అన్ని పనుల్నీ ఉదయం వెలుతురులోనే చేస్తాం. మంచిది కుమారీ. ఇక సెలవు. భారతదేశానికి సేవ చేయడం కోసం నీవు ధైర్యవంతురాలివైన సిపాయి కమ్ము. ఇదే నా మంచి కోరిక.

మీ నాన్న
జవహర్‌లాల్

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो या तीन वाक्यों में लिखिए।

1. ‘बेटी के नाम पत्र’ – पाठ में पत्र किसने, किसको, कहाँ से लिखा?
ज. ‘बेटी के नाम पत्र’ पाठ में श्री जवाहरलाल नेहरू जी ने पत्र को अपनी बेटी इंदिरा गाँधी के नाम नैनी जेल से लिखा।

निर्देश के अनुसार उत्तर दीजिए।
1. इन्दिरा गाँधी नेहरू जी की बेटी है। (रेखांकित शब्द का पुंलिंग शब्द पहचानिए।)
A) बटे
B) बेटा
C) बेट
D) बेटियाँ
उत्तर:
B) बेटा

2. तुम्हें कई उपहार मिल रहे हैं। (काल पहचानिए।)
A) भूतकाल
B) वर्तमान काल
C) भविष्यत काल
D) पूर्ण भूतकाल
उत्तर:
B) वर्तमान काल

3. जन्मदिन के अवसर पर शुभकामना दी जाती है। बहुवचन रूपी वाक्य पहचानिए।
A) जन्मदिन के अवसर पर शुभकामनें दी जाती हैं।
B) जन्मदिन के अवसर पर शुभकामनाओं दी जाती है।
C) जन्मदिन के अवसर पर शुभकामनाओं दी जाते हैं।
D) जन्मदिन के अवसर पर शुभकामनाएँ दी जाती हैं।
उत्तर:
D) जन्मदिन के अवसर पर शुभकामनाएँ दी जाती हैं।

4. बापूजी ने स्वतंत्रता आंदोलन छेडा था। (क्रिया शब्द पहचानिए।)
A) बापू
B) स्वतंत्रता
C) ने
D) छेडा था
उत्तर:
D) छेडा था

5. स्वतंत्रता आंदोलन हमारी आँकों के सामने हो रहा है। वाक्य में सर्वनाम शब्द पहचानिए।
A) आँख
B) के सामने
C) हमारी
D) स्वतंत्रता
उत्तर:
C) हमारी

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

6. सही क्रमवाला वाक्य पहचानिए।
A) भारत के इतिहास का निर्माण हो रहा है।
B) भारत के निर्माण इतिहास का हो रहा है।
C) इतिहास का निर्माण भारत के हो रहा है।
D) हो रहा है भारत के इतिहास का निर्माण ।
उत्तर:
A) भारत के इतिहास का निर्माण हो रहा है।

7. इंदिरा को जन्मदिन के अवसर पर उपहार मिला। (बहुवचन रूपी वाक्य पहचानिए।)
A) इंदिरा को जन्मदिन के अवसर पर उपहारें मिले।
B) इंदिरा को जन्मदिन के अवसर पर उपहार मिले।
C) इंदिरा को जन्मदिन के अवसर पर उपहाराएँ मिलीं।
D) इंदिरा को जन्मदिन के अवसर पर उपहार मिली।
उत्तर:
C) इंदिरा को जन्मदिन के अवसर पर उपहाराएँ मिलीं।

8. हम तो सभी काम दिन ……. उजाले में करते | है। उचित कारक चिह्न पहचानिए।
A) का
B) के
C) की
D) को
उत्तर:
B) के

9. मेरी शुभकामना सदा तुम्हारे साथ रहेंगी। (बहुवचन रूपी वाक्य पहचानिए।)
A) मेरी शुभ कामनों सदा तुम्हारे साथ रहेंगी।
B) मेरी शुभकामनाएँ सदा तुम्हारे साथ रहेंगी।
C) मेरी शुभ कामनाओं सदा तुम्हारे साथ रहेगी।
D) मेरी शुभकामनायाँ सदा तुम्हारे साथ रहेंगी।
उत्तर:
B) मेरी शुभकामनाएँ सदा तुम्हारे साथ रहेंगी।

10. जन्मदिन पर उपहार मिलते हैं। रेखांकित शब्द का अर्थ पहचानिए|
A) वस्तु
B) भेंट
C) उपहास
D) माला
उत्तर:
B) भेंट

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

11. तुम बहादुर सिपाही बनो। इस वाक्य में सर्वनाम शब्द पहचानिए!
A) बहादुर
B) तुम
C) सिपाही
D) बनो
उत्तर:
B) तुम

अर्थग्राह्यता – प्रतिक्रिया

पठित – गद्यांश

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. साधारण पुरुष तथा स्त्रियाँ इतने साहसी नहीं होते। वे तो अपने प्रतिदिन के कामों, बाल – बच्चों तथा घर की चिंताओं में ही फंसे रहते हैं। परंतु एक समय ऐसा आ जाता है कि किसी महान उद्देश्य की पूर्ति के लिए सभी लोगों में असीम उत्साह भर जाता है। साधारण पुरुष वीर बन जाते हैं और स्त्रियाँ वीरांगनाएँ।
प्रश्न :
1. साधारण पुरुष तथा स्त्रियाँ किसमें फँसे रहते हैं?
उत्तर:
साधारण पुरुष तथा स्त्रियाँ अपने प्रतिदिन के कामों, बाल – बच्चों तथा घर की चिंताओं में फँसे रहते हैं।

2. महान उद्देश्य की पूर्ति के लिए सभी लोगों में क्या भर जाता है?
उत्तर:
महान उद्देश्य की पूर्ति के लिए सभी लोगों में असीम उत्सीह भर जाता है।

3. साधारण पुरुष क्या बन जाते हैं?
उत्तर:
साधारण पुरुष, वीर बन जाते हैं।

4. इतने साहसी कौन नहीं होते?
उत्तर:
साधारण पुरुष तथा स्त्रियाँ इतने साहसी नहीं होते।

5. उपर्युक्त गद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त गद्यांश “बेटी के नाम पत्र” नामक पाठ से लिया गया है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

2. तुम्हें यह तो मालूम ही है कि बापू जी के नेतृत्व में स्वतंत्रता का जो आंदोलन चलाया जा रहा है। उसमें छिपा रखने जैसी कोई बात नहीं है। हम तो सभी काम दिन के उजाले में करते हैं। अच्छा बेटी। अब विदा। ।

भारत की सेवा के लिए तुम बहादुर सिपाही बनो, यही मेरी शुभकामना है।
प्रश्न :
1. किसके नेत्रत्व में स्वतंत्रता का आंदोलन चलाया जा रहा है?
उत्तर:
बापूजी ने नेत्रुत्व में स्वतंत्रता का आंदोलन चलाया जा रहा है।

2. हम तो सभी काम कब करते हैं?
उत्तर:
हम तो सभी काम दिन के उजाले में करते हैं।

3. इंदिरा के प्रति नेहरू जी की शुभकामना क्या है?
उत्तर:
इंदिरा के प्रति नेहरूजी की शुभकामना यही है कि ”भारत की सेवा के लिए बहादुर सिपाही बनना”।

4. “बापूजी” कौन है?
उत्तर:
बापूजी महात्मा गाँधीजी है।

5. उपर्युक्त वाक्यों को किसने किसे लिखा ?
उत्तर:
उपर्युक्त वाक्यों को नेहरू जी ने अपनी बेटी इंदिरा को लिखा।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

3. आजकल हमारे भारत के इतिहास का निर्माण हो रहा है। बापू ने भारतवासियों के दुखों को दूर करने के लिए आंदोलन छेड़ा है। मैं और तुम बहुत ही भाग्यशाली हैं कि यह आंदोलन हमारी आँखों के सामने हो रहा है और हम भी इसमें कुछ भाग ले रहे हैं। एक महान उद्देश्य हमारे सामने है और | इसकी पूर्ति के लिए बहुत कुछ करना है।
प्रश्न :
1. आज कल किसके इतिहास का निर्माण हो रहा है?
उत्तर:
आजकल भारत देश के इतिहास का निर्माण हो रहा है।

2. नेहरू और इंदिरा गाँधी बहुत ही भाग्यशाली क्यों हैं?
उत्तर:
नेहरू और इंदिरागाँधी बहुत ही भाग्यशाली इसलिए हैं कि स्वतंत्रता का आंदोलन उनके आँखों के सामने हो रहा है। और वे भी इसमें भाग ले रहे हैं।

3. हमारे सामने क्या है?
उत्तर:
हमारे सामने एक महान उद्देश्य है।

4. भारतवासियों के दुखों को दूर करने के लिए किसने आंदोलन छेडा है?
उत्तर:
भारतवासियों के दुखों को दूर करने के लिए बापूजी (महात्मा गाँधी) ने आंदोलन छेडा है।

5. उपर्युक्त पत्रांश किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त पत्रांश ‘बेटी के नाम पत्र’ नामक पाठ – से लिया गया है।

अपठित – गद्यांश

नीचे दिये गये गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर चुनकर कोष्ठक में लिखिए।

1. गाँधीजी ने एक बार कहा था – “धन गया तो कुछ नहीं गया, स्वास्थ्य गया तो कुछ गया, मगर चरित्र गया तो सब कुछ गया।” इसका मतलब है, चरित्र ही मनुष्य की असली संपत्ति है। वही समाज श्रेष्ठ है और वही राष्ट्र सुखी है, जिसकी जनता का चरित्र अच्छा हो आज के बालक कल के नागरिक हैं। इसलिए उनके चरित्र का निर्माण करना समाज और राष्ट्र का पहला कर्तव्य है। यही कारण है कि स्कूल, कॉलेज आदि शिक्षा संस्थाएँ खोली गयी हैं। वहाँ ऐसी शिक्षा दी जाती है, जिससे लड़कों का चरित्र सुधरजाए।
प्रश्न :
1. मनुष्य की असली संपत्ति क्या है?
A) पढ़ाई
B) धन
C) चरित्र
D) गबन
उत्तर:
C) चरित्र

2. कल के नागरिक कौन है?
A) आज के बालक
B) नवयुवक
C) बूढ़े
D) ये सब
उत्तर:
A) आज के बालक

3. समाज और राष्ट्र का पहला कर्तव्य क्या है?
A) बूढ़ों के चरित्र का निर्माण करना
B) बालकों के चरित्र का निर्माण करना
C) बूढ़ियों के चरित्र का निर्माण करना
D) लडकियों के चरित्र का निर्माण करना
उत्तर:
B) बालकों के चरित्र का निर्माण करना

4. लडकों का चरित्र कहाँ सुधर जाता है?
A) घर में
B) मंदिर में
C) मसजिद में
D) स्कूल में
उत्तर:
D) स्कूल में

5. श्रेष्ठ समाज क्या है?
A) जिस समाज की जनता का चरित्र अच्छा हो
B) जिसके माँ – बाप अच्छे हो
C) जिसके दादा अच्छे हो
D) ये सब
उत्तर:
A) जिस समाज की जनता का चरित्र अच्छा हो

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

2. अब उतनी मज़बूत इमारतें नहीं बनतीं, जितनी प्राचीन काल में बनती थीं। इसका कारण शायद यह है कि इमारतों में छिपने से दुश्मनों से बचाव नहीं हो सकता। हवाई जहाज़ से गोले बरसाकर मज़बूत से मज़बूत किले तोडे जा सकते हैं। इसलिए आजकल के लोग इन चीज़ों को फ़िजूल समझते हैं। मकबरे वगैरह बनाने का रिवाज़ भी उड़ता जा रहा है। अगर आजकल कोई राजा पिरामिड़ जैसी चीजें बनाना शुरु करे, तो लोग उसे पागल कहेंगे।
प्रश्न :
1. प्राचीन काल के इमारतें कैसी थीं?
A) मज़बूत
B) हल्की
C) पतली
D) नाजूक
उत्तर:
A) मज़बूत

2. हवाई जहाज़ से गोले बरसाकर क्या किये जा सकते हैं?
A) किले बनाये जा सकते हैं।
B) किले तोडे जा सकते हैं ।
C) किलों पर आक्रमण किये जा सकते हैं।
D) कुछ नहीं किया जा सकता।
उत्तर:
B) किले तोडे जा सकते हैं ।

3. आज कल के लोग इन चीज़ों को क्या समझते हैं?
A) फिजूल
B) मंजिल
C) मंजूर
D) कुछ नहीं
उत्तर:
A) फिजूल

4. इन्हें बनाने का रिवाज़ उडता जा रहा है?
A) पिरमिड
B) दीवारें
C) मकबरे
D) किले
उत्तर:
C) मकबरे

5. लोग किसे पागल कहेंगे?
A) राजा लोग किले बनाने को
B) जनता पाठशालाएँ बनाये तो
C) राजा लोग कंदक बनाएँ तो
D) राजा पिरमिड जैसी चीजें बनाएँ तो
उत्तर:
D) राजा पिरमिड जैसी चीजें बनाएँ तो

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

3. सिद्धार्थ की बातें सुनकर देवदत्त को बड़ा गुस्सा आया। तुरंत राजदरबार में जाकर अपने चाचा शुद्धोधन से बोला – “सिद्धार्थ ने मेरा हंस ले लिया है। मुझे नहीं दे रहा है। कृपा करके मेरा हंस मुझे दिलवा दीजिए।” इतने में ही सिद्धार्थ भी हंस को छाती से चिपकाये हुए वहाँ आ पहुँचे। तब वे बोले – “ठीक है, मुझे न्याय चाहिए। मैं ने हंस को बचाया है, इसलिए वह मेरा है। मैं उसे देवदत्त को कभी नहीं दूंगा।” दोनों की बात सुनकर शुद्धोधन ने कहा – “हाँ, प्राण – घातक की अपेक्षा प्राण – रक्षक का स्थान ऊँचा है। अंत में हिंसा की हार होती है। इसलिए मेरे विचार में इस पक्षी पर सिद्धार्थ का ही अधिकार है। सिद्धार्थ, यह हंस तुम्हारा हुआ।”
प्रश्न :
1. सिद्धार्थ की बातें सुनकर किसे बड़ा गुस्सा आया?
A) देवदत्त को
B) शुद्धोदन को
C) मित्र को
D) इन सबको
उत्तर:
A) देवदत्त को

2. अंत में किसकी हार होती है?
A) अहिंसा
B) न्याय
C) अन्याय
D) हिंसा
उत्तर:
D) हिंसा

3. देवदत्त का चाचा कौन है?
A) सिद्धार्थ
B) शुद्धोदन
C) गौतम
D) रंतिदेव
उत्तर:
B) शुद्धोदन

4. प्राण घातक की अपेक्षा किसका स्थान ऊँचा है ?
A) प्राण रक्षक
B) दंड देनेवाले
C) भगवान
D) राजा
उत्तर:
A) प्राण रक्षक

5. “ठीक है, मुझे न्याय चाहिए। मैं ने हंस को बचाया है, इसलिए वह मेरा है। मैं इस देवदत्त को कभी नहीं दूंगा।” यह वाक्य किसने कहा?
A) शुद्धोधन
B) राजा
C) देवदत्त
D) सिद्धार्थ
उत्तर:
D) सिद्धार्थ

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

4. मनुष्य विभिन्न प्रकार के आहार खाता है। कहा जाता है कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क रहता है। तन्दुरुस्ती से बढ़कर दूसरी संपत्ति नहीं है। शरीर को तन्दुरुस्त और चुस्त रखने के लिए विटामिनों से भरा भोजन खाने की ज़रूरत है। ‘ए’, ‘बी’, ‘सी’, ‘डी’ आदि कई विटामिन हैं। विटामिन हमें खाने की चीज़ों से मिलते हैं। अलग – अलग विटामिनों की कमी से अलग – अलग बीमारियाँ पैदा होती हैं। उन – उन चीज़ों को खाने से उनकी कमी दूर हो जाती है।
प्रश्न :
1. स्वस्थता के बारे में क्या कहा जाता है?
A) स्वस्थ मस्तिष्क में स्वस्थ शरीर रहता है।
B) स्वस्थ शरीर में स्वस्थ आँखें रहती हैं।
C) स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क रहता है।
D) स्वस्थ मस्तिष्क में स्वस्थ विचार नहीं रहते।
उत्तर:
C) स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क रहता है।

2. विटामिन हमें कहाँ मिलते हैं?
A) अस्पताल में
B) बाज़ार में
C) दवाइयों की दुकान में
D) खाने की चीज़ों में
उत्तर:
D) खाने की चीज़ों में

3. विटामिन की कमी से क्या पैदा होती है?
A) स्वास्थ्य
B) बीमारियाँ
C) सफ़ाई
D) ये सब
उत्तर:
B) बीमारियाँ

4. किससे बढ़कर दूसरी संपत्ति ही नहीं ?
A) बीमारी
B) तंदुरुस्ती
C) हवा
D) महल
उत्तर:
B) तंदुरुस्ती

5. तंदुरुस्त और चुस्त रखने के लिए कैसे भोजन खाने की ज़रूरत है?
A) विटामिनों से भरा
B) तेल से भरा
C) मैदे से भरा
D) आटे से भरा
उत्तर:
A) विटामिनों से भरा

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

5. सबरमती आश्रम की बात है। रात का समय था। सब गहरी नींद सो रहे थे। गाँधीजी भी सो रहे थे। लेकिन एक आश्रमवासी की नींद खुल गयी। वह जागा हुआ था ।
प्रश्न :
1. किसकी नींद खुल गई?
A) गाँधीजी की
B) एक आश्रमवासी की
C) एक चोर की
D) एक डाकू की
उत्तर:
B) एक आश्रमवासी की

2. उपर्युक्त गद्यांश में किस आश्रम की बात कही गयी ?
A) सबरमती
B) टालस्टाय
C) वृद्ध
D) इन सबकी
उत्तर:
A) सबरमती

3. किस समय के बारे में बताया गया?
A) दिन का
B) रात का
C) दुपहर का
D) शाम का
उत्तर:
B) रात का

4. उस समय गाँधीजी क्या कर रहे थे?
A) पढ़ रहे थे।
B) कहानी सुन रहे थे।
C) नहा रहे थे।
D) सो रहे थे।
उत्तर:
D) सो रहे थे।

5. कौन जागा हुआ था?
A) गाँधीजी
B) एक आश्रमवासी
C) चोर
D) ये सब
उत्तर:
B) एक आश्रमवासी

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 6 बेटी के नाम पत्र

6. कला के दो भेद किये जाते हैं – एक ललितकला, दूसरी उपयोगी कला। वास्तुकला, ललितकला और उपयोगी कला, दोनों का मिश्रण है। जहाँ तक वास्तुकला मनुष्य की निवास – संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करती है, वहाँ तक वह उपयोगी कला है, और जहाँ वास्तुकला में सौन्दर्य |- बोध और आकर्षण का नियोजन होता है, वहाँ वह ललितकला की श्रेणी में पहुँच जाती है।
प्रश्न :
1. ललितकला और उपयोगी कला ये दोनों किसके भेद हैं?
A) कला
B) समाज
C) जीवन
D) रचना
उत्तर:
A) कला

2. ललित कला और उपयोगी कला इन दोनों का मिश्रण क्या है?
A) शिल्प कला
B) वास्तुकला
C) चित्र कला
D) नृत्य कला
उत्तर:
B) वास्तुकला

3. इस अनुच्छेद में इसके बारे में बताया गया है ।
A) सिनेमा
B) नाटक
C) एकांकी
D) कला
उत्तर:
D) कला

4. कला के दो भेदों में एक उपयोगी कला है तो दूसरी क्या है?
A) ललित
B) चित्र
C) नृत्य
D) संगीत
उत्तर:
A) ललित

5. यह कला मनुष्य की निवास संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करती है
A) नाट्यकला
B) चित्रकला
C) वास्तुकला
D) नृत्य कला
उत्तर:
C) वास्तुकला

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 फुटबॉल

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 5 फुटबॉल Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 फुटबॉल

9th Class Hindi Chapter 5 फुटबॉल Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 22)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 फुटबॉल 1
प्रश्न 1.
चित्र में क्या दिखाई दे रहा है?
उत्तर:
चित्र में दो लड़के (टेबुल टेन्निस के खिलाड़ी, हाथ में राकेट (बैट) लेकर खडे हुए हैं।) एक के गले में मेडल है। दूसरे के पीठ पर थैला है।

प्रश्न 2.
वे क्या कर रहे हैं?
उत्तर:
वे दोनों एक दूसरे के कमर पर हाथ रखकर एक दूसरे के कंधे मिलाकर खडे हुए हैं।
(या)
वे दोनों प्यार से गले लग रहे हैं।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 फुटबॉल

प्रश्न 3.
एक – दूसरे से क्या कहना चाहते हैं?
उत्तर:
वे एक – दूसरे से जीत की शुभकामनाएँ कहना चाहते हैं।

अर्थव्राह्यता-प्रतिक्रिया

अ) प्रश्नों के उत्तर सोचकर बताइए।

प्रश्न 1.
‘खेलों से मनोरंजन होता है’ अपने विचार बताइए।
उत्तर:
खेलों से मनोरंजन होता है। बच्चों के मनोरंजन और पसंदी साधनाओं में खेलों का ही अधिक महत्व है। खेलों से शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास होता है। विद्यार्थी सुबह दस बजे से लेकर शाम को पाँच बजे तक पाठशालाओं में पढ़ाई के कारण मानसिक थकान का अनुभव करते हैं तो खेल उन्हें मनोरंजन देकर पढ़ाई में रुचि उत्पन्न करते हैं।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 फुटबॉल

प्रश्न 2.
अपने मनपसंद खेल के बारे में बताइए।
उत्तर:
मेरा मनपसंद खेल क्रिकेट है । इसमें दो टीम होते हैं। एक – एक टीम में ग्यारह खिलाडी होते हैं। एक एक्स्ट्रा खिलाडी भी होता है। एक टीम बाउलिंग करता तो दूसरा टीम बैटिंग करता है। बैटिंग पूरा होने के बाद एक पक्ष वाले जितने रन बना लेते उनसे एक रन अधिक बनाना दूसरे पक्ष का लक्ष्य होता है । यदि वह टीम उतने रन बनाने में विफल हो तो हार जाएगा ।

आ) पाठ के आधार पर वाक्यों को उचित क्रम दीजिए।

1. जीतने की कोशिश करो। ( 4 )
2. यह प्रेम का खेल है। ( 2 )
3. फुटबॉल सचाई का खेल है। ( 1 )
4. इस बार हारोगे, तो अगली बार जीतोगे। (3)

इ) अनुच्छेद पढ़िए। भाव लिरिवए ।

खेल बच्चों के जीवन का अनोखा अंग है। इससे मानसिक और शारीरिक विकास होता है। खेलों से मानसिक थकान दूर होती है । जीवन परिश्रमी बनता है। शरीर स्वस्थ रहता है। इसलिए खेलों को अपने जीवन में महत्व देना अनिवार्य है।
उत्तर:
खेल बच्चों के जीवन का अंग है। खेलों से मानसिक और शारीरिक विकास होता है। मानसिक थकावट दूर होता है और बच्चे परिश्रमी बनते हैं | स्वस्थ रहते हैं। खेलों को महत्व देना ज़रूरी है।

ई) इन प्रश्नों के उत्तर तीन वाक्यों में दीजिए।

प्रश्न 1.
फुटबॉल खेल में गोल रक्षक का क्या महत्व है?
उत्तर:
फुटबॉल एक खास मैदानी खेल है । इस खेल में गोल रक्षक का महत्वपूर्ण स्थान रहता है। खेल में दोनों पक्षों के खिलाडी गेंद को मारते विपक्षी के बाक्स में भेजने का भरसक प्रयत्न करते हैं। गोल रक्षक बडी सतर्कता से गेंद पर ही नज़र रखकर, गेंद किस ओर से भी आये, अंदर घुसने न देने का प्रयत्न करता है। गोल रक्षक के सामर्थ्य पर ही खेल में जीत या हार संभव हो सकता है |

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 फुटबॉल

प्रश्न 2.
किसी भी खेल में नेतृत्व भावना की क्या भूमिका होती है?
उत्तर:
क्रिकेट, वालीबॉल, फुटबॉल आदि खेलों में अधिक खिलाडी खेलते हैं। उन खिलाडियों में एक योग्य व्यक्ति को नेता (कप्तान) बनाकर टीम का नेतृत्व करने की ज़िम्मेदारी सौंपी जाती है । तब वह नेता बना व्यक्ति समझदारी, निपुणता से खिलाडियों में एकता की भावना भरते खेलने प्रोत्साहित करता रहता है। खिलाडी की योग्यता के अनुसार विविध स्थान देकर खेल में जीत प्राप्त करने का भरसक प्रयत्न करता है। अपने साथी खिलाडियों में उत्साह भरना, किसी कष्ट समय पर भी उनकी निंदा न करके ज़िम्मेदारी से खेलने की चेतना उनमें भरता है। सारे खिलाडियों को बिना किसी भेदभाव के खेल में अपनी पूरी योग्यता दिखाने का मौका देने का सही प्रयत्न नेता करता है । अपने नेतृत्व के टीम को विजयपथ पर ले जाने का गुरुतर भार नेता पर ही रहता है।

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

अ) इन प्रश्नों के उत्तर लिरिवए ।

प्रश्न 1.
खेलों से किन गुणों का विकास होता है?
उत्तर:

  • खेलों से निम्न लिखित गुणों का विकास होता है।
  • विपक्षी के खेल को समझने और सराहने का गुण
  • मिलजुलकर रहने का भाव
  • अपनी हार और जीत से कुछ सीख
  • ताकत और सावधानी का विकास
  • टीम स्पिरिट का विकास
  • परस्पर प्रेम भावना
  • सब मिलकर सोचने की भावना
  • सचाई से जीने की प्रेरणा
  • खेलों से भाईचारे की भावना

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 फुटबॉल

प्रश्न 2.
आपको कौन-सा खेल पसंद है और क्यों?
उत्तर:
मुझे फुटबॉल का खेल पसंद है। क्योंकि फुटबॉल का खेल अकेले एक आदमी का खेल नहीं। यह टीम का खेल है, मिलजुलकर खेलने का खेल है। यह ताकत और सावधानी का खेल है। यह चुस्ती का खेल है। यह नज़र का खेल है। फुटबॉल पर नज़र, साथियों पर नज़र। यह ऐसा खेल है जिसमें एक की ताकत सबकी ताकत है और एक की कमज़ोरी सबकी कमज़ोरी है। यह प्रेम और सचाई का खेल है।

प्रश्न 3.
पढाई के साथ – साथ खेलों की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर:
पढ़ाई के साथ – साथ खेलों की आवश्यकता इन निम्न लिखित कारणों से होती है।

  • स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। स्वस्थ शरीर के लिए खेलों की जरूरत है। तभी हमें पढ़ने के विषयों के प्रति संबंध स्थापित होता है।
  • खेलों से मानसिक तथा शारीरिक थकावट दूर हो कर पढ़ाई के प्रति रुचि उत्पन्न होता है।
  • खेलों से आत्म निर्भरता बढ़ती है इसलिए हम जो भी पढ़े वह आत्मसात हो जाता है।
  • खेलों से छात्रों में मनोविनोद होता है। इसलिए फिर वे पढने में जी लगा सकते हैं।
  • खेलों के द्वारा छात्रों में अनुशासन तथा सहयोग की भावना बढ़ती है ये दोनों छात्रों की पढ़ाई में सहयोग देते हैं।
  • खेलों के द्वारा जीवन में परिश्रमी बनने का भाव उत्पन्न होता है जिससे छात्र खूब परिश्रम करके पढ़ाई में जीत पायेंगे।
  • खेल बच्चों के जीवन का अनोखा अंग है।
  • छात्र खेलते – कूदते, खेलों के माध्यम से अच्छी तरह पढ़ सकते हैं।
  • खेलों से मानसिक तथा शारीरिक विकास होता है जो पढ़ाई में सहायक होता है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 फुटबॉल

आ) “फुटबॉल’ पाठ का सारांश अपने शब्दों में लिखिए।
(या)
फुटबॉल मिलजुलकर खेलने का खेल है। फुटबॉल खेल के बारे में आप क्या जानते हैं? लिखिए।
उत्तर:
‘फुटबॉल” नामक पाठ में लेखक फुटबॉल खेल के बारे में और उसके प्रति आपने लगाव के बारे में वर्णन करते हैं। जो इस प्रकार है –

फुटबॉल सचाई का खेल है। यह प्रेम का खेल है । इसमें दो पक्ष होते हैं। फुटबॉल प्रायः हमारे सभी स्कूलों में खेला जाता है।

लेखक को वॉलीबाल खेलते-खेलते फुटबॉल भी खेलने का शौक पैदा हुआ | तब से फुटबॉल लेखक का प्रिय खेल हो गया। लेखक दिन में, रात में, मैदान में, खेत में जब समय मिले तब फुटबॉल खेलने लगा। __फुटबॉल अकेला एक आदमी का खेल नहीं। यह टीम का खेल है । मिलजुलकर खेलने का खेल है। इसमें एक की ताकत सबकी ताकत है, एक की कमज़ोरी सबकी कमज़ोरी है।

इस खेल में भी हार और जीत दोनों होते हैं। जीत और हार दोनों से सीख मिलता है। अंत में लेखक आशा करता है कि आज तक तो वह किसी बडी टीम में नहीं खेला लेकिन वह एक न एक दिन देश की किसी
भी बड़ी टीम में खेलेगा।

इ) किसी एक खेल के बारे में लिखिए |
उत्तर:
क्रिकेट :
क्रिकेट बडा ही मनोरंजक खेल है। बच्चे, युवक, वृद्ध, अफ़सर, व्यापारी, अध्यापक तथा आफ़ीसों के बाबू आदि सभी के मन में क्रिकेट मैच देखने की उमंग उठती है।

क्रिकेट खेल में दो दल होते हैं। प्रत्येक दल में ग्यारह खिलाडी खेलते हैं। खेल खेलने के लिए बहुत बड़े मैदान की आवश्यकता होती है। इसके बीच में पिच होती है। इस पिच पर मैटिग (चढ़ाई) बिछा दिया जाता है।

खेल शुरू होने से पहले दोनों दल के एक-एक खिलाडी बारी – बारी से आकर विकटों के सामने खडा होता है और गेंद से हिट लगाकर (पीटकर) रन बनाता है। एक खिलाडी विकटों के पीछे खडा होता है। जिसे विकट कीपर कहते हैं। एक दूसरे खिलाडी गेंद फेंकने वाले के पीछे खडा होता है, इसे रनर कहते हैं। दूसरे दल का एक खिलाडी जिसे बउलर या गेंदबाज़ कहते हैं। विकटों को लक्ष्य बनाकर गेंद इस प्रकार फेंकने का प्रयास करता है कि वह विकटों पर जाकर लगे।

यदि एक दल के सभी खिलाडी खेल लेते हैं तो दूसरे दल के खिलाडी जो कि पहले फील्डिंग करते थे, खेलना आरंभ कर देते हैं। जिस दल के रन अधिक होते हैं, वह दल विजयी माना जाता है ।

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ई) ‘हार – जीत खेल का एक हिस्सा है।’ इस पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर:
मानव के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए खेल अत्यंत आवश्यक अंग है। खेलों से मानसिक थकावट दूर होती है। शरीर तंदुरुस्त रहकर, जीवन परिश्रमी बनता है। खेलों को खेल ही समझने चाहिए | खेल ही जीवन नहीं समझना है।

हर खेल में दो पक्ष ज़रूर होते हैं। एक पक्ष जीतता है तो दूसरा हार जाता है। यह तो अनिवार्य है। तभी खेल का फल मालूम होता है। हार-जीत दोनों खेल का एक हिस्सा है। इन दोनों का समान अस्तित्व रहता है। खेल में वैर भाव नहीं रखना चाहिए। एक बार हारेगा तो अगली बार जीतेगा | जीतने की कोशिश करनी है। हार या जीत खिलाडियों की गलतियों, कमजोरियों, लिये जानेवाले निर्णयों आदि अनेक मुख्य विषयों पर आधारित होते हैं। अपनी हार को असमर्थता और विपक्षी की सफलता को समर्थता नहीं समझनी चाहिए।

खेल तो खेल ही है । उसे प्रमे से चाव से खेलना चाहिए। इस बार हार होगी तो विफल न होकर अगली बार ज़रूर जीत होगी, ऐसी भावना रखकर कोशिश करनी है। वही सच्चा खिलाडी का महान गुण है। सच्चा खिलाडी जीते हुए पक्षवालों के खेल को समझने की कोशिश करेगा। उनकी प्रशंसा ज़रूर करेगा। अपनी हार का कारण क्या है? इस पर विचार करेगा। इस तरह अपनी हार या जीत से कुछ न कुछ ज़रूर सीखनेवाला ही सच्चा खिलाडी है।

भाषा की बात

अ) वाक्य पढ़िए और अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद समझिए ।
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परियोजना कार्य

वर्ग-पहेली में खेलों के नाम छिपे हैं । उन्हें पहचानिए । किसी एक के बारे में जानकारी इकट्ठा कीजिए।
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उत्तर:
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  1. खो-खो
  2. फुटबॉल
  3. क्रिकेट
  4. हॉकी
  5. टेनिस

इनमें से क्रिकेट खेल के बारे में अभिव्यक्ति -सृजनात्मकता के अंतर्गत प्रश्न संख्या ‘ई में जानकारी दी गयी है। उसे पढ़िए।

फुटबॉल Summary in English

Football is often played in our schools. Soon after I found a football. I went to play the game. We keep on playing football. As I kept on playing. I grew a liking towards the game football. Besides, it became my favourite game.

Whether it is a day or night, field or playground, when I found time I was there. Football was with me. At first I would play the game all alone. Then it was a toy for me. Later I realised that it was everybody’s thing. It’s a wonderful thing. Two teams play the game. Thousands of spectators watch it.

Football is not a one-man game. It is a game played by teams. It is a game played together. It is a game played with energy and concentration. It is a game played with intellect and agility. It is a game played with attention. Attention on football, attention on friends, attention on opposition, attention on goal, attention on line, attention on time and attention on one’s own. It’s a sort of game in which one’s energy becomes everybody’s energy and one’s weakness becomes everybody’s weakness.

Football is an honest game. It’s a game which enhances love. The player who has hostile feelings is not called so. There are two sides. One wins and one loses. Then why should one have feelings such as anger and enmity? If they lose now, they will win next time. Do sincere effort to win. If the opposition wins, try to understand the way they played. Appreciate them. Do learn from your failure. Do learn from your success.

So far I haven’t played in any big team. But one day or other I will certainly play in a big team belonged to my country. Besides, I would like to play outside also. My wish will certainly be accomplished today or tomorrow.

फुटबॉल Summary in Telugu

ఫుట్ బాల్ తరచుగా మన పాఠశాలలన్నింటిలో ఆడబడుచున్నది. ఫుట్ బాల్ లభించగానే ఆడటానికి నేను వెళ్లిపోయాను. మనం వాలీబాల్ ఆడుతూనే ఉంటాం. ఈ విధంగా ఆడుతూ ఆడుతూ ఫుట్ బాల్ ఆట పట్ల ఇష్టం ఏర్పడినది. అంతేకాదు ఫుట్ బాల్ ఆట నా ప్రియమైన ఆట అయినది.

పగలేమి, రాత్రి ఏమి, పొలమేమిటి, ఆటస్థలమేమిటి, ఎప్పుడు సమయం దొరికితే అప్పుడు నేనున్నాను. నా ఫుట్ బాల్ ఉంది. మొదట్లో నేను ఒంటరిగానే ఫుట్ బాల్ ఆడుకునేవాణ్ణి. అప్పుడు నాకు అది ఒక ఆట బొమ్మ. తర్వాత ఇది అందరి వస్తువని నాకు అర్థమైనది. ఇది అద్భుతమైన వస్తువు. ఫుట్ బాల్ అందరి వస్తువు. రెండు పక్షాలు ఆడతాయి. వేలకొలది ప్రజలు చూస్తారు.

ఫుట్ బాల్ ఆట ఒంటరిగా ఒక మనిషి ఆడే ఆట కాదు. ఇది టీం (కొంతమంది ఆటగాళ్ళు) ఆడే ఆట. కలిసిమెలిసి ఆడే ఆట. ఇది శక్తితో మరియు ఏకాగ్రతతో (జాగరూకతతో) ఆడే ఆట. ఇది తెలివితేటలతో చురుకుదనంతో ఆడే ఆట. ఇది దృష్టితో ఆడే ఆట. ఫుట్ బాల్ మీద దృష్టి, స్నేహితుల మీద దృష్టి, విపక్షం మీద దృష్టి, గోల్ మీద దృష్టి, గీత (లైన్) మీద దృష్టి, సమయంపై దృష్టి మరియు తన మీద దృష్టి. ఇది ఎలాంటి ఆట అంటే ఒకరి శక్తి అందరి శక్తి, ఒకరి బలహీనత అందరి బలహీనత అయ్యే ఆట.

ఫుట్ బాల్ నిజాయితీ ఆట. ఇది ప్రేమను పెంచే ఆట. వైరభావం ఉన్నవాడు ఆటగాడే కాదు. రెండు పక్షాలుంటాయి. ఒకరు గెలుస్తారు. ఒకరు ఓడతారు. దీనిలో కోపం, వైరం(శతృత్వం) అనే భావాలెందుకు ? ఇప్పుడు ఓడిపోతే ఇంకోసారి గెలుస్తారు. గెలిచే ప్రయత్నం చేయి. ఎదుటివారు (ప్రతిపక్షం) గెలిస్తే వారి ఆటను అర్థం చేసుకో, వారిని పొగుడు. నీ ఓటమి నుండి నేర్చుకో, నీ విజయం నుండి నేర్చుకో.

ఈనాటి వరకు నేనే పెద్ద టీంలోనూ ఆడలేదు. కానీ నేను ఏదో ఒక రోజున నా దేశానికే చెందిన ఏదో ఒక పెద్ద టీంలో తప్పనిసరిగా ఆడతా. అంతేకాదు నేను బయట కూడా ఆడాలని అనుకుంటున్నా. ఈ రోజు కాకపోతే రేపైనా నా కోరిక తప్పనిసరిగా నెరవేరుతుంది.

अर्थग्राहयता – प्रतिक्रिया

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए।

“फुटबॉल सचाई का खेल है। यह प्रेम का खेल है। इसमें जो वैर – भाव रखे, वह खिलाड़ी नहीं। दो पक्ष हैं, एक जीतेगा और दूसरा हारेगा। इसमें नाराज़गी या वैर – भाव की क्या बात ? इस बार हारोगे तो अगली बार जीतोगे।”
प्रश्न :
1. फुटबॉल किस प्रकार का खेल है?
उत्तर:
फुटबॉल सचाई और प्रेम का खेल है।

2. खेल में वैरभाव रखनेवाला क्या नहीं कहलाता है?
उत्तर:
खेल में वैरभाव रखनेवाला खिलाडी नहीं कहलाता है।

3. फुटबाल में कितने पक्ष खेलते हैं?
उत्तर:
फुटबाल में दो पक्ष खेलते हैं।

4. “हारना” शब्द का विलोम शब्द क्या है?
उत्तर:
हारना x जीतना (‘हारना’ शब्द का विलोम शब्द है “जीतना”।

5. यह गद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
यह गद्यांश “फुटबाल” पाठ से लिया गया है।

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर नीचे दिये गये वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर दीजिए। सही विकल्प से संबंधित अक्षर चुनकर कोष्ठक में रखिए।

“मनुष्य के लिए स्वस्थ रहना अत्यन्त आवश्यक है। तंदुरुस्त रहने से मन प्रसन्न रहता है। मनुष्य दुगुने उत्साह के साथ अपने काम में लग सकता है। इसके विपरीत अस्वस्थ रहने से वह उदास हो जाता है। मन नीरस रहता है। इसलिए कहा गया है कि स्वस्थ तन में स्वस्थ मन और मस्तिष्क का
निवास होता है।”
प्रश्न :
1. मनुष्य के लिए कैसे रहना अत्यंत आवश्यक है?
A) उदास
B) स्वस्थ
C) नीरस
D) दुःखी
उत्तर:
B) स्वस्थ

2. तन्दुरुस्त रहने से मन कैसा रहता है?
A) प्रसन्न
B) नीरस
C) उदास
D) बेचैनी
उत्तर:
A) प्रसन्न

3. मनुष्य अस्वस्थ रहने पर क्या हो जाता है?
A) स्वस्थ
B) चुस्त
C) अच्छा
D) उदास
उत्तर:
D) उदास

4. स्वस्थ तन में किसका निवास होता है?
A) स्वस्थ मन
B) स्वस्थ मस्तिष्क
C) स्वस्थ और मस्तिक
D) कुछ नहीं
उत्तर:
A) स्वस्थ मन

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5. “स्वस्थ’ शब्द का विलोम शब्द क्या है?
A) अस्वस्थ
B) प्रसन्न उत्तर
C) सुख
D) उत्साह
उत्तर:
A) अस्वस्थ

निर्देश के अनुसार उत्तर दीजिए।

1. मैं हूँ, मेरा फुटबाल । (वाक्य में सर्वनाम शब्द क्या हैं ?)
A) मैं
B) हूँ
C) फुटबॉल
D) कुछ नहीं
उत्तर:
A) मैं

2. शुद्ध रूप पहचानिए।
A) हजारों लोग देखता है।
B) हजार लोग देखता हैं।
C) हजारों लोग देखते हैं।
D) हजारों लोग देखते है।
उत्तर:
C) हजारों लोग देखते हैं।

3. समय मिलता तो हम फुटबाल खेलते। (संज्ञा शब्द पहचानिए।)
A) मिलता
B) तो
C) हम
D) फुटबाल
उत्तर:
D) फुटबाल

4. सही क्रम वाला वाक्य पहचानिए।
A) प्रायः हमारे सभी स्कूलों में खेला जाता है फुटबॉल।
B) फुटबॉल प्रायः हमारे सभी स्कूलों में खेला जाता है।
C) हमारे सभी स्कूलों में फुटबाल प्रायः खेला जाता है।
D) सभी स्कूलों में खेला जाता है फुटबाल प्रायः।
उत्तर:
B) फुटबॉल प्रायः हमारे सभी स्कूलों में खेला जाता है।

5. पढ़ाई के साथ – साथ खेलों की आवश्यकता है। (रेखांकित शब्द का विलोमशब्द पहचानिए।)
A) निरावश्यकता
B) परावशयकता
C) आवश्यकताहीन
D) अनावश्यकता
उत्तर:
D) अनावश्यकता

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6. राम दिन – रात फुटबॉल खेलता रहता है। रेखांकित शब्द का समास पहचानिए।
A) तत्पुरुष समास
B) द्विगु समास
C) द्वंद्व समास
D) अव्ययीभाव समास
उत्तर:
C) द्वंद्व समास

7. खेल में विपक्ष पर नज़र रखना है। रेखांकित शब्द का उपसर्ग पहचानिए।
A) क्ष
B) पक्ष
C) वि
D) विप
उत्तर:
C) वि

8. खिलाड़ी ने फुटबॉल को ज़ोर से मारा। इस वाक्य में क्रिया विशेषण शब्द पहचानिए।
A) मारा
B) खिलाडी
C) जोर से
D) फुटबॉल
उत्तर:
B) खिलाडी

9. फुटबॉल सचाई ………. खेल है। उचित कारक चिह्न पहचानिए|
A) के
B) का
(B )
C) की
D) को
उत्तर:
B) का

10. फुटबॉल अकेले एक आदमी का खेल नहीं है। संज्ञा शब्द को पहचानिए।
A) अकेले
B) एक
C) नहीं है
D) फुटबॉल
उत्तर:
D) फुटबॉल

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11. फुटबॉल ताकत और सावधानी का खेल है। (रेखांकित शब्द का अर्थ क्या है?)
A) कमज़ोरी
B) शक्ति
C) तप
D) ताज
उत्तर:
B) शक्ति

अर्थग्राह्यता – प्रतिक्रिया

पठित – गद्यांश

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. फुटबॉल सचाई का खेल है। यह प्रेम का खेल है। इसमें जो वैर – भाव रखे, वह खिलाड़ी नहीं। दो पक्ष हैं, एक जीतेगा और दूसरा हारेगा। इसमें नाराज़गी या वैर – भाव की क्या बात? इस बार हारोगे तो अगली बार जीतोगे। जीतने की कोशिश करो। विपक्षी अगर जीतता है तो उसके खेल को समझो और उसकी सराहना करो। अपनी हार से भी सीखो और अपनी जीत से भी सीखो।
प्रश्न :
1. फुटबॉल कैसा खेल है?
उत्तर:
फुटबॉल सचाई का खेल है। यह प्रेम का खेल है।

2. फुटबॉल खेल में कितने पक्ष होते हैं?
उत्तर:
फुटबॉल खेल में दो पक्ष होते हैं।

3. विपक्षी अगर जीतता है तो हमें क्या करना है?
उत्तर:
विपक्षी अगर जीतता है तो उसके खेल को समझना और उसकी सराहना करना चाहिए।

4. हमें किन – किनसे सीखना है?
उत्तर:
हमें हार और जीत दोनों से सीखना है।

5. वैर – भाव रखनेवाला क्या नहीं हो सकता?
उत्तर:
वैर भाव रखने वाला खिलाड़ी नहीं हो सकता।

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2. फुटबॉल का खेल अकेले एक आदमी का खेल नहीं। यह टीम का खेल है, मिलजुलकर खेलने का खेल है, यह ताकत और सावधानी का खेल है, यह चुस्ती का खेल है, यह नज़र का खेल है। फुटबॉल पर नज़र, साथियों पर नज़र, विपक्षियों पर नज़र, गोल पर नज़र, लाइन पर नज़र, समय पर नज़र, अपने पर नज़र । यह ऐसा खेल है जिसमें एक की ताकत सबकी ताकत है और एक की कमज़ोरी सबकी कमज़ोरी है।
प्रश्न :
1. टीम का खेल क्या है?
उत्तर:
फुटबॉल टीम का खेल है।

2. ताकत और सावधानी का खेल क्या है?
उत्तर:
ताकत और सावधानी का खेल है “फुटबॉल”।

3. इस उपर्युक्त अनुच्छेद में किस खेल के बारे में बताया गया है?
उत्तर:
इस उपर्युक्त अनुच्छेद में फुटबॉल खेल के बारे में बताया गया है।

4. फुटबॉल खेल में किन – किन पर नज़र रखनी पडती है?
उत्तर:
फुटबॉल खेल में फुटबॉल पर नज़र, साथियों पर नज़र, विपक्षियों पर नज़र, गोल पर नज़र, लाइन पर नज़र, समय पर नज़र और अपने पर नज़र रखनी पडती हैं।

5. उपर्युक्त अनुच्छेद किस पाट से लिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त अनुच्छेद “फुटबॉल” पाठ से लिया गया है।

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3. फुटबॉल प्रायः हमारे सभी स्कूलों में खेला जाता है। फुटबॉल मिला और लेकर खेलने निकल गये। यों भी हम लोग वालीबॉल तो खेलते ही आये हैं। इस तरह खेलते – खेलते फुटबॉल भी खेलने का शौक पैदा हो गया और फुटबॉल मेरा प्रिय खेल बन गया।
प्रश्न :
1. प्रायः सभी स्कूलों में क्या खेला जाता है?
उत्तर:
प्रायः सभी स्कूलों में फुटबॉल खेला जाता है।

2. यों भी हम लोग क्या खेलते ही आये हैं?
उत्तर:
यों भी हम लोग वालीबॉल खेलते ही आये हैं।

3. लेखक का प्रिय खेल क्या बन गया ?
उत्तर:
फुटबॉल लेखक का प्रिय खेल बन गया ।

4. लेखक को क्या मिला ? और क्या खेलने निकल गये ?
उत्तर:
लेखक को फुटबॉल मिला और फुटबॉल खेलने निकल गये।

5. उपर्युक्त गद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त गद्यांश ‘फुटबॉल’ पाठ से लिया गया है।

अपठित – गद्यांश

नीचे दिये गये गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर चुनकर कोष्ठक में लिखिए।

1. लक्ष्मीबाई का जन्म 16 नवंबर, 1835 ई. को हुआ था। इनके पिता का नाम मोरोपंत ताम्बे और माता का नाम भागीरथी बाई था। लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम मनुबाई था। मनु की माता का स्वर्गवास उनके बचपन में ही हो गया। पिता ने ही उनका पालन – पोषण किया। नाना साहेब बचपन में मनु के साथी थे।
प्रश्न :
1. लक्ष्मीबाई का जन्म किस साल में हुआ?
A) 1935
B) 1835
C) 1845
D) 1855
उत्तर:
B) 1835

2. लक्ष्मीबाई के पिता कौन थे?
A) मोरोपंत तांबे
B) नाना साहेब
C) गंगाधर
D) भागीरथी बाई
उत्तर:
A) मोरोपंत तांबे

3. लक्ष्मीबाई की माता का नाम क्या है?
A) जमुना बाई
B) लता बाई
C) भागीरथी बाई
D) मनुबाई
उत्तर:
C) भागीरथी बाई

4. मनुबाई किनके बचपन का नाम था?
A) भागीरथी बाई
B) जमुना बाई
C) राधा बाई
D) लक्ष्मीबाई
उत्तर:
D) लक्ष्मीबाई

5. लक्ष्मीबाई का पालन – पोषण किसने किया?
A) माता
B) पिता
C) भाई
D) चाचा
उत्तर:
B) पिता

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2. मुगल सम्राटों में शाहजहाँ बड़ा ही सहृदय, विलासप्रिय एवं कला मर्मज्ञ था। रानी मुमताज महल रूप की रानी थी। अपने गुणों एवं सौंदर्य से उन्होंने शाहजहाँ को वशीभूत कर रखा था। दोनों ओर प्रेम का बन्धन था और इस बन्धन में ही सुख था। किन्तु मृत्यु की क्रूर दृष्टि से किसका सुख देखा गया है? महारानी बीमार हुई और अन्तिम घड़ियाँ निकट आने लगीं। जगत् का मोह भी बढ़ने लगा। मृत्यु की ओर बढ़ती हुई मुमताज़ ने कामना की कि उसकी समाधि असाधारण हो । पति ने आर्द्र हृदय से बिछुड़ती हुई प्रिया को कुछ वचन दिये थे। ताजमहल उसी वचन की पूर्ति का प्रयत्न है।
प्रश्न :
1. रूप की रानी कौन थी?
A) रानी मुंताज महल
B) रानी जुबेदा बेगम
C) रुद्रमदेवी
D) रानी चंडी देवी
उत्तर:
A) रानी मुंताज महल

2. बडा ही सहृदय, विलासप्रिय एवं कलामर्मज्ञ कौन था?
A) जहंगीर
B) औरंगजेब
C) अकबर
D) शाहजहाँ
उत्तर:
D) शाहजहाँ

3. मृत्यु की ओर बढ़ती हुई मुंताज की कामना क्या थी?
A) उसकी समाधि असाधारण हो
C) सुंदर भवन की कामना चाहिए
D) ये सब चाहिए
उत्तर:
A) उसकी समाधि असाधारण हो

4. मुमताज ने शाहजहाँ को कैसे वशीभूत कर रखा?
A) दंड देते हुए
B) अपने सौंदर्य और गुणों से
C) प्यार से
D) इन सबसे
उत्तर:
B) अपने सौंदर्य और गुणों से

5. शाहजहाँ इस वंश का सम्राट था
A) गुलाम
B) तुम्लक
C) संगम
D) मुगल
उत्तर:
D) मुगल

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3. आज की शिक्षा प्रणाली में जो सबसे बड़ी खराबी है, उसे अब मैं तीव्रता से महसूस कर रही हूँ। पिछले 18 वर्षों के मेरे अध्ययन काल में मुझे न कभी जंगल से लकड़ी लानी पड़ी थी, न कभी गायें चरानी पड़ी थी। इसलिए मेरा शरीर किसी भी प्रकार के परिश्रम के लिए सर्वथा असमर्थ बन गया था। यात्रा में शरीक होने पर पहले ही दिन मेरा स्वास्थ्य बिगड़ गया । पिछले 18 वर्षों के दरमियान में किसी भी विषय में प्रवीण न हो सकी, यह बात तो थी ही, लेकिन उधर वर्षा के महिलाश्रम की नर्मदा बेन मुझ – जैसी ही नौसिखुआ होते हुए भी बड़ी फुर्ती से विनोबाजी के साथ चल रही थी।
प्रश्न :
1. आज की शिक्षण प्रणाली कैसी है?
A) बहुत अच्छी
B) बडी खराबी
C) सुविधाजनक
D) रटंत
उत्तर:
B) बडी खराबी

2. लेखिका का शरीर किसके लिए असमर्थ बन गया ?
A) किसी भी प्रकार के परिश्रम के लिए
B) बोझ ढोने
C) आराम लेने के लिए
D) इन सबके लिए
उत्तर:
A) किसी भी प्रकार के परिश्रम के लिए

3. यात्रा में शरीक होने पर लेखिका का स्वास्थ्य कब बिगड गया ?
A) दूसरे ही दिन
B) तीसरे ही दिन
C) पहले ही दिन
D) पाँचवे दिन
उत्तर:
C) पहले ही दिन

4. कितने वर्षों के पिछले के दरमियान में लेखिका किसी भी विषय में प्रवीण न बनी?
A) 28
B) 19
C) 38
D) 18
उत्तर:
D) 18

5. बड़ी फुर्ती से विनोबा के साथ कौन चल रही थी?
A) लेखिका
B) कस्तूरी बाई
C) विमला
D) नर्मदा बेन
उत्तर:
D) नर्मदा बेन

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4. डॉ. अंबेडकर राजनैतिक आज़ादी के साथ सामाजिक और आर्थिक आज़ादी भी चाहते थे। उनको कमज़ोर वर्ग के प्रति सहानुभूति थी। वे उनके दुखों को दूर करने का प्रयत्न करते थे। दर असल वे पीड़ित मानवता के प्रवक्ता थे। वे सच्चे राष्ट्रप्रेमी और समाज सुधारक थे।
प्रश्न :
1. कमज़ोर वर्ग के प्रति सहानुभूति किसे थी?
A) राजाजी को
B) गाँधीजी को
C) डॉ. अंबेडकर को
D) नानक को
उत्तर:
A) राजाजी को

2. डॉ. अंबेड्कर किसके प्रवक्ता थे?
A) पीडित मानवता के
B) हिंसा के
C) विज्ञान के
D) अशांति के
उत्तर:
A) पीडित मानवता के

3. सच्चे राष्ट्रप्रेमी और समाज सुधारक कौन थे?
A) नेहरू
B) तिलक
C) बोस
D) अंबेड्कर
उत्तर:
D) अंबेड्कर

4. डॉ. अंबेडकर राजनैतिक आज़ादी के साथ – साथ किस आजादी को चाहते थे?
A) धार्मिक
B) नैतिक
C) सामाजिक तथा आर्थिक
D) समानता रूपी
उत्तर:
C) सामाजिक तथा आर्थिक

5. उपर्युक्त गद्यांश के लिए उपर्युक्त शीर्षक निम्न में से क्या होगा?
A) आज़ादी
B) डॉ. अंबेड्कर
C) डॉ. राधाकृष्णन
D) डॉ. मेहता।
उत्तर:
B) डॉ. अंबेड्कर

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 फुटबॉल

5. आज के दिन इसी समय मैंने अपने दोस्त कैलाश के साथ किशनसिंह होटल में तीन नबंर की चाय पी थी। किशनसिंह की बनाई चाय के नंबर हुआ करते थे – एक नंबर की चाय हलकी, दो नंबर की मध्यम तेज़ और तीन नंबर की स्पेशल हुआ करती थी।
प्रश्न :
1. किस होटल में चाय पी थी?
A) किशोर सिंह
B) किलाडी सिंह
c) किरण सिंह
D) किशन सिंह
उत्तर:
D) किशन सिंह

2. चाय किसने बनायी?
A) किसान सिंह
B) किशन सिंह
C) किशोर सिंह
D) ये सब
उत्तर:
B) किशन सिंह

3. किशनसिंह की बनाई चाय के कितने नबंर हुआ करते?
A) दो
B) तीन
C) चार
D) पाँच
उत्तर:
B) तीन

4. तीन नंबर की चाय कैसी हुआ करती?
A) मध्यम
B) हलकी
C) स्पेशल
D) तेज़
उत्तर:
C) स्पेशल

5. इस अनुच्छेद में एक दोस्त का नाम आया – वह कौन है?
A) किशनसिंह
B) किशोर
C) कैलाश
D) विनोद
उत्तर:
C) कैलाश

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख

9th Class Hindi Chapter 4 प्रकृति की सीख Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 18)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख 1
प्रश्न 1.
चित्र में क्या दिखाई दे रहा है?
उत्तर:
चित्र में एक नौका सागर को पार कर रही है। इसमें दो आदमी हैं।

प्रश्न 2.
वे क्या कर रहे हैं?
उत्तर:
वे जीवन यापन के लिए मछलियों को पकडते हुए गंभीर सागर को (नाव में से) पार कर रहे हैं।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख

प्रश्न 3.
इससे क्या संदेश मिलता है?
उत्तर:
इससे (हमें) यह संदेश मिलता है कि जितने भी गंभीर समस्याएँ हों उनकी साहस और कठिन मेहनत से सामना करना चाहिए।

अर्थग्राह्यता-प्रतिक्रिया

अ) प्रश्नों के उत्तर बताइए।

प्रश्न 1.
नदियाँ खेती के लिए किस प्रकार उपयोगी हैं ?
उत्तर:
नदियाँ पहाडों से निकलती हैं । पहाडों में रास्ता बनाकर, जंगलों से होकर मैदान में बहती हैं । प्राणिमात्र के लिए नदियों का पानी बहुत उपयोगी है । खेती के लिए उपजाऊ भूमि तैयार करने का काम नदियाँ करती हैं । नदियों के पानी से ही खेतों की सिंचाई होती है। किसान अनाज के साथ-साथ विविध तरकारियाँ और खाद्यान्न भी उसी पानी से पैदा करते हैं। नदियों पर बाँध बनाकर पानी इकट्ठा किया जाता है । नहरें निकाली जाती है । नहरों द्वारा सिंचाई का काम सुचारू रूप से होता है । हमारे भारत में खेती पूरी तरह नदियों पर निर्भर रहती है । इस तरह खेती के हर काम के लिए नदियाँ बहुत उपयोगी हैं |

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख

प्रश्न 2.
ऋतुओं के नियंत्रण में पर्वत कैसे सहायक होते हैं?
उत्तर:
पर्वत तो अकसर ऊँचे होते हैं । पर्वत प्रकृति की संपदा है । इनसे कई लाभ हैं । हमें बहुत सहायक होते हैं, इनकी तलहटों में अनेक पेड -पौधों के होने के कारण हमेशा हरियाली और ठंडक बनी रहती हैं। खासकर समुद्र की तेज़ हवाओं से पर्वत देश की रक्षा करते हैं। तूफ़ान, आँधी आदि प्रकृति संबन्धी अनेक हालतों से ये हमें बचाते हैं । ऐसे पर्वत ऋतुओं के नियंत्रण में भी बडे सहायक होते हैं। उन्हीं के कारण मौसम समय पर आते हैं | मेघों को रोककर वर्षाएँ सही समय पर आने में इनका खास महत्व रहता है। इस तरह हम देखते हैं कि ऋतुओं के नियंत्रण में पर्वत बडे सहायकारी होते हैं।

आ) पाठ पढ़िए । अभ्यास – कार्य कीजिए।

* कविता के आधार पर उचित क्रम दीजिए।

1) सागर कहता है लहराकर। ( )
2) पर्वत कहता शीश उठाकर | ( 1 )
3) मन में गहराई लाओ। ( )
4) तुम भी ऊँचे बन जाओ । ( )
उत्तर:
1) 2
2) 4
3) 1
4) 3

स्तंभ ‘क’ को स्तंभ ‘ख’ से जोड़िए और उसका भाव बताइए ।
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख 2
उत्तर:
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख 3

पद्यांश पढ़िए । अब इन प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख 4

प्रश्न 1.
सूरज के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
सूरज भूमि के बहुत नज़दीक रहनेवाला एक नक्षत्र ही है । सूरज एक जलता हुआ आग का गोला है ।
पृथ्वी से सूरज कई गुना बड़ा है। पृथ्वी पर रहनेवाले समस्त प्राणि कोटि को आवश्यक जीव शक्ति सूरज से ही मिलती है। ग्रह परिवार में सूरज केंद्र स्थान में है । ग्रह, उपग्रह और लघु ग्रह सूरज के चारों ओर घूमते रहते हैं । पृथ्वी पर रहा पानी सूरज की गरमी से भाप के रूप में ऊपर उठकर मेघ बनते हैं,
ठंडी हवा लगते ही मेघ पानी बरसाते हैं ।

प्रश्न 2.
कवि ने सूरज, पंछी, हवा से क्या कहा?
उत्तर:
कवि ने सूरज से आदमियों को जगाने को पंछी (पक्षियों) से आदमियों के कानों पर चिल्लाने को और हवा से आदमी को हिलाने को कहा ।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख

प्रश्न 3.
वास्तव में जगने का क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
वास्तव में जगने का तात्पर्य यह है कि जो बेखबर सपनों में खोया पडा है उसे जागरूक करना है।

अभिव्यक्ति-सृजनात्मकता

अ) प्रश्नों के उत्तर लिरिवाए।

प्रश्न 1.
पर्वत हमें सिर उठाकर जीने के लिए क्यों कह रहा होगा?
उत्तर:
पर्वत हमेशा बडे – बडे शिखरों के कारण ऊँचे रहते हैं। यदि हम अच्छे से अच्छे काम और बढ़प्पन के कार्य करें तो हम भी उन्हीं के तरह दुनिया में आदर के साथ सिर उठा करके रहेंगे। हमारा जीवन उन्नत बनेगा। हम दुनिया में आदरणीय बनेंगे। इसलिए हम अच्छे – अच्छे काम करते हुए पर्वतों के जैसे सिर खड़ा करके (उठाकर) रहने के लिए पर्वत ऐसा कह रहा होगा।

प्रश्न 2.
विपत्तियों का सामना हमें कैसे करना चाहिए?
उत्तर:
धैर्य, समयस्फूर्ति, उपाय, साहस और सोच विचार के साथ हम विपत्तियों का सामना कर सकते हैं। हम पृथ्वी से धैर्य न छोड़ने की भावना को ग्रहण कर के विपत्तियों का सामना कर सकेंगे।

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प्रश्न 3.
प्रकृति के अन्य तत्व जैसे : नदियाँ, सूरज, पेड आदि हमें क्या सीख देते हैं?
उत्तर:
प्रकृति के अन्य तत्व जैसे नदियाँ, सूरज, पेड़ आदि हमें ये सीख देते हैं –

नदियाँ :
निर्मल रहने, मीठे-मीठे मृदुल उमंगों को भरने तथा परोपकार की भावना का सीख देती हैं।

सूरज :
जगने और जगाने तथा सकल जीवों का आधार बनने का सीख देता है। सूरज हमें अंधकार को दूर करके प्रकाश को फैलने का सीख भी देता है।

पेड़ :
फेड़ हमें सदा परोपकारी बने रहने का सीख देते हैं।

आ) कविता का सारांश अपने शब्दों में लिरिवए ।
(या)
“प्रकृति के विभिन्न अंगों से हम कुछ न कुछ सीखते हैं।” इस कथन की पुष्ट करते हुए प्रकृति की सीख पाठ का सार अपने शब्दों में लिखिए।
(या)
पर्वत, सागर, पृथ्वी और आसमान हमें क्या संदेश देते हैं?
(या)
प्रकृति के संदेशों से हम जीवन सफल बना सकते हैं। “प्रकृति की सीख’ कविता पाठ के आधार पर समझाइए।
(या)
प्रकृति के कण – कण में कुछ न कुछ संदेश छिपा होता है। सोहनलाल द्विवेदी जी ने प्रकृति के माध्यम से कौन – सा संदेश दिया?
उत्तर:
‘प्रकृति की सीख” कविता के कवि श्री सोहनलाल द्विवेदी जी हैं । उनका जीवनकाल 1906-1988 है।

अपनी अमूल्य रचनाओं से वे हिन्दी साहित्य में प्रसिद्ध हुए हैं। उनकी प्रमुख रचना ” सेवाग्राम’ है। भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से विभूषित किया।

प्रस्तुत कविता में कवि कहते हैं कि हमारे चारों ओर की प्रकृति के कण-कण में कुछ संदेश छिपा स्हता है । उन संदेशों का आचरण करने से हम अपने जीवन को सार्थक व सफल बना सकते हैं।

पर्वत हम से कहता है कि तुम भी अपना सिर उठाकर मुझ जैसे ऊँचे (लंबे) बनजाओ । अर्थ है कि . सब में ऊँचा रहना महान गुण है। समुद्र लहराते कहता है कि मैं जैसे गहरा हूँ वैसे तुम भी अपने मन गहरे और विशाल बनाओ | माने गहराई से सोचो ।

समुद्र के चंचल तरंग उठ-उठ कर गिरते हैं। क्या तुम समझ सकते हो कि वे क्या कह रहे हैं ? वे कहना चाहते हैं कि तुम भी उनके जैसे अपने दिल में मीठी और कोमल आशाएँ भर लो । क्योंकि आशा को सफल बनाने का प्रयत्न ज़रूर करते हो।

धरती हम से कहती है कि चाहे जितनी बडी ज़िम्मेदारी तुम्हें पूरी करनी है, धैर्य के साथ उसे पूरा करो । आकाश कहता है कि मुझ जैसा पूरा फैलकर सारी दुनिया ढक लो | माने महान बनकर सब पर अपना प्रभाव दिखाओ।

इ) कविता के भाव से सूक्तियाँ लिरिवाए ।
उत्तर:

  • शीश उठाकर ऊँचे बनो।
  • धैर्य न छोडो।
  • मन में गहराई लाओ।
  • सारा संसार ढक लो।
  • मन में मीठे मृदुल उमंग भर लो ।
  • AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख

ई) नीचे दी गयी पंक्तियों के आधार पर छोटी – सी कविता लिरिवए।

हरियाली कहती ………………………. ।
महकते फूल कहते ………………….. ।
चहचहाते पक्षी कहते ……………….. ।
बहती नदियाँ कहती ………………… ।
उत्तर:
हरियाली कहती जीवन में हरा-भरा रहो ।
महकते फूल कहते हँसते-हँसते जीना सीखो।
चहचहाते पक्षी कहते आपस में मिलजुलकर रहो।
बहती नदियाँ कहती अविराम काम करते रहो।

भाषा की बात

अ) पाठ में आये पुनरुक्त शब्द रेखांकित कीजिए और वाक्य प्रयोग कीजिए ।

जैसे : मीठी-मीठी – बच्चे मीठी -मीठी बातें करते हैं |
उत्तर:
उठ – उठ = तरल तरंग उठ-उठ गिर रहे हैं।
भर लो – भर लो = भर लो – भर लो मन में मीठे उमंग।

आ) विपरीत अर्थ लिखिए और वाक्य प्रयोग कीजिए |

जैसे : न्याय x अन्याय- हमें अन्याय का विरोध करना चाहिए।
(धैर्य, हिंसा, शांति, यश, धर्म, गौरव, सत्य)
उत्तर:
धैर्य – कष्टों को देखकर अधैर्य मत होओ।
हिंसा – गाँधीजी अहिंसा का पालन करते थे।
शांति – आजकल विश्व भर में अशांति फैली हुई है।
यश – असत्य से तुम अपयश पाते हो।
धर्म – कौरव अधर्म से जीतना चाहते थे।
गौरव – बडों के प्रति अगौरव भाव मत दिखाइए।
सत्य – असत्य कभी भी मत बोलो ।

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इ) इन शब्दों के बीच का अंतर समझिए और स्पष्ट कीजिए। ऐसे ही तीन शब्द लिखिए ।
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख 5
उत्तर:
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख 6

परियोजना कार्य

सोहनलाल द्विवेदी के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए । उनकी कोई एक कविता ढूँढ़कर लिखिए।
उत्तर:
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख 7
सोहनलाल द्विवेदी जी का जन्म 22 फरवरी, सन् 1906 को कानपुर के पास बिंदकी नामक गाँव में हुआ था । ये राष्ट्रीय काव्य धारा के कवि थे । युगावतार, भैरवी, पूजागीत, युगाधार, विषपान, वासन्ती, चित्रा आदि उनकी काव्य कृतियाँ हैं। उनकी मृत्यु मार्च 1988 को हुई।

आपके द्वारा लिखी गयी शिशुभारती, बच्चों के बापू, बिगुल, बाँसुरी और झरना और दूध बतासा आदि रचनाएँ बच्चों को आकर्षित करती हैं | आपकी प्रसिद्ध रचना सेवाग्राम है। 1969 में भारत सरकार ने आपको पङ्मश्री उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया था।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 4 प्रकृति की सीख

उने लाल अब आँखें खोलो।

उठो लाल अब आँखें खोलो
पानी लाई हूँ मुँह धो लो
बीती रात कमल दल फूले
उनके ऊपर भंवरे झूले
चिड़ियाँ चहक उठी पेड़ों पर
बहने लगी हवा अति सुंदर
नभ में न्यारी लाली छाई
धरती ने प्यारी छवि पाई
भोर हुई सूरज उग आया
जल में पड़ी सुनहरी छाया
नन्हीं नन्हीं किरणें आई
फूल खिले कलियाँ मुस्काई
इतना सुंदर समय न खोओ
मेरे प्यारे अब मत सोओ

प्रकृति की सीख Summary in English

Mountains say that everybody should hold thier head high. Sea states that everybody should be profound with pure and good thought waves, same as it (the sea) is deep with waves.

Do you understand what the rising and frothy tides of the sea tell us ? They advise us to fill our hearts with sweet, tender and joyous feelings.

The earth tells us not to desert courage how muchever burden lies upon your head. The sky tells us to spread everywhere and encircle the world.

We get message from each and every particle of the nature. Mountains, rivers, brooks and trees etc., tell us something. We should make our lives truthful with their messages. This alone is the essence of the lesson.

प्रकृति की सीख Summary in Telugu

పర్వతాలు తమ వలే అందరూ ఉన్నతంగా తల ఎత్తుకుని నిలబడమని చెబుతున్నాయి. సముద్రము తను ఏ విధంగా అలలతో కూడినదై లోతుగా ఉంటుందో అట్లే అందరూ మనస్సులో మంచి ఆలోచనా తరంగాలతో కూడి లోతును కల్గియుండమని చెబుతోంది.

ఎగిరి ఎగిరి పడుతున్న నురుగులు కక్కే సముద్ర తరంగాలు (అలలు) ఏమి చెబుతున్నవో అర్థమైనదా ? మనస్సులో తీయ తీయని సున్నితమైన సంతోష భావాలను నింపుకొమ్మని చెబుతున్నాయి.

మన తలపై ఎంత భారం ఉన్నా ధైర్యం విడువొద్దని భూమి మనతో చెబుతున్నది. ఆకాశం అంతటా తనలా వ్యాపించమని, ప్రపంచాన్ని కప్పమని చెబుతోంది.

ప్రకృతి యొక్క అణువణువు నుండి మనకు ఏదో ఒక సందేశం లభిస్తోంది. పర్వతాలు, నదులు, సెలయేర్లు, చెట్లు మొ||నవి మనతో ఏదో చెబుతాయి. వీటి సందేశంతో మనం మన జీవితాలను సఫలం చేసుకోవాలి. ఇదే ఈ పద్యభాగ సారాంశం.

अर्थग्राहयता – प्रतिक्रिया

1. निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए।

पर्वत कहता शीश उठाकर,
तुम भी ऊँचे बन जाओ।
सागर कहता है लहराकर,
मन में गहराई लाओ।
समझ रहे हो क्या कहती है,
उठ – उठ गिर गिर तरल तरंग ।
भर लो, भर लो अपने दिल में,
मीठे – मीठे मृदुल उमंग ॥

प्रश्न : 1. पर्वत क्या कहता है?
उत्तर:
पर्वत शीश उठाकर ऊँचे बन जाने को कहते हैं।

2. मन में गहराई लाने की सीख किससे मिलती है?
उत्तर:
मन में गहराई लाने की सीख सागर से मिलती है।

3. तरंग हमें कौनसी सीख देती है?
उत्तर:
तरंग हमें दिल में मीठे – मीठे मृदुल उमंग भरने

4. ‘शीश’ शब्द का अर्थ क्या है?
उत्तर:
शीश = सिर

5. इस पद्यांश के कवि कौन हैं?
उत्तर:
इस पद्यांश के कवि हैं सोहनलाल द्विवेदी।

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2. निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर नीचे दिये गये वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर दीजिए। सही विकल्प से संबंधित अक्षर चुनकर कोष्ठक में रखिए।

कितनी सुंदर कितनी प्यारी
त्यौहारों में सबसे ज्यारी
रंग बिरंगी होली
आई रंग बिरंगी होली।
आओ मिलकर खुशी मनाएँ
एक दूजे को रंग लगाएँ
गले मिलें, हर झगड़ा भूलें
भेदभाव हम सभी मिटाएँ।
प्रश्न :
1. त्यौहारों में सबसे न्यारी क्या है?
A) होली
B) दिवाली
C) ईद
D) बैसाखी
उत्तर:
A) होली

2. होली के दिन एक दूसरे पर क्या लगाते हैं? की सीख देती है।
A) पानी
B) फूल
C) फल
D) रंग
उत्तर:
D) रंग

3. होली के दिन क्या भूल जाते हैं?
A) झगडे करना
B) रंग लगाना
C) खुशी मनाना
D) गले मिलना
उत्तर:
A) झगडे करना

4. ‘खुशी’ – इस शब्द में प्रत्यय क्या है?
A) खु
B) खुश
C) सी
D) ई
उत्तर:
D) ई

5. होली हमारे मन से किस भावना को मिटाती
A) निस्वार्थ भाव
B) भेदभाव
C) प्यार
D) खुशी
उत्तर:
B) भेदभाव

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

2. निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दो या तीन वाक्यों में लिखिए।

1. सोहनलाल द्विवेदी के बारे में लिखिए।
उत्तर:
★ सोहनलाल द्विवेदी जी का जन्म सन् 1906 में हुआ था।
★ आप की मृत्यु सन् 1988 में हुई।
★ ‘सेवाग्राम’ आप की प्रसिद्ध रचना है।
★ आप ‘पद्मश्री’ पुरस्कार से सम्मानित है।

अर्थग्राह्यता -प्रतिक्रिया

पठित – पद्यांश

निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. पर्वत कहता शीश उठाकर,
तुम भी ऊँचे बन जाओ।
सागर कहता है लहराकर,
मन में गहराई लाओ।
प्रश्न :
1. पर्वत क्या कहता है?
उत्तर:
1. पर्वत हमें ऊँचे बन जाने को कहते हैं।
(या)
पर्वत कहते हैं कि तुम भी हमारे जैसे ऊँचे बन जाओ।

2. सागर क्या कहता है?
उत्तर:
गहराकर मन में गहराई लाने को सागर कहता है।

3. यह उपर्युक्य पद्यांश किस पाठ से लिया गया
उत्तर:
यह उपर्युक्त पद्यांश ‘प्रकृति की सीख’ नामक पाठ से लिया गया है।

4. उपर्युक्त पद्यांश के कवि कौन है? ।
उत्तर:
उपर्युक्त पद्यांश के कवि हैं “श्री सोहनलाल द्विवेदी जी”।

5. “शीश” शब्द का पर्यायवाची शब्द क्या है?
उत्तर:
शीश शब्द का पर्यायवाची शब्द है – “सिर”

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2. समझ रहे हो क्या कहती है,
उठ – उठ गिर गिर तरल तरंग ।
भर लो, भर लो अपने दिल में,
मीठे – मीठे मृदुल उमंग ॥
प्रश्न :
1. तरल तरंग क्या करती है?
उत्तर:
तरलं तरंग उठ – उठकर गिर पडती है।

2. तरल तरंग उठ-उठ गिर कर क्या कहती
उत्तर:
तरल तरंग उठ – उठ गिर कर कहती है | कि तुम अपने मन में मीठे मृदुल उमंग भर लो।

3. उपर्युक्त पद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त पद्यांश ‘प्रकृति की सीख’ नामक पद्य पाठ से लिया गया है।

4. ‘मीठे’ शब्द का विलोम क्या है?
उत्तर:
मीठे – शब्द का विलोम है – “कडुआ”

5. उपर्युक्त पद्यांश के कवि कौन हैं?
उत्तर:
उपर्युक्त पद्यांश के कवि हैं श्री सोहनलाल द्विवेदी जी।

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3. पृथ्वी कहती, धैर्य न छोडो,
कितना ही हो सिर पर भार।
नभ कहता है, फैलो इतना,
ढक लो तुम सारा संसार ||
प्रश्न :
1. नभ क्या कहता है?
उत्तर:
नभ कहता है कि इतना फैलाकर सारा संसार को ढक लो।

2. पृथ्वी क्या कहती है?
उत्तर:
पृथ्वी कहती है कि “धैर्य न छोडो’ । धैर्य न छोडने को पृथ्वी कहती है।

3. पृथ्वी शब्द का पर्यायवाची शब्द लिखिए।
उत्तर:
पृथ्वी शब्द का पर्यायवाची शब्द हैं। धरती / वसुधा | वसु/ जमीन/ भूमि/ धरा आदि।

4. उपर्युक्त पद्यांश के कवि कौन है?
उत्तर:
उपर्युक्त पद्यांश के कवि हैं श्री सोहनलाल द्विवेदी जी।

5. धैर्य शब्द का विलोम क्या है?
उत्तर:
धैर्य शब्द का विलोम शब्द है डर।

अपठित – पद्यांश

निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए।

1. कुछ तो नहीं लेते थे।
पर सब को देते छाया ये,
हमारे हित सब कुछ सहते,
उनके हेतु हम जीवित रहते।
सोखते हैं गंदी हवा ये
पर देते हैं शुद्ध हवा ये।
इनका गुण गान करें हम,
आओ पेड़ लगाये हम ॥
प्रश्न :
1. इस पद्य में किनके बारे में बताया गया है?
A) नदियों के
B) पेडों के
C) पर्वतों के
D) तारों के
उत्तर:
B) पेडों के

2. शुद्ध हवा कौन देते हैं?
A) नदी
B) पृथ्वी
C) चाँद
D) पेड
उत्तर:
D) पेड

3. हमें किनका गुण गान करना है?
A) आसमान का
B) पेडों का
C) पृथ्वी का
D) इन सबका
उत्तर:
B) पेडों का

4. हमें क्या लगाना है?
A) चूना
B) मिट्टी
C) पेड
D) पानी
उत्तर:
C) पेड

5. पेड किस प्रकार के हवा को सोखते हैं?
A) शुद्ध
B) गंदी
C) केवल शुद्ध हवा
D) इन सबको
उत्तर:
B) गंदी

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2. घिर आये हैं बादल काले
गरज रहे हैं बन मतवाले|
खुश हो होकर मोर कूकते।
झूम – झूम के नाच दिखाते।
रिमझिम – रिमझिम पानी पडता
जन – जन का मन खूब फडकता।
प्रश्न:
1. कैसे बादल घिर आये हैं?
A) लाल
B) काले
C) हरे
D) सफ़ेद
उत्तर:
B) काले

2. बादल क्या कर रहे हैं?
A) गरज
B) खेल
C) दौड
D) रो
उत्तर:
A) गरज

3. खुशी से कौन नाच दिखाते हैं?
A) बादल
B) नदियाँ
C) कागज़
D) मोर
उत्तर:
D) मोर

4. पानी कैसे पडता है?
A) टर – टर
B) टन – टन
C) रिम-झिम
D) झम – झम
उत्तर:
C) रिम-झिम

5. किनका मन खूब फडकता है?
A) पानी
B) जन
C) बादल
उत्तर:
B) जन

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3. क्षुधार्थ रंतिदेव ने दिया करस्थ थाल भी,
तथा दधीचि ने दिया परार्थ अस्थिजाल भी।
उशीनर क्षितीश ने स्वमांस दान भी किया,
सहर्ष वीर कर्ण ने शरीर – चर्म भी दिया ।
अनित्य देह के लिए अनादि जीव क्या डरे ?
वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे ॥
प्रश्न :
1. मनुष्य कौन है?
A) जो पक्षियों के लिए मरता है।
B) जो मनुष्य के लिए मरता है।
C) जो पशुओं के लिए मरता है।
D) जो अपने लिए मरता है।
उत्तर:
B) जो मनुष्य के लिए मरता है।

2. उशीनर क्षितीश ने किसे दान किया?
A) पक्षीमांस
B) स्वमांस
C) पत्नी का मांस
D) बकरी का मांस
उत्तर:
B) स्वमांस

3. परार्थ अस्थिजाल किसने दिया?
A) रंतिदेव
B) उशीनर
C) दधीचि
D) वीर कर्ण
उत्तर:
C) दधीचि

4. रंतिदेव ने क्या दिया ?
A) करस्थ थाल
B) शरीर – कवच
C) अस्थिजाल
D) स्वमांस
उत्तर:
A) करस्थ थाल

5. यह देह कैसा है?
A) नित्य
B) सत्य
C) असत्य
D) अनित्य
उत्तर:
D) अनित्य

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4. हम बादल कहते सरिता – सर,
कण – कण कहता हम उसका घर,
धरती कहती रोम रोम में
समा गया है वह चिर उज्ज्वल !
करुणामय चिरंजीवी बादल !
कहाँ गया वह श्यामल बादल?
प्रश्न :
1. करुणामय और चिरंजीवी कौन है?
A) नभ
B) पृथ्वी
C) वर्षा
D) बादल
उत्तर:
D) बादल

2. बादल शब्द का अर्थ क्या है?
A) मेघ
B) सरिता सर
C) पर्वत
D) झील
उत्तर:
A) मेघ

3. कण – कण क्या कहता है?
A) हम उसका घर
B) हम किसी का घर नहीं
C) हम अपने घर
D) ये सब ठीक
उत्तर:
A) हम उसका घर

4. इस पद्य में इसके बारे में बताया गया है।
A) श्यामल बादल
B) नील गगन
C) नीली नदी
D) इन सबके
उत्तर:
A) श्यामल बादल

5. बादल इस रंग के होते है।
A) लाल
B) पीला
C) सफ़ेद
D) श्यामल
उत्तर:
D) श्यामल

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5. सच पूछो तो बड़ा आदमी,
होना सब से आसान काम ।
शील व गुणों से होता,
सदा बड़े लोगों में नाम ॥
जो तुम होना बड़ा चाहते,
तो उसका है एक उपाय।
दुर्बल, दीन, अनाथ जनों का,
तन – मन – धन से करो सहाय ॥
प्रश्न :
1. सबसे आसान काम क्या है?
A) सच पूछना
B) बड़ा आदमी होना
C) शील व गुणों से होना
D) साहस करना
उत्तर:
B) बड़ा आदमी होना

2. सदा बडे लोगों में नाम कैसा होता है?
A) सच पूछना
B) शील व गुणों से होना
C) दुर्बल रहना
D) दीन रहना
उत्तर:
B) शील व गुणों से होना

3. इस पद्य में कवि क्या बनने उपाय बताते हैं?
A) पक्षी बनने
B) पर्वत बनने
C) बडा बनने
D) साधु बनने
उत्तर:
C) बडा बनने

4. बड़ां होने का एक उपाय पहचानिए।
A) सहायता करना
B) नाश करना
C) पूजा करना
D) शाप देना
उत्तर:
A) सहायता करना

5. दुर्बल, दीन, अनाथ जनों को सहाय कैसा करना है?
A) तन से
B) मन से
C) तन – मन – धन से
D) किसी से नहीं
उत्तर:
C) तन – मन – धन से

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 3 बदलें अपनी सोच

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 3 बदलें अपनी सोच Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 3 बदलें अपनी सोच

9th Class Hindi Chapter 3 बदलें अपनी सोच Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 11)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 3 बदलें अपनी सोच 1
प्रश्न 1.
चित्र में क्या – क्या दिखाई दे रहे हैं?
उत्तर:
चित्र में दो पेड, दीवार, घास दिखाई दे रहे हैं। एक छात्रा कुत्ते को प्यार से पकडकर ले जा रही है और उसके पीठ पर एक थैला है।

प्रश्न 2.
लडकी क्या कर रही होगी?
उत्तर:
लडकी पालतू जानवरों की सेवा कर रही होगी ।

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प्रश्न 3.
वह क्या सोच रही होगी?
उत्तर:
वह कुत्ते को पालने के बारे में सोच रही होगी। पशुओं की सेवा करने के बारे में सोच रही होगी।

अर्थग्राह्यता-प्रतिक्रिया

अ) प्रश्नों के उत्तर बताइए।

प्रश्न 1.
संयुक्त राष्ट्र संघ के बारे में बताइए।
उत्तर:
दूसरी विश्व युद्ध के बाद अंतर्राष्ट्रीय शांति स्थापना के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना 1945 में हुई । यह 24 अक्तूबर, 1945 को लागू हुआ।

प्रश्न 2.
युगरत्ना के सवालों के बारे में अपने विचार बताइए |
उत्तर:
तेरह वर्ष की लड़की युगरत्ना श्रीवास्तव ने जो सवाल संयुक्त राष्ट्र संघ के सामने पेश किया है उनका जवाब किसी के पास नहीं था । छोटे ही उम्र में पर्यावरण के प्रति, समुद्रों के प्रति, जंतु-जीवों के प्रति, पहाडों के प्रति, धरती के प्रति, जल राशियों के प्रति जो ज्ञान है वह प्रशंसनीय है। सोचनीय है | आचरणीय है।

आ) पाठ के आधार पर वाक्यों को सही क्रम पहचानिए।

1. हमें अपनी धरती बचानी होगी। ( )
2. अपने घर को बचा लें …. अपनी धरती माँ को बचा लें ….. ( )
3. हर कक्षा की किताबों में पर्यावरण के पाठ अवश्य होने चाहिए । ( )
4. हमारे पूर्वजों ने हमें स्वच्छ और स्वस्थ ग्रह दिया था । (1)
उत्तर:

  1. 2
  2. 4
  3. 3
  4. 1

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इ) अनुच्छेद पढिए । इसके आधार पर तीन प्रश्न बनाइए।

कहाँ से आता है हमारा पानी और फिर कहाँ चला जाता है हमारा पानी? हमने कभी इसके बारे में कुछ सोचा है? सोचा तो नहीं शायद, पर इस बारे में पढ़ा ज़रूर है । भूगोल की किताब पढ़ते समय जलचक्र जैसी बातें हमें बतायी जाती हैं। बताते समय सूरज, समुद्र, बादल, हवा, धरती फिर बरसात की बूंदें और लो फिर बहती हुई एक नदी और उसके किनारे बसा तुम्हारा, हमारा घर, गाँव या शहर। चित्र के दूसरे
भाग में यही नदी अपने चारों तरफ़ का पानी लेकर उसी समुद्र में मिलती दिखाई देती है।
उत्तर:
1. हमने किसके बारे में नहीं सोचा होगा ?
2. जलचक्र जैसी बातें किस समय हमें बतायी जाती है ?
3. चित्र के दूसरे भाग में क्या दिखाई देती है ?

ई) इन प्रश्नों के उत्तर तीन वाक्यों में दीजिए।

प्रश्न 1.
पर्यावरण के बिगडने से क्या हानि होती है?
उत्तर:

  • पर्यावरण के बिगडने से वर्षा नहीं होती ।
  • पर्यावरण बिगडने से प्रकृति में असंतुलन बना रहता है ।
  • अधिक धूप लगती है। हिमालय पिघल जाते हैं।
  • मानव तथा जीव-जंतु रहना दूभर होता।

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प्रश्न 2.
पर्यावरण संरक्षण में हम क्या योगदान दे सकते हैं?
उत्तर:

  • हर बालक को पर्यावरण की शिक्षा के प्रति जागरूक करना है ।
  • किताबों में पर्यावरण के पाठ अवश्य हो ।
  • जैव मित्र तकनीकों में बढ़ोतरी होनी चाहिए।
  • पुनः प्राप्त किये जानेवाले संसाधनों का उपयोग होना चाहिए।
  • पेड़-पौधों को काटना नहीं चाहिए।

अभिव्यक्ति- सृजनात्मकता

अ) इन प्रश्नों के उत्तर लिरिवए ।

प्रश्न 1.
पर्यावरण के बिगडने से आगामी भविष्य में और कैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं ?
(या)
पर्यावरण के असंतुलन से उत्पन्न होनेवाले परिणाम क्या है?
उत्तर:
पर्यावरण के बिगडने से निम्न लिखित समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं।
1) हिमालय पिघलता जा रहा है।
2) ध्रुवीय भालू मरते जा रहे हैं।
3) साफ़ पानी नहीं मिल रहा है।
4) प्रशांत महासागर के पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है।
5) धरती प्रदूषित हो रही है।
6) ठीक समय पर वर्षा नहीं हो रही है ।

प्रश्न 2.
जल संरक्षण कैसे किया जा सकता है? अपने विचार बताइए।
उत्तर:

  • नदी तथा नालों पर बाँध बनाकर जल संरक्षण किया जाता है।
  • नदी तथा नालों में मल-मूत्र विसर्जन न करके संरक्षण कर सकते हैं।
  • जानवरों से पानी को गंदा न करवा सकने से जल संरक्षण किया जाता है।
  • कल – कारखानों से आनेवाले विषैले पदार्थों को नदी, नाला, तालाब आदि स्त्रोतों में न बहा ने से जल संरक्षण किया जा सकता है।

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प्रश्न 3.
युगरत्ना के स्थान पर आप होते तो कौन – कौन से प्रश्न पूछते?
(या)
युगरत्ना श्रीवास्तव ने अपने भाषण में किन – किन समस्याओं का उल्लेख किया है? पाठ के आधार पर समझाइए।
उत्तर:
युगरत्ना के स्थान में यदि मैं होता तो ये प्रश्न पूछता।

  • हिमालय पिघलता जा रहा है। धृवीय भालू मरते जा रहे हैं । हर पाँच में से दो व्यक्तियों को पीने का साफ़ पानी नहीं मिलता | लुप्त होने वाले पेड – पौधों को खोने की हालत में हैं | प्रशांत महासागर के पानी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है । क्या हम अपने भविष्य की पीढी को यही देने जा रहे हैं?
  • हमारे पूर्वजों ने हमें स्वच्छ और स्वस्थ ग्रह दिया था, और हम क्या कर रहे हैं?
  • हम अपने भविष्य की पीढी को प्रदूषित और बिगडी हुई धरती देने जा रहे हैं। क्या ऐसा करना ठीक है ?
  • हमें अपनी धरती बचानी होगी । अब यह काम यहाँ नहीं होगा तो कहाँ होगा? अब नहीं होगा तो कब होगा ? हम नहीं करेंगे तो कौन करेगा?
  • क्या पर्यावरणीय समस्याओं की पहचान किसी भौगोलिक, राजनैतिक सीमाओं और आयुसमूहों के दायरे में होती है?
  • यदि राष्ट्र की सुरक्षा, शांति और आर्थिक विकास ही आपके लिए ज़रूरी है, तो पर्यावरण बदलाव ज़रूरी मुद्दा क्यों नहीं होना चाहिए?

आ) इस भाषण – लेख का सारांश अपने शब्दों में लिरिवाए।
उत्तर:
युगरत्ना श्रीवास्तव भारत की लाडली है। वह 13 साल की लडकी है। सितंबर 2009 में संयुक्त राष्ट्र संघ में उसने भाषण देकर सबको सोचने पर मजबूर कर दिया ।

वह अपने भाषण में कहती है कि हिमालय पिघलता जा रहा है। ध्रुवीय भालू मरते जा रहे हैं। हर पाँच में से दो व्यक्तियों को साफ़ पानी पीने नहीं मिल रहा है । आज पेड -पौधे लुप्त होते जा रहे हैं। प्रशांत महासागर के पानी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है।

हम अपने भविष्य के पीढ़ी को स्वस्थ ग्रह को ही देना है, प्रदूषित धरती को न देना है । हमें अपनी धरती बचानी होगी । पर्यावरण समस्याओं के प्रति लोगों की सोच बदलना है ।

बालकों को पर्यावरण की शिक्षा के प्रति जागरूक करना है। उनकी पुस्तकों में पर्यावरण के पाठ अवश्य होना है।

हम अपनी जन्म भूमि को बचाना है। अपने घर को बचाना है। अपनी धरती को बचाना है।

इ) युगरत्ना की जगह अगर आप होते तो संयुक्त राष्ट्र संघ में क्या भाषण देते?
उत्तर:
संयुक्त राष्ट्र संघ में युगरत्ना की जगह अगर मैं होता तो अपना भाषण इस प्रकार देता … आदरणीय सज्जनों !

हमारे पूर्वजों ने हमें स्वस्थ और साफ़ पर्यावरण विरासत के रूप में दिया । लेकिन हम अज्ञान से ऐसी अमूल्य पर्यावरण का नाशकर रहे हैं। धरती जो पेड-पौधों और घने जंगलों के कारण अब तक हरी-भरी है । वह प्रदूषित होती जा रही है । हम अपनी आगामी पीढी को निस्सार पर्यावरण सौंपने जा रहे हैं। यह तो किसी भी हालत में समर्थनीय नहीं है ।

अब भी समय है | आप ध्यान लगाकर सोचिए । आवश्यक कदम उठाने का समय आ गया है । अपने आप आगे आकर मज़बूत इरादें कर लेने की ज़रूरत है । यह काम अब हम नहीं करेंगे तो आगे कोई भी नहीं करेगा। अपनी धरती को बचा लेना है। हम अपनी सोच बदलें । पर्यावरण की सुरक्षा के आवश्यक नये कदम उठायें। हमारे हाथों में सिर्फ वर्तमान और भविष्य हैं। अतः भविष्य का संरक्षण अपने हाथों में है। भाग्यवश धरती के पास भी हमारी आवश्यकताएँ पूरी करने की क्षमता है ।

अपनी बुद्धि कुशलता का उपयोग कीजिए। परिवर्तन और सुधार लाकर पर्यावरण की रक्षा में सहयोग दें। अपने परिवारवालों को, अपने समाजवालों को, अपनी मातृभूमि को और पर्यावरण को बचा सकें। हमारे मन की आकांक्षा अच्छी हो तो परमात्मा भी कृपा करके हमें शक्ति देगा। हम सफल हो सकेंगे। धन्यवाद।

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ई) युगरत्ना के भाषण में तुम्हें कौनसी बात सबसे अच्छी लगी और क्यों?
उत्तर:
“हिमालय पिघलता जा रहा है। ध्रुवीय भालू मरते जा रहे हैं। हर पाँच में से दो व्यक्तियों को पीने का साफ़ पानी नहीं मिलता। आज हम उन पेड-पौधों को खोने की कगार पर है, जो लुप्त होते जा रहे हैं। प्रशांत महासागर का स्तर बढ़ता ही जा रहा है – उपर्युक्त ये बातें जो श्रीवास्तव के हैं – मुझे सबसे अच्छी लगी। क्योंकि वह तेरह साल की लडकी होने पर भी इतनी बातों के प्रति उसका जो ज्ञान है वह प्रशंसनीय एवं अनोखी है ।

भाषा की बात

अ) नीचे दिये गये शब्दों के अर्थ बताकर वाक्य प्रयोग कीजिए |
1. संघ
2. ध्रुवीय
3. लुप्त
4. तकनीक
5. वरदान
उत्तर:
1. संघ = समाज, sopro, sveeo, federation, league
युगरत्ना श्रीवास्तव ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भाषण दिया।

2. ध्रुवीय = ध्रुव संबंधी, syso, polar
आजकल ध्रुवीय भालू मरते जा रहे हैं।

3. लुप्त = क्षय, 90dBodye, y-govei,vanished
आजकल पेड-पौधे लुप्त होते जा रहे हैं।

4. तकनीक = विधान, possy,technique
हम आजकल तकनीकी चीज़ों का उपयोग अधिक कर रहे हैं।

5. वरदान = वर, नियामत, 360, boon
मैं भारत में जन्म लेना अपना वरदान समझता हूँ।

* सही अर्थवाले शब्द से जोडी बनाइए।
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उत्तर:
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सही अर्थ वाले शब्द के नीचे रेखा खींचिए ।

A) मजबूर = बाध्य खुशी दुख
B) संसाधन = स्त्रोत खजाना रुपया
C) पक्षी = उडान गगन पंछी

आ) नीचे दिये गये वाक्य पढिए। रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए।
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इ) रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित अव्ययों से कीजिए। (वाह !, के नीचे, और)

1) जंगल में साधु जानवर ….. खूखार जानवर रहते हैं।
उत्तर:
और

2) पेड़ …………. उसकी जडें होती हैं ।
उत्तर:
के नीचे

3) ………. मुझे अच्छे अंक मिले।
उत्तर:
वाह !

परियोजना

पर्यावरण पर दिये गये किसी भाषण लेख का संकलन कीजिए।
उत्तर:
आधुनिक युग में मुख्य रूप से चार प्रकार के प्रदूषण फैल रहे हैं।
A) भूमि प्रदूषण
B) जल प्रदूषण
C) वायु प्रदूषण और
D) ध्वनि प्रदूषण ।।

इन प्रदूषणों के कारण हमारा पर्यावरण तेज़ी से बिगड़ रहा है। पर्यावरण में प्रदूषण फैलता है, तो उसका असर हम सब पर पड़ता है। पशु, पक्षी और हम सब मनुष्य हवा में से आक्सीजन लेते हैं और कार्बनडाइ-आक्सइड छोडते हैं। यह कार्बन-डाइ-आक्सइड इसी रूप में पर्यावरण में फैलता है। इससे हमारे आसपास का वातावरण प्रदूषित होता है। पर्यावरण में जो प्रदूषण होता है, वह पेड़-पौधों की सहायता से संतुलित हो जाता है । धूप और पेड़ -पौधों की पत्तियों के हरे पदार्थ द्वारा कार्बन-डाइ-आक्सइड और पानी बड़े कल-कारखाने गहा है, जो नदियों या जवायु और भूमि को दूषित उगलाता है। अशुद्ध पानी से नदी में यदि एक स्थान का रसायन होते हैं, जोजला जलाशयों में प्रवाहित कब के बीच एक रसायनिक प्रक्रिया होती है। इससे स्टार्च, मड आदि का निर्माण होता है। फलस्वरूप पर्यावरण में संतुलन बना रहता है।

आजकल हमारे आसपास बड़े-बड़े कल-कारखाने धुंआँ उगलते हैं। उनके कारण भी वायु प्रदूषण बढ़ जाता है। इन कारखानों से लगातार कूड़ा-कचरा निकल रहा है, जो नदियों या जलाशयों में प्रवाहित कर दिया जाता है। इस कूड़े-कचरे में कई तरह के ज़हरीले रसायन होते हैं, जो जल, वायु और भूमि को दूषित करते हैं। औद्योगिक कचरे से नदी में यदि एक स्थान का जल दूषित होता है, तो पूरी नदी का पानी ही दूषित हो जाता है। अशुद्ध पानी से कई बीमारियाँ होती हैं। रेल गाड़ियाँ, बसें, जलयान, विमान लगातार धुंआँ उगलते और शोर मचाते हैं। इनसे वायु और ध्वनि प्रदूषण फैलता है। आज अनेक प्रकार के यान अंतरिक्ष में छोड़े जा रहे हैं। ये भी वायु मंडल को प्रदूषित करते हैं।

पर्यावरण के असंतुलन से मौसम समय पर नहीं आता और वर्षा नियमित रूप से नहीं होती। वर्षा हुई भी तो कहीं अतिवृष्टि,कहीं अल्पवृष्टि होती है। पेड़-पौधों की पत्तियों में बाटीन रंध्र होते हैं। इन्हीं रंध्रों के द्वारा वातावरण और पौधों में गैसों का विनिमय होता है और जैविक क्रियाएँ संपन्न होती हैं। पर्यावरण के प्रदूषण को रोकने में हम सब सहयोग दे सकते हैं। सबसे पहले तो हम गंदगी न फैलायें और दूसरी यह कि फैली हुई गंदगी को साफ़ करने में सहयोग दें। अपने आसपास की नालियों को साफ़ रखें। कूड़ा-कचरा जहाँ-तहाँ ने फेंकें और न ही नदी-नाले में बहायें | खुले में मलमूत्र विसर्जन न करें। जंगल के वृक्ष न काटें। परंपरागत ईधन का उपयोग कम करें | उसके स्थान पर सूर्य, हवा और पानी से ऊर्जा उत्पन्न कर कल-कारखाने और वाहन चलायें। हमारा प्रयास यह होना चाहिए कि प्रकृति का भंडार सदा भरा रहे।

हमारे यहाँ पेड़ लगाना पुण्य कार्य माना गया है। पीपल, बरगद, आम, नीम, बेल, जामुन, आँवला जैसे उपयोगी वृक्षों के रोपण को धार्मिक कृत्य माना गया है | आज भी पानी के स्त्रोतों, देवालयों, मार्गों आदि के निकट पेड़ लगाने और लगे पेड़ों को न काटने की परंपरा है। संस्कारों को बनाये रखने से पर्यावरण के संरक्षण में सहयोग मिलेगा।

पर्यावरण हमारा रक्षा कवच है। हमारे स्वस्थ जीवन का आधार साफ़-सुथरा पर्यावरण है । पर्यावरण की रक्षा का दायित्व हम पर है। आइए हम प्रण करें।
1) अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर धरती को हरा-भरा बनायें।
2) वाहनों का धुंआँ कम करें।
3) वाहनों के भीषण शोर को कम करें।
4) विषैले पदार्थ नदियों में न बहावें।
5) भूमि हवा और जल को शुद्ध रखें।

बदलें अपनी सोच Summary in English

It happened for the first time in the United Nations organization (UNO). A 13 year-old girl made everybody attended there helpless to think. No one had answers for her questions. The girl was none other than Yugaratna Srivastav who inspired everybody with her thought provoking questions.

On September 9, Srivastav made an effective speech in U.N.O. “The Himalayan mountains are melting. Polar bears are dying, Pure drinking water is not available for every two out of five persons. Nowadays we are losing trees and plants. The volume of water in the oceans is increasing.

Are these things we are going to provide our coming generations with ? No. Our ancestors provided us with a clean and healthy planet. What are we doing ? We are going to provide our future generations with a polluted and spoiled earth. Is it correct to do ? Think over it. Think over it attentively.

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Respected invitees ! It’s time we took some initiative and moved some steps further.

We have to protect our earth. Not only for our sake, but also for our future.

Where does it happen if not here ? When does it happen if not now? Who else will do if not we ?

What I want to convey to you is – please listen to my words. Strong determination is necessary for our future. We need a powerful and vigorous leadership.

We cannot save our earth by mere constructing hightech societies and depositing crores of rupees in banks.

We gathered over here not for mere solving environmental problem. We assembled here to bring change in people’s thinking.

We should make every child aware towards the environmental education. Lessons on environmental education should be definitely added. I’m not saying to cease the development.

I would like to ask the international leaders two questions – Is recognition concerning ecological problems available either in any geographical, political limits or in aged people’s groups.

For this need we have the U.N.O. It should make the people discuss this kind of issues one another. In this case, the views and opinions of the children and the youth should be taken into consideration.

While the protection of one’s own country, peace and economic development are necessary for you, why shouldn’t this issue on environmental change be necessary ? I hope that the U.N.O. will think over this on humanitarian grounds. Let’s forget the old things and take new steps. Now, we have only the present and the future in our hands.

Now we should work collectively so as to safeguard our future.

Respected leaders ! You should now make a political resolve thereby think over the innocent children and the species of animals that will become extinct.

Mahatma Gandhi says ‘The earth has the power to fulfil everybody’s needs but not one’s greed’.

Birds fly in the air. Fish swim in the water. The cheetah runs fast. But the God gave us power of thinking as a boon. Hence, we can make both change and reforms. Move, let’s go a head. Let’s save our Mother Earth, let’s save our home, let’s save our land.

Thanking you for giving me this opportunity ……”

बदलें अपनी सोच Summary in Telugu

ఐక్యరాజ్యసమితిలో మొదటిసారి ఇలా జరిగింది. 13 సంవత్సరాల బాలిక అందరినీ ఆలోచించడానికి నిస్సహాయులను చేసింది. ఎవరి వద్ద కూడా ఆమె ప్రశ్నలకు జవాబులు లేవు. తన ప్రశ్నలతో అందర్నీ ఆలోజింపచేసిన ఆ బాలిక పేరు యుగరత్న శ్రీవాస్తవ్. భారతదేశపు గారాల బిడ్డ పట్ల మనందరికీ గర్వమే.

సెప్టెంబర్ 2009, శ్రీవాస్తవ్ ఐక్యరాజ్యసమితిలో ఉపన్యసిస్తూ ఈ విధంగా అన్నది – ” హిమాలయ పర్వతాలు కరిగిపోతూ ఉన్నాయి. ధృవపు ఎలుగుబంట్లు చనిపోతూ ఉన్నాయి. ప్రతి ఐదుగురిలో ఇద్దరు వ్యక్తులకు త్రాగుటకు స్వచ్ఛమైన నీరు లభించుట లేదు. ఈ రోజు మనం చెట్లు – మొక్కలను కోల్పోతూ ఉన్నాం. పసిఫిక్ మహాసముద్రంలో నీరు (సముద్రాల నీరు, సముద్రాల పరిమాణం) పెరిగిపోతోంది.

ఏమి, మనం మన భవిష్య తరాలవారికి ఇవేనా ఇచ్చేది ? కాదు. మన పూర్వీకులు మనకు పరిశుభ్రమైన, ఆరోగ్యకరమైన గ్రహం ఇచ్చారు. మరి మనమేమి చేస్తున్నాం? మనం మన భవిష్యతరాల వారికి కలుషితమైన, పాడయిన భూమిని ఇవ్వబోతున్నాం. ఇలా చేయడం సబబా ? ఆలోచించండి. ధ్యాసబెట్టి ఆలోచించండి.

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ఆదరణీయ సభాసదులారా ! మనం కొన్ని అడుగులు వేయడానికి ఇప్పుడు సమయం వచ్చింది.

మనం మన భూమిని రక్షించవలసియున్నది. మన కోసమే కాదు. మన భవిష్యత్ కోసం కూడా.

ఈ పని ఇక్కడ జరక్కపోతే ఎక్కడ జరుగుతుంది ? ఇప్పుడు కాకపోతే ఎప్పుడు జరుగుతుంది? మనం చేయకపోతే ఎవరు చేస్తారు?

నేను మీతో నివేదించేది ఏమిటంటే – “మీరు నా మాటలు వినండి. భవిష్యత్ కొరకు గట్టి నిర్ణయం అవసరం. దృఢమైన నాయకత్వం అవసరం.

హైటెక్ సమాజాన్ని నిర్మించడం లేదా బ్యాంకుల్లో కోట్ల రూపాయలు జమచేయడం వల్ల మనం మన భూమిని రక్షించలేం.

ఇక్కడ మనం పర్యావరణ సమస్యను పరిష్కరించడం కొరకు మాత్రమే సమావేశమవ్వలేదు. కానీ ప్రజల ఆలోచనను మార్చడం కోసం సమావేశమయ్యాం.

ఇప్పుడు ప్రతి పిల్లవానిని పర్యావరణ విద్య (పరిసరాల విద్య) పట్ల జాగరూకులను చేయాలి. ప్రతి తరగతి పుస్తకాలలో పర్యావరణ విద్య (పరిసరాల విద్య) పాఠాలు తప్పనిసరిగా చేర్చాలి. అభివృద్ధిని ఆపమని నేను చెప్పడం లేదు.

నేను ప్రపంచానికి చెందిన నాయకులందర్నీ రెండు ప్రశ్నలు అడగాలని అనుకుంటున్నా – పర్యావరణ సమస్యలకు సంబంధించిన గుర్తింపు ఏదేని భౌగోళిక, రాజనైతిక హద్దుల్లో లేదా వయో సమూహాల్లో లభిస్తుందా ?

అందుకే ఐక్యరాజ్యసమితి ఉంది. వారు ఇలాంటి విషయాలపై ఒకరినొకరితో మాట్లాడేలా చేయాలి. ఈ విషయంలో పిల్లలు యువకుల అభిప్రాయాలు కూడా తీసుకోవాలి.

దేశ రక్షణ, శాంతి, ఆర్థికాభివృద్ది మీకు తప్పనిసరి అయితే పర్యావరణం మార్పు అనే విషయం ఎందుకు తప్పనిసరి. కాకూడదు ? నేను ఐక్యరాజ్యసమితి మానవీయ దృష్టికోణంతో ఆలోచిస్తుందని ఆశిస్తున్నాను. పాత విషయాలను మరచిపోయి కొత్త అడుగులు వేయాలి. ఇప్పుడు మన చేతిలో కేవలం వర్తమానం మరియు భవిష్యత్తులే ఉన్నాయి.

ఇప్పుడు మనం మన భవిష్యత్తును సంరక్షించుకునే విధంగా పనిచేయాలి.

ఆదరణీయ నాయకులారా ! ఇప్పుడు మీరు ఏదో ఒక రాజనీతిని నిర్ణయించాలి. తద్వారా అమాయక పిల్లలు మరియు అంతరించిపోతున్న జంతువులను గురించి ఆలోచించాలి.

మహాత్మాగాంధీగారన్నారు – “భూమికి అందరి అవసరాలను తీర్చే శక్తి (ఓర్పు) ఉంది. ఎవరి దురాశనూ కాదు.” పక్షులు ఆకాశంలో ఎగురుతాయి. చేపలు నీళ్ళల్లో ఈదుతాయి. చిరుతపులి వేగంగా పరుగెడుతుంది.
కానీ భగవంతుడు మనకు ఆలోచించే శక్తిని వరంగా ఇచ్చాడు. అందువలన మనం మార్పును సంస్కరణలను రెండింటినీ తీసుకురాగలం. పదండి ఇప్పుడు మనం ముందుకు వెళదాం. మన జన్మభూమిని రక్షిద్దాం, మన ఇంటిని రక్షిద్దాం. మన భూమిని రక్షిద్దాం .

ధన్యవాదములు.

अर्थवाहयता – प्रतिक्रिया

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए |

1. महात्मा गाँधी ने कहा था – “धरती के पास सभी की आवश्यकताओं की पूर्ति करने की क्षमता है। किसी के लालच की नहीं।” पक्षी आसमान में उड़ता है, मछली पानी में तैरती है, चीता तेजी से दौडता है, लेकिन ईश्वर ने हमें वरदान के रूप में सोचने के लिए बुद्धि दी है। इससे हम परिवर्तन और सुधार दोनों ला सकते हैं। चलो अब हम आगे बढ़ें। अपनी जन्मभूमि को बचा लें ……. अपने घर को बचा लें ………. अपनी धरती को बचा लें …….
प्रश्न :
1. महात्मा गाँधी ने क्या कहा था?
उत्तर:
महात्मा गाँधी ने कहा था ”धरती के पास सभी की आवश्यकताओं की पूर्ति करने की क्षमता है। किसी के लालच की नहीं।’

2. ईश्वर ने हमें कौन-सा वरदान दिया?
उत्तर:
ईश्वर ने हमें वरदान के रूप में सोचने के लिए बुद्धि दी।

3. बुद्धी के सहारे हम क्या कर सकते हैं?
उत्तर:
बुद्धि से हम परिवर्तन और सुधार दोनों ला सकते हैं।

4. आसमान शब्द का पर्यायवाची शब्द लिखिए।
उत्तर:
गगन

5. यह गद्यांश किस पाठ से दिया गया है?
उत्तर:
यह गद्यांश “बदलें अपनी सोच” पाठ से दिया गया है।

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2. यहाँ हम पर्यावरण की समस्या सुलझाने के लिए ही एकत्रित नहीं हुए हैं, बल्कि लोगों की सोच बदलने के लिए भी एकत्रित हुए हैं। अब हर बालक को पर्यावरण की शिक्षा के प्रति जागरूक करना होगा। हर कक्षा की किताबों में पर्यावरण के पाठ अवश्य होने चाहिए। विकास को रोकने के लिए मैं नहीं कहती । मैं यह कहना चाहती हूँ – जैवमित्र तकनीकों में बढ़ोत्तरी होनी चाहिए जो सस्ती और अच्छी हो।
प्रश्न :
1. हर बालक को किस शिक्षा के प्रति जागरुक करना है?
उत्तर:
हर बालक को पर्यावरण की शिक्षा के प्रति जागरुक करना है।

2. जैवमित्र तकनीक कैसी होनी चाहिए?
उत्तर:
जैवमित्र तकनीकों में बढ़ोत्तरी होनी चाहिए।

3. इस गद्यांश में “मैं” किसके लिए प्रयुक्त है?
उत्तर:
“मैं’ युगरत्ना श्री वात्सव के लिए प्रयुक्त है।

4. “सस्ता” इस शब्द का विलोम शब्द क्या है?
उत्तर:
सस्ता – महँगा

5. यह गद्यांश किस पाठ से दिया गया है?
उत्तर:
यह गद्यांश ‘बदलें अपनी सोच” पाठ से दिया गया है।

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर नीचे दिये गये वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर दीजिए। सही विकल्प से संबंधित अक्षर चुनकर कोष्ठक में रखिए।

1. एक दिन की बात है। रामदास अपने कमरे में आराम कर रहा था कि इतने में दो तीन ग्वाले दौडते हुए उसके पास आये और कहा – “टीले की बाई ओर, नाले के पास की झाडियों में बाघ छिपा हुआ है।” रामदास ने तुरंत बंदूक थाम ली और करतूस लेकर टीले की ओर चल पडा। रामदास ने देखा कि झाडियों में बाघ छिपा हुआ है। तुरंत रामदास ने उस पर गोली चलायी। गोली बाघ के माथे पर जा लगी, वहा चिता गिर पड़ा और उसी समय वह मर गया।
प्रश्न :
1. बाघ कहाँ छिपा हुआ है?
A) नदी में
B) झाडियों में
C) गुफा में
D) कमरे में
उत्तर:
B) झाडियों में

2. अपने कमरे में कौन लेटे आराम कर रहा था?
A) बाघ
B ) ग्वाला
C) रामदास
D) प्रेमदास
उत्तर:
C) रामदास

3. गोली कहाँ जा लगी ?
A) बाघ के माथे पर
B) बाघ के पेट में
C) बाघ के पीठ में
D) बाघ के मुख पर
उत्तर:
A) बाघ के माथे पर

4. कितने ग्वाले दौडते हुए रामदास के पास आये?
A) दो
B) तीन
C) चार
D) दो-तीन
उत्तर:
D) दो-तीन

5. उपर्युक्त अनुच्छेद में बाघ को मारनेवाले कौन थे ?
A) रामदास
B) किशोरदास
C) श्यामदास
D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
A) रामदास

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 3 बदलें अपनी सोच

2. हमारे भारतवर्ष में अनेक प्रकार के रसीले, स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक फलों की खूब पैदावर होती है। मौसम में पैदा होनेवाले फल जरूर खाना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार मीठा अनार वात, पित्त और कफ़ दोषों को दूर करता है। पपीता पाचक और खून बढ़ानेवाला होता है। सेब मस्तिष्क एवं नस – नाड़ियों को शक्ति प्रदान करता है। अमरूद इतनी गुणकारी है कि इसे अमृत फल कहते हैं।
प्रश्न :
1. वात, पित्त और कफ़ दोषों को दूर करनेवाला फ़ल क्या है?
A) पपीता
B) अनार
C) सेब
D) अंगूर
उत्तर:
B) अनार

2. सेब खाने से किसे शक्ति मिलती है?
A) खून
B) आँख
C) पाचक यंत्र
D) मस्तिष्क
उत्तर:
D) मस्तिष्क

3. अमृत फ़ल किसे कहते हैं?
A) अनार
B) पपीता
C) अमरूद
D) सेब
उत्तर:
C) अमरूद

4. यह फल खाने से खून बढ़ता है।
A) पपीता
B) अनार
C) अमरूद
D) सेब
उत्तर:
A) पपीता

5. फ़ल शब्द का बहुवचन रूप यह है।
A) फ़लें
B) फ़लों
C) फ़ल
D) फलाएँ
उत्तर:
C) फ़ल

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर छह या आठ पंक्तियों में लिखिए।

“पर्यावरण हमारा रक्षा कवच है।” इस कथन की पुष्टि करते हुए पर्यावरण संरक्षण में हम क्या योगदान दे सकते हैं – लिखिए।
उत्तर:
पर्यावरण हमारा रक्षा कवच है। हमारे स्वस्थ जीवन का आधार साफ-सुथरा पर्यावरण है। पर्यावरण की रक्षाका दायित्व हम पर हैं। पर्यावरण संरक्षण में हम इस प्रकार योगदान दे सकें –

  1. अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर धरती को हरा-भरा बनायें।
  2. वाहनों का धुंआँ कम करें।
  3. वाहनों के भीषण शोर को कम करें।
  4. विषैले पदार्थ नदियों में न बहावें।
  5. भूमि हवा और जल को शुद्ध रखें।

निर्देश के अनुसार उत्तर दीजिए। |

1. पर्यावरण के पाठ अवश्य होने चाहिए। (रेखांकित शब्द का संधि विच्छेद पहचानिए।)
A) पर्या + वरण
B) परि +आवरण
C) परि + वरण
D) पर + आवरण
उत्तर:
B) परि +आवरण

2. पक्षी आसमान में उड़ता है। (रेखांकित शब्द का तद्भव शब्द पहचानिए।)
A) जानवर
B) मृग
C) मनुष्य
D) पंछी
उत्तर:
D) पंछी

3. आर्थिक विकास की जरूरत है। (रेखांकित शब्द का प्रत्यय शब्द पहचानिए।)
A) अ
B) इक
C) ईक
D) आ
उत्तर:
B) इक

4. चीता तेजी से दौडता है। (वाक्य में संज्ञा शब्द पहचानिए।)
A) तेजी से
B) दौडता
C) चीता
D) दौडता है
उत्तर:
C) चीता

5. हम नादान बच्चे हैं। (वाक्य में विशेषण शब्द पहचानिए।)
A) हम
B) बच्चे
C) हैं
D) नादान
उत्तर:
D) नादान

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6. अपनी जन्मभूमि ….. बचा लें। (सही कारक चिहन पहचानिए।)
A) ने
B) को
C) में
D) का
उत्तर:
B) को

7. सही क्रम वाला वाक्य पहचानिए।
A) मजबूत जरूरत की नेतृत्व है।
B) जरूरत नेतृत्व मजबूत की है।
C) मजबूत नेतृत्व की जरूरत है।
D) मजबूत की नेतृत्व जरूरत है।
उत्तर:
C) मजबूत नेतृत्व की जरूरत है।

8. हिमालय पिघलता जा रहा है। रेखांकित शब्द का संधि विच्छेद करने पर।
A) हिम + आलय
B) हिमा + आलय
C) हिम + अलय
D) हिमा + लय
उत्तर:
A) हिम + आलय

9. शुद्ध रूप पहचानिए|
A) हम हमारी धरती को बचा लें।
B) हम हमारे धरती को बचा लें।
C) हम अपनी धरती को बचा लें
D) हम अपने धरती को बचा लें।
उत्तर:
C) हम अपनी धरती को बचा लें

10. यह महान कार्य यहाँ नहीं होगा तो कहाँ होगा? (सर्वनाम शब्द पहचानिए)
A) कार्य
B) महान
C) वह
D) कहाँ
उत्तर:
C) वह

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11. मैं नेताओं से दो प्रश्न पूछना चाहती हूँ। (सर्वनाम शब्द पहचानिए।)
A) दो
B) पूछना
C) मैं
D) चाहती हूँ।
उत्तर:
C) मैं

अर्थग्राह्यता – प्रतिक्रिया

पठित – गद्यांश

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. संयुक्त राष्ट्र संघ में पहली बार ऐसा हुआ। तेरह वर्ष की एक लड़की ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। किसी के पास भी उसके सवालों का जवाब नहीं था। अपने सवालों से सबको सोचने पर | मजबूर करने वाली उस लड़की का नाम युगरत्ना श्रीवास्तव है। भारत की इस लाडली पर सबको गर्व है।
प्रश्न :
1. उपर्युक्त अनुच्छेद किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर:
उपर्युक्त अनुच्छेद ‘बदलें अपनी सोच’ नामक पाठ से लिया गया है।

2. पहली बार ऐसा कहाँ हुआ?
उत्तर:
संयुक्त राष्ट्र संघ में पहली बार ऐसा हुआ।

3. लडकी का नाम क्या है?
उत्तर:
लड़की का नाम है “युगरत्ना श्रीवास्तव |

4. सबको किस पर गर्व है?
उत्तर:
भारत की इस लाडली युगरत्ना श्रीवास्तव पर सब को गर्व है।

5. लडकी कितने वर्ष की है?
उत्तर:
लडकी तेरह वर्ष की है।

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2. [ सितंबर, 2009 में संयुक्त राष्ट्र संघ में युगरत्ना श्रीवास्तव ने भाषण देते हुए इस तरह कहा – “हिमालय पिघलता जा रहा है। ध्रुवीय भालू मरते जा रहे हैं। हर पाँच में से दो व्यक्तियों को पीने का साफ़ पानी नहीं मिलता। आज हम उन पेड़ – पौधों को खोने की कगार पर हैं, जो लुप्त होते जा रहे हैं। प्रशांत महासागर के पानी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है।
प्रश्न :
1. युगरत्ना श्रीवास्तव ने संयुक्त राष्ट्र संघ में कब भाषण दी?
उत्तर:
युगरत्ना श्रीवास्तव ने संयुक्त राष्ट्र संघ में सितंबर 2009 में भाषण दी।

2. पीने का साफ़ पानी किन्हें नहीं मिलता ?
उत्तर:
हर पाँच में से दो व्यक्तियों को पीने का साफ़ पानी नहीं मिलता।

3. किस सागर के पानी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है?
उत्तर:
प्रशांत महासागर के पानी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है।

4. क्या पिघलता जा रहा है?
उत्तर:
हिमालय पिघलता जा रहा है।

5. युगरत्ना श्रीवास्तव ने कहाँ भाषण दी?
उत्तर:
युगरत्ना श्रीवास्तव ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में भाषण दी।

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3. महात्मा गाँधी ने कहा था – ‘धरती के पास सभी की आवश्यकताओं की पूर्ति करने की क्षमता है। किसी के लालच की नहीं।”

पक्षी आसमान में उड़ता है, मछली पानी में तैरती है, चीता तेज़ी से दौड़ता है लेकिन ईश्वर ने हमें वरदान के रूप में सोचने के लिए बुद्धि दी है। इससे हम परिवर्तन और सुधार दोनों ला सकते हैं। चलो अब हम आगे |बढ़े। अपनी जन्मभूमि को बचा लें … अपने घर को बचा लें … अपनी धरती को बचा लें ………
प्रश्न :
1. महात्मा गाँधीजी ने क्या कहा था?
उत्तर:
महात्मा गाँधीजी ने कहा था “धरती के पास सभी की आवश्कताओं की पूर्ति करने की क्षमता है। किसी के लालच के नहीं”।

2. मछली कहाँ तैरती है?
उत्तर:
मछली पानी में तैरती है।

3. ईश्वर ने हमें वरदान के रूप में क्या दी?
उत्तर:
ईश्वर ने हमें वरदान के रूप में सोचने के लिए बुद्धि दी है।

4. पक्षी कहाँ उड़ती है?
उत्तर:
पक्षी आसमान में उड़ती है।

5. यह उपर्युक्त गद्यांश किस पाठ से दिया गया है?
उत्तर:
यह उपर्युक्त गद्यांश “बदलें अपनी सोच” नामक पाठ से दिया गया है।

अपठित- गद्यांश

नीचे दिये गये गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर चुनकर कोष्ठक में लिखिए।

1. यहाँ तक कि मुंशीजी को न्याय भी अपनी ओर से कुछ खिंचा हुआ दीख पड़ता था। वह न्याय का दरबार था। परंतु उसके कर्मचारियों पर पक्षपात का नशा छाया हुआ था। किन्तु पक्षपात और न्याय का क्या मेल? जहाँ पक्षपात हो. वहाँ न्याय की कल्पना भी नहीं की जा सकती। मुकद्यमा शीघ्र ही समाप्त हो गया। डिप्टी मैजिस्ट्रेट ने अपनी तजवीज में लिखा, पंडित अलोपीदीन के विरुद्ध दिये गये प्रमाण निर्मूल और भ्रमात्मक हैं। वह एक बड़े भारी आदमी हैं। यह बात कल्पना से बाहर है कि उन्होंने थोडे – से लाभ के लिए ऐसा दुस्साहस किया हो। यद्यपि नमक के दारोगा मुँशी वंशीधर का अधिक उद्यण्डता और अविचार के कारण एक भलेमानस को कष्ट झेलना पड़ा।
प्रश्न :
1. एक बडे भारी आदमी कौन है?
A) मुंशी जी
B) पंडित आलोपदीन
C) डिप्टी मैजिस्ट्रेट
D) ये सब
उत्तर:
B) पंडित आलोपदीन

2. नमक का दारोगा कौन है?
A) पंडित आलोपदीन
B) मुंशी किशोरधर
C) मुँशी वंशीधर
D) मुंशी गिरिधर
उत्तर:
C) मुँशी वंशीधर

3. न्याय अपनी ओर से कुछ खिंचा हुआ किसे दीख पड़ता था?
A) मुंशी जी को
B) पं. आलोपदीन को
C) डिप्टी मैजिस्ट्रेट को
D) इन सबको
उत्तर:
A) मुंशी जी को

4. जहाँ पक्षपात है वहाँ किसकी कल्पना नहीं की जा सकती?
A) अधर्म
B) धर्म
C) अन्याय
D) न्याय
उत्तर:
D) न्याय

5. पक्षपात का नशा किन पर छाया हुआ था?
A) मुंशी
B) आलोपदीन
C) कर्मचारियों
D) इन सब पर
उत्तर:
C) कर्मचारियों

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2. दक्षिण भारत में एक शक्तिशाली राज्य था। उस राज्य का नाम विजयनगर था। विजयनगर के तेनाली गाँव में एक साधारण – सा व्यक्ति रहता था जिसका नाम राम था। लोग उसे तेनाली राम कहते थे। रोज़गार की तलाश में वह राजधानी आ गया। राजधानी का नाम भी विजयनगर था। उन दिनों विजयनगर के महाराजा कृष्णदेवराय थे। वे बड़े उदार, विद्याप्रेमी और कलाप्रिय राजा थे। तेनाली राम ने महाराज से मुलाकात की। महाराज उसकी बातों से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने उसे तुरंत नौकरी दे दी।
प्रश्न :
1. रोज़गार की तलाश में राम कहाँ आ गया था?
A) राजधानी
B) तेनाली
C) मैसूर
D) कर्नाटक
उत्तर:
A) राजधानी

2. दक्षिण भारत में शक्तिशाली राज्य का नाम क्या था?
A) विजयवाडा
B) मैसूर
C) विजयनगर
D) विजयपुरी
उत्तर:
C) विजयनगर

3. विजयनगर के महाराज कौन थे?
A) रामराय
B) बुक्कराय
C) कृष्णदेवराय
D) हरिहरराय
उत्तर:
C) कृष्णदेवराय

4. कृष्णदेवराय कैसे राजा थे?
A) उदार
B) विद्या प्रेमी
C) कलाप्रिय
D) ये सब
उत्तर:
D) ये सब

5. राजधानी का नाम क्या था?
A) विजयनगर
B) विजयपुरी
C) विजयवाडा
D) वरंगल
उत्तर:
A) विजयनगर

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3. गाँधीजी को बच्चों के साथ हँसने, खेलने में बड़ा आनंद आता था। एक बार वे एक प्रारंभिक विद्यालय में गये। उन्होंने बालकों से विनोद करना आरंभ किया। दूर बैठा हुआ एक विद्यार्थी बीच में कुछ बोल उठा। इस पर शिक्षक ने उसे घूरकर देखा, तो बालक सहमकर चुप हो गया। गाँधीजी ये सब देख रहे थे। वे उस बालक के पास जाकर खड़े हो गये। बोले “बेटा, तू मुझसे कुछ कहना चाहता था न? बोल, क्या कहना है?
प्रश्न :
1. बालक को किसने घूरकर देखा?
A) गाँधीजी
B) शिक्षक
C) प्राध्यापक
D) दूसरे बालक
उत्तर:
B) शिक्षक

2. बच्चों के साथ हँसने, खेलने में बड़ा आनंद किसे आता था?
A) शिक्षक को
B) गाँधीजी को
C) बालकों को
D) सबको
उत्तर:
B) गाँधीजी को

3. गाँधीजी एक बार कहाँ गये?
A) मुंबई
B) प्रांस
C) प्रारंभिक विद्यालय
D) सिनेमा
उत्तर:
C) प्रारंभिक विद्यालय

4. बीच में कौन कुछ बोल उठा?
A) गाँधीजी
B) अध्यापक
C) प्राध्यापक
D) दूर बैठा हुआ एक विद्यार्थी
उत्तर:
D) दूर बैठा हुआ एक विद्यार्थी

5. बालकों इन्होंने ये विनोद करना आरंभ किया
A) शिक्षक
B) प्राध्यापक
C) अन्य बालक
D) गाँधीजी
उत्तर:
D) गाँधीजी

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4. समय जाते देर नहीं लगती। पन्द्रह वर्ष बीत चुके, पर जान पड़ता है कि अभी कल की बात है। सन् 1916 में मैं तीसरी बार इन्ट्रेस की परीक्षा देने बैठा था। दो साल में लगातार फेल हो चुका था। और चीज़ों में ज्यों – त्यों पास भी हो जाता, पर गणित का विषय मुझे अन्त में ले डुबाता। छोटे दों में भी इसने मेरे रास्ते में रोड़े अटकाये, परीक्षाओं में इसने मेरे साथ सदा अडंगा नीति से काम लिया, पर मैं किसी – न – किसी करवट से दर्जा बराबर चढता ही गया। इन्ट्रेन्स में पहुंचना था कि यह मेरे पीछे हाथ धोकर पड़ गया। लोगों का ऐसा खयाल था और अब भी है कि प्रतिभा नाम की चीज़ मेरे बाँटे कभी पड़ी ही नहीं, पर मैं इसे मानने के लिए तैयार नहीं हूँ।
प्रश्न :
1. लेखक तीसरी बार इन्ट्रेस की परीक्षा देने कब बैठा था?
A) सन् 1920 में
B) सन् 1930 में
C) सन् 1916 में
D) सन् 1836 में
उत्तर:
C) सन् 1916 में

2. लेखक को कौनसा विषय अंत में ले डुबाता?
A) अंग्रेज़ी
B) गणित
C) विज्ञान
D) अरबी
उत्तर:
B) गणित

3. लेखक कितने साल लगातार फैल हो चुका था?
A) दो
B) तीन
C) चार
D) पाँच
उत्तर:
A) दो

4. पंद्रह वर्ष बीत चुकने पर भी क्या जान पडता है?
A) अभी परसों की बात है।
B) अभी पंद्रह वर्षों की बात है।
C) अभी कल की बात है।
D) अभी आज की बात है।
उत्तर:
C) अभी कल की बात है।

5. छोटे दों में भी किस विषय ने लेखक के रास्ते में रोड़े अटकाये?
A) अंग्रेज़ी
B) विज्ञान
C) उर्दू
D) गणित
उत्तर:
D) गणित

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 3 बदलें अपनी सोच

5. पीज़ा सेहत के लिए हानिकारक है। क्योंकि वह मैदे से बनाया जाता है। मैदा सेहत के लिए किसी भी हालत में अच्छा नहीं है। कोला भी हानिहारक है। क्योंकि उसमें रासायनिक तत्व मिले होते हैं। पर चिप्स, कोला, पीज़ा के विज्ञापन तो बहुत ही आकर्षक होते हैं। क्या, ये सब झूठ हैं? हाँ, | विज्ञापन तो व्यापार बढ़ाने का एक तरीका मात्र है।
प्रश्न:
1. पीज़ा किसके लिए हानिकारक है?
A) सेहत
B) पेट
C) आँख
D) हाथ
उत्तर:
A) सेहत

2. पीज़ा किससे बनाये जाते हैं?
A) आटे से
B) मैदे से
C) चने से
D) मेवे से
उत्तर:
B) मैदे से

3. इसमें रसायन’ तत्व मिलते हैं –
A) सेहत में
B) पीज़ा में
C) कोला में
D) इन सब में
उत्तर:
C) कोला में

4. व्यापार बढ़ाने का एक तरीका क्या है?
A) विज्ञापन
B) विनती
C) प्रार्थना
D) सिनेमा
उत्तर:
A) विज्ञापन

5. इनके विज्ञापन बहुत आकर्षक होते हैं
A) कोला
B) चिप्स
C) पीज़ा
D) इन सबके
उत्तर:
D) इन सबके

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

AP State Syllabus AP Board 9th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

9th Class Hindi Chapter 2 गानेवाली चिड़िया Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 6)

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया 1
प्रश्न 1.
चित्र में क्या – क्या दिखायी दे रहे हैं?
उत्तर:
चित्र में एक किसान, दो बैल और पानी से भरा हुआ खेत दिखायी दे रहे हैं।

प्रश्न 2.
वे क्या कर रहे हैं?
उत्तर:
वे खेत जोत रहे हैं।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

प्रश्न 3.
इनकी मेहनत पर अपने विचार बताइए।
उत्तर:
मानव समाज में अनेक प्रकार के काम करनेवाले लोग रहते हैं। उन सभी में किसानों का स्थान महत्वपूर्ण है। उनकी मेहनत से हमें खाने भोजन और तरकारियाँ मिलते हैं। वे हमारे अन्नदाता हैं। वे ही हमारे सुखदाता हैं। उनके प्रति प्रेम, आदर, स्नेह और सानुभूति रखना हमारा कर्तव्य है।

अर्थवाह्यता-प्रतिक्रिया

अ) प्रश्नों के उत्तर बताइए।

प्रश्न 1.
कुछ पक्षियों के नाम बताइए।
उत्तर:
तोता, मैना, कौआ, कोयल, कबूतर, मोर आदि कुछ पक्षियों के नाम हैं।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

प्रश्न 2.
“संगीत मनोरंजन का एक साधन है” इसके बारे में अपने विचार बताइए।
उत्तर:
संगीत मनोरंजन का एक उत्तम साधन है। संगीत के सहारे हम अपने मानसिक एवं शारीरिक थकावट को दूर कर सकते हैं। दैनंदिन कार्यक्रम में जब मन ऊब जाता है तो संगीत का ही आश्रय लेकर हम मनोरंजन पा सकते हैं। इसीलिए किसी ने कहा कि संगीत को शिशु, पशु, मानव और साँप भी पसंद करते हैं।

आ) पाठ पढिए। अभ्यास – कार्य कीजिए।

★ वाक्यों को सही क्रम दीजिए।

1. तुरंत वह राजा को अपना संगीत सुनाने आ पहुंची। ( )
2. जैसे – जैसे वह गाना गाती वैसे – वैसे राजा की अस्वस्थता दूर होती। ( )
3. किसानों के द्वारा चिड़िया ने राजा की अस्वस्थता के बारे में सुन लिया था। ( )
4. धीरे – धीरे राजा की अस्वस्थता दूर हो गयी। ( )
उत्तर:
1) 3
2) 1
3) 2
4) 4

★ किसने – किससे कहा –

प्रश्न 1.
तुम लोगों ने कभी मुझे गाने वाली चिड़िया के विषय में नहीं बताया।
उत्तर:
इस वाक्य को राजा ने अपने सेवकों से कहा ।

प्रश्न 2.
हमारे राजा तुम्हारा मधुर संगीत सुनना चाहते हैं ।
उत्तर:
इस वाक्य को सैनिकों के अनुरोध पर लडकी ने चिड़िया को बुलाकर उससे कहा।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

प्रश्न 3.
मुझे अपना संगीत मेहनत करनेवालों को भी सुनाना है।
उत्तर:
इस वाक्य को चिड़िया ने राजा से कहा ।

इ. अनुच्छेद पढकर प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

भारत सरकार ने वन्य जीवों के संरक्षण के लिए सन् 1972 में ‘वन्य प्राणी सुरक्षा अधिनियम 1972’ बनाकर सभी राज्यों में वन्य प्राणियों के शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया है एवं वन्य जीवों के स्वच्छंद विचरण के लिए देश के विभिन्न भागों में 69 राष्ट्रीय उद्यानों, 399 अभयारण्यों एवं 35 प्राणी उद्यानों का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए प्रोजेक्ट टाइगर जैसी योजनाएँ आरंभ की गयी हैं।

प्रश्न 1.
भारत सरकार ने वन्य जीवों के संरक्षण के लिए कौन – सा अधिनियम बनाया है?
उत्तर:
भारत सरकार ने वन्य जीवों के संरक्षण के लिए सन् 1972 में ‘वन्य प्राणी सुरक्षा अधिनियम 1972’ बनाया हैं।

प्रश्न 2.
यहाँ पर कितने राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या बतायी गयी है ?
उत्तर:
यहाँ पर 69 राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या बतायी गयी है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

प्रश्न 3.
बाघों की सुरक्षा के लिए कौन-सी योजना कार्य कर रही है ?
उत्तर:
बाघों की सुरक्षा के लिए प्रोजेक्ट टाइगर नामक योजना कार्य कर रही है।

अभिव्यक्ति-सुजनात्मकता

अ) इन प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में दीजिए।

प्रश्न 1.
मज़दूरों और किसनों की दशा सुधारने के लिए हमें क्या करना चाहिए?
उत्तर:
मज़दूरों और किसानों की दशा सुधारने के लिए हमें ये करना चाहिए।

  • मज़दूरों को अधिक वेतन देना चाहिए।
  • मज़दूरों से ज़्यादा से ज्यादा घंटे काम न लेना चाहिए।
  • दिन में केवल आठ घंटे काम करवाना चाहिए।
  • मज़दूरों और किसानों के बारे में सोचना और उनकी सहायता करना चाहिए।
  • किसानों को साक्षर बनाने के लिए प्रौढ़ शिक्षा केंद्र बड़ी मात्रा में खोलना चाहिए।
  • किसानों को वैज्ञानिक उपकरण जैसे कल, बीज, खाद आदि भी सस्ते मूल्य पर देना चाहिए।
  • उन्हें कम सूद पर ऋण देने सहकारी समितियों की स्थापना करनी चाहिए।

प्रश्न 2.
राजा ने चिड़िया के लिए सोने का पिंजरा बनवाया था।
(या)
आपकी नज़र में चिड़िया को पिंजरे में रखना उचित था? अपने उत्तर का कारण बताइए।
उत्तर:
राजा ने चिड़िया के लिए सोने का पिंजरा बनवाया था। मेरी नज़र में चिड़िया को पिंजरे में रखना उचित नहीं था। यह बड़ा अनुचित था। मेरे उत्तर का कारण यह है कि एक चिड़िया को पिंजरे में बंद कर उसकी स्वतंत्रता में बाधा पहुंचाना बड़ी गलती है। उसी प्रकार एक चिड़िया के कारण सोने से पिंजरा बनाना धन को निरुपयोग करना है। उसे यदि मज़दूरों और किसानों की भलाई में खर्च करे तो बहुत अच्छा होगा।

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प्रश्न 3.
“दूसरों के काम आने में ही जीवन का सच्चा सुख निहित है।” इस बारे में अपने विचार बताइए।
उत्तर:
मानव सामाजिक प्राणी है। अपने हित के साथ-साथ उसे दूसरों की भलाई करने के बारे में भी सोचना है | संसार में अकेले एक व्यक्ति कोई काम पूरा नहीं कर सकता | इसके लिए लोगों की सहायता ज़रूर लेनी है | जीवन निर्वाह के लिए भी हम दूसरों पर आश्रित रहते हैं। ऐसी हालत में हम दूसरों का भी महत्व जानकर उनके काम आयें तो, सबका निर्वाह सुचारू रूप से हो सकता है । अपनी स्वार्थ भावना भूलकर दूसरों की सहायता करना मानव का प्रथम कर्तव्य है । इससे ही मानव सुखी और सार्थक व्यक्ति बन सकता है।

आ) ‘गाने वाली चिड़िया’ पाठ का सारांश अपने शब्दों में लिरिवए।
गानेवाली चिड़िया ने राजा को अपनी बातों से कैसा प्रभावित किया?
समाज में किसान व मज़दूरों का भी महत्वपूर्ण स्थान है। ‘गानेवाली चिड़िया ने इस बात को राजा को कैसे समझाया?
उत्तर:
एक राजा था । वह बहुत ही सुंदर महल में रहता था। उस महल के पास ही एक जंगल था | उसमें एक गाने वाली चिड़िया रहती थी । वह मीठा-मीठा गाना सुनाती थी ।राजा ने इसे कभी नहीं देखा था |

राजा ने अपने सेवकों को पास बुलाकर गाने वाली चिड़िया को पकडकर लाने को कहा । चिड़िया को ढूँढने सैनिक जंगल गये । वहाँ उन्हें एक लड़की मिली जो गाने वाली चिड़िया को जानती है।

सैनिकों के अनुरोध पर लड़की ने चिड़िया को बुलाया । वास्तव में चिड़िया का संगीत तो हरे-भरे जंगलों, खेतों में अच्छा लगता है। फिर भी वह राजा के पास आने तैयार हुयी। अगले दिन दरबार में चिड़िया मधुर आवाज़ में गाने लगी। राजा बहुत खुश हुए। उन्होंने उस चिड़िया को अपने पास सोने के पिंजरे में रख दिया।

एक बार चिड़िया को खेतों में काम करनेवाले मज़दूर, किसानों की याद आयी। उन सबसे मिलने खेतों की ओर निकल गयी । चिड़िया न दिखने पर राजा अस्वस्थ हो गया | सारी प्रजा चिंतित थी। राजा के अस्वस्थ होने की बात किसानों के द्वारा सुनकर चिड़िया गाते हुए राजमहल आयी ।

राजा ने स्वस्थ होकर उसे राजमहल में ही रहने को कहा | तो चिड़िया ने कहा कि अपना संगीत मेहनत करनेवालों को भी सुनाना है |इसलिए मैं राज सुख त्यागना चाहती हूँ।

राजा को उस चिड़िया के द्वारा यह सीख मिला कि किसान और मज़दूरों के बारे में सोचना और उनकी सहायता करना हमारा कर्तव्य है। क्योंकि वे ही हमारे अन्नदाता और सुखदाता हैं। समाज में किसान व मज़दूरों का भी महत्वपूर्ण स्थान है। वे हमारे जीवन के आधार हैं । इनके प्रति स्नेह, प्रेम, सहानुभूति आदि रखना और इनकी सहायता करना हमारा कर्तव्य है। इसके साथ-साथ पशु-पक्षियों का संरक्षण करना भी हमारा धर्म है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

इ) “गाने वाली चिड़िया” पाठ का कोई अनुच्छेद संवाद के रूप में लिरिवाए।
उत्तर:
राजा : (सैनिकों से) मैं ने सुना कि इस जंगल में एक गाने वाली चिड़िया है। उसे यहाँ लाइए, मेरे पास।

सैनिक : आज्ञा, महाराज ! (सैनिक जंगल चले जाते हैं। उन्हें कहीं भी गाने वाली चिड़िया दिखायी नहीं पडती । उन्हें एक लडकी दिखायी देती है।)

सैनिक : क्यों लड़की तुझे गाने वाली चिड़िया मालूम है?

लडकी : हाँ, मालूम है वह मीठी आवाज़ में गाती है।

सैनिक : हमारे राजा उसका गाना सुनना चाहते हैं, क्या तुम उसे बुला सकती हो?

लडकी : अच्छा, अभी बुलाती हूँ। ओ मीठा-मीठा गाने वाली चिड़िया एक बार आओ। (कहीं से चिड़िया आ जाती है।) चिड़िया : क्या, लडकी तुमने मुझे क्यों बुलाया?

लडकी : हमारे राजा तुम्हारा गाना सुनना चाहते हैं।

चिड़िया : मेरा संगीत तो हरे-भरे खेतों में जंगलों में अच्छा लगता है । फिर भी मैं राजा को सुनाऊँगी।
(राजसभा में दरबार लगा हुआ था । लडकी के साथ सब उपस्थित थे ।
(चिड़िया मीठी आवाज़ में गाती है।)

राजा : (आँखों में आँसुओं के साथ) प्यारी चिड़िया तुम यहाँ मेरे पास ही रहो ।

चिड़िया : अच्छा, रहूँगी । (कुछ दिन बाद चिड़िया किसानों की याद आकर चली जाती है।)

राजा : सैनिकों मुझे गाना … गाना … चाहिए। चिड़िया का गाना चाहिए। (राजा की तबीयत खराब हो जाती है।)
(किसानों के द्वारा चिड़िया यह बात सुनकर राज दरबार आती है। मीठे स्वर में संगीत सुनाती है।)

राजा : (मंत्र मुग्ध हो जाता है।) चिड़िया तुम यहीं रहो । क्यों चली गयी हो?

चिड़िया : राजा ! मैं यहाँ सब सुख पाती रही तो वहाँ किसानों और मज़दूरों को गीत कौन सुनाता है?

राजा : बहुत अच्छा ! उनके बारे में भी सोचना है |

चिड़िया : हाँ महाराज वे ही हमारे सुखदाता और अन्नदाता हैं। इसलिए उनके बारे में सोचना ज़रूरी है।

राजा : बहुत अच्छा।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

ई) गीत और संगीत का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। इस पर अपने विचार लिरिवाए।
उत्तर:
गीत और संगीत का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है।

  • गीत और संगीत से हमें मनोरंजन मिलता है।
  • इनके सहारे हमारे दैनिक जीवन की मानसिक थकावट दूर हो जाती है।
  • गीत और संगीत कला है।
  • इनके द्वारा जीवन में नीरसता दूर हो जाती है।
  • गीत और संगीत में हमारी संस्कृति निहित रहती है।
  • गीत और संगीत के द्वारा जीवन ताज़ा बनता है।
  • इनके द्वारा हमारे समय का सदुपयोग भी होता है।
  • इनके द्वारा हमारी सृजनात्मक शक्ति का विकास होता है।
  • गीत और संगीत के द्वारा हमें सुख, आनंद, उत्साह आदि मिलते हैं।
  • कहा जाता है कि गीत और संगीत के द्वारा शिशु, पशु और साँप भी आकर्षित होते हैं।

भाषा की बात

अ) नीचे दिये गये मुहावरों के भाव समझिए और उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए।

1. जान में जान आना – इतमीनान होना। गीत सुनकर मुझे जान में जान आगया |

2. खुशी के आँसू आना – आनंद विभोर होना
चिड़िया का गाना सुनकर राजा की आँखों से खुशी के आँसू आये।

आ) अनुच्छेद पढिए । रेखांकित शब्दांशों पर ध्यान दीजिए ।
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया 2
रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित कारकों से कीजिए |

1. राजा सुंदर महल ……………. रहता था ।
उत्तर:
(में)

2. यात्रियों …………… अपने यात्रा वर्णन …….. महल ……… वर्णन किया ।
उत्तर:
(ने, में, का)

3. राजा ….. चिड़िया ……….. कभी नहीं देखा ।
उत्तर:
(ने, को)

4. चिड़िया …… सोने ………….. पिंजरा बनवाया गया।
उत्तर:
(के लिए, का)

5. सेवकों …….. लडकी …………… पूछा ।
उत्तर:
(ने, से)

परियोजना कार्य

किसी एक पक्षी का चित्र उतारकर उसके बारे में पाँच वाक्य लिरिवाए।
उत्तर:
AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया 3
भारत के सब पक्षियों में तोते का विशिष्ट स्थान है। यह पक्षी हरे रंग में रहकर सुंदर दिखता है। चोंच तो तीखी और लाल रंग में होता है। पेड के पत्तों से वह पूरी तरह हिल मिल जाता है।

तोता तो सब जगहों में पाया जाता है। यह पक्षी अधिकतर फल और धान खाता है। तोती तो एक बार चार या छ: अंडे देती हैं। फरवरी और अप्रैल महीनों के बीच में तोती अंडे किसी पेड की कोखली जगह में देती है। तोता तो पालतू भी है।

गानेवाली चिड़िया Summary in English

Once there lived a king. He lived in a beautiful and majestic palace. He was proud of his palace. Tourists from all corners of the world visited the palace. Describing their tour, they wrote a lot about the grandeur of the king’s palace. They wrote many things about a singing bird. It lived in a forest nearby the palace. It would sing songs with its mellifluous voice.

The king never saw that bird. He came to know about the bird by the writings of the tourists. He wanted to see it. He called his servants and ordered them to bring it from the forest.

The king’s servants didn’t see the bird either. Besides, no one in the king’s court knew about this thing. The soldiers went into the forest in search of the bird. As they went deep, met a girl. She had already seen the bird singing. When she heard the name of the singing bird, she told them that she had already known that bird.

On the soldiers’ request the girl called the bird as follows : “O my little beautiful bird ! Our king longs to listen to your sweet music. Will you sing a song to him?”

The bird listened to the girl’s word and said that her music suited well for the green fields and forests. She also added that she would certainly sing a song to the king.

On the following day, when the king was in the court, all the courtiers attended and the girl as well. At that time the bird came there flying and started singing. All the people were enthralled. The king’s eyes shed tears of bliss. He wanted the bird to stay there and said that whatever it wished would be fulfilled. The bird agreed. A golden cage was made for the bird. The king cared about the bird as he promised. The bird’s music was prevalent all over the kingdom.

One day the coolies working in the fields came into its memory. It went towards the fields to meet them. The king became sad on the bird’s absence. He fell ill. All the people in the kingdom were worried over the king’s ill – health. They thought deeply as to how to save the king.

One day the king, with a feeble voice, told the courtiers that he wanted to listen to the bird’s song. The courtiers thought as to how to call the bird back. At that very moment they heard a melodious voice. The bird was singing with its sweet voice. All of them came to their senses on seeing the bird.

The bird came to know about the king’s ill health from the peasants. Immediately it came to the king. As it was singing, the king’s ill health disappeared gradually. His health condition improved. He told the bird that he would keep it for ever. Then the bird replied that it had to sing its song to the labourers too. It would come there everyday and sing him a song.

The bird’s words showed an immense effect on the king. He praised the bird that it was great as it had forsaken the comforts of the royal court for the sake of the labourers and peasants. Then the bird said that it was their duty to think over the welfare of labourers and peasants as they are the providers of comforts and food.

गानेवाली चिड़िया Summary in Telugu

ఒక రాజుగారు ఉండిరి. ఆయన ఒక అందమైన భవనంలో నివసించుచుండిరి. అతనికి తన భవనమన్న చాలా గర్వం. ప్రపంచంలోని నలుమూలల నుండి భవనం చూచుటకు యాత్రికులు వచ్చేవారు. యాత్రికులు తమ యాత్రను గురించి వర్ణిస్తూ రాజభవనం అందం గురించి చాలా విషయాలు వ్రాసిరి. వారు ఒక పాడుతూ ఉన్న పక్షిని గురించి కూడా ఎన్నో విషయములు వ్రాసిరి. ఆ పక్షి రాజభవనం వద్ద గల అడవిలో ఉండేది. అది చాలా మధురమైన (తీయని) గొంతుతో పాడేది.

రాజుగారు ఆ పక్షిని ఎప్పుడూ చూడలేదు. యాత్రికుల ద్వారా వ్రాయబడిన యాత్రా వర్ణన చదివినందున రాజుగారికి ఆ పక్షి గురించి తెలిసినది. రాజుగారు దాన్ని చూడాలని అనుకొనిరి. అందువలన ఆ రాజుగారు తన సేవకులను పిలిచి, “మీరెప్పుడూ పాడే పక్షిని గురించి నాకు చెప్పలేదు. అడవి నుండి ఆ పక్షిని పట్టుకు రండి. నేను దాని పాట వినాలని అనుకుంటున్నాను.” అని చెప్పిరి.

రాజుగారి సేవకులు కూడా ఆ పక్షిని ఎప్పుడూ చూడలేదు. అంతేకాదు రాజదర్బారు (కొలువు) లోని వారెవరికీ కూడా ఈ విషయం గురించి తెలియదు. పక్షిని వెదకుటకు సైనికులు అడవికి వెళ్ళిరి. వెదుకుతూ, వెదుకుతూ ఉండగా వారికి ఒక బాలిక కన్పించినది. ఆ బాలిక పక్షిని పాడుతూ ఉండగా చూసినది. పాడే పక్షి – పేరు వినగానే ఆ బాలిక, “అవునవును. నాకు తెలుసు. పాడే పక్షి నాకు తెలుసు. ఓహ్ ! అది ఎంత తీయని స్వరంలో పాడుతుంది. నేను ఇక్కడి పని పూర్తి కాగానే సంధ్యాసమయంలో ఇంటికి తిరిగి వెళ్ళేటప్పుడు ఆ పక్షి దారి పొడుగునా తీయ తీయని పాట వినిపిస్తుంది. దానితో నా అలసట అంతా తీరిపోతుంది” అని అన్నది.

సైనికులు ప్రాధేయపడుట వలన ఆ బాలిక పక్షిని ఈ విధంగా పిలిచింది. “నా అందమైన ఓ చిన్న పక్షీ ! మన రాజుగారు నీ మధుర సంగీతాన్ని వినాలని కోరుకుంటున్నారు. ఏమీ, నీవు వారికి నీ పాట వినిపిస్తావా ?”

బాలిక మాటలు విని పక్షి, “నా సంగీతం ఈ పచ్చని అడవులు, పొలాల్లో బాగుంటుంది. అయినప్పటికీ రాజుగారికి నా పాట తప్పనిసరిగా వినిపిస్తాను” అని అన్నది.

మరుసటి రోజు రాజుగారు కొలువుదీరి యుండిరి. బాలికతో సహా అందరూ హాజరైరి. అప్పుడే ఎగురుతూ పక్షి అక్కడికి వచ్చి తన మధురమైన గొంతుతో పాట పాడసాగినది. దాని పాట విన్న అందరూ ముగ్ధులైరి. రాజుగారి కళ్ళ నుండి ఆనందబాష్పాలు రాలాయి. “ఓ ప్రియమైన పక్షీ … నీవు ఇక్కడే మా వద్ద ఉండు. నీవు ఏది అడిగితే అది లభిస్తుంది”. అని రాజుగారు ఆ పక్షితో పలికిరి. అప్పుడు ఆ పక్షి “మహారాజా నేను మీ వద్ద ఉంటాను. నేను మీ కండ్లలో ఆనందబాష్పాలు చూశాను అని అన్నది. పక్షి కోసం బంగారు పంజరం తయారు చేయబడింది. అది ఏమి ఒక రోజు ఆ పక్షికి పొలాల్లో పనిచేసే (పరిశ్రమ) చేసేవాళ్ళు గుర్తుకు వచ్చిరి. వారందరినీ కలవడానికి ఆ పక్షి పొలాల వైపుకు వెళ్ళినది. రాజుకి పక్షి కన్పించకపోయేసరికి దు:ఖం కల్గింది. వారు అస్వస్థతకు (అనారోగ్యం ) గురియైనారు. ప్రజలంతా రాజుగారి అనారోగ్యం గురించి బాధపడుచుండిరి. అందరూ రాజుగార్ని ఎలా రక్షించాలా? అని ఆలోచించసాగిరి.

ఒక రోజున రాజు బలహీన స్వరంతో “సంగీతం-సంగీతం – పక్షి పాట వినిపించండి” అని అనసాగిరి. రాజు కొలువులోని వారందరూ పక్షిని ఎలా పిలవాలా ? అని ఆలోచించసాగిరి. అప్పుడే వారికి మధురమైన సంగీతం వినిపించింది. వారంతా పాట వినిపించిన వైపుకు చూడసాగిరి. పక్షి తన తీయని గొంతుతో పాడసాగినది. ఇది చూడగానే అందరికీ ప్రాణం లేచి వచ్చినట్లయినది.

రైతుల ద్వారా రాజు అనారోగ్యాన్ని గురించి పక్షి వినియున్నది. వెంటనే అది రాజుకి తన సంగీతాన్ని వినిపించుటకు వచ్చినది. పక్షి పాట పాడగా పాడగా రాజుగారి అనారోగ్యం దూరమైపోయింది. నిదానంగా రాజు స్వస్థత చెందిరి. “ప్రియమైన పక్షీ ! నా వద్దకు తిరిగి రా. నిన్ను నేను ఎల్లప్పుడూ ఈ రాజభవనంలో ఉంచుతాను’ అని రాజు ఆ పక్షితో పలికిరి. ఆ పక్షి, “లేదు, మహారాజా ! నేను నా సంగీతాన్ని శ్రమించే వారికి కూడా వినిపించాలి. నేను ప్రతిరోజూ ఇక్కడికి వస్తాను. మీకు కూడా నా సంగీతం వినిపిస్తాను” అని అన్నది.

ఆ పక్షి మాటలు రాజుగారిపై తీవ్ర ప్రభావాన్ని చూపినాయి. అప్పుడు రాజు ” ఆహా ! ఓ పక్షి, నీవు చాలా గొప్పదానివి. నీవు కార్మికుల (శ్రామికుల), రైతుల కొరకు రాజభవన సుఖాన్ని వీడగల్గినప్పుడు నేను వారి కోసం ఏమీ చేయలేనా ?” అని అనెను. పక్షి అన్నది కదా !” ఎందుకు చేయలేరు మహారాజా ! శ్రమించే వారి గురించి, రైతుల గురించి ఆలోచించుట మరియు వారికి సహాయం చేయుట మన కర్తవ్యం. ఎందుకంటే వారే మన సుఖదాతలు మరియు అన్నదాతలు”.

अर्थवाहयता – प्रतिक्रिया

निर्देश के अनुसार उत्तर दीजिए।

1. राजा अस्वस्थ हो गया। (रेखांकित शब्द में उपसर्ग पहचानिए।)
A) स्व
B) अस्व
C) अ
D) स्थ
उत्तर:
C) अ

2. राजमहल सुन्दर है।
A) तत्पुरुष समास
B) द्वंद्व समास
C) बहुव्रीही समास
D) द्विगु समास
उत्तर:
A) तत्पुरुष समास

3. राजा कमजोर स्वर में बोले (वाक्य में क्रिया शब्द पहचानिए।)
A) राम
B) कमजोर
C) स्वर में
D) बोले
उत्तर:
D) बोले

4. चिडिया का मधुर गान सब … भाता था। (उचित कारक चिह्न पहचानिए।)
A) का
B) पर
C) को
D) के
उत्तर:
C) को

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

5. सारी प्रजा राजा की अस्वस्थता के बारे में चिंतित थी। (रेखांकित शब्द में उपसर्ग पहचानिए।)
A) अस
B) आ
C) अ
D) ता
उत्तर:
C) अ

6. राजा को स्वस्थ देखकर प्रजा की जान में जान आ गयी। (रेखांकित मुहावरे का अर्थ पहचानिए।)
A) खतरे से बाहर आने पर निश्चित होना।
B) जाग जाना
C) आराम करना
D) खुशी मनाना
उत्तर:
A) खतरे से बाहर आने पर निश्चित होना।

7. राजा अस्वस्थ हो गये। रेखांकित शब्द का विलोम शब्द पहचानिए|
A) अस्वस्थता
B) बीमार
C) चुस्त
D) स्वस्थ
उत्तर:
D) स्वस्थ

8. राजा ने कमज़ोर आवाज़ में कहा । रेखांकित शब्द क्या है?
A) सर्वनाम
B) विशेषण
C) क्रिया विशेषण
D) संज्ञा
उत्तर:
D) संज्ञा

9. राजा मधुर संगीत सुनना चाहते हैं। इस वाक्य में विशेषण शब्द पहचानिए।
A) राजा
B) मधुर
C) संगीत
D) सुनना
उत्तर:
B) मधुर

10. मैं हर दिन यहाँ आऊँगी। काल पहचानिए।
A) वर्तमान काल
B) भूत काल
C) भविष्यत काल
D) तात्कालिक वर्तमान काल
उत्तर:
C) भविष्यत काल

11. चिड़िया राजा के निष्कपट स्वभाव से प्रसन्न हुई। रेखांकित शब्द का संधि विच्छेद पहचानिए।
A) नि + षकपट
B) निष + कपट
C) निस् + कपट
D) निः + कपट
उत्तर:
D) निः + कपट

अर्थग्राह्यता – प्रतिक्रिया

पठित – गद्यांश

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. चिड़िया की बातों ने राजा पर गहरा असर डाला। राजा ने कहा, “वाह ! तुम महान हो चिड़िया! तुम मज़दूरों और किसानों के लिए राजमहल का सुख त्याग सकती हो, तो क्या मैं उनके लिए कुछ नहीं कर सकता ….. ?” चिड़िया बोली, “क्यों नहीं महाराज! मज़दूरों और किसानों के बारे में सोचना और उनकी सहायता करना हमारा कर्तव्य है। क्योंकि वे हमारे सुखदाता और अन्नदाता हैं।”
प्रश्न :
1. हमारा कर्तव्य क्या है?
उत्तर:
किसानों के बारे में सोचना और उनकी सहायता करना हमारा कर्तव्य है।

2. हमारे सुखदाता और अन्नदाता कौन हैं?
उत्तर:
मज़दूर और किसान हमारे सुखदाता और अन्नदाता हैं।

3. चिड़िया की बातों ने किस पर गहरा असर डाला ?
उत्तर:
चिड़िया की बातों ने राजा पर गहरा असर डाला।

4. चिड़िया राजा से क्या बोली ?
उत्तर:
चिड़िया राजा से बोली, “क्यों नहीं महाराज! मज़दूरों और किसानों के बारे में सोचना और उनकी सहायता करना हमारा कर्तव्य है। क्योंकि वे हमारे सुखदाता और अन्नदाता हैं।

5. यह उपर्युक्त गद्यांश किस पाठ से दिया गया है?
उत्तर:
यह उपर्युक्त गद्यांश “गानेवाली चिड़िया” पाठ से दिया गया है।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

2. एक दिन चिड़िया को खेतों में मेहनत करने वाले किसानों की याद आयी। उन सबसे मिलने वह खोतों की ओर निकल पड़ी। जब राजा को चिड़िया दिखायी नहीं दी, तो वह दुखी हुआ और अस्वस्थ हो गया। सारी प्रजा राजा की अस्वस्थता के बारे में चिंतित थी। सभी सोचने लगे कि राजा को कैसे बचा लें ?
प्रश्न :
1. एक दिन चिड़िया को किसकी याद आयी ?
उत्तर:
एक दिन चिड़िया को खेतों में मेहनत करनेवाले किसानों की याद आयी।

2. राजा को चिड़िया दिखायी नहीं दी तो वह क्या हो गया?
उत्तर:
राजा को चिड़िया दिखायी नहीं दी तो वह दुखी और अस्वस्थ हो गया।

3. सारी प्रजा किसकी अस्वस्थता के बारे में चिंतित थी?
उत्तर:
सारी प्रजा राजा की अस्वस्थता के बारे में चिंतित थी।

4. सभी क्या सोचने लगे?
उत्तर:
“सभी सोचने लगे कि राजा को कैसे बचा लें?”

5. खेतों की ओर चिड़िया क्यों निकल पड़ी ?
उत्तर:
एक दिन चिड़िया को खेतों में मेहनत करनेवाले किसानों की याद आयी। उन सबसे मिलने वह खेतों की ओर निकल पड़ी।

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

3. एक राजा था। वह बहुत ही सुंदर महल में रहता था। उसे अपने महल पर बहुत गर्व था। संसार के कोने-कोने से यात्री महल देखने आते थे। यात्रियों ने अपने यात्रा वर्णन में महल की सुंदरता के बारे में कई बातें लिखीं। उन्होंने एक गाने वाली चिड़िया के बारे में भी लिखा था। यह चिड़िया महल के पास वाले जंगल में रहती थी और बहुत मधुर स्वर में गाती थी।
प्रश्न :
1. राजा को किस पर बड़ा गर्व था?
उत्तर:
राजा को अपने सुंदर महल पर बड़ा गर्व था।

2. यात्रियों ने किसकी सुंदरता के बारे में बातें लिखीं?
उत्तर:
यात्रियों ने महल की सुंदरता के बारे में कई बातें लिखीं।

3. यात्रियों ने किस चिड़िया के बारे में भी लिखा था?
उत्तर:
यात्रियों ने गानेवाली चिड़िया के बारे में भी लिखा था ।

4. यात्री महल देखने कहाँ से आते थे?
उत्तर:
संसार के कोने – कोने से यात्री महल देखने आते थे।

5. चिड़िया कहाँ रहती थी?
उत्तर:
चिड़िया राज महल के पास वाले जंगल में रहती थी।

अपठित – गद्यांश

निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

1. मेहनत करना मनुष्य की बुनियादी प्रवृत्ति है। इसीके ज़रिये वह अपनी तमाम भौतिक ज़रूरतों की पूर्ति करता है। उसमें छिपी हुई शक्तियों को बरतने तथा विकसित करने का यही एक रास्ता है। इसके अलावा, मनुष्य के लिए व्यक्ति या समाज के अंग के रूप में अपनी उपयोगिता तथा परिपूर्णता का अनुभव करने के लिए यही सच्चा रास्ता है।
प्रश्न :
1. मनुष्य की बुनियादी प्रवृत्ति क्या है?
A) सोना
B) पढ़ना
C) मेहनत करना
D) ये सब
उत्तर:
C) मेहनत करना

2. अपनी तमाम भौतिक ज़रूरतों की पूर्ति मनुष्य किसके ज़रिये करता है?
A) मेहनत
B) नींद
C) आराम
D) खेल
उत्तर:
A) मेहनत

3. मनुष्य में छिपी हुई शक्तियों को बरतने का रास्ता क्या है?
A) सोना
B) चाँदी
C) मेहनत
D) ये सब
उत्तर:
C) मेहनत

4. मनुष्य या व्यक्ति इसका अंग है?
A) घर
B) समाज
C) देश
D) ये सब
B) समाज

5. इस अनुच्छेद में किसके बारे में बताया गया है?
A) आराम रहने
B) सोने
C) पढ़ने
D) मेहनत
उत्तर:
D) मेहनत

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

2. महात्मा गाँधी और रवीन्द्रनाथ, ये दोनों ही इस युग के महामानव हैं। भारतवर्ष का यह परम सौभाग्य है कि उसने एक ही समय में इन दो महापुरुषों को जन्म दिया। दोनों ही युगपुरुष के रूप में इस देश में अवतीर्ण हुए और अपनी जीवन – व्यापी साधना एवं लीलाओं द्वारा अपनी जन्मभूमि को धन्य बनाया।
प्रश्न :
1. इस अनुच्छेद में किनके बारे में बताया गया है?
A) राजाजी
B) गाँधी – रवींद्रनाथ
C) नेहरू
D) विनोबा
उत्तर:
B) गाँधी – रवींद्रनाथ

2. इस युग के महा मानव कौन हैं?
A) नेहरू – नेपोलियन
B) इंदिरा – सिरिमावो
C) गाँधी – रवींद्रनाथ
D) ये सब
उत्तर:
C) गाँधी – रवींद्रनाथ

3. यह परम सौभाग्य किसका है?
A) भारत वर्ष
B) अमेरिका
C) इंग्लैंड
D) चीनी
उत्तर:
A) भारत वर्ष

4. ये दोनों कौन थे?
A) युग पुरुष
B) मित्र
C) शत्रु
D) प्रवर्तक
उत्तर:
A) युग पुरुष

5. इन्होंने जन्म भूमि को धन्य बनाया।
A) नेहरू
B) गाँधी – रवींद्रनाथ
C) नेताजी
D) ये सब
उत्तर:
B) गाँधी – रवींद्रनाथ

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

3. जुलूस के बारे में उन कार्यकर्ता को भी कुछ मालूम नहीं था। इसलिए वे ऐसा उत्तर नहीं दे सके जिससे गाँधीजी को संतोष हो। गाँधीजी बाहर निकले और सीधे जुलूस के पास पहुंचे। जुलूस के आगे एक सुंदर, हट्टा- कट्टा बकरा चल रहा था । उसके गले में फूलों की मालाएँ लटक रही थीं। माथे पर टीका लगा हुआ था। वह देवी का भोग था। कुछ ही समय में उसके खून से देवी का खप्पर भरा जानेवाला था। इसलिए लोग भोग चढ़ाने के लिए बड़ी धूम – धाम से उसे देवी के स्थान पर ले जा रहे थे। यह सब देखकर लोगों के अंधविश्वास का चित्र गाँधीजी के सामने खड़ा हो गया।
प्रश्न :
1. गाँधीजी बाहर निकलकर सीधे कहाँ पहुँचे?
A) मंदिर के पास
B) गिरिजाघर के पास
C) मसजिद के पास
D) जुलूस के पास
उत्तर:
D) जुलूस के पास

2. बकरा कैसा था?
A) सुंदर, हट्टा – कट्टा
B) असुंदर
C) सूखा
D) काला
उत्तर:
A) सुंदर, हट्टा – कट्टा

3. बकरे के माथे पर क्या लगा हुआ था?
A) तोरण
B) टीका
C) फूल
D) हल्दी
उत्तर:
B) टीका

4. बकरे के गले में क्या लटक रही थीं?
A) तोरण
B) पत्ते
C) फूलों की मालाएँ
D) ये सब
उत्तर:
C) फूलों की मालाएँ

5. लोग बकरे को क्यों ले जा रहे थे?
A) भोग चढ़ाने
B) देवी को दिखाने
C) पकाकर खाने
D) कहीं छोड देने
उत्तर:
A) भोग चढ़ाने

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

4. कवि भारती लोगों में देशभक्ति भावना को जगाने के लिए कविताएँ लिखते थे। अंग्रेज़ी सरकार उनकी कविताओं से डरती थी। इसलिए कवि भारती को सरकार कैद करना चाहती थी। कैद से बचने के लिए भारती पांडिच्चेरी गये। वहाँ भी उनका जीवन दुखमय था। उन्होंने देश के लिए सब कष्टों का सहन किया।
प्रश्न :
1. अंग्रेज़ी सरकार कवि भारती को कैद करना क्यों चाहती थी?
A) अंग्रेज़ी सरकार उनकी कविताओं से डरती थी।
B) अंग्रेज़ी सरकार को कविताएँ पसंद नहीं।
C) अंग्रेज़ी सरकार केवल गीत चाहती थी।
D) भारती ठीक प्रकार से कविता नहीं सुनाता।
उत्तर:
A) अंग्रेज़ी सरकार उनकी कविताओं से डरती थी।

2. कवि भारती कविताएँ क्यों लिखते थे?
A) अंग्रेज़ों को मारने
B) जीवन यापन करने
C) लोगों में देश भक्ति भावना को जगाने
D) अपनी पांडित्य प्रतिभा को प्रदर्शन करने
उत्तर:
C) लोगों में देश भक्ति भावना को जगाने

3. कैद से बचने के लिए कवि भारती कहाँ गये?
A) केरल
B) उडीसा
C) असाम
D) पांडिच्चेरी
उत्तर:
D) पांडिच्चेरी

4. पांडिच्चेरी में कवि भारती का जीवन कैसा था?
A) सुखमय
B) दुखमय
C) आरामप्रद
D) सुख – दुख दोनों
उत्तर:
B) दुखमय

5. अपने देश के लिए सब कष्टों को किसने सह लिया?
A) राजाजी
B) भारती
C) गाँधीजी
D) ये सब
उत्तर:
B) भारती

AP Board 9th Class Hindi Solutions Chapter 2 गानेवाली चिड़िया

5. श्री नारायण गुरु का जन्म सन् 1885 में तिरुवनन्तपुरम जिले के ‘सम्पशन्दी’ नामक गाँव में हुआ। इनकी माता का नाम कुट्टियम्मा और पिता का नाम माडानासान था। बचपन में नारायण गुरु का नाम | ‘नाणू’ था। नाणू ने कम उम्र में मलयालम भाषा के साथ – साथ वेद, शास्त्र काव्य एवं पुराणों का गहरा अध्ययन किया।
प्रश्न :
1. नारायण गुरु का जन्म कहाँ हुआ?
A) संपेग वागु में
B) सम्पशंदी में
C) सर्पवरम में
D) समरपेट में
उत्तर:
B) सम्पशंदी में

2. बचपन में नारायण गुरु का नाम क्या था?
A) बन्नी
B) बंटु
C) चिन्ने
D) नाणू
उत्तर:
D) नाणू

3. नारायण गुरु का जन्म कब हुआ?
A) सन् 1860 में
B) सन् 1962 में
C) सन् 1881 में
D) सन् 1885 में
उत्तर:
D) सन् 1885 में

4. नारायण गुरु की माँ का नाम क्या था ?
A) कोटम्मा
B) साम्राज्यम्मा
C) कुट्टियम्मा
D) मुनियम्मा
उत्तर:
C) कुट्टियम्मा

5. नाणु ने कम उम्र में ही इस भाषा का गहरा अध्ययन किया
A) तमिल
B) मलयालम
C) फ़ारसी
D) पंजाबी
उत्तर:
B) मलयालम